Mahilao me banjhpan kyu hota hai ? किसी भी महिला के लिए संसार का सबसे बड़ा सुख उसकी संतान है और हर दंपत्ति का यह सपना होता है कि उसके घर आंगन में बच्चों की किलकारियां गूंजे और घर में बच्चों की किलकारीयों से सभी लोग प्रसन्न रहें. परंतु बहुत से दंपत्ति इस सुख से वंचित हैं।
यदि किसी भी महिला पुत्र या पुत्री के रूप में कोई संतान नहीं होती है, तो समाज में उसे बाँझ कहा जाता है। परंतु किसी महिला को संतान ना होने का कारण क्या है ? इसके पीछे कौन कौन से कारण उत्तरदाई हैं ? जिसके कारण महिला बांझपन से जूझती है। बांझपन का प्रमुख कारण इनफर्टिलिटी होता है.
इनफर्टिलिटी का अर्थ बच्चे ना होना। यह समस्या पुरुष और महिला दोनों में होती है. क्योंकि कभी-कभी महिला में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती है. परंतु पुरुष शुक्राणु की कमी के कारण बच्चे नहीं होते हैं. कभी-कभी महिला में भी अंडाणु का उत्सर्जन नहीं होता है या फिर बहुत कम मात्रा में होता है.
ऐसे में महिला बांझपन का शिकार हो जाती है। यदि किसी भी महिला को बच्चे नहीं होते हैं, तो दोनों लोगों की जांच होना जरूरी है. जिससे समस्या का समाधान किया जा सके।
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महिला बांझपन क्या है ? | female infertility
महिला बांझपन को इनफर्टिलिटी कहा जाता है. जब कोई महिला गर्भधारण नहीं कर पाती है, तो ऐसी समस्या उत्पन्न होती है. वास्तव में महिला का बांझपन उसके गर्भाशय में काली के कारण होता है. कभी-कभी अंडाणुओ का सही से उत्सर्जन नहीं हो पाता है या कम मात्रा में उत्पन्न होते हैं।
इसके अलावा गर्भाशय के अंदर किसी भी प्रकार की सिस्ट बन जाने या अन्य कारण से भी गर्भधारण नहीं हो पाता है. जिसे महिला कहा जाता है। इनके अलावा अंय कई कारण हैं. जिनकी वजह से महिला में बांझपन आता है।
महिला बांझपन के कारण कौन से है ? | causes of female infertility
महिलाओं में फीमेल इनफर्टिलिटी की समस्या कई कारण है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं :
1. गर्भाशय में परेशानी होना
यदि किसी महिला के गर्भाशय में किसी भी प्रकार की अनावश्यक कमी होती है जैसे- पोलिप, रसौली, निशान, आसंजन, आस्थानिक आदि, तो गर्भधारण करने में समस्या होती है. जिससे किसी भी प्रकार की संतान नहीं होती है और बांझपन होता है।
इन समस्याओं की वजह से गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है. गर्भाशय ग्रीवा में बलगम बन जाता है, जो शुक्राण को अंडाणुओ से मिलन करने में बाधा उत्पन्न करते हैं।
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2. ओव्यूलेशन की कमी
ओव्यूलेशन ने किसी प्रकार की कमी होने से प्रजनन करने वाले हार्मोन में परेशानी होती है या प्रोजेस्ट्रॉन जैसे हार्मोन कम मात्रा में उत्पन्न होते हैं. जिसे महिला में असामान्य या कम मात्रा में ओव्यूलेशन होता है और गर्भधारण ना होने से बांझपन हो जाता है.
3. पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम PCOD
PCOD के कारण अंडाशय में कई सारे फॉलिकल बनती है. जिससे परिपक्व को बनते हैं। PCOD के कारण अंडाणु फर्टिलाइजेशन के द्वारा परिपक्व को अंडे नहीं बन पाते हैं और गर्भधारण करने की क्षमता नहीं रह जाती है।
4. सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज
यौन क्रियाओं के कारण बहुत सी बीमारियां फैल जाती हैं. जैसे- गोनोरिया, एड्स आदि। इन बीमारियों के कारण फेलोपियन ट्यूब में सूजन आ जाती है. जिससे पुरुष शुक्राणु अंदर तक नहीं पहुंचते हैं और फर्टिलाइजेशन प्रक्रिया नहीं हो पाती है. क्योंकि इस तरह की बीमारियां फेलोपियन ट्यूब को ब्लॉक कर देती हैं।
5. अनिमित रूप से भोजन करना
किसी भी महिला के लिए खानपान विशेष महत्व रखता है. क्योंकि महिलाओं में कई प्रकार की तक तो की आवश्यकता ज्यादा होती है. यदि महिलाओं का खान पान सही नहीं है, तो गर्भाशय मेंओव्यूलेशन विकार हो जाता है. जिसे बांझपन की समस्या उत्पन्न होती है, खासतौर पर मोटापा प्रमुख समस्या होती है.
6. शराब या ड्रग का सेवन करना
जो महिलाएं शराब या ड्रग का सेवन अधिक करती हैं. उनमें फर्टिलिटी कम हो जाती है, साथ ही अधिक नशे के कारण भ्रुण बनने की प्रक्रिया बाधित होती है और महिला में बांझपन की समस्या उत्पन्न होती है
7. पुरुष में कमी
कई बार ऐसा भी होता है कि महिला में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होती है. परंतु पुरुषों के शुक्राणु ने कमी पाई जाती है. इस वजह से भी महिलाओं ने गर्भधारण की क्षमता नहीं रह जाती है और बाँझपन हो जाता है।
8. असुरक्षित यौन संबंध
असुरक्षित यौन संबंध के कारण भी महिलाओं में गर्भाशयी समस्या उत्पन्न हो जाती है और संतान होने में दिक्कत होती है।
9. कम उम्र में यौन संबंध
बहुत सी लड़कियां कम उम्र में सेक्स करती हैं। कम उम्र में सेक्स करने से कई प्रकार की गर्भाशय में दिक्कतें हो जाती है. जैसे- फेलोपियन ट्यूब में खिचाव, कम उम्र में सेक्स करने से संतान हीनता होती है।
10. अधिक उम्र होना
आजकल के समय में लड़कियों का विवाह एक सही समय में नहीं होने के कारण उनकी गर्भधारण करने की क्षमता कम हो जाती है, अधिक उम्र होने के बाद विवाह होने पर गर्भधारण करना कठिन हो जाता है. जिससे संतान हीनता होती है।
11. चेहरे पर बालों का होना
बहुत सी महिलाओं को चेहरे पर पुरुष के समान बाल उग आते हैं और यह लक्षण बांझपन का हो सकता है।
12. यौन क्रिया में कमी का होना या सेक्स करने की इच्छा ना होना
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यदि महिलाएं सेक्स करने की इच्छा बिल्कुल नहीं रखती हैं, तो उनमें भी बाँझपन आ जाता है।
13. वजन का बढ़ना
जिन महिलाओं का वजन दिन प्रतिदिन बढ़ता है या मोटापा देखा जाता है. उन महिलाओं में गर्भधारण की क्षमता कम हो जाती है और संतान हीनता उत्पन्न होती हैं।
14. यौन क्रिया के दौरान दर्द होना
बहुत सी महिलाओं को यह पहली बार सेक्स करती है, तो दर्द होना स्वभाविक है. परंतु हर बार सेक्स करने के बाद अत्यधिक दर्द होता है, तो निश्चित रूप से यह बाँझपन का लक्षण हो सकता है।
महिलाओं में बांझपन के लक्षण
- अनियमित रुप से मासिक धर्म ना होना.
- महिलाओं में अनियमित से मासिक धर्म होता है, तो यह बांझपन का कारण बन सकता है।
- मासिक धर्म का न आना
- यदि महिला को मासिक धर्म नहीं आता है, तो कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाएंगी और बांझपन भी हो जाता है।
फीमेल इनफर्टिलिटी का इलाज क्या है ? | Banjhpan ka ilaj
बांझपन की समस्या फीमेल इनफर्टिलिटी के कारण है। Banjhpan ka ilaj के लिए की फर्टिलिटी दवाइयां दी जाती है. जिनसे इलाज संभव है। कुछ महिलाओं को यदि दवाई से इलाज नहीं होता है, तो उनकी सर्जरी करनी होती है या अन्य कई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। फीमेल इनफर्टिलिटी का इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है।
1. फर्टिलिटी की दवाईयां देकर
फर्टिलिटी की दवाइयां उन महिलाओं को दिया जाता है. जिनमें ओव्यूलेशन विकार होता है। इन दवाइयों की उपयोग सेओव्यूलेशन को विनियमित या उत्तेजित किया जाता है। कुछ दवाएं अंडाणु को उत्पन्न करने के लिए दिया जाता है. जैसे- एफ.एस.एच फॉलिकल, स्टिमुलेटिंग हार्मोन और एल.एच ल्यूटीनाइज़िन्ग हार्मोन.
2. सर्जरी करके
जब महिलाओं को दवा की माध्यम से समस्या का निजात नहीं किया जा सकता है, तो डॉक्टर लेप्रोस्कोपी या हिस्ट्रोस्कोपी सर्जरी करने की सलाह देकर सर्जरी करते हैं। महिला संतान उत्पत्ति का प्रमुख हिस्सा है. यदि किसी भी प्रकार की समस्या महिला को है.
जिसकी वजह से उसमे बांझपन होता है, तो इसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। ऐसे में तुरंत इलाज करना आवश्यक है. आजकल बांझपन की समस्या तेजी से फैल रही है, बेहतर यही है इस समय रहते इलाज किया जाए।
बांझपन दूर करने के घरेलू उपाय क्या है ? | banjhpan ke gharelu nuskhe
बांझपन को दूर Banjhpan ka ilaj करने के लिए निम्नलिखित उपाय कारगर हैं, जो कि इस प्रकार है :
1. खजूर
खजूर में विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाई जाती है, जो गर्भधारण की क्षमता को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद है.
2. अश्वगंधा
अश्वगंधा में प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने का गुण पाया जाता है. यह पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए बहुत ही फायदेमंद है, खास तौर पर बांझपन को दूर करने के लिए अश्वगंधा मददगार होता है.
3. सेंधा नमक
सेंधा नमक प्रजनन क्षमता को बड़ा देता है.
4. फोलिक एसिड
फोलिक एसिड से भरपूर दवाई लेने से भ्रूण संबंधी विकार दूर हो जाती है और स्त्री में प्रजनन की क्षमता बढ़ा देते हैं।
5. अनार
अनार शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी है तथा महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बड़ा देता है और रक्त प्रवाह भी बढ़ाता है. जिसे रक्त करवा गर्भाशय तक पहुंचता है।
6. ओमेगा 3 और डीएचए
यह महिलाओं में अण्डोत्सर्ग के लिये बहुत उपयोगी है.
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7. जामुन
जामुन महिलाओं में पिट्यूटरी ग्रंथि को प्रभावित करके प्रोलैक्टिन को बढ़ा देता है और हार्मोन संतुलन का कार्य करता है।
8. अच्छा नाश्ता करें
दिन भर के भोजन को लोग बड़े आराम से खाते हैं. परंतु सुबह की नाश्ते को ध्यान नहीं देते है. जबकि सुबह का नाश्ता उसे भरपूर होना जरुरी है. जिसे हार्मोन बदलाव होता है और गर्भधारण की क्षमता की बढ़ती है।
9. वसा से बचें
ट्रांस वसा का सेवन करने से टिंबर ग्रंथ में दिक्कत होती है. इसलिए कभी भी अत्यधिक ट्रांस वसा का सेवन न करे।
10. फाइबर युक्त भोजन
हमेशा फाइबर युक्त और संतुलित भोजन करें. जिससे हार्मोन पर प्रभाव पड़ता है, साथ ही गर्भ जैसी समस्या ठीक होती है।
11. प्रोटीन युक्त भोजन
प्रोटीन युक्त भोजन शरीर का विकास करता है और प्रजनन क्षमता को सुधारता है.
12. शारीरिक सक्रियता
सभी रोगों की सही और उचित दवा शारीरिक सक्रियता है, अपने शरीर को हमेशा सक्रिय और स्वस्थ बनाएं. इसके लिए योगा, व्यायाम आदि एक्सरसाइज करें. जिससे सभी प्रकार की समस्या दूर होती है और बाँझपन का खतरा खत्म हो जाता है।
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