पेशाब से बवासीर का इलाज Peshab se bawaseer ka ilaj : दोस्तों हिंदू सनातन धर्म में गाय का बहुत बड़ा महत्व है और गाय के मूत्र से तमाम तरह की बीमारियों को ठीक करने का दावा किया जाता है ऐसे में क्या पेशाब से बवासीर का इलाज करना संभव है यहां पर गाय के पेशाब से बवासीर के इलाज का भी दावा किया जाता है लेकिन गाय का पेशाब धार्मिकता के आधार पर कितना सही है कितना गलत है और इससे बवासीर का इलाज संभव है कि नहीं है.
आइए हम आज आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने का प्रयास कर रहे हैं। दोस्तों कहीं ना कहीं हमारे देश में गाय के मूत्र का प्रयोग बड़े पैमाने पर रोगों के इलाज के लिए किया जा रहा है यहां तक कि कैंसर जैसी घातक बीमारी में भी गोमूत्र का बहुत बड़ा योगदान दिखाया गया है और कुछ लोगों में गोमूत्र के माध्यम से कैंसर को ठीक भी किया गया है। भारत के बहुत बड़े विशेषज्ञ राजीव दीक्षित जी ने भी गोमूत्र से कैंसर जैसी घातक बीमारी को दूर करने का दावा किया था और कई सारे लोगों पर रिसर्च करने के बाद उन्हें ठीक भी किया है।
ऐसे में गोमूत्र पर भरोसा करना लोगों का जायज है और इससे बवासीर या पाइल्स जैसी समस्या को भी जड़ से खत्म करने के लिए प्रयोग किया जाता है बताया जाता है कि अगर गोमूत्र को शुद्ध करके पिया जाता है तो शरीर में कई बीमारियों के साथ बवासीर का इलाज भी हो जाता है इसके अलावा गोमूत्र को पाइल्स में लगाने की भी सलाह दी जाती है।
पेशाब से बवासीर का इलाज | Peshab se bawaseer ka ilaj
विज्ञान इस बात को मानने को तैयार नहीं है कि पेशाब से बवासीर का इलाज किया जा सकता है यहां तक कि कई लोग स्वयं का पेशाब भी बवासीर के इलाज के लिए प्रयोग करते हैं और गोमूत्र को भी बवासीर के इलाज के लिए प्रयोग कर रहे हैं परंतु विज्ञान कहती है कि गोमूत्र से तेज बवासीर का इलाज करना संभव नहीं है बल्कि अन्य कई सारी बीमारियों को आमंत्रण देना है।
वास्तव में बवासीर मनुष्य की गुदा में नसों की सूजन की वजह से होता है गुदाद्वार की नसीब मस्सों के रूप में फूल जाती हैं कभी कभी यह नसीब फूल कर रक्तस्राव भी करती हैं जिसे खूनी बवासीर कहा जाता है। ऐसी स्थिति में यदि कोई भी व्यक्ति चाहे अपना पेशाब या गाय का पेशाब लगाता है या पीता है तो उसके अंदर संक्रमण होने की संभावना अधिक हो जाती है ऐसी स्थिति में पेशाब से बवासीर का इलाज संभव नहीं है।
पेशाब में कई प्रकार के अपवर्ज्य पदार्थ यूरिक एसिड होते हैं जो अमोनिया युक्त हानिकारक पदार्थ होते हैं ऐसे में जब हम बवासीर में पेशाब लगाते हैं तो कई प्रकार के इंफेक्शन फैलने के डर अधिक हो जाते हैं इसीलिए कहा जा सकता है कि पेशाब से बवासीर का इलाज इतना आसान नहीं है जितना लोग समझते हैं सामान्य रूप से पेशाब से बवासीर को ठीक नहीं किया जा सकता है।
पेशाब से बवासीर का इलाज करने का नुकसान | Peshab se bawasir ka ilaj karne ka nuksan
दोस्तों अगर आप गोमूत्र या मनुष्य के पेशाब से बवासीर का इलाज कर रहे हैं तो आपको बता चुका हूं कि पेशाब से बवासीर का इलाज संभव नहीं है ऐसे में कुछ पेशाब से परेशानियां बढ़ सकती हैं आइए हम जानते हैं कि पेशाब से कौन-कौन सी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जो हमारे लिए भारी नुकसान हो सकता है।
1. संक्रमण की समस्या
दोस्तों अगर आप बवासीर का इलाज पेशाब से करना चाहते हैं तो आपको इसकी सलाह नहीं दी जा सकती है क्योंकि पेशाब में कई तरह के हानिकारक पदार्थ होते हैं जो जो बवासीर के मस्सों पर इंफेक्शन फैला सकते हैं जिसकी वजह से आपको गुदाद्वार में कई प्रकार का संक्रमण होने से समस्याएं और अधिक गंभीर हो जाएंगी।
2. किडनी की समस्या
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दोस्तों यह हमें पता है कि हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा किडनी है जो संपूर्ण शरीर के व्यर्थ पदार्थों को साफ करके बाहर निकाल देता है ऐसे में अगर हम गौमूत्र या स्वयं का मूत्र पीते या मस्सा पर लगाते हैं तो किडनी नष्ट हो सकती है.
क्योंकि जहां किडनी हमारे शरीर से यूरिक एसिड निकाल कर बाहर करती है वही हमारे शरीर में यूरिन की मात्रा बढ़ जाएगी जिसकी वजह से किडनी बुलेट को साफ नहीं कर पाती है और सीधे किडनी ही खराब हो जाती है जो एक बड़ी समस्या का रूप धारण कर लेगी।
3. कब्ज और अपच की समस्या
गोमूत्र या स्वयं का पेशाब पीने या प्रयोग करने से कब्ज और एसिडिटी की समस्या अधिक बन सकती है क्योंकि बवासीर की वजह से व्यक्ति को पहले से ही आपस और कब्ज गैस की समस्या बनी रहती है जिसकी जैसी बवासीर जैसी समस्या उत्पन्न होती है। ऐसी स्थिति में अगर आप के साथ का प्रयोग करते हैं तो यह समझते हैं आपके लिए भारी नुकसान कर सकती है।
बवासीर क्या है ?
बवासीर गुर्दा में होने वाली एक बीमारी है जो गुदा की मांसपेशियों में सूजन उत्पन्न कर देती है जिसकी वजह से मल त्यागने में कष्ट होने लगता है। यह बीमारी महिला और पुरुष लड़का और लड़की किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकती है प्रमुख रूप से बवासीर की शिकायत 35 से 40 साल बाद वह भरकर ज्यादा कष्ट देती है।
बवासीर की समस्या होने पर व्यक्ति को मल त्यागने में असहनीय दर्द होता है क्योंकि गुदाद्वार के पास छोटे-छोटे मस्से भूल जाते हैं और मल निकलने में दिक्कत पैदा करते हैं, प्रमुख रूप से बवासीर दो प्रकार का देखा जाता है जिसमें एक बवासीर खूनी होता है तो दूसरा बादी कहा जाता है खूनी बवासीर ज्यादा तकलीफ देता है क्योंकि मल त्याग के समय मस्सों से काफी मात्रा में खून निकलता रहता है.
जिसकी वजह से व्यक्ति के अंडरवियर में भी खून के दाग लग जाते हैं यह एक गंभीर समस्या है। बादी बवासीर में गोदा के पास मस्से फूल जाते हैं और कभी-कभी कांटो के समान चुभते रहते हैं साथ ही जलन खुजली बेचैनी जैसी समस्या भी होती है क्योंकि मस्सों के फूल जाने से गुदाद्वार सकरा हो जाता है जिसकी वजह से मल त्यागने में कठिनाई होती है।
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कई बार बवासीर जैसी समस्या अनुवांशिक रूप बन जाती है जो लगातार एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में बनी रहती है बवासीर की समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है जो दिन भर खड़े रहते हैं या बैठे ही रहते हैं अथवा भारी-भरकम काम करते हैं।
बवासीर होने के कारण क्या है ?
किसी भी व्यक्ति में बवासीर होने का प्रमुख कारण कब्ज एसिडिटी होता है क्योंकि यह बात पित्त का रोग है जिसकी वजह से गुदाद्वार में मस्से बनते हैं और यही मस्से सूजन उत्पन्न कर देते हैं जिसकी वजह से व्यक्ति को समस्या उत्पन्न होती है।
बवासीर के लक्षण क्या है ?
बवासीर होने पर खुदा के पास गांठे बन जाती हैं जो फूल जाती हैं मल त्याग के समय पेट साफ नहीं होता है हमेशा मल त्यागने का एहसास बना रहता है साथ ही जलन और खून आने की समस्या बनती हैं। मल त्याग के समय विक्की को अधिक पीड़ा महसूस होती हैं और सही से मल त्याग नहीं हो पाता है. पेट में हमेशा गैस की समस्या बनी रहती है बवासीर के कारण गुदाद्वार पर लसलसापन बना रहता है.
बवासीर की समस्या के कारण म्यूकस बनने लगता है जो एक श्लेष्म के रूप में मल के साथ निकलता है, धीरे-धीरे मनुष्य के अंदर बवासीर भगंदर का रूप धारण कर लेता है जो काफी खतरनाक बन जाता है क्योंकि गुदाद्वार के आसपास छेद बन जाते हैं जिसकी वजह से खून बहने लगता है और यह धीरे-धीरे कैंसर बन जाता है. क्योंकि भगंदर होने पर मलद्वार से होता हुआ मल नली में चला जाता है।
बवासीर का इलाज क्या है ? | Bawasir ka ilaj kya hai ?
दोस्तों आज के समय में बवासीर की समस्या अधिकांश लोगों को हो गई है जिसको ठीक करने के लिए मेडिकल और आयुर्वेदिक उपाय उपलब्ध है हालांकि ज्यादातर लोग मेडिकल का सहारा नहीं लेते हैं बल्कि वह आयुर्वेदिक उपाय से बवासीर को ठीक करना चाहते हैं।
इन आयुर्वेदिक उपायों के अंतर्गत पेशाब से बवासीर का इलाज करने के लिए भी बात कही जाती हैं परंतु पेशाब से बवासीर का इलाज संभव नहीं है लेकिन कुछ अन्य उपाय हां पर दिए जा रहे हैं जिनसे आप बवासीर ठीक कर सकते हैं।
1. अरंडी का तेल पियें
दोस्तों लगभग ढाई सौ ग्राम दूध को उबालकर उसमें 10 से 15 ग्राम अरंडी का तेल में मिला लें और सोने से पहले इसे पी लें इससे कब्ज एसिडिटी जैसी समस्या खत्म हो जाएगी और बवासीर भी समाप्त हो जाएगा।
2. त्रिफला चूर्ण ले
दोस्तों 5 से 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण प्रतिदिन गर्म जल के साथ सोने से पहले खा लें इससे भी बवासीर की समस्या समाप्त हो जाती हैं
3. मदार का दूध
बवासीर को जड़ से खत्म करने के लिए मदार के दूध को केले के बीच में रखकर खाएं इससे आपका बवासीर ठीक हो सकता है। लगभग 1 इंच केला काट लें और उसी के अंदर दो-तीन बूंद मदार के दूध को रखें तथा बिना मुंह से कुचले निगल जाए।
4. कपूर
दोस्तों अगर आपको बवासीर की समस्या है तो कपूर के छोटे छोटे टुकड़े कर लें और इसको केले के बीचो बीच रखकर सीधे निगल जाए। यह उपाय आपको लगभग 7 से 15 दिन तक करना है फिर देखेंगे कि सात से पंद्रह दिन के अंदर बवासीर ठीक हो जाएगा।
5. नागदेव के पत्ते
दोस्तों बवासीर को ठीक करने के लिए नागदेव के पत्ते भी प्रयोग में लाए जाते हैं अगर आपको बवासीर खूनी या बादी किसी प्रकार का है तो आप उसे ठीक करने के लिए नागदेव के दो तीन पत्तों को पीसकर सुबह खाली पेट पी लें।
6. दूध और नींबू का रस पी ले
दोस्तों बहुत सिर को ठीक करने का यह एक बहुत ही अच्छा उपाय है आपको लगभग 100 ग्राम दूध लेना है और तीन कटोरियों में बराबर दूध रख लेना है। अब आप नींबू को काटकर एक कटोरी दूध में निचोड़ कर तुरंत पी जाएं इस तरह से प्रतिदिन 100 ग्राम दूध 3 बार नींबू के रस के साथ पीना है। आपका पुराने से पुराना बवासीर ठीक हो जाएगा.
FAQ :
बवासीर किसकी कमी से होता है ?
क्या गर्म पानी नहाने से बवासीर ठीक हो सकता है ?
बवासीर होने पर कैसे बैठे ?
निष्कर्ष
दोस्तों अगर आप पेशाब से बवासीर का इलाज करने जा रहे हैं तो यह ध्यान रहे कि पेशाब से बवासीर ठीक नहीं हो सकता है ऐसी स्थिति में आपको हमारे इस आर्टिकल में जो भी अन्य उपाय बताए गए हैं उनमें से आप कोई भी उपाय करके अपने बवासीर को अच्छी तरह से ठीक कर सकते हैं इसके अलावा अगर आपका बवासीर ठीक नहीं होता है तो मात्र एक ही सहारा इस का ऑपरेशन है।
हालांकि हमारे आसपास ऐसी बहुत सारी जड़ी बूटियां भी उपलब्ध हैं तथा बहुत से वैद्य लोग जड़ी बूटियों की माध्यम से बवासीर ठीक करने का दावा भी करते हैं और ठीक भी हो जाते हैं ऐसी स्थिति में आप जड़ी बूटियां प्रयोग कर सकते हैं जो आपको किसी वैद्य के पास मिल जाएंगी।
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