भविष्य जानने का शिव मंत्र क्या है? भविष्य देखने का मंत्र जाने !

Bhavishya janne ka shiv mantra : भविष्य जानने की इच्छा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया World के लोगों के मन में होती है दुनिया का हर एक आदमी आने वाला कल Tomorrow देखना चाहता है वह देखना चाहता है कि हमारा भविष्य Future किस प्रकार हो सकता है क्या हम आने वाले समय में तरक्की करेंगे या फिर हमारा जीवन इसी प्रकार चलता रहेगा |

वहीं बहुत से लोग यह भी जानना चाहते हैं कि कि आज हम परेशान हैं क्या हमेशा Always इसी प्रकार परेशान रहेंगे या फिर आने वाले समय में हमारी परेशानियों का कोई समाधान Solution नहीं निकलेगा इस प्रकार से कहा जा सकता है कि दुनिया का हर एक आदमी भविष्य Future जाने का इच्छुक है परंतु यदि आप भविष्य जानने के शिव मंत्र का मतलब जानना चाहते हैं |

तो इसका मतलब आप भविष्य Future में कुछ करना चाहते हैं इसके लिए आप किसी भी तरह कि मेहनत करने के लिए तैयार होते हैं तब आप आसानी के साथ अपना भविष्य देख पाएंगे इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि भविष्य Future को इतनी आसानी से जाना जा सकता है उसके लिए हमें तंत्र मंत्र Black magic पूर्ण ज्ञान होना आवश्यक है |

क्योंकि बिना तंत्र मंत्र की जानकारी के भविष्य Future  देखना कोई सपना देखने के बराबर है अगर आप अपना भविष्य देखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सर्वप्रथम तंत्र मंत्र के विषय में जानकारी हासिल करनी होगी |

क्योंकि जितना आप तंत्र मंत्र Black magic जानेंगे उतना आपके लिए भविष्य देखना आसान होगा भविष्य Future देखना सिर्फ और सिर्फ मंदिरों के माध्यम से ही मुमकिन है और उन मंत्रों में एक मंत्र शिव मंत्र भी होता है जो मंत्र के माध्यम से भविष्य देखना बहुत आसान हो जाता है ।

“ॐ नमः शिवाय”

भविष्य कैसे देखें ? How to see the future

यदि आप अपने जीवन में हो रही घटनाओं से संतुष्ट नहीं है और आने वाले कल के लिए आप बहुत अधिक प्रयास कर रहे हैं परंतु आपको किसी प्रकार की कोई सफलता प्राप्त नहीं हो रही है और आप जानना चाहते हैं कि आने वाला समय आपके लिए किस प्रकार होने वाला है तो उसके लिए आपको बहुत से मंत्रों को सिद्ध करने की आवश्यकता है |

परंतु उन बहुत से मंत्रों में से एक ऐसा मंत्र भी है जिसे शिव मंत्र के नाम से जाना जाता है उसे सिद्ध करने मात्र से आपकी समस्या समस्याओं का समाधान हो जाएगा आप अपने भविष्य को देख सकेंगे कि आने वाला समय आपके लिए किस प्रकार लाभदायक होने वाला है |

क्योंकि जब हमें यह ज्ञात होता है कि आने वाले समय में हमें किस प्रकार की कौन सी सुविधा मिलने वाली है तो हम उस प्रकार से कार्य करते हैं यदि हमें यह ज्ञात हो जाए कि आने वाले समय में हम किस रास्ते पर चलें कि आने वाला समय हमारे लिए लाभप्रद हो |

तो शायद यह हमारा जीवन कुछ आसान हो सकता है और हम सारे रास्ते छोड़कर उसी रास्ते पर चलेंगे जिसके माध्यम से हमें हमारा फ्यूचर अच्छा दिखाई देगा । भविष्य जानने का शिव मंत्र जाने के लिए आपको कठोर तपस्या करने की आवश्यकता होती है |

अपना भविष्य जानने का तरीका क्या है ? Way of knowing the future

यदि आप अपने आने वाले कल को आज देखना चाहते तो उसके लिए आपको अपनी कुंडली बनाने की आवश्यकता होगी क्योंकि कुंडली में आपके ग्रहों की दशा देखे जाते हैं जिनके आधार पर यह निश्चित होता है कि आपके आने वाले समय में आपको कौन से लाभ और कौन से हानि होने वाली है |

aankh future man AC

आपका जीवन किस प्रकार व्यतीत होने वाला है क्योंकि हमारी कुंडली में जो योग बनते हैं उन्हें योग के माध्यम से जो घटनाएं करते हैं वही घटनाएं हमारे जीवन के शहर को निश्चित करते हैं कि हमारे जीवन में कौन सी घटना घटेगी और कौन सी समस्याएं आएंगी और कौन से लाभ होंगे ।

इन समस्याओं एवं समस्त जानकारियों को हम कुंडली के माध्यम से जान सकते हैं और भविष्य जानने का शिव मंत्र जानना भी हमते जीवन के लिके आवश्यक होता है । इसलिए हिंदू धर्म में कुंडली बनाना बहुत अधिक आवश्यक माना गया है क्योंकि जब कभी किसी की शादी होती है या किसी भी धार्मिक अनुष्ठान के लिए कुंडली की आवश्यकता पड़ती ही है ।

जन्मदिन से पता करें कैसा होगा आने वाला कल ? Know by birthday how will be tomorrow

हमारे जीवन काल में हमारे जन्मदिन का एक बहुत अधिक महत्व होता है हम जिस दिन जन्म लेते हैं वह दिन हमारे लिए कैसा है यह जानना हमें आवश्यक है क्योंकि हम दिनों के माध्यम से अंदाजा लगाते हैं कि हमारा जीवन किस प्रकार होने वाला है हमारे जीवन की समस्त घटनाएं हमारे जन्मदिन से ही निर्धारित होते हैं |

इन सभी घटनाओं का कुछ ना कुछ आपसे संबंध होता है हमारे जन्मदिन की जो तारीख होती है उस के माध्यम से हमारी कुंडली बनाई जाती है और उस कुंडली में हमारी तो योग बनते हैं उन योग के माध्यम से हमारे जीवन में होने वाली घटनाओं का सार बनता है और उन्हें योग के माध्यम से हमारे जीवन में लाभ हानि एवं सभी प्रकार की घटनाएं घटती हैं |

कहने का सीधा सा मतलब यह है कि यदि हम अपने जन्मदिन का सही समय जानते हैं कि हमारा जन्म किस सन में किस तारीख में किस पक्ष में किस समय दिन के किस शहर में हुआ है तो हम अपने आने वाले कल के विषय में बहुत याद आने के साथ जान सकते हैं कि हमारे आने वाला कल अच्छा होगा या खराब ।

दिव्य दृष्टि प्राप्त करने का तरीका क्या है ? How to get divine vision

आज के समय में मनुष्य दिव्य दृष्टि नाम के इस शब्द को बहुत कम ही जानता है परंतु जो लोग इस शब्द को जानते हैं वह इससे जुड़ना चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि दिव्य दृष्टि किस प्रकार से प्राप्त की जा सकती है सबसे पहले हम आपको यह बता देते हैं कि दिव्य दृष्टि होती क्या है |

दिव्य दृष्टि एक ऐसी नेत्र शक्ति होती है जिसके माध्यम से हम अपना भूत भविष्य और वर्तमान देख सकते हैं और सिर्फ अपना ही नहीं बल्कि हमारे पास जो कोई भी आता है हम उसका भूत भविष्य एवं वर्तमान देख सकते हैं । ऐसे में सवाल ये उठता है कि दिव्य दृष्टि प्राप्त करने के लिए हमें क्या करना होगा |

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दिव्य दृष्टि प्राप्त करने के दो तरीके हैं सर्वप्रथम तरीका तो तपस्या है जो कि बहुत अधिक कठिन होता है दिव्य दृष्टि प्राप्त करने के लिए हमें कठोर तप करने की आवश्यकता होती है जिसके माध्यम से हम बहुत ही आसानी के साथ दिव्य दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं |

परंतु वह तपस्या इतनी जटिल होती है कि वह हर किसी के बस की नहीं होती है परंतु दिव्य दृष्टि प्राप्त करने का एक दूसरा तरीका राजयोग भी है राज्यों के माध्यम से आप बहुत आसानी के साथ दिव्य दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं और उसमें आपको बहुत अधिक कठिन परिश्रम करने की आवश्यकता भी नहीं होती हैं ।

भगवान शिव को प्रसन्न करने का मंत्र कौन सा है ? Mantra to please Lord Shiva

देवों के देव महादेव के विषय में तो आपको ज्ञात ही होगा शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे उनके विषय में कोई जानकारी ना हो क्योंकि महादेव देवाधिदेव कहे जाते हैं परंतु सवाल ये उठता है कि महादेव को किन मंत्रों के माध्यम से पसंद किया जा सकता है |

जैसा कि आपने सुना ही होगा कि रावण एक ऐसा राक्षस था जो कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के सभी तरीके जानता था और राक्षस होने के बावजूद कैसे भगवान को प्रसन्न लेता था तो आपको बता देते हैं कि यह सब मंत्रों के माध्यम से मुमकिन है |

अंत में सवाल ये उठता है कि आखिर वह कौन सा मंत्र है जिसके माध्यम से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है तो जवाब के तौर पर हम आपको वह मंत्र बता देते हैं इसके माध्यम से आप भगवान शिव को प्रसन्न कर किसी भी वरदान को प्राप्त कर सकते हैं उन मंत्रों का एक हिस्सा इस प्रकार है –

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ॐ अघोराय नम:
ॐ शर्वाय नम:
ॐ विरूपाक्षाय नम:
ॐ विश्वरूपिणे नम:
ॐ त्र्यम्बकाय नम:
ॐ कपर्दिने नम:
ॐ भैरवाय नम:
ॐ शूलपाणये नम:
ॐ ईशानाय नम:
ॐ महेश्वराय नम:

इस दुनिया में जीने के लिए हमें भविष्य देखने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि हमें अपने वर्तमान में बहुत अधिक जीने की आवश्यकता होती है क्योंकि हम जितना अधिक वर्तमान में जीते हैं उतना अधिक हमारा भविष्य उज्जवल होता जाता है हमें अपने वर्तमान में बहुत अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है |

जितना अधिक हम मेहनत करेंगे उतना अधिक हमारा भविष्य बेहतर होगा | जब हम मेहनत करते हैं तो ना सिर्फ हमारा आज बल्कि आने वाला कल बहुत अच्छा होता है क्योंकि हम मेहनत आने वाले कल के लिए ही करते हैं वैसे मैं आपको बहुत अधिक भविष्य में जागने की आवश्यकता नहीं है  |

परंतु यदि आप भविष्य देखना ही चाहते हैं तो उसके लिए आपको कठोर तप करने की आवश्यकता पड़ेगी यदि आप कर सकते हैं तो आप बिल्कुल करें परंतु किसी भी समस्या से पहले आपको उसके विषय में संपूर्ण जानकारी करनी आवश्यक है |

जब आप उस विषय में संपूर्ण जानकारी एकत्रित कर लेते हैं तो उसके उपरांत आप किसी भी तपस्या के लिए तैयार हो जाते हैं और फिर आप आसानी के साथ कोई भी तप कर सकते हैं और किसी भी भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं ।

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