Garbh me ladka kab halchal karta hai : गर्भ में लड़के की हलचल जब भी कोई औरत जब मां बनती है तो खुशियां तमाम होती हैं ऐसे में गर्व का बच्चा जो जो बड़ा होता है घर परिवार और स्वयं मां उस बच्चे को लेकर बहुत ही सतर्क रहते हैं यहां तक की लोग यह भी अनुमान लगाना शुरू कर देते हैं कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है या लड़की है.
भले ही आज के समय में लोग अल्ट्रासाउंड के माध्यम से गर्व के लिंग का पता लगा लेते हैं लेकिन पुराने जमाने में कुछ ऐसे लक्षणों को देखकर यह पता लगाया जाता था कि गर्भ में बच्चा लड़की है अथवा लड़का है. हमारे यहां कुछ ऐसी महिलाएं होती थी जो गर्भ में पल रहे बच्चे की हलचल को देख कर ही बता देती थी कि इसके लड़का होगा या लड़की होगी दरअसल गर्भ में बच्चे की हलचल कहीं तक होने वाली संतान के लिंग का निर्धारण कर देती है.
गर्भ में बच्चे की हलचल देखकर पता किया जा सकता है कि गर्भ में पल रही संतान लड़की है या लड़का आइए हम इस विषय पर पूर्वजों के अनुभव को बताने का प्रयास कर रहे हैं.
गर्भ में लड़के की हलचल | Garbh me ladke ki halchal
हमारे पूर्वजों के अनुमान के आधार पर कहा जाता है कि गर्भ में पल रही संतान अगर लड़का है तो देर से हलचल करेगा अर्थात गर्भाशय के अंदर लड़के का हलचल लगभग 4 महीने से 5 महीने के बीच में होता है.
अनुभव के आधार पर यह कहा जाता है कि गर्भ में पल रहा बच्चा अपनी जैविक क्रियाएं जग पांचवे महीने से प्रारंभ करता है तो होने वाली संतान लड़का ही होगी वहीं दूसरी तरफ यदि हलचल चौथे महीने में हो जाती है तो कहा जाता है कि होने वाली संतान पुत्री होगी.
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(लेकिन इस बात की सत्यता की गारेंटी हम नहीं लेते है क्योकि यह पुरानी मान्यताओं के आधार पर है)
गर्भ में बच्चे की हलचल कैसी होती है ?
यदि बात बच्चे की हलचल की जाए तो बच्चे गर्भ के अंदर किस प्रकार का मूवमेंट करेंगे कैसे जानेंगे कि बच्चा हलचल कर रहा है तो उसके अंतर्गत गर्भ में बच्चा हिचकियां लेता है हाथ पैरों से कुलांचे भरता है या फिर इधर उधर हिलता रहता है.
गर्भ के अंदर बच्चा अपने शरीर को इधर से उधर करता है चेहरे को हिलाता है अपने हाथों से चेहरे को छूने का प्रयास करता है इस प्रकार की हलचल गर्भ के अंदर बच्चा करता रहता है इससे मां को पता चलता है कि बच्चा गर्भ में हिल डुल रहा है।
गर्भ में बच्चा 17 महीने बाद हलचल शुरू कर देता है और जो जो गर्भ में बच्चा बड़ा होता है उसकी हलचल में कमी आती जाती है क्योंकि गर्भाशय के अंदर बच्चे को हिलने के लिए जगह कम हो जाती है विशेष तौर पर यह स्थिति 35 महीने बाद आती है।
गर्भ में हलचल सबसे ज्यादा कब होती है ?
यदि सबसे ज्यादा हलचल की बात की जाए तो 22 सप्ताह से लेकर 30 वे सप्ताह तक बच्चे में हलचल सबसे ज्यादा होती है क्योंकि इस दौरान बच्चा लगभग सभी अंगों से विकसित हो चुका होता है। जिससे वह अपने हाथ पैर हिलाने लगता है हिचकियां लेने लगता है पैरों से ठोकर मारता है जिससे कभी-कभी मां के गर्भ में दर्द भी उत्पन्न होता है।
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