Dast ki tablet kaunsi hoti hai ? दोस्तों दस्त एक ऐसी बीमारी है जो कभी ना कभी जीवन में व्यक्ति को हो जाती है जिसकी वजह से व्यक्ति को लगातार पतला दस्त होने लगता है लगातार मल त्यागने की आवश्यकता बनने लगती है जिससे व्यक्ति परेशान हो जाता है।
दस्त एक ऐसी समस्या है जो जीवन में कभी ना कभी व्यक्ति को होती जरूर है जिसकी वजह से व्यक्ति 1 से 2 दिन तक परेशान रहता है क्योंकि उसको बार-बार जल्दी-जल्दी मल त्यागने जाना पड़ता है उसे हर वक्त एहसास होता रहता है कि वह शौचालय में ही बैठा रहे।
दस्त जिसे अतिसार डायरिया लूज मोशन के नाम से जाना जाता है जिसका सीधा तात्पर्य व्यक्ति के पेट में गड़बड़ी होने पर पतला मल त्याग करना पड़ता है जिस धीरे-धीरे व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी हो जाती है और व्यक्ति को कमजोरी महसूस होती चक्कर आना महसूस होता है कभी-कभी व्यक्ति चकरा कर गिर पड़ता है।
हालांकि यह कोई बहुत गंभीर बीमारी नहीं होती है बल्कि शरीर में पेट में किसी प्रकार से वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन होता है इसके अलावा कभी-कभी फूड पॉइजनिंग के कारण भी हो सकता है।
वैसे तो दस्त 1 या 2 दिन में ठीक हो जाते हैं परंतु कभी-कभी हफ्ता या दो हफ्ता तक हो जाता है जब यह लंबे समय तक होता है तो डायरिया के रूप में क्रॉनिक हो जाता है। क्रॉनिक अवस्था में दस्त पहुंचने के बाद देखते शारीरिक रूप से अत्यधिक लाचार हो जाता है।
दस्त के क्या लक्षण हैं ?
दस्त कैसे होता है किसे कहते हैं यदि इसके लक्षणों के बारे में यदि जानने का हम प्रयास करें तो हम कई प्रकार के लक्षण हमारे सामने प्रकट होते हैं आइए हम दस्त के लक्षणों के बारे में पहले बात करते हैं-
- यदि हम दस्त के लक्षणों पर ध्यान देते हैं तो लूज मोशन होने के कारण कई प्रकार के लक्षण दिखाई देते है दस्त कई कारणों से होता है।
- कभी-कभी पेट का निर्जलीकरण अथवा विषाक्त भोजन के कारण भी दस्त होता है हां यह दस्त के लक्षण के बारे में बात करते हैं जो इस प्रकार से है
- डायरिया हो जाने से निर्जलीकरण हो जाता है जिससे शरीर में पानी की मात्रा की कमी हो जाती है और दस्त होते हैं इसके अलावा उल्टी भी हो सकती हैं
- डायरिया की वजह से मितली बनी रहती है हर वक्त उल्टी करने का एहसास होता है और कभी-कभी हो जाती है
- दस्त की वजह से पेट में दर्द सूजन होता है पेट रह-रहकर ऐठन महसूस कराता है
- दस्त होने की वजह से व्यक्ति को बार-बार मल त्यागने के लिए शौचालय जाना पड़ता है भले ही मल निकले लेकिन पानी के रूप में दस्त होता है।
- व्यक्ति को बुखार और सिर दर्द की समस्या बन जाती है।
- शरीर से पानी और नमक की मात्रा कम हो जाने के कारण कमजोरी महसूस होती है और आलस्य तथा निष्क्रियता होती है.
- दस्त के रूप में पानी बाहर हो जाने की वजह से त्वचा और होठों पर रूखापन महसूस होता रहता है बार-बार पानी पीने की इच्छा होती रहती हैं .
दस्त के क्या कारण हैं ?
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डायरिया या दस्त क्यों होता है इस समस्या पर होने के कारण कई है कुछ संभावित कारण इस प्रकार से होते हैं-
1. खानपान के कारण
कई बार ऐसा होता है कि जब व्यक्ति कुछ इस प्रकार से खाना खा लेता है जो लेक्टोज एलर्जी जैसी समस्या उत्पन्न कर देता है जिसकी वजह से दस्त प्रारंभ हो जाता है कभी-कभी व्यक्ति अपच भोजन भी अधिक मात्रा में खा लेता है जिसकी वजह से ही डायरिया बन जाती है.
2. दवा के रिएक्शन के कारण
कई बार व्यक्ति में डायरिया या दस्त होने की वजह दवा का रिएक्शन होता है कभी-कभी व्यक्ति गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने के कारण दवाएं करता रहता है जिसकी वजह से वे दवाएं रिएक्शन कर जाती है और डायरिया या दस्त बन जाता है।
3. वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण के कारण
मौसम के बदलते रहने से बैक्टीरियल और वायरल संक्रमण हो जाता है जिसकी वजह से पेट में पाचन क्षमता में परिवर्तन होता है और डायरिया या दस्त जैसी समस्या उत्पन्न होती है।
4. आंत संक्रमण के कारण
विषाक्त भोजन या अन्य तैलीय पदार्थों के सेवन से आंतों में संक्रमण हो जाता है जिसकी वजह से डायरिया या दस्त बन जाता है। रोटावायरस बच्चों में दस्त का एक आम कारण है। साल्मोनेला या ई कोलाई के कारण होने वाले बैक्टीरियल संक्रमण भी आम हैं।
5. परजीवी संक्रमण
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कभी-कभी परजीवी प्रोटोजोआ प्राणी या अन्य बैक्टीरिया पेट के अंदर परजीवी के रूप में पहुंच जाते हैं जो पेट की आंतों में संक्रमण पैदा कर देते हैं ऐसे में डायरिया या दस्त प्रारंभ हो जाता है
6. पेट या पित्ताशय की थैली की सर्जरी के कारण
ऐसे लोग जिनके पेट या पित्ताशय की थैली में पथरी याद के कारण सर्जरी हो जाती है 2 लोगों को भोजन पाचन में समस्या उत्पन्न होती है जिसकी वजह से भी डायरिया और दस्त की संभावनाएं ज्यादा बन जाती हैं।
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम या इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज बार-बार और गंभीर दस्त आंतों की बीमारी का संकेत हो सकता है।
दस्त को कैसे रोकें ? | dast ko kaise roke
डायरिया या दस्त कोई गंभीर समस्या नहीं होती है जब कभी क्रॉनिकल डायरिया हो जाती है तो थोड़ा गंभीर हो जाती है फिर भी व्यक्ति के लिए उतना खतरनाक नहीं है ऐसे में दरियाई अगस्त को कुछ चीजों से रोका जा सकता है-
- किसी भी प्रकार से डायरिया बचने के लिए घर की साफ सफाई अनिवार्य रूप से करें.
- जहां पर भोजन बनता है रसोईघर को साफ सफाई करते रहे जिससे फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्या से दस्त को रोका जा सकता है.
- बैक्टीरियल या वायरल इन्फेक्शन को रोकने के लिए भोजन को पूरी तरह से उठाकर सुरक्षित रखें.
- कोई भी खाद्य पदार्थ खाने से पहले हाथों को बार-बार धोयें तथा खाद्य पदार्थों को भी अच्छी प्रकार से धोना जरूरी है।
- डायरिया हो जाने की स्थिति में व्यक्ति को गर्म पानी पिलाना चाहिए यदि बच्चों में डायरिया हुई है तो उसके पेट पर बराबर गर्म कपड़े से सिकाई करें।
- संक्रमित भोजन खाने से बचें अत्यधिक अपाच्य भोजन ना खाएं।
दस्त का उपचार कैसे किया जाता है ?
एक्यूट डायरिया सामान्य रूप से ठीक हो जाता है परंतु लगातार दस्त होने से दस्त के मामले गंभीर हो जाते हैं ऐसे में दस्त हो रहे हैं उसका उपचार करना जरूरी है दस्त का उपचार करने के लिए निम्नलिखित उपाय जरूरी है
1. निर्जलीकरण को रोकना
- किसी भी व्यक्ति या बच्चे को यदि दस्त हो रहे हैं तो सबसे पहले उसके निर्जलीकरण को रोकना होगा इसके लिए पुनः हाइड्रेट करें इसके लिए आपको पानी की मात्रा बढ़ाना होगा या करण पदार्थों का सेवन अधिक करें .
- कभी-कभी बच्चे और बुजुर्गों में निर्जलीकरण को रोकने के लिए तरल पदार्थों को नसो द्वारा दिया जाता है जैसे ग्लूकोज को चढ़ा दिया जाता है।
- निर्जलीकरण रोकने के लिए ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) देना जरूरी है क्योंकि इसमें नमक और ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है जो निर्जलीकरण को पूर्ति करते हैं
- बच्चों के लिए ओआरएस दस्त को रोकने में बहुत ही कारगर है इसलिए बच्चे में दस्त होने पर तुरंत ओआरएस का घोल दिलाना प्रारंभ करें .
2. ओटीसी एंटीडाएरीयल दवाएं लें
सभी प्रकार के दस्त को रोकने के लिए लोपेरामाइड एक एंटीमोटीलिटी दवा है जैसे इमोडियम और बिस्मथ सबसैलिसिलेट जो वयस्कों और बच्चों में दस्त को रोकने में कारगर है।
यह दवाई “ट्रवेलेरस डायरिया” (traveler’s diarrhea ) जैज़ दस्त को रोकने में दिया जाता है।
3. सही पोषण का प्रयोग करें
दस्त होने की स्थिति में कुछ खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ लाभकारी होते हैं जैसे फलों का जूस नमक और पानी का चीनी के साथ घोल लेना चाहिए .
भोजन खाते समय पानी कंपनी तथा सोडियम युक्त खाद्य पदार्थ और तरल पदार्थों का प्रयोग अधिक करें जैसे सूप स्पोर्ट्स ड्रिंक और नमकीन इसके अलावा घुलनशील फाइबर युक्त आहार जैसा अकेला चावल दलिया अधिक खाएं.
तला हुआ भोजन मीठा भोजन कैफीन युक्त पेय पदार्थ की मात्रा को कम मात्रा में लें। डेयरी उत्पादों का सेवन ना करें.
4. प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक्स जो एक जीवित जीवाणु है यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है अतः प्रोबायोटिक्स कैप्सूल टेबलेट पाउडर तरल पदार्थ के रूप में लेने से दस्त में पूरा आराम मिलता है।
दस्त की अंग्रेजी दवा टेबलेट | दस्त की टेबलेट नाम | दस्त की एलोपैथिक दवा
वैसे तो दस्त को रोकने के लिए मार्किट में आपको बहुत सी टेबलेट मिल जाएँगी जिसमे से मै आपको ज्यादा से ज्यादा टेबलेट के नाम बताने कि कोशिश करूंगा जिससे आप अपने दस्त कि समस्या से आसानी से छुटकारा पा जायेंगे किन्तु आप एक बार डॉक्टर से रॉय अवश्य ले ले अन्यथा अनजाने में कोई नुकसान भी हो सकता है .
- OFLOX OZ tablet
- NEW IBS – D tablet
- RIFAXIMIN tablet
- ELUXADOLINE tablet
- ENTRID tablet
- ENUFF 30 MG tablet
- ALOSETRON tablet
- PEDIALYTE tablet
- CERALYTE tablet
- LOPERAMIDE ATROPINE tablet
- SOOTHE CAPLETS tablet
- CODEINE tablet
डायरिया या दस्त से क्या नुकसान हो सकता है ?
- दस्त की समस्या होने पर शरीर में पानी की समस्या होती है जिसे डायरिया कहा जाता है।
- दस्त होने के कारण शरीर में तरल पदार्थ और खनिज तत्वों की कमी हो जाती है।
- मल त्यागने की वजह से पानी की कमी के कारण प्यास अधिक लगती है और मुँह शुष्क हो जाता है।
- निर्जलीकरण के कारणऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन ,खड़े होने पर बेहोशी या हल्का सिरदर्द खून की मात्रा कम होती है।
- रक्तचाप कम हो जाता है जिससे कभी कभी सदमा लग जाता है।
- मूत्र की मात्रा में कमी होने से किडनी के समस्या होती है और कभी कभी मूत्र के साथ रक्त आ जाता है।
- बार बार मल त्यागने से गुदा में जलन भी होती है।
- महिलाओं में पहले प्रसव होने जैसे समस्या हो सकती है।
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