हेलो दोस्तों स्वागत है हमारे नए आर्टिकल में जिसमें हम आपको बताएंगे सबसे खतरनाक नींद की गोली कौन सी होती है और क्या हमें इनका इस्तेमाल करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए क्या इनसे हमारे शरीर में कोई साइड इफेक्ट हो सकता है.
या फिर किस परिस्थिति में हमें ऐसी गोलियों का या फिर ऐसी दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए आइए जानते हैं हम नींद की गोली हमें कब इस्तेमाल करनी चाहिए और क्यों करना चाहिए ज्यादातर देखने को मिलता है कि ऐसी दवाओं का इस्तेमाल मेंटली डिस्टरबेंस लोग ज्यादा करते हैं लेकिन कुछ लोग तो तनाव पीड़ा चिंता और पारिवारिक मतभेद में भी इन दवाओं का इस्तेमाल करते हैं आइए जानते हैं इस दवा के बारे में यह कैसे काम कराती है और इसके क्या कार्य है .
सबसे खतरनाक नींद की गोली | Sabse khatarnak neend ki goli
चलिए बात करते हैं कि नींद की गोली हमें खानी चाहिए या नहीं कितनी गोली नींद कि आपके लिए एवं आपके शरीर के लिए सही हो सकती है यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात है कि नींद की गोली के नुकसान अधिक हैं लेकिन कुछ परिस्थिति में लोगों को यह टेबलेट देनी पड़ती है.
सबसे पहले तो आपको नींद की गोली नहीं देनी चाहिए जितनी आपको डॉक्टर के द्वारा बताई गई हो यदि आपके डॉक्टर ने एक गोली बताई है तो आपको एक ही गोली का इस्तेमाल करना चाहिए और यदि आपके डॉक्टर ने उससे अधिक गोली या फिर दोष बताया है तो उतना ही इस्तेमाल करना चाहिए.
इस दवा का इस्तेमाल डॉक्टर के द्वारा ही करना चाहिए अपने आप नहीं करना चाहिए नींद की गोली का डोज कितना लेना है कितनी गोली आपको खानी है यह सब आपकी बीमारी और आपके डॉक्टर के अनुसार ही करना चाहिए यह उसी स्थिति में दी जाती है .
जिसमें अगर आपको नींद नहीं आती है अनिद्रा की शिकायत है गहरे शोक में या फिर आप मेंटली डिस्टर्ब है तो डॉक्टर के बताए गए प्रिसक्रिप्शन से इन दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए नींद की गोलियों का इस्तेमाल करने से पहले हमें डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए डॉक्टर को बिना दिखाएं नींद की गोलियों का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके बहुत सारे साइड इफेक्ट होते हैं.
यदि आपको कोई नींद से संबंधित कोई भी समस्या है तो आप अपने स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर या फिर डॉक्टर के सलाह के अनुसार और राय लेकर ही ऐसी टेबलेट का इस्तेमाल करना चाहिए आइए जानते हैं नींद की सबसे खतरनाक गोलियां कौन सी होती हैं
1. Vellonox sleeping tablet
यदि आपको नींद से संबंधित किसी भी समस्या है तो आप डॉक्टर के सलाह के अनुसार इन दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं जिनमें वेलोनोऑक्स स्लीपिंग टेबलेट बहुत ही कारगर साबित होती है या दवा नींद के पैटर्न को बनाए रखने का काम करती है .
और इस दवा से तनाव चिंता आधी कम हो जाता है इस दवा का इस्तेमाल आप नींद के चक्कर को भी ठीक करने में ली जाती है वेलोनोऑक्स स्लीपिंग टेबलेट इस्तेमाल से रोगी एवं व्यक्ति को इसकी लत नहीं लगती है अर्थात हम कह सकते हैं कि यह दवा बहुत ही कारगर साबित होती है अगर आपको नींद से संबंधित कोई भी समस्या है तो हमें डॉ के संपर्क में जाना चाहिए .
2. न्यूट्रियप स्लीपीज टैबलेट
नींद की यह सबसे ताकतवर एवं पावरफुल मेडिसिन होती है इसको खाने से व्यक्ति को गहरी नींद आती है एवं व्यक्ति को तनाव से मुक्ति भी प्रदान होती है इसके नियमित इस्तेमाल से कुछ ना कुछ साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं इसलिए हमें ऐसी दवाओं का इस्तेमाल अपने आप नहीं करना चाहिए .
इसे जब भी हम इस्तेमाल करें डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही इस्तेमाल करें इस टेबलेट को खाने से नींद में सुधार के साथ-साथ अगर व्यक्ति में कोई तनाव चिंता है तो वह पूर्ण रुप से शांति प्रदान करता है जहां तक हो सके हमें ऐसी दवाओं का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए क्योंकि इनके नियमित इस्तेमाल से हमारे शरीर में कोई ना कोई साइड इफेक्ट अवश्य देखने को मिलता है
3. जीवा स्लीप वेल टेबलेट
नींद की समस्या किया सबसे असरदार दवा होती है प्राकृतिक नींद को पुनर्स्थापित करना इस दवा का प्रारंभिक उद्देश्य होता है नॉन habit-forming स्लीप है जो इस दवा का मुख्य लक्षण होता है इस दवा के सेवन से व्यक्ति इस दवा का आदि नहीं होता है.
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एवं यह हमारे नर्वस सिस्टम एवं इम्यूनिटी सिस्टम को भी मजबूत करता है इस दवा में तनाव चिंता एवं आज से भी छुटकारा मिलता है यह 120 टेबलेट एक पैक के फॉर्म में मिलती है और इसे हम मार्केट में आसानी से डॉक्टर के प्रशिक्षण से खरीद सकते हैं इस दवा का मुख्य उपयोग प्राकृतिक नींद नींद को पुनर्स्थापित करना होता है अन्य दवाओं की अपेक्षा यह दवा ज्यादा कारगर साबित होता है
4. कार्बामाइड forte tablet
इस दवा में मेलाटोनिन होता है जो हमें गहरी नींद प्रदान करने में काफी मदद देता है इस टेबलेट का इस्तेमाल करने से आपको चक्कर आने वीकनेस आज से छुटकारा मिल जाती है या दवा प्राकृतिक रूप से पीनियल ग्रंथि से स्रावित होने वाले मिनट टोन इन हार्मोन को साबित करने में मदद करता है.
जिसकी वजह से हमें प्राकृतिक नींद की अनुभूति होती है इस दवा के नियमित इस्तेमाल से हमें कुछ ना कुछ साइड इफेक्ट अवश्य देखने को मिलते हैं इसलिए हमें ऐसी दवाओं का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए एवं जब भी इन दवाओं का इस्तेमाल हमें करना चाहिए डॉक्टर के प्रिसक्रिप्शन या उनकी सलाह के अनुसार ही करना चाहिए
नींद की दवाओं को लेने से पहले कुछ सावधानियां
यदि किसी व्यक्ति को नींद से संबंधित कोई समस्या होती है तो उसे अपने डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही चलना चाहिए यदि डॉक्टर आपको नींद की गोली दे रहा है तो उतनी मात्रा ही इस्तेमाल करना चाहिए जितना डॉक्टर के द्वारा बताया गया हो डॉक्टर ने दिन में जितनी बार गोली लेने के लिए कहा उतनी ही दवा लेनी चाहिए से ज्यादा बार नींद की गोली लेने से हमें काफी नुकसान हो सकता है .
यह भी देखा जाता है कभी-कभी ऐसी दवाओं का इस्तेमाल करने से हमारा लिवर डैमेज हो जाता है .
यदि कोई मरीज नींद का गोली का सेवन कर रहा है तो उसे अचानक से ही नींद की गोलियों का सेवन नहीं छोड़ना चाहिए उसे दोस्त कम कर देना चाहिए और धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए क्योंकि एकदम से छोड़ने पर इसका विपरीत प्रभाव हो सकता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है
नींद की गोली के दुष्प्रभाव | neend ki goli ke nuksan
नींद की गोली लेने के 1 दिन बाद 10 में से 8 लोगों को स्वास्थ्य के प्रति हैंगओवर देखने को मिलता है वे अपने आप को स्वस्थ महसूस नहीं कर पाते हैं उनमें सुस्त पन्ना अधिक देखने को मिलता है एवं सोचने की क्षमता भी उनकी कमजोर होने लगती है.
या फिर हम कह सकते हैं कि यह गोलियां ड्राइविंग काम करने स्कूल जाओ ऑफिस जाने और घूमने फिरने जैसी दैनिक कार्यों को प्रभावित करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं इन दवाओं के कुछ साइड इफेक्ट भी देखने को मिलते हैं आइए जानते हैं वह कौन से साइड इफेक्ट हैं जो इन दवाओं से हो जाते हैं
सिर दर्द बना रहता है
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ऐसी दवाओं का नियमित इस्तेमाल करने से ज्यादातर देखने को मिलता है कि व्यक्ति में सिर दर्द बना रहता है यदि व्यक्ति नींद की गोली का नियमित इस्तेमाल करता रहेगा तो उसे सिरदर्द की समस्या अधिक देखने को मिलती है.
इसलिए हमें डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही ऐसी दवाओं का इस्तेमाल करना चाहिए सर दर्द नींद की गोलियों के द्वारा ज्यादा समय तक नहीं रहता है जैसे ही हम इन दवाओं का इस्तेमाल कम कर देते हैं या लक्षण दिखना बंद हो जाता है
कमजोरी
ऐसी दवाओं का इस्तेमाल करने से हमें कमजोरी स्वस्थ पन तनाव आदि लक्षण देखने को मिलते हैं जिनकी वजह से हमें कमजोरी अधिक देखने को मिलती है क्योंकि इसके नियमित इस्तेमाल से हमें आलस्य पन तनाव आदि हो जाता है जिसकी वजह से हमें कमजोरी देखने को मिलती है इस दवा के नियमित इस्तेमाल से हमारा इम्यूनिटी सिस्टम एवं नर्वस सिस्टम अपसेट हो जाता है और हमें कमजोरी की अनुभूति अधिक होती है
कब्ज एवं दस्त का होना
यह सी गोलियां होती हैं जो हमें नींद की समस्या को खत्म करने के लिए दी जाती हैं लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट भी होती हैं जिनमें कब्ज एवं दस्त का होना भी शामिल होता है ऐसी दवाओं का इस्तेमाल हमें कम से कम करना चाहिए एवं जब भी हम उनका इस्तेमाल करें हमें डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही करना चाहिए
डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए या नहीं ?
नींद से समस्या अगर किसी व्यक्ति को है तो उसे अपने आप दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए डॉक्टर के राय के अनुसार ही इन दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है सबसे खतरनाक नींद की गोली लेने से पहले हमें डॉक्टर से अवश्य राय लेनी चाहिए क्योंकि इन दवाओं का इस्तेमाल करने से लोग प्राकृतिक नींद खो देते हैं ऐसी दवाओं का इस्तेमाल हमें कम से कम करना चाहिए .
और यदि आप लंबे समय से नींद की गोलियां ले रहे हैं तो उन्हें छोड़ना चाहते हैं तो तुरंत गोली लेना ना बंद करें धीरे-धीरे इन दवाओं का इस्तेमाल कम करना चाहिए या फिर अपने डॉक्टर से संपर्क करके इन दवाओं का इस्तेमाल धीरे-धीरे बंद करना चाहिए
नींद की टेबलेट छोड़ने से पहले हमें क्या करना चाहिए ?
यदि आप नींद की टेबलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको नींद की गोलियां बंद करने के लिए तैयार होना पड़ता है या फिर हम कह सकते हैं कि अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट के निर्देशों का पालन करना चाहिए क्योंकि ऐसी दवाएं अपने आप साइड इफेक्ट डाल सकती हैं.
ध्यान रहे कि कुछ दवाएं ऐसी होती हैं जिन्हें हमें धीरे-धीरे बंद करना चाहिए इसके अलावा इस बात से भी आपको जानकारी रखनी चाहिए कि गोलियां लेना बंद करने के बाद कुछ दिनों तक आपको अनिद्रा का भी अनुभव होगा लेकिन हमें छोड़ने के बाद इन दवाओं का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए
जहर से कम नहीं है नींद की दवाये
आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल और टेक्नोलॉजी की वजह से हमारे खानपान एवं लाइफ स्टाइल में भी बहुत सारी प्रॉब्लम देखने को मिलती हैं लेकिन इससे दूर करने के लिए हमें नींद की गोलियों का सहारा लेना पड़ता है और यह गोलियां हमें कई बीमारियों को दावत देती हैं .
आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल से एक बीमारी सबसे ज्यादा देखने को मिलती है जिसे हम अनिद्रा भी कहते हैं बहुत से लोगों को नींद की प्रॉब्लम हो रही है इसके लिए हमें डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही नींद की गोलियों का सेवन करना चाहिए.
अगर कहीं कि यह गोलियां धीरे-धीरे आपके शरीर में तमाम ऐसी गंभीर बीमारियां पैदा कर देती हैं जिसकी वजह से आपकी जान भी जा सकती है डॉक्टरों की मानें तो यह दवा खाने से आपको हर्ट जैसी बीमारी का भी खतरा बना रहता है.
एक से ज्यादा गोलियां लेने से व्यक्ति को कभी-कभी कोमा में जाने का भी खतरा बना रहता है एवं रीड की हड्डी और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी भी हो जाती है इन नियमित इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर सिरदर्द और स्नायु संबंधी जैसे रोग हो जाते हैं .
जहां तक हो सके उन महिलाओं को इन दवाओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो प्रेग्नेंट हो और गर्भस्थ शिशु गंभीर बीमारी का शिकार भी होना पड़ सकता है उनका भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो अपने बच्चो को अपना दूध पिलाती हों अभी कभी देखने को यह भी मिलता है.
कि नियमित इस्तेमाल से रोगी की हार्ट अटैक एवं कोमा जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है
नींद ना आने पर करें यह उपाय | neend na aane par kya kare ?
अगर आपको नींद से संबंधित कोई बीमारी है तो आपको सोने का समय तय करना चाहिए कई बार यह देखा जाता है कि सोने का उठने का कोई निर्धारित समय हम निर्धारित नहीं करते हैं और हमारी आदत एवं रूटीन खराब हो जाती है जल्दी सोने और उठने की आदत डालें ऐसा करने से आपको खुद ही अंतर दिखने लगेगा दिनभर ताजगी बनी रहेगी और सुस्ती या थकान भी कम रहेगी
1. मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल
नींद ना आने में सबसे ज्यादा भूमिका हमारा मोबाइल इंटरनेट और टीवी का भी है इसमें इंसान देर रात तक व्यस्त रहता है और सुबह देर से उठना है हमें या दिनचर्या बदलनी चाहिए जिससे हम अनिद्रा जैसी बीमारी से बच सकें सोने का एक निश्चित समय हो और उसके हिसाब से हमें सोने का माहौल बनाना चाहिए
2. नशे की लत
सिगरेट शराब या गुटखा आदि के नियमित इस्तेमाल से भी अनिद्रा की समस्याएं देखने को मिलती हैं ज्यादा नशा करने और नशा ना मिलने की वजह से भी नींद नहीं आती है .
और अल्कोहल से आपके सोने की दिनचर्या भी असर पड़ता है इसे पूरे दिन चिड़चिड़ापन थकान सुस्त और रात में सोने से पहले हमें शराब का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए रात में सोते समय हमें दूध पीना चाहिए जिससे हमें अच्छी नींद आएगी
3. व्यायाम
सोने से पहले हमें हल्के-फुल्के व्यायाम करने चाहिए कुछ लोग ऐसे है जो सोने से पहले हल्के-फुल्के व्यायाम कर लेते हैं जिससे उन्हें अच्छी नींद आती है और वह सुबह समय से भी उठ जाते हैं इनमें शवासन वज्रासन भ्रामरी प्राणायाम आज किए जाते हैं इन्हें हमें अपने दैनिक कार्यो में इस्तेमाल करना चाहिए एवं एक रूटीन बना लेना चाहिए
निष्कर्ष
उपरोक्त आर्टिकल से यह स्पष्ट हो गया होगा कि हमें नींद की गोलियों का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए एवं यह जानकारी भी प्राप्त हुई होगी की सबसे खतरनाक नींद की गोली कौन सी होती है और हमें कब इसका इस्तेमाल करना चाहिए यदि हम इसका इस्तेमाल अधिक करते हैं तो क्या हम बीमारियों को न्योता दे रहे हैं इसलिए हमें इसका इस्तेमाल हमेशा डॉक्टर के सलाह के अनुसार ही करना चाहिए आशा करते हैं कि हमारा यह आर्टिकल आपको बेहद पसंद आया होगा.
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