दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा patanjali | Doodh badhane kee aayurvedik dava patanjali : नमस्कार दोस्तों आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा patanjali के बारे में बात करेंगे क्योंकि किसी भी शिशु के लिए मां का दूध का संपूर्ण पोषण होता है और बच्चा और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है क्योंकि आज के दौर में लगभग 70% महिलाएं दूध की कमी से बच्चे को पूर्ण आहार नहीं दे पा रही है।
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यह बात पता होना चाहिए कि बच्चे को जन्म देने के बाद हर महिला का स्तनपान कराना जरूरी होता है जिससे बच्चा कई प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारियों से बच जाता है परंतु दूध की कमी के चलते महिलाएं एक या दो माह तक बच्चे को स्तनपान कराते हैं लेकिन उसके बाद महिलाओं में दूध की कमी के चलते स्तनपान कराना बंद कर देते हैं इस स्थिति में बच्चे को बाहर का दूध देना पड़ता है।
महिलाओं के स्तनों में दूध की वृद्धि करने के लिए प्रोलैक्टिन हार्मोन का होना विशेष जरूरत है क्योंकि यह हार्मोन महिलाओं ने दूध की मात्रा को वृद्धि करता है स्तनपान कराना लेक्टेशन कहलाता है परंतु hormone disbalance के कारण दूध में कमी पाई जाती है। दूध की कमी को दूर करने के लिए दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा patanjali एक रामबाण दवा है।
दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा patanjali | Doodh badhane kee aayurvedik dava patanjali
ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि क्या है इसका शरीर पर कैसे असर पड़ता है दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि महिलाओं के लिए कितना लाभकारी है आइए हम इस संबंध में जानकारी देने का प्रयास करते हैं। मां के दूध को आयुर्वेद में अमृत माना गया है जो बच्चे को पोषण देता है तथा शारीरिक ताकत मजबूती और विकास करता है।
ऐसे में मां के स्तनों में दूध की कमी के चलते हैं बच्चे को पोषण नहीं मिलता है तो आप कई प्रकार की आयुर्वेदिक दवाओं के माध्यम से ब्रेस्ट मिल्क वृद्धि कर सकती हैं आइए हम आपको पहले दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि के बारे में बताते हैं।
1. पतंजलि शतावरी चूर्ण
जिन माताओं बहनों को ब्रेस्ट मिल्क बिल्कुल सूख गया हो या बहुत कम मात्रा में बनता हो तो उन महिलाओं को पतंजलि शतावरी चूर्ण प्रतिदिन सुबह-शाम एक-एक चम्मच दूध के साथ देने से ब्रेस्ट मिल्क बनना प्रारंभ हो जाता है और लगभग 1 महीने लगातार लेने से महिलाओं में अत्यधिक मात्रा में दूध निकलने लगता है जिससे बच्चों को पूर्ण पोषण प्राप्त हो जाता है।
जिन महिलाओं के स्तनों में दूध पूरी तरह से सूख गया हो उन महिलाओं को शतावरी चूर्ण के साथ जीरे को हल्का भून लें और पीसकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को भी एक चम्मच प्रतिदिन देना प्रारंभ करें इससे महिलाओं के स्तनों में अत्यधिक मात्रा में दूध वृद्धि हो जाती है।
दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाएं | Doodh badhane ki ayurvedic dawa
दोस्तों जहां बाद दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि की आती है वही पतंजलि में केवल शतावरी चूर्ण ही एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक दवा महिलाओं के दूध बढ़ाने के लिए दी जाती है इसके अलावा अन्य भी कई दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा हैं.
जिनका सेवन करने मात्र से महिलाओं के स्तनों में पर्याप्त मात्रा में दूध बनने लगता है जिससे बच्चे को पूर्ण पोषण के रूप में दूध प्राप्त हो जाता है आइए हम आपको कुछ अन्य आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में बताते हैं।
1. Fenugreek seeds या मेथी दाना
जिन महिलाओं के स्तनों में दूध बिल्कुल नहीं बनता है या कम मात्रा में बनता है तो ऐसे में मेथी दाना का सेवन एक रामबाण आयुर्वेदिक औषधि है जो महिलाओं में उचित मात्रा में दूध की वृद्धि करता है।
मेथी दाना महिलाओं में दूध बढ़ाने के लिए एक सप्लीमेंट की तरह काम करता है आज दुनिया में मेथी दाना को दूध बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जा रहा है अमेरिका के सर्वे के अनुसार दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा के रूप में मेथीदाना 3 सप्ताह तक प्रयोग करने से लगभग 50% से अधिक दूध में वृद्धि होती है।
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मेथी दाना का प्रयोग करने के लिए आपको कम से कम एक चम्मच मेथी दाना को एक कप पानी में 15 से 20 मिनट तक उबालना है और इस पानी को पी लेना है चाहे तो आप बीजों को भी खा ले यह प्रक्रिया आप दिन में दो से तीन बार कर सकती हैं जिससे आपके ब्रेस्ट में मिल्क अत्यधिक मात्रा में बनना प्रारंभ हो जाता है।
इसके अलावा Fenugreek seeds से बने कैप्सूल भी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है अगर आपके पास समय नहीं रहता है तो आप इन मेथी दाना के कैप्सूल को मेडिकल स्टोर से मंगा कर भी सेवन कर सकती हैं यह कैप्सूल सुबह-शाम दूध के साथ अथवा गर्म पानी के साथ ले सकती हैं।
2. Cratus Lactacrat syrup
Cratus Lactacrat syrup महिलाओं के दूध बढ़ाने के लिए एक रामबाण दवा है इसमें विदरीकंद, कृष्णजीरक, एप्पल जूस तुलसी यष्टिमधु जैसी जड़ी बूटियों का मिश्रण है जो महिलाओं के स्तनों को खिला देता है और दूध बढ़ा देता है।
Cratus Lactacrat syrup ऐसी महिलाओं के लिए रामबाण दवा है जिन महिलाओं के स्तन बहुत छोटे हैं और दूध की मात्रा कम निकलती हैं इस सिरप को लेने के बाद स्तनों का आकार भी बढ़ता है हार्मोन संतुलन होता है और दूध में भी वृद्धि हो जाती हैं।
3. Mummy knows capsule
ऐसी महिलाएं जो पहली बार स्तनपान कराने जा रही हैं और उनके स्तनों में दूध की मात्रा की कमी पाई जा रही है तो Mummy knows capsule का सेवन कर सकते हैं जो दूध बढ़ाने के लिए एक बेहतर कैप्सूल है। यह कैप्सूल शतावरी से निर्मित है यदि महिलाओं के स्तन छोटे हैं जिनकी वजह से दूध नहीं बनता है तो वह महिलाएं Mummy knows capsule का प्रयोग करें।
4. खजूर और बादाम
दोस्तों महिलाओं के स्तनों में दूध की कमी को देखते हुए खजूर और बादाम का सेवन एक रामबाण आयुर्वेदिक उपाय है अगर आप चाहती हैं कि आप के स्कूलों में बच्चों के पोषण के लिए पर्याप्त मात्रा में दूध बड़े तो खजूर और बादाम का सेवन प्रतिदिन करें।
खजूर में कैल्शियम फाइबर जैसे महत्वपूर्ण तत्व बहुत अधिक मात्रा में होते हैं प्रतिदिन लगभग 10 खजूर और 10 बादाम दूध के साथ उबालकर खाने से स्तनों में अत्यधिक मात्रा में दूध बनेगा तथा शरीर भी हष्ट पुष्ट होगा।
5. लहसुन और नमक खाएं
जिन माताओं बहनों को बच्चे को स्तनपान कराने के दौरान दूध की कमी दिखाई दे रही है ऐसी महिलाओं को प्रतिदिन 8 से 10 लहसुन की कलियों को तेल में बिना छीले उबालने और उसके बाद जब लहसुन की कलियां में भूरापन आ जाए तो निकाल कर स्वादानुसार नमक मिलाकर दिन में तीन से चार बार खाएं। प्रतिदिन लहसुन और नमक खाने से प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होगी।
6. सौंफ का पानी
सौंफ का प्रयोग अक्सर लोग घरों में मसाले के रूप में प्रयोग करते हैं परंतु आपको यह पता होना जरूरी है कि साउंड किसी भी महिला के स्तनों में दूध की मात्रा को भी बढ़ा देता है ऐसी महिलाएं जिनके दूध की मात्रा की कमी पाई जा रही है.
वह एक चम्मच सौंफ को रात भर पानी में भिगो दें और सुबह है इस सॉन्ग को चबा चबा कर खाएं तथा पानी पी ले इसे दिन में दो बार खाएं थोड़े दिन बाद आपके स्तनों में दूध बहुत अधिक मात्रा में बनेगा।
FAQ : दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा patanjali
मां का दूध नहीं उतरता है तो क्या करें ?
दूध बढ़ाने के लिए जीरा का इस्तेमाल कैसे करें ?
क्या जौ से दूध बढ़ाया जा सकता है ?
निष्कर्ष
दोस्तों मां के दूध का महत्व हर व्यक्ति जानता है जन्म के बाद हर बच्चे को मां का दूध पूर्ण पोषण करता है शरीर के विकास में सहायक होता है और मानसिक मजबूती देता है। परंतु ज्यादातर महिलाएं बच्चे को जन्म देने के बाद स्तनों में दूध की कमी के कारण सही से बच्चे को दूध नहीं पिला पाते हैं.
तो हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से दूध बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा पतंजलि के साथ-साथ अन्य कई उपायों के बारे में भी जानकारी दिया है जो आपके लिए काफी कारगर साबित होंगे।
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