कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध क्यों और कैसे : कालसर्प दोष शांति का मंत्र, सामग्री

कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध kaal sarp dosh kaise jane : नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी आज की इस न्यू पोस्ट पर आज का हमारा विषय है कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध आज हम आप लोगों को कालसर्प पूजा के प्रतिबंध के बारे में बताएंगे कालसर्प की पूजा कैसे की जाती है इसका निवारण मंत्र क्या है. इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे क्या आप जानते हैं कि कालसर्प दोष एक ऐसा दोस्त है जो किसी जातक की कुंडली में हो तो जातक का जीवन संघर्षमय बन जाता है अगर जातक की कुंडली में 7 ग्रह सूर्य चंद्र , मंगल , बुध , गुरु , शुक्र और शनि यह सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में स्थित होते हैं तो कालसर्प दोष योग बन जाता है।

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ऐसे व्यक्तियों को अपने जीवन में काफी सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है यदि किसी भी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष होता है तो उन्हें किसी अच्छे ज्योतिषी को दिखाना चाहिए तथा पूजा मंत्र के द्वारा इसे सही करवाना चाहिए कालसर्प पूजा के बाद कुछ प्रतिबंध जरूर करवाना चाहिए.

वैसे तो इसके बारे में सभी को जानकारी नहीं होती है अगर आप यह जानकारी चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल पूरा पढ़ें दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कालसर्प के बाद प्रतिबंध बताने वाले हैं इसके अलावा इससे टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान करेंगे तो आप इस आर्टिकल में अंत तक बने रहे।

काल सर्प दोष क्या है ? | Kaal sarp kya hai ?

जो भी व्यक्ति कालसर्प दोष में जन्मा होता है उसे कई सारी समस्याओं और कष्टों का सामना करना पड़ता है कालसर्प दोष का निवारण का अर्थ मृत्यु और सर्प का अर्थ सांप कालसर्प योग है जब भी साथ ग्रह राहु केतु के बीच में आ जाते हैं तो उसी समय काल सर्प दोष लग जाता है।

कालसर्प दोष कैसे पता करें ? | Kaal sarp dosh kaise pta kare ?

कालसर्प दोष को पता करने के लिए आपको कुछ चीजों को जानने की आवश्यकता होती है जैसे कि जब आपको कालसर्प दोष लगेगा तो मानसिक तनाव से आपको गुजरना पड़ेगा सही निर्णय नहीं ले सकते हैं और आपके परिवार में कलह होने लगेगा परिश्रम करने के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल सकती है और उसके बाद जातक को सपने में सांप दिखाई देगा उसी समय समझ लीजिए की कालसर्प दोष लगा हुआ है अगर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ या फिर आपके साथ ऐसा होता है तो किसी अच्छे ज्योतिष्य को अपनी कुंडली जरूर दिखाएं जिससे इसका निवारण हो सके।

black Snake

अगर आप इसका उपाय ढूंढ रहे हैं तो आपको गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए अगर आप गायत्री मंत्र का जाप करते हैं तो काल सर्प योग बहुत ही जल्द समाप्त हो जाता है इसके उपाय को करने के लिए जिस भी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प दोष है उस व्यक्ति को 1 दिन में 21 बार या फिर 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए उस व्यक्ति को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से संपन्न होकर और फिर सूर्य देव की ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करना चाहिए ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति इस मंत्र का जाप अच्छे तरीके से करता है उसके जीवन में आने वाली सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

कालसर्प दोष जिस भी व्यक्ति के ऊपर लगा हो उसे व्यक्ति को उस समय साँपो का शिकार नहीं करना चाहिए इस चीज को सुनिश्चित करने की आप किसी भी सर्प को या फिर अन्य सी जंगली जानवर को चोट ना पहुंचाएं.

कालसर्प दोष कितने प्रकार का होता है

क्या आप जानते हैं कि कालसर्प दोष कितने प्रकार के होते हैं कालसर्प दोष 12 प्रकार के होते हैं जो निम्न प्रकार के हैं।

  1. कुलिक कालसर्प दोष
  2. वासुकी कालसर्प दोष
  3. शंखपालकालसर्प दोष
  4. महापद्म कालसर्प दोष
  5. तक्षक कालसर्प दोष
  6. कर्कोटक कालसर्प दोष
  7. शंखचूड़ कालसर्प दोष
  8. घातक कालसर्प दोष
  9. विषधर कालसर्प दोष
  10. शेषनाग कालसर्प दोष
  11. अनन्त कालसर्प दोष
  12. पद्म कालसर्प दोष

कालसर्प दोष के लक्षण | Kaal sarp dosh ke lakshan

  1. कालसर्प योग के कुछ ऐसे लक्षण मिलेंगे आपको जैसे कि जिस भी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प योग होता है उसके जन्म चार्ट में लिखा होता है कि उसे कालसर्प योग है तो आपको मृत लोगों के बुरे सपने आएंगे।
  2. जब किसी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प दोष होता है तो उसे कुछ ऐसा महसूस होता है जैसे कि उस व्यक्ति को कोई ठग रहा है।
  3. जिस भी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प योग होता है वह अपने परिवार और समाज के लिए अपना जीवन समर्पित करने की आवश्यकता है।
  4. जिसके ऊपर कालसर्प योग होता है वह व्यक्ति आत्म केंद्रित व्यक्ति नहीं होता है वह अपनी जरूरतों के लिए लोगों को परेशान नहीं करता है।
  5. कालसर्प योग वाले व्यक्तियों को उन्हें अपने जीवन में संघर्ष करना पड़ सकता है। और उनके जीवन में उनके जन्म चार्ट में कालसर्प योग होने के कारण उनके जीवन में बीमारियां और कठिनाइयां बहुत सी आएंगी और कई जगहों पर तो उन्हें अकेलापन महसूस होगा और उस समय अगर आपको किसी सांप ने काट लिया है तो आप उससे बहुत ही ज्यादा डर जाएंगे और आपके साथ ऐसा भी हो सकता है कि आप अपने सपने में देखे कि आपको पुणे चारों तरफ से घेर लिया है।

कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध | Kaal sarp puja ke baad pratibandh

जिस भी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प योग होता है ऐसा कहा जाता है कि अगर उसके ऊपर से कालसर्प योग चला जाता है लेकिन फिर भी उसके जीवन में संघर्ष चालू रहता है और उन समस्याओं का कोई निवारण नहीं होता है अगर कालसर्प पूजा करने के बाद भी समस्याओं का निवारण नहीं हुआ है तो समझ लीजिए कि अभी भी आपकी कुंडली में कालसर्प योग के कारण आपके घर में भी वास्तु दोष उत्पन्न हुआ है अगर कालसर्प पूजा के बाद भी वास्तु दोष उत्पन्न होता है तो और आपकी समस्या का निवारण होने में बाधाएं आ रही हैं.

कालसर्प दोष कैसे पता करें

तो आपको इसके लिए किसी वास्तु शास्त्र ज्योतिष से को दिखाने की आवश्यकता है अगर आप वास्तु शास्त्र ज्योतिष से पूजा के बाद घर में कुछ परिवर्तन करने की सलाह देते हैं तो या फिर कुछ प्रतिबंध लगा सकते हैं जिससे आपकी समस्या का निवारण हो सके।

कालसर्प दोष की पूजा कब होती है

अगर आप अपने कालसर्प दोष को दूर करने के लिए पूजा करना चाहते हैं तो यह पूजा नाग पंचमी के दिन सबसे बेहतरीन और उत्तम मानी जाती है।

कालसर्प दोष पूजा सामग्री | Kaal sarp dosh puja samagri

कालसर्प दोष दूर करने के लिए उसकी पूजा करनी होती है उस पूजा की सामग्री लिस्ट कुछ इस प्रकार हमने आपको बताई है।

क्रम सख्या   पूजा सामग्री 
1 अगरबत्ती, धुप
2 साबुत चावल
3 पंच मेवा
4 हवन सामग्री
5 काले तिल
6 भोज पत्र
7 कमल गट्टा
8 रुई
9 काली मिर्च
10 पिला कपड़ा
11 कपूर
12 आम के पत्ते
13 शिवलिंग
14 नौ नाग
15 बेलपत्री
16 दस ग्राम जितना लौंग
17 11 सुपारी
18 एक श्री फल
19 मोली
20 सात पान के पत्ते
21 11 जनेऊ
22 सो ग्राम कच्चा दूध
23 एक किलो देशी घी
24 500 ग्राम चीनी
25 पचास ग्राम शहद
26 सो ग्राम दही
27 रोली
28 दस ग्राम इलायची

कालसर्प दोष का निवारण कहां होता है ?

black Snake

अगर आपको कालसर्प दोष हटाना है और आप उसका निवारण करना चाहते हैं तो आपको नाशिक का त्रयंबकेश्वर मंदिर अतिउत्तम माना जाता हैं. आप वहां जाकर कालसर्प दोष की पूजा भी करवा सकते हैं।

कालसर्प दोष निवारण मंत्र | Kaal sarp dosh nivaran mantra

नाग गायत्री मंत्र:

‘ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्

काल सर्प दोष के लाभ | Kaal sarp dosh ke labh

कालसर्प दोष के कुछ ऐसे लोग हैं जो की बहुत ही बेहतरीन माने जाते हैं जैसे कि अगर किसी के ऊपर कालसर्प दोष है तो उसके या फिर उसके द्वारा की जाने वाली गतिविधि के प्रति वह व्यक्ति बहुत ही ईमानदार बना रहता है। जिस भी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प दोष होता है वह व्यक्ति अपनी सफलता को पाने के लिए कोई भी जोखिम उठाने के लिए तैयार रहता है व्यक्ति को जीवन में बहादुर बना देता है।

जिस भी व्यक्ति के ऊपर कालसर्प दोष होता है वह दोस्त उसके कर्मों और जीवन के प्रति दृढ़ कोर्स के प्रति ईमानदार बनाता है और वह अपने जीवन में आई कमजोरियों को दूर करने के लिए मजबूत प्रयास करता है।

FAQ : कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध

कालसर्प पूजा समय क्या है ?

अगर आप कालसर्प योग की पूजा करना चाहते हैं तो उसका समय निश्चित होना चाहिए काल सर्प योग पूजा का एक ही समय होता है एक ही दिन होता है एक चक्र 21 सोमवार तक करें और तीन सोमवार तक चक्र संपन्न कर लेना है।  

कालसर्प दोष के नुकसान क्या है?

जिस व्यक्ति को कालसर्प दोष होता है वह व्यक्ति बहुत ही भावुक होता है और उसके गुप्त शत्रुओं से उसे भय रहता है और उसके घर में कलह का वातावरण हमेशा बना रहता है परिश्रम करने के बाद भी उसके हर कार्य में बाधा आती है और उस व्यक्ति को कभी भी सफलता प्राप्त नहीं होती और उसके जीवन में समझते हैं हमेशा बनी रहती है।  

कालसर्प योग की शांति कैसे करें?

कालसर्प योग को शांत करने के लिए नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करें और पूजा करते समय ओम नमः शिवाय का जाप करें इसके नाग पंचमी के दिन रुद्राभिषेक कराने से भी जातक का काल सर्प दोष कम हो सकता है इसके अलावा कालसर्प दोष से पीड़ित जो भी व्यक्ति होता है उसे हर रोज शिव भगवान और उनके परिवार की पूजा करनी चाहिए उसके अलावा नाग पंचमी के दिन भी शिव भगवान की पूजा करनी चाहिए और उनके मंत्र का जाप करना चाहिए।

निष्कर्ष

आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से कालसर्प पूजा के बाद प्रतिबंध के बारे में बताया है इसके अलावा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी देने का प्रयास किया है हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी दोस्तों हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह काल सर्प पूजा के प्रतिबंध काल सर्प दोष निवारण मंत्र तथा पूजा सामग्री लिस्ट आर्टिकल अच्छा लगा होगा।