अल्ट्रासाउंड में लड़के की क्या पहचान है : दोस्तों अल्ट्रासाउंड में लड़के की क्या पहचान है ऐसे कौन-कौन से लक्षण हैं जो अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में पता चल जाता है कि गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की।
जब कोई भी महिला गर्भवती होती है तो उसके अंदर एक हलचल पैदा हो जाती है कि गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की। गर्भ ठहरने के बाद जब महिला किसी भी डॉक्टर से संपर्क करती है तो डॉक्टर से अल्ट्रासाउंड या सोनोग्राफी करने को बताते हैं।
गर्भ के प्रथम तीन माह लिंग का स्पष्टीकरण नहीं कर पाते हैं ऐसे में अल्ट्रासाउंड के माध्यम से यह पता किया जा सकता है कि गर्भ में लड़का है या लड़की।
गर्भ भी एक सस्पेंस होता है क्योंकि गर्भ के बाद अगले कुछ हफ्तों में क्या हो जाता है कुछ पता नहीं होता है जैसे-जैसे गर्भ बड़ा होता है वैसे वैसे माता-पिता दोनों को बच्चे के लिंग की जानकारी में दिलचस्पी बढ़ती हैं।
हालांकि डॉक्टर जब भी अल्ट्रासाउंड के लिए लिखते हैं तो बच्चे कि कई प्रकार की जानकारियों के लिए ऐसा करते हैं परंतु बहुत से माता-पिता बच्चे के लिंग पता करने के लिए अल्ट्रासाउंड का सहारा लेते हैं.
जबकि डॉक्टर केवल बच्चे की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेता है वह कभी भी लिंग परीक्षण करने की सलाह नहीं देता है।
अल्ट्रासाउंड में लड़के की क्या पहचान है ? | Ultrasound me ladke ki kya pehchan hai ?
मां बनने के बाद हर औरत का सपना होता है कि उसके गर्भ में पलने वाला शिशु लड़का है या लड़की जिसके चलते हैं लोग अल्ट्रासाउंड के माध्यम से पता करने का प्रयास करते हैं लेकिन भारतीय संविधान के अनुसार लिंग जांच कराना कानूनी अपराध है।
हालांकि जब अल्ट्रासाउंड कराया जाता है तो बच्चे के लिंग की जानकारी हो जाती है परंतु डॉक्टर इसकी जानकारी देता नहीं है इसीलिए कोई भी तकनीकी या मशीन भ्रूण मैं पल रहे बच्चे का परीक्षण करने की इजाजत नहीं देता है
अगर आप गर्भ में पलने वाले बच्चे के लिंग की जानकारी करना चाहते हैं तो अल्ट्रासाउंड में लड़के की क्या पहचान है आइए हम कुछ पहचान होने के लक्षणों के बारे में बताते हैं।
1. अल्ट्रासाउंड में भ्रूण का सिर का आकार देखकर
डॉक्टरों के द्वारा गर्भवती महिला का परीक्षण कराया जाता है इस दौरान जब अल्ट्रासाउंड से जांच होती है तो उस गर्भ के अंदर पल रहे शिशु के सिर को देखकर लिंग की जांच या पहचान की जा सकती है।
लगभग 3 महीने के गर्भ के बाद गर्भस्थ शिशु का सिर बड़ा है तो गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का होगा ज्यों ज्यों गर्भ में भ्रूण का विकास होता है सिर का विकास भी होता है ऐसे में सिर के छोटे और बड़े होने से लिंग की पहचान हो जाती है।
2. नब लिंग परीक्षण
अल्ट्रासाउंड में लड़के की क्या पहचान है इसके लिए आपको अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है जिससे लिंग का परीक्षण हो जाता है इसके अलावा नब लिंग परीक्षण के द्वारा भी गर्भ में पल रहे शिशु का लिंग पता लगाया जा सकता है।
लगभग 11 से 13 हफ्ते के बीच गर्भ में शिशु के पैरों के नीचे ट्यूबरकल नाम का जननांग होता हैं जो लिंग का निर्धारण करता है इस दौरान यदि नब का कोण रीड की हड्डी से 30 डिग्री से ज्यादा बनता है तो लड़का होने की संभावना होती है
यदि नब का कोण 30 डिग्री से कम हो जाता है तो लड़की होने की संभावना होती है यह तरीका अल्ट्रासाउंड में लड़का और लड़की की पहचान कराता है अगर आप इस तरह का परीक्षण करवाते हैं तो लिंग जांच के लिए तो सही है परंतु भ्रूण हत्या के लिए जांच नहीं की जा सकती है।
गर्भ में लड़का होने की पहचान | garbh me ladka hone ki pehchan
वैसे तो लगभग हर औरत का सपना होता है कि पहली बार उसको लड़का है परंतु गर्भ में लड़का है बिना अल्ट्रासाउंड में लड़के की क्या पहचान है के कर सकते हैं।
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1. पेट का आकार
अगर गर्भवती महिला के पेट का निचला हिस्सा खुला हुआ और भरा है तो यह संकेत लड़का होने का है।
2. हाथ या हथेली का मुलायम
अगर किसी महिला के गर्भ के दौरान हाथ या हथेली कठोर हो जाते हैं तो इससे पता चलता है कि उसके गर्भ में लड़का है इसके विपरीत अगर मुलायम और सुंदर हो जाए तो लड़की होने का संकेत है।
3. पैरों का ठंडापन
किसी भी गर्भवती महिला के पैर ठंडे बने रहते हैं तो उसके गर्भ में लड़का होने का संकेत तथा उसका मूड हमेशा बदलता रहता है।
4. बाई करवट लेटना
गर्भवती महिला बाई करवट लेकर सोती है तो मुझे समझना चाहिए कि उसके गर्भ में लड़का है क्योंकि इस दौरान सिर में काफी दर्द भी होता है।
5. बेकिंग सोडा
गर्भवती महिला को अपने गर्भ में लड़के की पहचान के लिए बेकिंग सोडा का प्रयोग करना चाहिए अर्थात बेकिंग सोडा को एक कटोरे में लेकर उसने अपना मूत्र डालें अगर झाग नहीं बनता है तो आपके गर्भ में लड़का है।
6. पेशाब का रंग पीला
अगर गर्भ के दौरान किसी भी स्त्री को किसी भी प्रकार का कोई बुखार नहीं है तो वह स्त्री चाहे जितना पानी पीती है परंतु पानी का रंग गाढ़ा पीला दिखाई दे तो यह संकेत लड़का होने का है।
8. मीठा खाने की इच्छा
अक्सर गर्भवती महिला के पेट में अगर लड़का है तो उसे मीठा खाने का अच्छा अधिक होती है।
9. भूख कम लगना
गर्भ में लड़का होने की स्थिति में प्रेग्नेंट मां को भूख कम लगती है जिमी चलाता है और उल्टियां होती हैं।
10. मुहासे निकलना
गर्भ के दौरान यदि स्त्री को मुंहासे निकलते हैं तो यह संकेत भी लड़का होने का होता है। इसके अलावा चिड़चिड़ापन बेचैनी जैसी चीजें होती है।
FAQ :
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निष्कर्ष
अल्ट्रासाउंड में लड़का होने की क्या पहचान है इस संबंध में यह देखा जाए तो जब तक अल्ट्रासाउंड नहीं करवाते हैं तब तक हमें किसी भी प्रकार के लिंग की जानकारी नहीं हो पाती है। हालांकि अल्ट्रासाउंड में लिंग का स्पष्टीकरण हो जाता है परंतु डॉक्टर की सलाह नहीं देते हैं।
लिंग जांच करवाना एक कानूनी अपराध है इसलिए कोई भी डॉक्टर लिंग जांच के लिए अल्ट्रासाउंड नहीं करवाता है बल्कि बच्चे की सही स्थिति और स्वास्थ्य की जानकारी के लिए अल्ट्रासाउंड के लिए लिखता है।
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