चाय पीने के नुकसान | Chay pine ke nuksan : दोस्तों आप तो जानते ही होंगे की चाय एक विशेष प्रकार का पेय पदार्थ है जो अक्सर घरों, होटलों, रेस्टोरेंट तथा अन्य आम जगहों पर लोगों के द्वारा लिया जाता है। यह चाय की पत्तियों से प्राप्त होता है चाय का सबसे अधिक उत्पादन भारत में असम क्षेत्र में होता है।
चाय के पौधों से प्राप्त पत्तियों को तोड़कर दानेदार चाय बनाई जाती है जो हमारे घरों में होटलों में रेस्टोरेंट में प्रयोग की जाती है।
चाय एक विशेष प्रकार का पेय पदार्थ है जो अक्सर घरों होटलों रेस्टोरेंट तथा अन्य आम जगहों पर लोगों के द्वारा लिया जाता है। यह चाय की पत्तियों से प्राप्त होता है चाय का सबसे अधिक उत्पादन भारत में असम क्षेत्र में होता है।
चाय के पौधों से प्राप्त पत्तियों को तोड़कर दानेदार चाय बनाई जाती है जो हमारे घरों में होटलों में रेस्टोरेंट में प्रयोग की जाती है। असम के बागानों में उत्पन्न होने वाली चाय को आज मशीनों द्वारा तैयार करके विभिन्न प्रकार की कंपनियां बाजार में उपलब्ध करा रहे हैं इस चाय में विभिन्न प्रकार के केमिकल डालकर से सुगंधित और जायकेदार बनाया जाता है.
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चाय हमारी जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुकी है इसको सुबह से लेकर शाम तक कई बार प्रयोग करते हैं चाय हमारे मेहमानों के लिए सम्मान का प्रतीक होती जा रही है परंतु चाय से होने वाले विभिन्न प्रकार के फायदों के अलावा बहुत सारे नुकसान भी हैं. चाय के नुकसान क्या है ? व्यक्ति नहीं जानता है चाय हमारे लिए इतना कितना लाभ देती है या नुकसान करती है.
कहा जाता है कि चाय कैसा लिखा जाहिर है जो इंसान की जिंदगी में धीरे धीरे असर करता है और अंत में उसे कमजोर बना देती क्योंकि चाय में कुछ ऐसे अनावश्यक विषाक्त पदार्थ पाए जाते हैं जो शरीर में जाने के बाद बुरा असर डालते हैं जिससे हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली काफी प्रभावित हो जाती है.
कोई भी व्यक्ति चाय का अधिक शौकीन है चाय से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में जानना आवश्यक है. आइए इस आर्टिकल माध्यम से चाय से होने वाली समस्याओं के विषय में जानते हैं.
चाय कितने प्रकार की होती है ? | Chay kitne prakar ki hoti hai ?
सामान्य रूप से चाय दो प्रकार की होती है हमारे घरों होटलों तथा रेस्तरां में प्रयोग होने वाली चाय को सीटीसी (कट, टियर और कर्ल) चाय कहा जाता है तथा दूसरी प्राकृतिक चाय या ग्रीन टी कहा जाता है।
1. सी टी सी चाय
सी टी सी चाय को आम चाय कहा जाता हसि जो विभिन्न प्रकार की कंपनियों द्वारा ब्रांड के रूप में बेंचा जाता है।इस चाय को तोड़कर कर कर्ल किया जाता है जो दानो के रूप में तैयार होती है।
2. ग्रीन टी
यह चाय सीधे पत्तो को तोड़कर बनाई जाती है जो एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर और शरीर के लिए गुणकारी होती है।
3. हर्बल टी
हर्बल टी मैं तुलसी अश्वगंधा इलायची दालचीनी जैसी चीजें मिलाकर हर्बल टी तैयार की जाती है यह चाय सर्दी खांसी में काफी फायदेमंद होती है आम चाय से ज्यादा गुणकारी और फायदेमंद होती है।
चाय के अन्य प्रकार | chay ke any prakar
आज के दौर में किसी भी घर में या ऑफिस में कोई भी आता जाता है तो सबसे पहले उसके स्वागत के लिए चाय जरूर आती है। भरो या होटलों अथवा रेस्तरां में प्रयोग की जाने वाली चाय कई प्रकार की हो जाती है चाय के प्रकार कुछ इस प्रकार हैं :
1. ऑर्गेनिक टी
इस प्रकार की चाय में किसी भी प्रकार का कोई पेस्टीसाइड या केमिकल नहीं मिला होता है यह शरीर और स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छी होती है
2. वाइट टी
यह चाय चाय के पौधों की कोमल पत्तियों से तैयार किया जाता है इसने एंटीऑक्सीडेंट्स बहुत अधिक पाया जाता है इसका स्वाद काफी हल्का होता है इसमें कैफीन की मात्रा कम पाई जाती है
3. ब्लैक टी
आम चाय को जिसे सीटीसी चाय कहा जाता है उसमें बिना दूध या चीनी मिला कर बनाई जाती है यह चाय भी पीना स्वास्थ्य के लिए ठीक रहता है।
4. इंस्टेंट टी
इस प्रकार की चाय बैग में भर कर आती हैं. जैसे पानी में डालने के बाद चाय तैयार हो जाती है दरअसल इस चाय में एक प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट होता है जो एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल होती है
5. लेमन टी
बहुत से लोग चाय में नींबू मिलाकर पीते हैं इस चाय को ही ले मंडी कहा जाता है क्योंकि हमारा शरीर कुछ ऐसे एंटी-ऑक्सिडेंट्स को बॉडी एब्जॉर्ब नहीं करती है तो उसमें नीबू डालने अवशोषण क्षमता बढ़ जाती है। इसके अलावा भी कई प्रकार की चाय आज के दौर में पी जाती है जैसे आइस टी आदि।
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चाय में क्या पाया जाता है ? | Chay me kya paya jata hai ?
यूं तो सामान्य तौर पर चाय सभी लोग पीते रहते हैं कुछ लोग तो दिन में कई बार चाय पीते हैं तो कुछ लोग सुबह या शाम ही चाय का इस्तेमाल करते हैं। परंतु आपको क्या पता है कि चाय में क्या पाया जाता है जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक है या हानिकारक।
तो हम आपको बता दें कि चाय कैसा पेय पदार्थ है जिससे संपूर्ण दुनिया परिचित हैं परंतु चाय में क्या पाया जाता है यह भी जानना आवश्यक है दरअसल चाय में कई प्रकार के उन्मादी तत्व पाए जाते हैं जो इस प्रकार है :
1. कैफीन
चाय में पाया जाने वाला कैफ़ीन व्यक्ति को ऊर्जा प्रदान करता है जिससे शरीर में फुर्ती आ जाती है लेकिन यह एक ऐसा घातक तत्व है जो व्यक्ति को चाय का आदि बना देता है अर्थात कैफ़ीन व्यक्ति में बेचैनी सिर दर्द थकान महसूस कराने लगता है जिससे कोई भी व्यक्ति एक जाए ना पिए तो उसे सर दर्द महसूस होने लगता है।
अधिक चाय पीने वाले लोगों ने कैफीन के कारण बेचैनी,अधिक पसीना आना और धड़कन तेज होना जैसी समस्या दिखाई देती है
2. टेनिन : tannins
चाय पीने से चाय में पाए जाने वाले ट्रेनिंग व्यक्ति में ताजगी के साथ साथ थोड़ी देर में थकान भी महसूस करा देता है यह हमारे पाचन तंत्र पर बुरा असर डालता है जिसकी वजह से व्यक्ति को अपच की बीमारी हो जाती है
3. एमिनो एसिड्स : amino acids
चाइनीस कुछ ऐसे अमीनो : एसिड पाए जाते हैं जिससे चाय पीने के बाद व्यक्ति का दिमाग काफी चैतन्य और शांत रहता है यह सब एल-थियेनाइन नामक एमिनो एसिड के कारण होता है ।
4. फ्लोराइड : fluoride
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चाय में फ्लोराइड तत्व भी पाया जाता है इसीलिए अधिक चाय पीने वाले व्यक्तियों की हड्डियां कमजोर हो जाती है क्योंकि फ्लोराइड हड्डियों पर बुरा असर डालता है जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती है
5. फायटोकेमिकल्स : phytochemicals
चाय में मौजूद फायटोकेमिकल्स शरीर में उपस्थित जैविक घड़ी को अनियंत्रित कर देता है जिससे व्यक्ति को चाय पीने के बाद नींद आना प्रारंभ हो जाती है। चाय में पाया जाने वाला ऑक्सलेट्स किडनी में पथरी का निर्माण करता है जिससे व्यक्ति को काफी तकलीफ होती हैं ।
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चाय पीने के नुकसान | Chay pine ke nuksan
मौसम चाहे गर्मी का हो या सर्दी का अथवा कोई भी चाय पीना आदमी की आदत सी बन गई है आज तो चाय का चलन कुछ इस प्रकार को है कि लोग चारपाई से उठते ही बिना अंजनिया दातुन किए हैं चाय पीते रहते हैं और बहुत से लोग दिन में कई बार चाय पीते रहते हैं यहां तक कि चाय पीने के साथ वे खाना तक भी नहीं खाना पसंद करते हैं.
परंतु क्या पता है कि चाय से हमें क्या क्या नुकसान हो सकते हैं क्योंकि चाय में कुछ ऐसे अनावश्यक उन्मादी तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं आइए हम जानते हैं कि चाय पीने से कौन-कौन से नुकसान हो सकते हैं
1. नींद न आना
वैसे तो चाय कई प्रकार की लोग पीते हैं परंतु दूध वाली चाय शरीर और स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक नुकसानदायक होती हैं क्योंकि चाय में पाए जाने वाला कैफ़ीन अनिद्रा जैसी बीमारी उत्पन्न कर देता है.
कहा जाता है कि चाय एक मीठा जहर है यह धीरे-धीरे असर करता है। यदि आप दिन में कई बार चाय पीते हैं तो निश्चित रूप से अनिद्रा का शिकार हो सकते हैं।
लेकिन अधिक चाय पीने से मस्तिष्क की कोशिकाओं रसायनों का संतुलन बिगड़ जाता है जिससे तनाव और चिंता उत्पन्न होती हैं।
3. अपच और कब्ज उत्पन्न करती है.
चाय में उपस्थित कैफीन और थियोफिलिन नामक रसायन पाए जाते हैं जो शरीर में गति को बढ़ाने में मदद करता है तथा किसी भी प्रकार की टॉक्सिन को साफ करता है आपका दिमाग और मांस पेशियों को संचालित करता है.
साथ ही रक्त प्रवाह को भी सुधार देता है परंतु थियोफिलिन नामक रसायन होने के कारण कब्ज और अपच हो जाता है जिससे व्यक्ति को पेट संबंधी विकार उत्पन्न हो जाता है।
4. उच्च और निम्न रक्तचाप
अधिक चाय पीने से शरीर के रक्त प्रवाह में असंतुलन हो जाता है जिसके कारण व्यक्ति में रक्तचाप की बीमारी उत्पन्न हो जाती है चाय हालांकि तंत्रिका तंत्र को एक्टिव करता है और प्रतिरक्षा तंत्र को भी मजबूत बनाता है लेकिन अधिक सेवन करने से रक्तचाप की बीमारी उत्पन्न हो जाती है खास तौर पर व्यक्ति को निम्न रक्तचाप की समस्या अधिक होती है।
5. गर्भपात की समस्या
चाय शरीर की मांसपेशियों को आराम है देती है दिमाग को शांत और रक्त प्रवाह को बढ़ाती है तथा शरीर के विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर करने में मदद करती हैं परंतु कोई गर्भवती महिला यदि चाय का सेवन अधिक करती है तो रक्त प्रवाह बढ़ जाने के कारण गर्भपात की संभावना अधिक हो जाती है.
अतः गर्भ धारण करने के बाद गर्भवती महिलाओं को चाय पीने से बचना चाहिए।
6. कील मुहासे होने की संभावना
चाय अधिक पीने से शरीर में पिंपल से की समस्या उत्पन्न हो सकती है क्योंकि अधिक चाय पीने से शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है जिससे शरीर के रसायन असंतुलित हो जाते हैं और शरीर के विभिन्न भागों में पिंपल्स की समस्या उत्पन्न होती है।
7. गठिया की समस्या
अधिक चाय पीने से शरीर में यूरिक एसिड अधिक बनता है जिससे गठिया की शिकायत हो जाती है।
8. कैंसर की संभावना
प्लास्टिक के कप में चाय अधिक पीने से मेट्रो सोमिन की अधिकता हो जाती है जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
9. हॉर्मोनल बदलाव
प्लास्टिक के कपों में चाय पीने से मैट्रो सोमिन, बिस्फिनॉल ए और बर्ड इथाइल डेक्सिन उत्पन्न हो जाते है जिससे शरीर में हार्मोनल बदलाव हो जाता है।
10. लिवर और किडनी डैमेज
चाय अधिक पीने से किडनी और लीवर खराब हो जाते है जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
11. बच्चों पर चाय का प्रभाव
दूध से बने चाय लोंगो पर बुरा असर डालने के साथ साथ बच्चों पर भी बहुत असर डालती है।यदि बच्चे चाय पीते है तो उनकी हड्डियों, मांशपेशियों और शरीर के अन्य भागों पर भी असर पड़ता है।
12. हर्ट बर्न की समस्या
चाय व्यक्ति को जितना आराम देती है उससे कहीं ज्यादा नुकसान भी करती है यदि आप अधिक चाय पीते हैं तो दिल की बीमारी होती हैं और दिल की धड़कन बढ़ जाती है व हर्टबर्न की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
13. कमजोरी और चक्कर आना
14. एंटीबायोटिक औषधियों पर बुरा असर डालती है.
अधिक चाय का एंटीबायोटिक औषधियों पर बुरा असर पड़ता है अर्थात यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य समस्या के लिए एंटीबायोटिक औषधियां खाता है तो चाय उसके असर को नष्ट कर देती है।
15. प्रोटीन और आयरन की कमी हो जाती है.
चाय में टेनिन पाया जाता है जो शरीर में उपस्थित आयरन और प्रोटीन को अवशोषित करके उसकी क्षमता को कम कर देता है जिससे शरीर में प्रोटीन और आयरन की कमी हो जाती है तथा व्यक्ति को एनीमिया जैसी बीमारी की संभावना बढ़ जाती है।
आज के दौर में व्यक्ति के अंदर बहुत सी बीमारियों का गढ़ बन गया है परंतु उसे यह नहीं पता है की इन बीमारियों के पीछे वजह क्या है यदि कोई भी व्यक्ति यह जानना चाहता है कि चाय पीने के नुकसान क्या है तो याद रखें मैंने यहां पर 15 नुकसानों के बारे में बताया है.
इसी तरह की शरीर में अन्य बहुत से 80 नुकसान होते हैं।जैसे खून की कमी, प्रजनन क्षमता में कमी, मांसपेशियों में कमजोरी, हड्डियों, पसलियों तथा अन्य शरीर के नाजुक संवेदनशील अंगों पर अधिक चाय पीने का प्रभाव पड़ता है।
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