शुक्राणु की कमी के लक्षण shukranu ki kami ke lakshan : शुक्राणुओं की कमी के कारण अक्सर लोग निसंतानता का दंश झेलते हैं हालांकि कई बार लोग पत्नी को ही इसका जिम्मेदार ठहराते हैं परंतु अगर किसी को बच्चा नहीं हो रहा है तो इसका प्रमुख कारण केवल महिला नहीं होती है बल्कि पुरुष भी होता है।
कई बार देखा जाता है कि अगर कोई पुरुष संतान उत्पन्न करने में अक्षम हो तो यह कमी shukranu ki kami ke lakshan हैं। परंतु पुरुष अपनी जांच करवाने के बजाय महिला की जांच करवाता है क्योंकि लोग यह मानते हैं कि महिला में ही कमी है।
कई बार ऐसी विषम परिस्थितियां होती है जिसमें महिला ने ही अंडाणु की कमी दिखाई देती है जिसकी वजह से बांझपन आता है परंतु जांच करने पर पता चलता है कि कुछ पुरुषों में ही शुक्राणुओं की कमी के कारण संतान उत्पन्न नहीं होती है।
जब भी कभी किसी व्यक्ति को संतान नहीं हो पा रही है तो इस दौरान दोनों लोगों की जांच करवाना जरूरी है जिससे यह पता चल जाता है कि कमी किसमे हैं। कई बार पुरुषों में ही shukranu ki Kami ke लक्षण दिखाई देते हैं।
शुक्राणुओं की कमी क्या है ? | Shukranu ki kami kya hai ?
अगर किसी भी पुरुष में शुक्राणुओं की पूरी तरह से अनुपस्थिति देखी जाती है तो एज़ोस्पर्मिया कहा जाता है और अगर शुक्राणुओं की संख्या कम होती है तो इसे ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है।
किसी भी पुरुष में शुक्राणु की कमी के लक्षण होने पर संतान उत्पन्न करने में अक्षमता दिखाई देती है शुक्राणु की कमी से व्यक्ति के जीवन में कई यौन समस्याएं बनती हैं।
अगर किसी भी पुलिस में 20 मिलियन शुक्राणु से 200 मिलियन शुक्राणु प्रति मिलीलीटर वीर्य में नहीं होते हैं तो इसे शुक्राणुओं की कमी कहा जाता है मिलन के दौरान नगर 40 मिलियन शुक्राणुओं से कम स्खलित होते हैं तो इसे शुक्राणु की कमी का लक्षण माना जाता है।
शुक्राणु की कमी के लक्षण | Shukranu ki kami ke lakshan
अगर किसी महिला को गर्भ धारण करने में समस्या आती है जबकि महिला में किसी प्रकार की कमी नहीं दिखाई देती है तो यह पुरुषों में shukranu ki kami ke लक्षण माने जाते हैं।
1. महिला का गर्भ धारण ना करना
अगर शुक्राणु की कमी के चलते लक्ष्मण की बात की जाए तो सबसे पहला और आम लक्षण है कि महिला में प्रजनन समस्या ना होते हुए भी गर्भधारण ना करना। अर्थात समय अनुरूप प्रजनन करने के बावजूद भी महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है तो इसे शुक्राणुओं की कमी का नक्शा माना जाता है।
अगर महिला और पुरुष दोनों नियमित तथा असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाते हैं फिर भी महिला प्रेग्नेंट नहीं होती है तो इस प्रकार से यह लक्षण शुक्राणु की कमी का लक्षण है ऐसे में पुरुष को अपनी जांच करवानी चाहिए।
2. स्तंभन दोष होना
इस लेख से जुडी सम्पूर्ण जानकारी को सही से समझने
और नई जानकारी को अपने ई-मेल पर प्राप्त करने के लिये OSir.in की अभी मुफ्त सदस्यता ले !
हम नये लेख आप को सीधा ई-मेल कर देंगे !
(हम आप का मेल किसी के साथ भी शेयर नहीं करते है यह गोपनीय रहता है )
▼▼ यंहा अपना ई-मेल डाले ▼▼
पुरुषों में शुक्राणु की कमी का लक्षण स्तंभन दोष होना है अर्थात मिलन के दौरान पुरुष में मिलन करने में इच्छा कब होती है और अच्छे से मिलन ड्राइव नहीं कर पाते हैं तथा उनके लिंग में स्तंभन की कमी पाई जाती है अर्थात लिंग इरेक्टेड नहीं रहता है जिस से संबंध बनाने में कठिनाई होती है।
लैंगिक तनाव में कमी के कारण व्यक्ति मिलन के दौरान बहुत कम समय लेता है जिसकी वजह से मिलन का पूरा आनंद स्त्री और पुरुष दोनों को नहीं मिलता है और संतान पैदा करने में अक्षम हो जाते हैं।
3. शीघ्र स्खलन होना
जिन लोगों ने शुक्राणु की कमी होती है वह लोग यौन संसर्ग करते समय बहुत जल्दी स्खलित हो जाते हैं जिसकी वजह से शुक्राणु गर्भाशय में नहीं पहुंचते हैं क्योंकि वहां तक पहुंचना एक जटिल प्रक्रिया है ऐसे में स्त्री गर्भधारण नहीं कर पाती है।
4. वीर्य का पतला होना
ज्यादातर पुरुषों में शुक्राणु की कमी की वजह से वीर्य पतला होता है जो मिलन के दौरान स्खलित होने पर स्त्री के गर्भाशय में नहीं पहुंचता है जिससे गर्भधारण की संभावनाएं खत्म हो जाती है यही कमी शुक्राणु की कमी का लक्षण है।
5. अंडकोष में दर्द सूजन और गांठ होना
जिन पुरुषों में शुक्राणु की कमी पाई जाती है उन पुरुषों में अंडकोष में दर्द हो सकता है सूजन हो सकती है और गांठ पड़ सकती है हालांकि यह चीज पुरुषों को महसूस नहीं होती है परंतु कभी-कभी अंडकोष सूजन की वजह से बहुत बड़े हो जाते हैं।
6. शरीर में बालों की कमी होना
अगर शरीर में बालों की कमी हो रही है जैसे रोए गिर जाना सिर के बाल कम होना तो इस तरह की समस्या शुक्राणु की कमी का लक्षण माना जाता है।
7. शुक्राणुओं की कमी के कारण
पुरुषों में शुक्राणु की कमी के प्रमुख कारणों पर नजर डाली जाए तो कई कारण सामने दिखाई देते हैं आइए हम शुक्राणुओं की कमी के कुछ कारण जानने का प्रयास करते हैं.
8. Varicocele
★ सम्बंधित लेख ★ | ||
---|---|---|
☘ पढ़े थोड़ा हटके ☘ | ||
यह एक ऐसी समस्या है जिसकी वजह से शुक्र वाहिनियों में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से अंडकोष सूख जाते हैं और शुक्राणु पूरी तरह से समाप्त हो जाते हैं इस वजह से व्यक्त में नपुंसकता आ जाती है।
9. संक्रमण
पुरुषों में शुक्राणु की कमी का कारण संक्रमण भी होता है कभी-कभी विभिन्न प्रकार से हम स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से परेशान रहते हैं जिससे कुछ वायरल संक्रमण हो जाते हैं और यह शुक्राणुओं के उत्पादन में कमी कर देते हैं।
प्रमुख रूप से यौन संचारित रोग प्रमुख कारण बनता है जैसे गोनोरिया क्लैमाइडिया रोग अंडकोष में सूजन पैदा करते हैं और मूत्र नलिका या प्रजनन अंग को संक्रमित कर देते हैं।
- वीर्य को बढ़ाने के आसान 13 घरेलु नुस्खे | स्पर्म बढ़ाने के घरेलू उपाय | sperm count kaise badhaye
- वीय की कमी के लक्षण और 8 कारण : वीय बढ़ाने और गाढ़ा करने के 7 नुस्खे
10. रीड की हड्डी में चोट
मनुष्य में रीड की हड्डी एक महत्वपूर्ण अंग है यदि कभी भी किसी कारण से इस में चोट आती है तो शरीर के सभी हिस्से प्रभावित होते हैं इस वजह से भी कभी-कभी शुक्राणुओं की कमी के लक्षण देखे जाते हैं।
11. मधुमेह और मोटापा
कुछ लोगों में मधुमेह और मोटापा की समस्या शुक्राणुओं की कमी का कारण बनता है इसके अलावा अन्य विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शुक्राणुओं की कमी का कारण बनती है।
12. एंटी स्पर्म एंटीबॉडी
यह ऐसी एंटीबॉडी होती है जो प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाएं होती हैं और एंटीस्पर्म एंटीबॉडी होती हैं कभी-कभी यही शुक्राणुओं पर आक्रमण करके उन्हें नष्ट कर देती हैं जिसकी वजह से शुक्राणुओं में कमी आती है
13. Tumor
शरीर में किसी भी अंग मिट्टी उम्र होने पर घातक हो जाता है यही ट्यूमर कैंसर भी बन सकता है परंतु कुछ ट्यूमर घातक नहीं होते हैं लेकिन प्रजनन अंगों पर सीधा प्रभाव डालते हैं जिसकी वजह से प्रजनन ग्रंथियों से निकलने वाली हार्मोन प्रभावित होती है और प्रजनन क्षमता को कमजोर करती है।
14. हार्मोन असंतुलन
व्यक्ति के शरीर में हाइपोथैलेमस पिट्यूटरी और अंडकोष हार्मोन पैदा करते हैं यह हार्मोन शुक्राणु बनाने में मदद करते हैं परंतु हार्मोन असंतुलन के कारण शुक्राणु उत्पन्न होने में कमी आ जाती है हार्मोन असंतुलन से थायराइड और अधिवृक्क प्रणाली शुक्राणु उत्पादन नहीं कर पाती हैं।
15. शुक्राणु वाहिनी क्षतिग्रस्त होने से
बहुत से पुरुषों के अंडकोष में किसी कारण से चोट लग जाती है जिसकी वजह से शुक्राणु वाहिनी क्षतिग्रस्त हो जाती है और शुक्राणु इकट्ठा होने में रुकावट आती है। इस चोट के कारण अंडकोष से केवल एक या दो ही शुक्राणु बाहर आ पाते हैं जिसकी वजह से गर्भ धारण करने में समस्या आती है।
16. अधिक दवाओं का उपयोग
कई बार अन्य बीमारियों के कारण लोग अवैध तरीकों से आवश्यकता से अधिक दवाओं का सेवन करते हैं जिन का साइड इफेक्ट शुक्राणुओं पर भी पड़ता है और शुक्राणुओं में कमी आ जाती है।
17. मादक पदार्थों का सेवन
जब भी कोई व्यक्ति अपनी युवावस्था में ही विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन करने लगता है तो उसके शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर हो जाता है और इसका सीधा असर शरीर के विभिन्न हिस्सों पर एक साथ दिखाई देता है।
किसी भी प्रकार का मादक पदार्थ जैसे शराब गांजा चरस तंबाकू आदि का सेवन करने से शरीर में कमजोरी आती है और प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है क्योंकि शुक्राणुओं में कमी आ जाती है।
जब दिखती के अंदर भावनात्मक रूप से तनाव उत्पन्न होता है और किसी के विषय में चिंता करने लगता है तो धीरे-धीरे शरीर में प्रजनन अंग पर असर पड़ता है जिससे शुक्राणु में कमी दिखाई देती हैं।
लंबे समय तक भावनात्मक तनाव और चिंता से हार्मोन असंतुलित होते हैं जिसकी वजह से शुक्राणुओं में कमी आती है।
19. विभिन्न प्रकार की सर्जरी
कभी-कभी व्यक्ति को हाइड्रोसील जैसी शिकायत होती है जिसकी वजह से उसको अंडकोष का ऑपरेशन करवाना पड़ता है हालांकि अंडकोष का ऑपरेशन करवाने से शुक्राणु की कमी पर असर नहीं होता।
लेकिन कभी-कभी गलत सर्जरी की वजह से शुक्रवाहिनी का कट जाना या क्षतिग्रस्त हो जाना होता है और शुक्राणु की गतिशीलता प्रभावित हो जाती है। इससे शुक्राणुओं में कमी आ जाती है।
शुक्राणु बढ़ाने के लिए यह लेख पढ़े :
FAQ : shukranu ki kami ke lakshan
दूध पीने से शुक्राणु में कितनी वृद्धि होती है ?
क्या अंडे खाने से शुक्राणु बढ़ते हैं ?
शुक्राणु बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए ?
निष्कर्ष
किसी भी पुरुष ने shukranu ki kami ke lakshan इस बात को प्रमाणित करते हैं कि वह संतान उत्पत्ति करने में अक्षम है। अगर वैवाहिक जीवन में 1 या 2 साल में बच्चे नहीं होते हैं तो कहीं ना कहीं पुरुष या स्त्री दोनों में किसी एक में कमी होती है।
अगर अनियमित और असुरक्षित यौन संबंध बनाने के बावजूद भी संतान उत्पत्ति नहीं हो पाती है तो इस दौरान पति और पत्नी दोनों को अपनी जांच करवानी चाहिए। अगर आप पत्नी की जांच करवाते हैं और सही होता है तो पुरुष की जांच करवाना हो जाई हो क्योंकि पत्नी में कमी ना होने पर पुरुषों के शुक्राणुओं में कमी के लक्षण होंगे।
अधिक जानकरी के लिए मुख्य पेज पर जाये : कुछ नया सीखने की जादुई दुनिया
♦ हम से जुड़े ♦ | ||
---|---|---|
फेसबुक पेज | ★ लाइक करे ★ | |
TeleGram | चैनल से जुड़े ➤ | |
कुछ पूछना है? | टेलीग्राम ग्रुप पर पूछे | |
YouTube चैनल | अभी विडियो देखे |
★ जादू सीखे | ☯ काला जादू सीखे |
♔पैसे कमाना सीखे | ❤ प्यार और रिलेशन |