गुरु खराब होने के लक्षण : 6 संकेत बताते है की आप का बृहस्पति ग्रह अशांत है | Guru kharb hone ke lachhan

Guru kharab ke lakshan : गुरु खराब होने के लक्षण हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम बात करने वाले हैं कि क्या आपने कभी सोचा है कि अंतरिक्ष में रह रहे ग्रहों का आपके जीवन में क्या प्रभाव पड़ता है आपने कभी सोचा है कि इन ग्रहों का आपके जीवन में बहुत ही विशेष महत्व होता है और बृहस्पति ग्रह के अशुभ होने पर मनुष्य के ऊपर दिखने वाले लक्षण के बारे में बात करेंगे बृहस्पति ग्रह को सभी ग्रहों में सबसे ज्यादा शुभ माना गया है.

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गुरु जब व्यक्ति का कुपित होता है तो वह किस तरह अपना प्रभाव दिखाता है और क्या आप जानते हैं कि गुरु मनुष्य के जीवन पर किस प्रकार प्रभाव डालता है और जीवन को प्रभावित करने वाले गुरु को आप कैसे पहचानेंगे कहीं आपके जीवन में परेशानी की वजह बृहस्पति तो नहीं है.

मनुष्य की कुंडली में जब गुरु खराब होता है तो परेशानियां बढ़ती चली जाती हैं क्योंकि बृहस्पति ग्रह मनुष्य के जीवन में किसी चीज को विशाल रूप देता है अगर बृहस्पति अशुभ फल देकर परेशानियां देने लगेगा तो वह परेशानी समय के साथ और भी बड़ी हो जाती है तो आइए अब जानते हैं कि गुरु अशुभ प्रभाव देने की स्थिति में उसके लक्षण कौन से होते हैं।

गुरु खराब होने के लक्षण | Guru kharab hone ke lakshan

हम में से बहुत से लोगों को कुंडली देखने नहीं आता है ऐसे में कौन सा ग्रह हमारे जीवन मे अच्छे और बुरे परिणाम दे रहा है, बिना ज्योतिष शास्त्र की जानकारी के नहीँ जाना जा सकता है। किंतु हर ग्रह हमारे जीवन मे कुछ न कुछ लक्षण छोड़ता है इन्ही संकेतो के माध्यम से हम आसानी से ग्रह की स्थिति का अंदाजा लगा सकते है।

इसी तरह सभी देवो के महागुरु माने जाने वाले महर्षि बहस्पति जो हरदम सत्य,ज्ञान,शुभ फल देने वाले एवं वृद्धि का प्रतिनिधित्व करते आये है । यदि उनका सांकेतिक ग्रह ब्रस्पति जिसे हम जुपिटर के नाम से भी जानते है कमजोर हो जाये तो यह हमारे जीवन मे आध्यात्म, सिच्छा,लंबी यात्रा, कर्ज और भाग्य जैसे प्रमुख जीवन के आयामों पर बहुत ही विपरीत प्रभाव डालता है ।

यदयपि हमारा गुरु ख़राब हो तो हमे मोछ मिलने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है । कुछ लोगो के जीवन मे तो ब्रस्पति ग्रह की गलत स्थिति उनके जीवन को अत्यंत कष्टमई बना देती है। चलिए अब आगे के लेख में हम आप को गुरु के कमजोर होने या यूं कहें के की गुरु खराब होने के लक्षण के बारे में विस्तार से बताएंगे अगर आप सही और सम्पूर्ण जानकारी चाहते है तो इस लेख को अंत तक पढ़े ।

1. शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में बाधा

अगर आप कि कुंडली मे गुरु कमजोर है तो ऐसे जातक अपने जीवन मे शिक्षा की प्राप्ति नहीं कर पाते और अगर उनको शिक्षा में रुचि है लेकिन कुंडली मे गुरु खराब होने के कारण उनकी शिक्षा में रुचि खत्म हो जाती है। और ऐसा देखा जाता है कि कुंडली में गुरु कमजोर होने के कारण मनुष्य की याद रखने की क्षमता कम हो जाती है.

लेकिन शिक्षा में वही व्यक्ति अच्छा होता है जो याद रखने की क्षमता को बरकरार रखें क्योंकि अगर आपके अंदर याद रखने की क्षमता नहीं है तो आप चीजों को जल्दी से समझ नहीं पाएंगे अगर कुंडली मे गुरु खराब है तो मनुष्य का पढ़ाई में मन नहीं लगता है और व्यक्ति के मन में शिक्षा के लिए अपमान की भावना प्रकट होने लगती है।

2. ज्ञान का अहंकार हो जाना

वह व्यक्ति जो बृहस्पति ग्रह से पीड़ित है उस व्यक्ति के अंदर अहंकार भर देता है और बृहस्पति सुशीलता का कारक है लेकिन बृहस्पति ग्रह खराब होने के कारण व्यक्ति के अंदर अहंकार भावना उत्पन्न होने लगती है तो ऐसे में अगर आपका कुंडली में बृहस्पति मजबूत रहता है तो व्यक्ति को अपने ज्ञान का अहंकार कभी भी नहीं होता है अगर कभी भी आप ज्ञान का अहंकार करते हैं.

तो वह आपको गलत रास्ते की ओर ले जाता है लेकिन अगर किसी भी विषय का ज्ञान होना बहुत बड़ी बात होती है लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर आपने थोड़ा सा बाहरी ज्ञान इकट्ठा कर लिया है या फिर दो चार किताबों का ज्ञान इकट्ठा कर लिया है तो आप अपने आप को बहुत बड़े ज्ञानी समझने लगे हैं।

3. शिक्षक या गुरु अच्छे नहीं मिलते

ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना गया है कि अगर आपको अच्छे गुरु या शिक्षक नहीं मिलते हैं तो यह बहुत ही खराब माना जाता है क्योंकि यह तब होता है जब आपके जीवन में गुरु कमजोर होता है गुरु कमजोर होने के कारण अगर आपको बाद में अच्छे गुरु मिलते भी हैं तो उनसे आपका संबंध अच्छा नहीं होता है।

4. पाचन ठीक से नहीं होता

अगर आपका गुरु कमजोर है तो आप हमेशा पाचन क्रिया से या फिर शरीर के किसी भी रोग से कभी भी निजात नहीं पा पाएंगे।

5. नैतिकता में कमी आ जाती है

अक्सर ऐसा देखा जाता है कि अगर आपकी कुंडली में गुरु कमजोर है तो व्यक्ति के जीवन में नैतिकता की कमी आ जाती है और वह अपने से बड़ों का आदर नहीं करता है गुरु का सम्मान नहीं करता है अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह है तो आपकी नैतिकता और हमारे संस्कारों को दर्शाता है और अगर आपकी कुंडली में गुरु कमजोर हो जाए तो आपके जीवन में नैतिकता और संस्कार की कमी आ जाती है क्योंकि आज तक हमें कोई ऐसे संस्कार नहीं मिले जो एक आदर्श व्यक्ति को मिलने चाहिए।

6. नास्तिक हो जाना

ऐसे व्यक्ति जो भगवान के प्रति आस्था नहीं रखते हैं या फिर देवी-देवताओं पर विश्वास रखना छोड़ देते हैं ऐसे में कहा जाए तो कुंडली में गुरु खराब होने के कारण ऐसा होता है जो व्यक्ति गुरु से पीड़ित रहते हैं वह हमेशा धर्म में अंधविश्वास के शिकार हो जाते हैं उनको बस काले जादू पर विश्वास रहता है अगर ऐसा कभी होता भी है कि वह देवी देवताओं की पूजा करते हैं तो वह मन में कुछ ना कुछ पाने का लालच रखते हैं इसलिए देवी देवताओं की पूजा करते हैं।

FAQ : गुरु खराब होने के लक्षण

Q. गुरु खराब होने से क्या होता है?

Ans: अगर आपका गुरु खराब है तो आपके ऊपर कई ऐसी बाधाएं आएंगी जो आप को नुकसान पहुंचा सकते हैं आपको हर एक चीज में हानि होगी और आपकी ग्रह दशा सही नहीं होगी।

Q. बृहस्पति कमजोर होने पर क्या होता है?

Ans: अगर आपका बृहस्पति कमजोर है तो आपके ऊपर कई ऐसे संकट आ सकते हैं और आपके घर सुख समृद्धि और हर चीज समाप्त हो जाती है।

Q. बृहस्पति को कैसे खुश करे?

Ans: यदि उनका सांकेतिक ग्रह ब्रस्पति जिसे हम जुपिटर के नाम से भी जानते है कमजोर हो जाये तो यह हमारे जीवन मे आध्यात्म, सिच्छा,लंबी यात्रा, कर्ज और भाग्य जैसे प्रमुख जीवन के आयामों पर बहुत ही विपरीत प्रभाव डालता है । अगर आपको बृहस्पति को खुश करना है तो आपको इन चीजों को नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष

दोस्तों जैसा कि आपने देखा आज मैंने आपको बताया कि गुरु खराब होने के लक्षण क्या है अगर आपको भी जानना है कि गुरु खराब होने के लक्षण क्या हो सकते हैं तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ कर जान सकते हैं कि गुरु खराब होने के लक्षण कौन से हैं हमने आपको इसमें गुरु खराब होने के 6 लक्षण बताएं हैं कि अगर आपका गुरु खराब है तो इन 6 लक्षणों को जानकर आप पता लगा सकते हैं कि आपका गुरु क्यों खराब है।