अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है angreji dawa kaise banti hai : दोस्तों जब भी हम बीमार होते हैं तो जब डॉक्टर के पास जाते हैं तो वह हमें कई प्रकार की टेबलेट कैप्सूल सिरप देता है लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है की अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है। वास्तव में देखा जाए तो व्यक्ति जब बीमार होता है तो उसको दवाओं से मतलब होता है.
लेकिन अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है इससे कोई वास्ता नहीं होता है। आपको यह पता है कि हमारे देश में आयुर्वेदिक दवाओं के माध्यम से बीमारियों को ठीक किया जाता रहा है धीरे-धीरे आयुर्वेदिक दवाइयों के स्थान पर एलोपैथिक दवाइयां आ गई जो किसी भी बीमारी को कम कर सकती हैं लेकिन पूरी तरह से ठीक करने में कारगर नहीं होती हैं।
परंतु आज के समय में अंग्रेजी दवा का प्रयोग ज्यादा किया जा रहा है। सही रूप में देखा जाए तो किसी भी मरीज को यह चीज की जानकारी होना जरूरी है कि जो दवा हम प्रयोग कर रहे हैं उस दवा में कौन-कौन से तत्व मिले हुए हैं।
किसी भी डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली किसी भी प्रकार की टेबलेट कैप्सूल या सिरप हमारे इलाज में जरूरी है साथ ही हमें यह भी जानना जरूरी है कि अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है। ज्यादातर मरीजों को इस जानकारी का अभाव होता है.
आज हमारे देश में बहुत से लोग मांस मदिरा जैसी चीजों का सेवन नहीं करते हैं लेकिन जो लोग दवाएं खा लेते हैं वे समझो कि मांस खा चुके हैं ऐसे में उन लोगों के लिए अगर कोई दवा दी जा रही हैं तो उसके विषय में जागना जरूरी है क्योंकि ज्यादातर अंग्रेजी दवाएं जानवरों के जिलेटिन से तैयार की जाती हैं।
जो व्यक्ति शाकाहारी होते हैं यह लोग इन दवाओं को सेवन करने से परहेज करते हैं। फिर भी मरीज होने के नाते हमें दवाइयां लेनी पड़ती है क्योंकि हमारे पास कोई और विकल्प नहीं होता।
अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है ? | Angreji dawa kis chij se banti hai ?
अंग्रेजी दवाएं आमतौर पर पाउडर के रूप में होती हैं जिसमें क्रियाशील और अक्रियाशील पदार्थों का मिश्रण होता है जिसे संपीड़ित करके ठोस के रूप में परिवर्तित किया जाता है और टेबलेट बना दिया जाता है। सभी प्रकार के टेबलेट इन्हें पदार्थों के बने होते हैं जिसने कुछ स्नेहक और स्वाद बनाने वाले तब तो मिश्रित किए जाते हैं तथा इन्हें आकर्षक बनाने के लिए रंगों का प्रयोग कर दिया जाता है।
सभी प्रकार के टेबलेट को आकर्षक बनाने के लिए रंगों के साथ साथ चिकना बनाने वाले पदार्थ ही मिलाए जाते हैं जिससे निगलने में आसानी होती हैं सभी प्रकार के टेबलेट और तरल दवाइयों में जिलेटिन का इस्तेमाल किया जाता है जो जानवरों की हड्डियों और खाल से बनता है।
आज के समय में अंग्रेजी दवाओं का बोलबाला है जिसकी वजह से आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक दवाओं का सेवन लोग काम करते हैं जबकि किसी भी प्रकार की अंग्रेजी दवा में प्रयोग किए गए पदार्थों को उसके लेवल पर लिख देना चाहिए जो कि ऐसा नहीं है। इसीलिए ज्यादातर लोग अंग्रेजी दवाओं के बारे में नहीं जानते हैं।
ऐसे नहीं आपको पता होना चाहिए कि अंग्रेजी दवाओं में प्रमुखता जानवरों की हड्डियों खाल और मांस होती है। हमारी दवाइयों के रूप में प्रयोग किए जाने वाले कैप्सूल का ऊपरी हिस्सा जिसे कवर कहा जाए वह जानवरों के जिलेटिन से ही तैयार किया जाता है और इन्हीं कैप्सूल के अंदर पाउडर के रूप में दवाओं का मिश्रण भरा होता है।
इसी प्रकार से कई प्रकार के सिरप भी जानवरों के खून से मांस से और जिलेटिन से तैयार किए जाते हैं।
जिलेटिन क्या है ? | gelatin kya hai ?
जिलेटिन ग्लाइसिन और प्रोलीन अमीनो एसिड से बना रंगहीन पारदर्शी और स्वाद रहित अवयव है यह हड्डियों रेशेदार ऊतकों से प्राप्त होता है जिलेटिन प्रमुख रूप से त्वचा बाल और नाखून का विकास करता है तथा व्यक्ति के अंदर प्रतिरक्षा के रूप में भी कार्य करता है। दवाओं में जिलेटिन का प्रयोग पाउडर कैप्सूल जेली और अन्य प्रकार की खाद्य सामग्री के रूप में प्रयोग किया जाता है यह फास्फोरस विटामिन तांबा का एक अच्छा स्रोत है
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जिलेटिन शाकाहारी है या मांसाहारी ?
दोस्तों अक्सर यह सवाल मन में भरा रहता है की अंग्रेजी दवाई किस चीज से बनती है तो इस संबंध में आपको यही कहा जा सकता है की जितनी भी दवाएं बनती है सभी जिलेटिन से बनी होती है जो पशुओं के शरीर की खाल हड्डियों से प्राप्त की जाती है यहां तक कि कुछ मछलियों जैसे झींगा से भी जिलेटिन तैयार किया जाता है ऐसे में सवाल उठता है कि जिलेटिन मांसाहारी है या शाकाहारी।
सीडीएससीओ के प्रस्ताव में यह प्रस्ताव मिला जिलेटिन एक मांसाहारी पदार्थ है जिसे शाकाहारी रूप में परिवर्तित करने के लिए सैलूलोज का प्रयोग किया जाए।
सही रूप से देखा जाए तो जिलेटिन मांसाहारी होती है फिलहाल स्वास्थ्य मंत्रालय ने किसे विशुद्ध रूप से शाकाहारी नहीं घोषित किया है क्योंकि कई प्रकार के रसायन शाकाहारी के रूप में ना होकर मांसाहारी है। आवश्यक तकनीकी सलाहकार भी से पूर्ण रूप से शाकाहारी नहीं प्रमाणित करता है।
हालांकि शाकाहारी के रूप में सेलुलोज के प्रयोग पर जोर दिया है ताकि भविष्य में किसी भी व्यक्ति की भावनाएं आहत ना हो लेकिन आज भी कहीं ना कहीं सारे कैप्सूल सिरप और टैबलेट जिलेटिन के ही बना कर आते हैं ऐसे में देखा जाए तो जिलेटिन पूर्ण रुप से मांसाहारी कही जा सकती है स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण होती है।
जिलेटिन कैसे बनता है ?
दोस्तों जब हम अंग्रेजी दवाई खा रहे हैं तो यह भी हमें पता है कि यह सभी दवाएं जिलेटिन से बनी होती हैं अक्सर लोगों की जिज्ञासा रहती है कि अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है तो यह जान लेना जरूरी है की अंग्रेजी दवाएं जिलेटिन से बनती हैं परंतु जिलेटिन कैसे बनता है आइए जानते हैं।
जिलेटिन विभिन्न प्रकार के पशुओं की खाल टूटी फूटी सड़ी गली हड्डियों सूअरों के ऊतकों से उबालकर बनाया जाता है। जिलेटिन तैयार करने वाली कंपनियां पशुओं की सड़ी हुई खाल हड्डियां तथा अन्य अंगों को खरीदती हैं और उनके सभी प्रकार के ऊतकों और हड्डियों को काटने वाली मशीन में डालकर टुकड़ों में काट डालते हैं.
फैक्ट्रियों में इन सभी चीजों को अच्छे से उपचार के लिए चूने के ढेर में रखा जाता है लगभग 1 महीने तक रखने के बाद उन्हें एसिड टंकियों में डालकर कार्टिलेज को अलग किया जाता है इसके बाद उसने कास्टिक चुना एसिड और एल्काइन डाले जाते हैं।
इस प्रकार से प्राप्त कच्चे माल से जिलेटिन को तैयार करके उपचार में लाया जाता है कच्चे माल के रूप में प्राप्त जिलेटिन को A प्रकार का जिलेटिन और उसके बाद तैयार किए गए जिलेटिन को B प्रकार का जिलेटिन कहा जाता है कच्चे माल के रूप में प्राप्त जिलेटिन को पानी मे तब तक धोया जाता है जब तक सफेद घोल तैयार हो न जाए यही सफेद घोल जिलेटिन बन जाता है।
इस घोल को कागज की सीटों जैसा तैयार किया जाता है और उन्हें लिफाफे में पैक करके भेज दिया जाता है जिलेटिन में विभिन्न प्रकार के रंग स्वाद मिला दिए जाते हैं जो खाने के बाद अच्छे लगने लगता हैं
जिलेटिन का उपयोग | Jilentin ke upyog
अंग्रेजी दवाओं को तैयार करने में जिस जिलेटिन का प्रयोग किया जाता है वह जिलेटिन शरीर में कई प्रकार के विकास के लिए सहायक होती है। इसके उपयोग शरीर में निम्नलिखित है।
- कोलेजन की मात्रा की पूर्ति करते हैं.
- शरीर पर उत्पन्न होने वाले बाल बचा और नाखूनों के वृद्धि और विकास में सहायक है.
- त्वचा को नरम लोचदार और चमकदार बनाती है तथा सेटेलाइट में सुधार करता है।
- पाचन क्रिया में सुधार करता है और मांस पेशियों को मजबूत बनाता है।
- जिलेटिन का उपयोग दवाओं के अलावा सौंदर्य प्रसाधनों में भी प्रयोग किया जाता है विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में इसका उपयोग किया जाता है और मार्शमैलो व ड्रग्स की कैप्सूल में कोटिंग करने के काम आता है।
- वजन बढ़ाने के लिए भी जिलेटिन खाया जाता है .
- आर्थराइटिस और अस्ट्रियोपोरेसिस जैसे हड्डी रोगों को ठीक करने के लिए भी जिलेटिन उपयोगी है .
जिलेटिन के फायदे | Jilentin ke fayde
- वजन को कम करता है जिलेटिन का प्रयोग करने से व्यक्ति को भूख कम लगती है पेट भरा महसूस होता है जिसकी वजह से वजन कम होता है।
- जोड़ों के दर्द को ठीक करता है।शरीर के विभिन्न हिस्सों के जोड़ो घुटनों में दर्द कम करता है अर्थराइटिस की समस्या को दूर करता है और हड्डियों के रोग ठीक हो जाते हैं
- जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है उन लोगों के लिए जिलेटिन ओमेगा 3 फैटी एसिड और इंसुलिन बनाने में मदद करता है
- जिलेटिन में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है जिसकी वजह से लोगों की दांत की समस्याएं भी ठीक हो जाती है दांतों की सड़न और कैविटी को दूर करता है
- पेट और पाचन समस्या को दूर करता है जिससे कब्ज एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होती।
FAQ : अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है ?
कैप्सूल का कवर किससे बना होता है ?
गोलियां किस चीज से बनी होती है ?
जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं में क्या अंतर है ?
निष्कर्ष
अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है दोस्तों बात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिकांश लोग अंग्रेजी दवाओं के बनने के फार्मूले से वाकिफ नहीं होते हैं जिसकी वजह से एक शाकाहारी व्यक्ति को भी मांसाहारी के रूप में रहना पड़ रहा है। इस संदर्भ में चाहिए कि किसी भी प्रकार की अंग्रेजी दवाई के विषय में सभी उपभोक्ताओं को जानकारी होना जरूरी है.
ऐसा ना हो कि इसके प्रयोग से व्यक्ति को एक नई समस्या से सामना करना पड़े। अंग्रेजी दवाओं के संदर्भ में इसलिए भी इन सब बातों को जानना जरूरी है क्योंकि जो लोग धार्मिक पवित्रता और आध्यात्मिक की ओर उन्मुख रहते हैं उनके साथ किसी प्रकार का कोई अन्याय ना हो बहुत सारे लोग अंग्रेजी दवाओं से इसीलिए कतराते हैं.
क्योंकि कहीं ना कहीं वे लोग इसके विषय में जानते हैं लेकिन जो लोग अपनी दवाओं का प्रयोग करते हैं और ना चाहते हुए करना पड़ता है तो ऐसे लोगों को अंग्रेजी दवा किस चीज से बनती है यह जानना जरूरी है।
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