बुधवार के मंत्र | Budhwar Mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका आज के हमारे इस लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से बुधवार के मंत्र के बारे में बताने वाले हैं वैसे तो हमारे हिंदू धर्म में सप्ताह के 7 दिन किसी न किसी देवता को अर्पित किए गए हैं.
उसी प्रकार भगवान श्री गणेश का दिन बुधवार का माना जाता है हमारे हिंदू धर्म के अनुसार गणेश भगवान को विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त हनुमान जी की श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करता है गणेश भगवान उनकी मनोकामना को पूर्ण कर देते हैं.
भगवान श्री गणेश की सच्चे दिल से पूजा अर्चना की जाती है तो हमारी विघ्नहर्ता अपने भक्तों के सारे दुख दर्द दूर कर देते हैं ऐसा कहा जाता है किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है किसी भी देवी देवता की पूजा प्रारंभ करने से पहले अगर भगवान गणेश की पूजा ना की जाए.
तो वह पूजा अधूरी मानी जाती है तो इसीलिए बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है अगर इस दिन विधि विधान पूर्वक गणेश की पूजा की जाए तो भगवान गणेश जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के कुछ मंत्र बताए गए हैं.
जिनको अगर भक्त बुधवार के दिन पूरे मन से जपते हैं तो उनके हर कष्ट दूर हो जाते हैं इसीलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से बुधवार के मंत्र बताने वाले हैं इन मंत्रों के द्वारा आप अपने कष्टों को दूर कर सकते हैं.
अगर आप लोग बुधवार के मंत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आप लोगों को इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके.
- 1. बुधवार के मंत्र | Budhwar Mantra
- 2. बुधवार के दिन करें इन मंत्रों का जाप | budhwar mantra jaap
- 2.1. 1. गणेश गायत्री मंत्र
- 2.2. 2. तांत्रिक गणेश मंत्र
- 2.3. 3. गणेश कुबेर मंत्र
- 3. बुधवार का बीज मंत्र | Budhwar ka beej mantra
- 4. बुधवार की पूजा विधि | Budhwar ki puja vidhi
- 5. बुधवार मंत्र के फायदे | Budhwar mantra ke fayde
- 5.1. पूजा विधि
- 5.2. मंत्र
- 6. बुधवार की आरती | Budhwar Aarti
- 7. FAQ : बुधवार के मंत्र
- 7.1. बुधवार का दिन कैसे करें?
- 7.2. गणेश जी का मंत्र क्या है?
- 7.3. बुधवार को क्या नहीं करना चाहिए?
- 8. निष्कर्ष
बुधवार के मंत्र | Budhwar Mantra
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।
अगर आप लोग बुधवार के दिन इस मंत्र का जाप करते हैं तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं इस मंत्र का जाप आपको 108 बार करना है.
बुधवार के दिन करें इन मंत्रों का जाप | budhwar mantra jaap
1. गणेश गायत्री मंत्र
‘ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात।।’
अगर आप लोग अपनी सभी मनोकामना को पूर्ण करना चाहते हैं तो आपको बुधवार के दिन इस मंत्र का जाप करना चाहिए इस मंत्र का जाप आपको 108 बार करना है अगर व्यक्ति ने 11 दिन तक गणेश गायत्री मंत्र का जाप कर लिया तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और उसका भाग्योदय बदल जाता है.
2. तांत्रिक गणेश मंत्र
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरू गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋदि्ध पति, सिदि्ध पति। मेरे कर दूर क्लेश।।
अगर व्यक्ति अपने सभी दुखों को नष्ट करना चाहता है तो हमारे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा बताया गया है कि बुधवार के दिन सुबह भगवान शिव और माता पार्वती गणेश जी की पूजा करनी चाहिए बुधवार के दिन यानी कि पूजा के दिन आपको इस मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए.
इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी दुख दूर हो जाते हैं लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना है इस मंत्र का जाप करते समय आपको पूर्ण सात्विक होना आवश्यक है आपको पूजा के दिन मांस , मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना है.
3. गणेश कुबेर मंत्र
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
अगर आपकी जीवन में धन संबंधित कोई भी परेशानी है तो आपको बुधवार के दिन गणेश कुबेर मंत्र का जाप करना चाहिए इस मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में कभी भी धन संबंधित कोई भी परेशानी नहीं आएगी इस मंत्र का आपको नियमित रूप से जाप करना होगा क्योंकि इस मंत्र के द्वारा आप अपने कर्ज से भी मुक्ति पा सकते हैं और इस मंत्र से आपको धन के नए नए स्रोत भी मिलते हैं.
बुधवार का बीज मंत्र | Budhwar ka beej mantra
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः!
बुधवार की पूजा विधि | Budhwar ki puja vidhi
अगर आप लोग बुधवार के दिन पूजा करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बुधवार के दिन सुबह प्रातकाल उठकर स्नान आदि से निश्चित होने के बाद आपको पंचोपचार से गणेश भगवान की पूजा करनी है उसके बाद उन्हें रोली मोली ,अक्षत , जनेऊ , दूर्वा , दीपक , धूप , फूल आदि चीजें अर्पित करनी है उसके बाद भोग में आपको मोडक या फिर मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाना है.
उसके बाद बुध देवता का स्मरण करते हुए बुद्ध यंत्र की पूजा भी करनी है उसके बाद आपको जल में हरी इलायची और कपूर मिलाकर बुध देवता को अर्घ्य दें. ‘ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाये नम:’ मंत्र का 5 माला जाप करें. और उसके साथ आपको गणेश चालीसा का पाठ करना है आरती करके बुध की पूजा को समाप्त कर देना बुधवार के दिन गरीबों को दान अवश्य करे.
बुधवार मंत्र के फायदे | Budhwar mantra ke fayde
- अगर आप लोग बुधवार के दिन इन तीन मंत्रों का जाप करते हैं तो इससे आपका दिमाग तेज होता है और व्यापार में भी तरक्की मिलती है.
- हमारे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा बताया गया है कि अगर बुधवार मंत्र जाप किया जाए तो उसे मानसिक तनाव में राहत मिलती है मन की एकाग्रता बढ़ जाती है.
- नई कामयाबी मिलती है बुध के शुभ योग मिलते हैं और ग्रह के शुभ प्रभाव से दिमाग भी तेज होता है अगर आपका बुध शुभ होता है तो आपके बिजनेस और लेने में भी फायदा प्राप्त होता है.
- इसलिए हमने आप लोगों को बुधवार के कुछ ऐसी खास मंत्र नीचे बताए हैं जिन का जाप करने से बुध के अशुभ प्रभाव दूर हो जाते हैं।
पूजा विधि
इन सारी चीजों को पाने के लिए आपको बुधवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद किसी नवग्रह मंदिर पर जाकर बुध देवता की पूजा करनी है उसके बाद बुध देवता को हरे रंग के कपड़े चढ़ाने हैं और उनको भोग में दही भात और गुड समर्पित करना है इस विधि के दौरान आपको पूजा में नीचे दिए गए मंत्र का किसी 1 का कम से कम 5 बार जाप करना है।
मंत्र
बुध त्वं बुद्धिजनको बोधद: सर्वदा नृणाम्।
तत्वावबोधं कुरुषे सोमपुत्र: नमो नम:।।
ऊं बुं बुधाय नम:
ऊं ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:
- उसके बाद आपको थोड़ा सा प्रसाद लेकर खा लेना है और दूसरों में भी बांट देना है.
- अगर आप प्रक्रिया से बुध देवता की पूजा करते हैं तो आपका मानसिक तनाव कम हो जाता है और आप की बुद्धि तेज हो जाती है.
- अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह अशुभ होता है या फिर किसी से पीड़ित होते हैं तो इस व्यक्ति को इस तरह से बुधवार के दिन पूजा करनी चाहिए.
बुधवार की आरती | Budhwar Aarti
आरती युगलकिशोर की कीजै।
तन मन धन न्योछावर कीजै॥
गौरश्याम मुख निरखन लीजै।
हरि का रूप नयन भरि पीजै॥
रवि शशि कोटि बदन की शोभा।
ताहि निरखि मेरो मन लोभा॥
ओढ़े नील पीत पट सारी।
कुंजबिहारी गिरिवरधारी॥
फूलन सेज फूल की माला।
रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला॥
कंचन थार कपूर की बाती।
हरि आए निर्मल भई छाती॥
श्री पुरुषोत्तम गिरिवरधारी।
आरती करें सकल नर नारी॥
नंदनंदन बृजभान किशोरी।
परमानंद स्वामी अविचल जोरी॥
FAQ : बुधवार के मंत्र
बुधवार का दिन कैसे करें?
गणेश जी का मंत्र क्या है?
बुधवार को क्या नहीं करना चाहिए?
निष्कर्ष
जैसा कि आज हमने आप लोगों के माध्यम से बुधवार के मंत्र के बारे में बताने का प्रयास किया है उसके साथ हमने आपको बुधवार के उपाय भी बताए हैं बुधवार मंत्र के फायदे और बुधवार मंत्र का बीज मंत्र क्या है बुधवार के दिन और कौन से मंत्र का जाप करना चाहिए.
इन सारे विषयों की शिक्षा से जानकारी दी है अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी.