Pet ke dard se rahat pane ke gharelu upay kya hai ? अनियमित जीवनशैली भागदौड़ की जिंदगी में लोगों की दिनचर्या में बदलाव के कारण शारीरिक समस्याएं आम समस्याएं बन गई हैं इनका असर इतना ज्यादा पड़ता है कि व्यक्ति के संपूर्ण शरीर के साथ-साथ आंतरिक समस्याएं पेट दर्द लिवर किडनी आदि की समस्याएं होती जा रही हैं।
अधिक देर तक काम करने तथा समय अभाव के कारण लोग बाहर का जंक फूड फास्ट फूड अधिक सेवन करते हैं और सही तरीके से नींद भी नहीं पूरा हो पाती है जिसकी वजह से पेट की बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न हो जाते हैं ऐसी समस्याएं जिनके कारण पेट में अक्सर दर्द बना रहता है।
प्रभावित जीवन शैली से और दिन भर के अनावश्यक खानपान की वजह से पेट संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं ऐसे में इनका इलाज करना आवश्यक हो जाता है। यदि किसी भी प्रकार से पेट की समस्या है तो इसके पीछे कारण क्या हो सकते हैं तथा इनके पैसे इलाज किया जाए इस विषय पर हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे और यह सबसे पहले पेट संबंधी समस्याओं के कारण जानते हैं.
पेट दर्द के सामान्य कारण क्या हैं ? | Home Remedy for Stomach Pain
1. ज्यादा भोजन करने से
किसी भी दिन यदि अधिक भोजन कर लिया जाता है तो सामान्य रूप से पेट में दर्द उत्पन्न हो जाता है जिससे एक या 2 दिन समस्या रहती है। समस्या सामान्य रहती है परंतु किसी भी प्रकार की लापरवाही समस्या को असामान्य भी कर सकती है।
2. ज्यादा तेल वाला भोजन करने से
कभी-कभी या त्योहारों के उपलक्ष्य में मिर्च मसाला युक्त तैलीय भोजन घरों में सामान्य रूप से बनता है इस प्रकार का भोजन खाने से पेट दर्द उत्पन्न हो सकता है हालांकि अभी दर्द की कोई बहुत अधिक दिक्कत वाले नहीं होते हैं फिर भी एक-दो दिन में दर्द की वजह से परेशानी होती है.
3. गंदा पानी पीने से
गंदा पानी पीने से या बाहर का पानी पीने से पेट दर्द की समस्या सामान्य होती है कभी-कभी खाली पेट पानी पी लेने से भी पेट दर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
4. बाहर का खाना खाने से
बाहर का खाना जैसे पिज्जा बर्गर समोसा आदि से भी पेट दर्द की समस्या होती है इस तरह का भोजन काफी गरिष्ठ होता है इसलिए पेट दर्द हो सकता है।
5. बासी खाना खाने से
घर में बची हुई बासी खाने को सेवन करने से पेट में दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है क्योंकि बासी खाना गरिष्ठ भोजन की तरह हो जाता है जिससे पचने में देर लगती है।
6. महिलाओं में मासिक स्राव के समय
महिलाओं को पेट दर्द की समस्या सामान्य रूप से मासिक की वजह से होती है प्रारंभ होने के समय आता है तो एक या 2 दिन पेट में दर्द बन जाता है।
7. संक्रमिक भोजन खाने से
बहुत से लोग कभी-कभी बाहर का भोजन खाते हैं तुम फूड प्वाइजनिंग की समस्या बन जाती है जिसकी वजह से पेट दर्द होने लगता है हालांकि फूड प्वाइजनिंग गंभीर हो सकती है।
8. भोजन खाने के बाद भारी कार्य करने से
खाने के बाद तुरंत भारी-भरकम कार्य नहीं करना चाहिए परंतु कभी-कभी कुछ लोग खाना खाने के तुरंत बाद कोई ना कोई भारी-भरकम कार्य करने लगते हैं या फिर तेज दौड़ने लगते हैं तो ऐसे ही पेट दर्द की समस्या हो जाती है।
9. अंकुरित दालों को ज्यादा खाने से
बहुत से लोग सवेरे सवेरे नाश्ते के रूप में अंकुरित दानों का प्रयोग अधिक कहते हैं कभी-कभी अंकुरित दाने पेट के लिए समस्या बन जाते हैं।
10. सूखा माँस खाने से
किसी प्रकार का माँस अच्छे से पका हुआ नहीं है तो ऐसे मांस को खाने से पेट दर्द की समस्या आम हो जाती है। आज पक्का या कच्चा मांस अपाच्य होता है जो पेट में आसानी से नहीं पचता है जिसकी वजह से पेट में अचानक तेज दर्द होने लगता है।
पेट दर्द के अन्य कौन से कारण हैं ? | Home Remedy for Stomach Pain
पेट दर्द के सामान्य कारणों के अलावा कुछ ऐसे विशेष कारण बनते हैं जिसकी वजह से पेट सामान्य दर्द से अधिक दर्द के रूप में बन जाता है कुछ ऐसे दर्द होते हैं जो कई साल के लिए या जीवन पर्यंत बन जाते हैं।
1. इरिटेबल बॉवल सिन्ड्रोम (आई.बी.एस.)
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम एक प्रकार से आंख की बीमारी है जो बड़ी आत को प्रभावित करती है और पेट में दर्द के साथ सूजन गैस कब्ज और डायरिया बना देती है इस बीमारी से व्यक्ति के पेट में ऐठन के साथ दर्द होता है।
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम बीमारी खानपान जीवन शैली और तनाव आज के कारण उत्पन्न होती है जिससे कभी-कभी कैंसर का खतरा बन जाता है। इस बीमारी के होने के बाद पीड़ित व्यक्ति को बहुत सी परेशानियों से गुजरना पड़ता है .
इस बीमारी में इलाज के दौरान यह देखा जाता है कि कौन सा अंग प्रभावित हुआ है सामान्य रूप से यह परेशानी महिलाओं को अधिक होती है।
2. गैस समस्या (गैस्ट्रिक प्रॉबल्म)
अधिकांश व्यक्तियों को हाइपर एसिडिटी या गैस की समस्या होती रहती है अत्यधिक फास्ट फूड जंक फूड और तैलीय भोजन खाने से गैस की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसकी वजह से पेट में अत्यधिक दर्द बना रहता है और व्यक्ति को भूख भी कम लगने लगती है।
3. गॉल स्टोन
बहुत से व्यक्तियों के गाल ब्लैडर में पथरी बन जाती है इस पथरी के कारण व्यक्ति के पेट में अचानक भयंकर दर्द उत्पन्न होता है साथ में उल्टी घबराहट और बेहोशी तक उत्पन्न हो जाती है इस बीमारी से पेट दर्द इतना अधिक होता है कि व्यक्ति अत्यधिक परेशान हो जाता है।
4. किडनी स्टोन
बहुत से व्यक्तियों को किडनी में पथरी की समस्या हो जाती हैं जिसकी वजह से पेट में दर्द भयानक बना रहता है किडनी में होने वाली पथरी के कारण कभी-कभी पेट में बहुत ही तेज दर्द होता है तथा कभी-कभी बिल्कुल नहीं होता है.
ऐसे में देखते को किडनी की पथरी का इलाज न किया गया तो समस्या और गंभीर होती जाती है जिससे कभी कभी किडनी नष्ट होने का खतरा बन जाता है।
5. हरनिया
हर्निया के कारण देख के पेट में दर्द अधिक होता है और जब तक इसका सही से इलाज नहीं किया जाता है तब तक पेट में दर्द हमेशा बना रहता है। कभी कभी हार निया अपने स्थान से खिसक जाती है तब व्यक्ति को बहुत भयंकर दर्द होता है जो एक असहनीय दर्द बन जाता है ऐसे में हर्निया का ऑपरेशन करना पड़ जाता है।
6. एसीडिटी
एसिडिटी एक आम समस्या होती जा रही है व्यक्ति की व्यस्त जिंदगी के कारण खानपान को सही से ध्यान नहीं दे पाता है दिनभर अनावश्यक रूप से फास्ट फूड जंक फूड या तैलीय भोजन का प्रयोग अधिक करता है तो एसिडिटी की समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण हमेशा पेट दर्द बना रहता है .
या फिर जो लोग दिन भर काम बैठकर काम करते रहते हैं उनको भी एसिडिटी की समस्या देखे थे एसिडिटी में हल्का हल्का दर्द हमेशा बना रहता है।
7. इन्टेसटाइनल ओब्स्ट्रकसन
समस्त खाद्य पदार्थ हमारी आहार नाल से होकर गुजरते हैं जो अंत में बड़ी आत में कट्ठा होकर मलाशय के माध्यम से बाहर निकल जाता है इस दौरान बड़ी आँत में ठोस भोजन यदि नहीं पच नहीं पाता है तू बड़ी आत में समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण पेट दर्द अधिक होता है .
बड़ी आत ही हमारे सभी प्रकार के भोजन को अलग-अलग करके पदार्थों का उत्सर्जन कर देती है यदि किसी भी प्रकार की रुकावट आ जाती है तो किसी भी प्रकार का घातक रोग उत्पन्न हो जाता है जिससे पेट दर्द बना रहता है।
8. आत्रपुच्छ शोथ
बड़ी याद में पाई जाने वाली अपेंडिक्स यदि बढ़ जाती है तो पेट में अचानक दर्द प्रारंभ हो जाता है ऐसे में अपेंडिक्स को ऑपरेशन करके बाहर निकलवाना पड़ता है यदि इसे बाहर न किया गया तो हमेशा पेट में दर्द बना रहता है जो कभी भी किसी बड़ी समस्या का कारण बन सकती है।
9. यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
शरीर का समस्त प्रकार का अपवर्जन पदार्थ जो तरल के रूप में होता है वह हमारा यूरिनरी ब्लैडर से होकर बाहर निकल जाता है यदि इसमें किसी भी प्रकार की रुकावट आती है तो एक गंभीर समस्या बन जाती है और हमेशा पेट दर्द बढ़ जाता है .
यूरिनरी ब्लैडर में समस्या होने पर किडनी की समस्या बढ़ जाती है जिससे कभी कभी पथरी भी बन जाती है यदि किसी भी प्रकार का ठोस पदार्थ यूरिनरी ब्लैडर में चला जाता है तो वह यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन बना देता है ऐसे में पेट दर्द की समस्या भयानक उत्पन्न हो जाती है।
10. वात पित्त दोष के कारण
व्यक्ति के शरीर में कभी-कभी असंतुलित भोजन के कारण पाचन क्रिया प्रभावित हो जाती है जिसकी वजह से वात पित्त की समस्या उत्पन्न हो जाती है जब व्यक्ति के अंदर पित्त रस अधिक प्रभावित होने लगता है और वात बनना प्रारंभ हो जाता है तो ऐसे में पेट दर्द की समस्या उत्पन्न होती है।
वात दोष के कारण शरीर में पित्त और कफ अधिक बनने लगता है जिससे शरीर में जलन किडनी में दर्द अधिक प्यास लगती है जिमी चलाता है पेट रुक रुक कर दर्द महसूस कराता है जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है।
पेट दर्द होने के क्या लक्षण हैं ? Symptoms of abdominal pain
कभी भी किसी समय किसी भी प्रकार का पेट दर्द यदि होता है तो इसके निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं.
- जलन (burning Sensation)
- जब कभी पेट दर्द होता है तो कभी-कभी पेट में एक जलन महसूस होती है जिससे खट्टी डकार आना प्रारंभ हो जाती है।
- रुक-रुक कर पेट में दर्द होता रहता है (Pet Dard)
- पेट में गुड़गुड़ाहट (bloating) अधिक होती है।
- ज्यादा खट्टी डकार (Acidic belching) आना शुरू हो जाती हैं
- कभी-कभी बुखार आ जाता है।
- ज्यादा गैस बनना (Excess wind)
- उल्टी (Vomiting) जी मिचलाना
- पेट में सुई चुभोने जैसा दर्द होने लगता है
- पेट फूलना या भारी महसूस होना
- पेशाब त्यागते समय कभी-कभी पेट में दर्द होना
पेट दर्द से राहत पाने के क्या उपाय हैं ?
सामान्य प्रकार के पेट में दर्द को ठीक करने के लिए सबसे पहले व्यक्ति को अपनी जीवन शैली में बदलाव करना जरूरी होता है साथ ही विभिन्न प्रकार से किए जाने वाले खानपान को ध्यान में रखते हुए काम करना है .
यह किसी भी प्रकार के कार्य आप कर रहे हैं तो कार्य के दौरान अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए किसी भी प्रकार के पेट दर्द को ठीक करने के लिए कुछ उपाय यहां पर घरेलू नुक्से के साथ दिए जा रहे हैं।
1. पेट दर्द होने पर उचित आहार लें
पेट में दर्द होने पर व्यक्ति को तकलीफ होती है ऐसे में इन तकलीफ से बचने के लिए सबसे पहले व्यक्ति को अपना भोजन संतुलित कर लेना चाहिए .
पेट में किसी भी प्रकार का दर्द ना हो इसके लिए व्यक्ति को भोजन के रूप में दलिया मट्ठा पपीता अनार का जूस मूंग की दाल तथा अन्य किसी प्रकार के भोजन का सेवन करना चाहिए भोजन इस तरह से करना चाहिए कि सभी प्रकार से हल्का और सेहत के लिए अच्छा हो।
पेट दर्द की समस्या से बचने के लिए चाय काफी अधिक दूध वसा युक्त भोजन जैसे तेल घी आदि का सेवन कब करना चाहिए भोजन का सामंजस्य बहुत अच्छे से होना चाहिए जैसे यदि आपने दूध पिया है तो उसके साथ खट्टे चीजों का सेवन ना करें.
अत्यधिक भारी भोजन नहीं लेना चाहिए खीरा ककड़ी बेसन के बने सामान पालक की सब्जी अरहर की दाल पेट दर्द होने पर नहीं लेना चाहिए
2. पेट दर्द होने पर जीवनशैली में निम्न बदलाव करें
पेट दर्द के साथ-साथ अन्य समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति को अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करने आवश्यक होते हैं जो इस प्रकार है.
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सुबह पानी पिए
पेट दर्द या अन्य पेट की समस्याओं से बचने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन सुबह उठकर खाली पेट एक या दो गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए हो सके तो एक या दो गिलास गर्म पानी का सेवन करना चाहिए।
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तैलीय भोजन न करें
पेट दर्द जैसी समस्या से बचने के लिए व्यक्ति को तैलीय चीजें समोसा पकोड़े दालमोठ आदि से बचना चाहिए इसके अलावा मैदा बेसन से बनी चीजें कम खानी चाहिए तथा चाय काफी का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए
देखते को पर प्रतिदिन समय से मल त्याग के साथ-साथ अन्य दैनिक कार्य समय से करना चाहिए।
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व्यायाम करें
अपने पेट में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए व्यक्ति को प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा व्यायाम भी करना बहुत जरूरी होता है।
ध्यान रहे कि व्यायाम करने के तुरंत बाद कभी भी पानी नहीं थी तथा रात में हमेशा रेशेदार सब्जी जैसे लौकी तोरई परवल खाना चाहिए शाम के भोजन में कभी भी तैलीय भोजन मिर्च मसाला वाला भोजन नहीं खाना चाहिए। व्यायाम शारीरिक समस्याओं का एक सर्वोत्तम उपाय है.
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रात में ज्यादा देर तक न जागें
देर रात तक जागने से पेट में वात दोष असंतुलित हो जाता है जिसकी वजह से पेट में एसिडिटी गैस बनना प्रारंभ हो जाती है और पेट दर्द के साथ-साथ सीने में दर्द भी होने लगता है.
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रात का खाना जल्दी खाएं
रात्रि का भोजन शाम के 7:00 बजे से 9:00 बजे के बीच तक निश्चित रूप से कर लेना चाहिए अधिक देर से खाना खाने की वजह से पाचन प्रणाली असंतुलित हो जाती है जिसकी वजह से पेट दर्द बन जाता है।
यदि भोजन जल्दी से कर लिया जाता है तो उसे पचने के लिए समय मिल जाता है जिससे किसी भी प्रकार की एसिडिटी या गैस की समस्या नहीं होती है।
पेट का दर्द के घरेलू उपाय क्या हैं ?
किसी भी व्यक्ति या बच्चे के पेट दर्द से निजात पाने के लिए हमारे घरों में बहुत से ऐसी चीजें उपलब्ध होती है जिनका सेवन करने से सामान्य पेट दर्द की समस्या ठीक हो जाती है .
हमारी रसोई में प्रयोग किए जाने वाले बहुत से मसाले भी हमारे सामान्य पेट दर्द को ठीक कर देते हैं आइए हम जानते हैं कि हमारे घरों में पाए जाने वाली कुछ फायदेमंद सामग्री कौन कौन सी है।
1. रसपीपरी
रस पीपरी बच्चों के पेट दर्द के लिए रामबाण इलाज है किसी भी बच्चे के पेट में दर्द होने पर एक या दो गोली बनाकर शहद या जायफल के साथ पीस कर देने पर बच्चों को फायदा मिलता है इसे बच्चों को 2 या 3 बार देने से बच्चों के पेट के अंदर गैस बुखार उल्टी जैसी समस्या समाप्त हो जाती है
2. हींग
किसी भी व्यक्ति के पेट में गैस जैसी समस्या से पेट दर्द होता है तो एक चुटकी हींग को गर्म पानी के साथ या ठंडे पानी के साथ पीने से पेट दर्द जल्दी ठीक हो जाता है।
3. जायफल और नींबू
बच्चों के पेट दर्द में आराम दिलाने के लिए जायफल और नींबू के रस को मिलाकर बच्चे को चटाने से दर्द और गैस जैसी समस्या समाप्त होकर आराम देता है
4. काला नमक
काला नमक, सोंठ, हिंग, यवक्षार, अजवायन इन सभी को समान भाग में मिलाकर चूर्ण को सुबह शाम एक चम्मच खाने से पेट की ऐंठन गुड़गुड़ाहट जैसी समस्या समाप्त हो जाती है।
5. दशमूलारिष्ट
दशमूलारिष्ट मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध होता है इसे प्रतिदिन लगभग 2 से 4 चम्मच और दो से चार चम्मच पानी के साथ पीने से सामान्य के की समस्या आसानी से खत्म हो जाती है।
6. अजवाइन
गैस एसिडिटी जैसी समस्या से उत्पन्न पेट दर्द को ठीक करने के लिए अजवाइन का चूर्ण और सोंठ का चूर्ण पीसकर गुनगुने पानी के साथ खाली पेट या नाश्ते के बाद लेने से पेट दर्द ठीक हो जाता है और भूख भी बढ़ जाती है।
7. हरड़
हरड़ के साथ काला नमक अजवाइन पिप्पली हाथी को पीसकर अच्छी तरह से चूर्ण बना लें और इसे सुबह शाम गर्म पानी के साथ खाना खाने के बाद सेवन करने से एसिडिटी और गैस की समस्या समाप्त हो जाती है और कब्ज भी समाप्त हो जाती है जिससे पेट दर्द दूर हो जाता है।
8. पुदीना
गर्मी के मौसम में अक्सर पेट दर्द की समस्या बनी रहती है इस दौरान पुदीना का जूस चीनी के साथ पीने से पेट दर्द ठीक हो जाता है इसके अलावा पुदीना को दो चम्मच शहद और नींबू के रस में घोलकर ताजे पानी के साथ खाने से भी पेट दर्द ठीक हो जाता है।
9. सूखी अदरक
अदरक काली मिर्च किंग और सेंधा नमक को बराबर मात्रा में पीसकर पेस्ट बना ले और इससे नाथ के चारों ओर गीले आटे की कटोरी जैसी बना कर नाक के चारों लगाने से पेट दर्द मैं आराम मिलता है.
इसके अलावा हल्के गुनगुने पानी में घोलकर एक दो बूंद नाभि के अंदर डालने से भी पेट दर्द ठीक हो जाता है।
10. लहसुन का रस
पेट दर्द में लहसुन का रस सादे पानी के साथ पीने से पेट की गैस और अन्य सामान्य पेट दर्द की समस्याएं बहुत जल्दी ठीक हो जाए इसके अलावा भुना हुआ लहसुन खाने से भी पेट की गैस जैसी समस्या समाप्त हो जाती है।
11. काली मिर्च और नींबू
लगभग 5 मिली नींबू का रस और 5 नग काली मिर्च को 1 ग्राम सोंठ के चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर गर्म पानी के साथ सुबह शाम खाने से पेट दर्द और उल्टी जैसी समस्या से आराम मिलता है।
12. अकर्करा के फायदे
अकर्करा एक शक्तिवर्धक पौधा है इसका सेवन करने से कामेच्छा में वृद्धि होती तथा छोटे बच्चों को यदि खांसी की वजह से पेट दर्द होता है तो उनको खिलाने से खांसी की समस्या समाप्त हो जाती है और पेट दर्द भी नहीं होता है।
पेट दर्द दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय | Ayurvedic remedies of Stomach pain
आयुर्वेदिक औषधियों में 100 ग्राम अविपत्तिकर चूर्ण, 20 ग्राम कामदुधा रस और 10 ग्राम मुक्ताशुक्तिचूर्ण को बराबर मात्रा में 1/2 मिलाकर प्रतिदिन गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
1. हिंगावाष्टक चूर्ण
आयुर्वेदिक औषधियों में हिंग्वाष्टक चूर्ण को सुबह शाम खाना खाने के बाद गर्म पानी के साथ लेने से पेट का दर्द या पेट फूलने जैसी समस्याएं समाप्त होती है
2. पंचसकार चूर्ण
यह चूर्ण भी मेडिकल स्टोर पर आसानी से उपलब्ध है इस फिल्म को भी प्रतिदिन खाना खाने के बाद एक चम्मच गुनगुने पानी के साथ खाने से पेट का भारीपन जैसी समस्या से निजात मिलती है।