गर्भपात के बाद घरेलू उपचार | Garbhpat ke baad gharelu upchar : किसी भी औरतों के लिए पहली बार मां बनना बहुत ही सुखद अनुभव होता है परंतु वही पर बहुत सारी महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो शादी के तुरंत बाद गर्भधारण करना नहीं चाहती या फिर बहुत सारी महिलाएं फैमिली प्लानिंग के अंतर्गत गर्भ धारण नहीं करना चाहती ऐसे में यदि जाने अनजाने में गर्भधारण हो जाता है तो वह गर्भपात करा देती है।
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गर्भपात कराने के बाद महिलाओं के अंदर कुछ असहज परेशानियां भी आने की संभावना अधिक हो जाती हैं जिन से छुटकारा पाने के लिए कई प्रकार के उपाय करना पड़ता है ऐसे में अगर आप गर्भपात के बाद आने वाली समस्याओं को छुटकारा पाने के लिए घरेलू उपाय जानना चाहते हैं तो हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से गर्भपात के बाद घरेलू उपाय के बारे में जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
अगर आप गर्भपात करा चुकी हैं तो गर्भपात के बाद घरेलू उपचार के माध्यम से अपनी कई समस्याएं ठीक कर सकती है जोकि गर्भपात कराने के बाद अक्सर महिलाओं को झेलना पड़ता है क्योंकि कुछ महिलाएं जाने अनजाने में गर्भ धारण करती हैं और अनचाहे गर्भ से समस्याएं पैदा होती है जिसकी वजह से भी गर्भपात कराना चाहती हैं।
गर्भपात के बाद आने वाली समस्याएं | garbhpat ke bad Aane wali samasya
अधिकतर महिलाएं जब अनचाहे गर्भ का गर्भपात कराती हैं तो उनके अंदर कुछ विभिन्न प्रकार की समस्याएं भी सामने आ जाती है यह समस्याएं काफी जटिल हो सकती हैं आइए हम गर्भपात के बाद आने वाली समस्याओं के बारे में पहले जानकारी देते हैं।
1. अधिक ब्लीडिंग होना
गर्भपात कराने के बाद ज्यादातर महिलाओं को ब्लीडिंग की समस्या होती है कई बार महिलाओं ने एक या 2 हफ्ते से अधिक ब्लीडिंग होती रहती हैं बहुत सारी महिलाओं में तो महीनों ब्लीडिंग चलती रहती हैं जिसकी वजह से शारीरिक कमजोरी भी आती है और ब्लीडिंग ब्लीडिंग स्पॉटी, डार्क ब्राउन और क्लॉट्स जैसी समस्याएं बन जाती हैं जो एक महिला के लिए काफी जटिल हो जाती हैं।
2. मासिक धर्म में अनियमितता
कुछ महिलाओं में गर्भपात कराने के बाद कुछ दिनों तक ब्लीडिंग नहीं होती है लेकिन बाद में रक्त स्राव बढ़ जाता है जिसकी वजह से उनके मासिक धर्म में अनियमितता आ जाती है। गर्भपात कराने के बाद हार्मोन अल चेंजिंग हो जाती है जिसकी वजह से महिलाओं में सही समय से रजोधर्म नहीं हो पाता और ऐसे नहीं कभी-कभी लैंगिक संबंध बनाने से अनचाहा गर्भ अभी ठहर जाता है।
गर्भपात कराने के बाद महिलाओं को ज्यादा भारी भरकम काम नहीं करने चाहिए तथा महिलाओं को गर्भपात के बाद युटेरस मसाज कराना जाना चाहिए। इससे ब्लीडिंग की समस्या से छुटकारा मिल सकता है क्योंकि गर्भपात कराने के बाद गर्भाशय के अंदर कई प्रकार की समस्याएं जैसे पेट दर्द आदि बन जाता है।
3. संक्रमण
गर्भपात कराने के बाद युटेरस के अंदर कई प्रकार से संक्रमण फैल जाता है जिसकी वजह से महिलाओं में लगातार बिल्डिंग की समस्या भी बन सकती है। संक्रमण के कारण महिलाओं के पेट में ऐठन होती है ठंड लगती है बुखार आता है और योनि मार्ग से बदबूदार स्राव होता है।
4. डिस्चार्ज की समस्या
गर्भपात के बाद हल्का भूरा या काले रंग का ब्लीडिंग के रूप में डिस्चार्ज होता है जिससे महिलाओं को एलर्जी और दर्द जैसी समस्या से जूझना पड़ता है कभी कहीं पस बहना प्रारंभ हो हो जाता है यह बिल्कुल अलग प्रकार का डिस्चार्ज होता है।
5. दर्द और क्रैंप्स आना
कई बार गर्भपात कराने से युटेरस अपने पूर्व स्थिति में लौटना जरूरी होता है इसलिए गर्भपात कराने से क्रैंपिंग हो जाती है इस कारण से मासिक धर्म आने से पहले और बाद में समस्याएं होती है।
6. ब्लीडिंग और क्लॉटिंग होना
बार बार गर्भपात कराने से क्रैंप्स बढ़ जाते हैं जिसकी वजह से ब्लीडिंग होती है और कई बार ब्लड की क्लॉटिंग होने से गर्भाशय में गांठ बन जाती हैं साथ ही हर तीसरे चौथे दिन क्रैंप्स पर जाते हैं।
7. हार्मोन में बदलाव
गर्भपात के बाद महिलाओं में हारमोंस की चेंजिंग हो जाती है जिसकी वजह से महिलाओं में भावुकता के लक्षण आ जाते हैं उन्हें गर्भधारण करने और ना करने की असमंजस का दिखाई देती है। जब कोई महिला गर्भ धारण कर लेती है तो उसके अंदर ऑक्सीटॉसिन कब लेबल बढ़ जाता है जिसकी वजह से अगर वह गर्भपात कराती हैं तो उनके अंदर बच्चे के प्रति ख्याल आने लगते हैं।
8. गुस्सा डिप्रेशन और आत्मग्लानी
अनचाहे गर्भधारण करने की वजह से महिलाओं ने गुस्सा डिप्रेशन और आत्मग्लानी होती है ऐसे में जब महिलाएं अनचाहे गर्भ का गर्भपात करा देते हैं तो उनके अंदर डिप्रेशन गुस्सा और आत्मग्लानि महसूस होती है।
9. एंग्जायटी डिसऑर्डर
विभिन्न प्रकार के शोध बताते हैं कि जब कोई महिला गर्भपात करा देती है तो उसके अंदर स्ट्रेस डिसऑर्डर की समस्या होती है जिसकी वजह से वह डिप्रेशन का शिकार हो जाती है
गर्भपात के कारण | Garbhpat Ke Karan
गर्भपात के कारण ही कई तरह के हो सकते हैं कुछ गर्भपात कराने के कारण इस प्रकार से हो सकते हैं।
1. फैमिली प्लानिंग
आज के दौर में ज्यादातर दंपत्ति 2 संतानों से अधिक नहीं चाहते हैं ऐसे में अगर जाने अनजाने में गर्भधारण हो जाता है तो उसका गर्भपात करवा देते हैं।
2. संभोग के दौरान गर्भनिरोधक युक्तियां प्रयोग ना करना
कई बार लोग संभोग के दौरान गर्भनिरोधक तरीकों का प्रयोग नहीं करते हैं जिसकी वजह से गर्भ ठहर जाता है या फिर गर्भनिरोधक युक्तियां संभोग के समय असहज कर देती हैं जिसकी वजह से गर्भ ठहर जाता है ऐसे में इस अनचाहे गर्भ को महिलाएं नहीं चाहती हैं तो गर्भपात करवा देती हैं।
3. शारीरिक मेंटेनेंस
बहुत सी महिलाएं अपने शारीरिक मेंटेनेंस को लेकर के बहुत सतर्क रहती हैं जिसकी वजह से भी गर्भ धारण नहीं करना चाहती ऐसे में भी संभोग के दौरान भूलवश जाने अनजाने में गर्भ धारण कर लेती हैं तो गर्भपात भी एक तरीका है।
4. मानसिक रूप से मां बनने की स्थिति में नहीं है.
कभी-कभी महिलाएं मानसिक रूप से मां बनने की स्थिति में नहीं होती है शारीरिक कमजोरी या अन्य कई कारणों से वह मां नहीं बनना चाहती हैं ऐसे में अगर गर्भ रुक जाता है तो घर बात कराती हैं।ज्यादातर शादीशुदा लोग केवल एंजॉयमेंट के लिए संभोग की प्रक्रिया में गुजरते हैं परंतु किसी एंजॉयमेंट में अगर महिला प्रेग्नेंट हो जाती है तो उसे गर्भपात कराना ज्यादा उचित समझती हैं।
5. शादी से पहले गर्भधारण करना
कई महिलाएं या लड़कियां शादी से पहले संभोग करती कर लेती और कहीं ना कहीं किसी बड़ी भूल के कारण गर्भ ठहर जाता है जिसे छिपाना चाहती हैं। ऐसे में अगर कोई कुंवारी लड़की गर्भ धारण कर लेती है तो वह उसके लिए मुसीबत बन सकती है जिसकी वजह से गर्भपात कराते हैं.
6. मिस गर्भपात होना
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बहुत सी महिलाओं की गर्भ धारण करने के बाद गर्भावस्था में भी बच्चा मिस हो जाता है जिसकी वजह से ना को कोई समस्या हो सकती है यहां तक कि कभी-कभी महिलाओं की मृत्यु हो जाती है ऐसी स्थिति में गर्भपात कराना जरूरी होता है।
कई बार महिलाएं गर्भधारण करने के उपाय भ्रूण में कोई समस्या आ जाती है जिसकी वजह से ढूंढ मर जाता है तो ऐसी स्थिति में भी गर्भपात कराना जरूरी होता है। इसके अलावा कभी-कभी संतान 9 महीने के गर्भ धारण में इसी महीने में किसी कारणवश मर जाता है तो गर्भपात कराना जरूरी है।
अगर कभी-कभी महिला को गर्भ धारण करने के बाद भी रक्तस्राव पेट में अधिक दर्द होता है तो इन स्थितियों में भी गर्भपात कराना पड़ता है। कभी-कभी गर्भधारण करने के बाद कोई संक्रमण हो जाता है जिसकी वजह से भ्रूण मिसकैरेज हो जाता है और ऐसी स्थिति में गर्भपात होता है।
गर्भपात के बाद घरेलू उपचार | Garbhpat ke baad gharelu upay
गर्भपात कराने के बाद महिलाओं के अंदर कई प्रकार की समस्याएं जन्म लेते हैं इसलिए ऐसे समय महिलाओं को कुछ ऐसे घरेलू उपाय करने चाहिए जिससे होने वाली कई समस्याओं का निदान किया जा सकता है।
1. खान-पान पर ध्यान दें
गर्भपात कराने के बाद गर्भाशय का अपनी स्थिति में आना आवश्यक हो ता है अगर इस दौरान अपने खान-पान पर ध्यान नहीं देंगी तो समस्याएं गंभीर हो सकती हैं इसलिए इस दौरान हेल्थी भोजन का लेना जरूरी होता है जिससे शरीर में हो रही अत्यधिक ब्लीडिंग रुक जाएगी और अन्य शारीरिक समस्याएं कमजोरी चिड़चिड़ापन तनाव जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
2. मसाज करें
अगर आपने गर्भपात करवाया है या गर्भपात करवाने के लिए कोई समस्या बनी है जिसकी वजह से गर्भपात कराया है अथवा अचानक गर्भधारण करने के बाद गर्भपात हो जाता है या गर्भाशय के अंदर शिशु की मृत्यु हो जाती है तो आप गर्भपात करवाते हैं इन समस्याओं में गर्भाशय अपनी स्थिति में नहीं आ पाता है तो आपको चाहिए कि इस दौरान अपने पेट और गर्भाशय के आसपास के क्षेत्र पर तेल से मसाज करवाएं।
जिस प्रकार से कोई महिला किसी बच्चे को जन्म देने के बाद पेट की मालिश करवाती है ठीक उसी प्रकार से गर्भपात हो जाने के बाद भी मसाज की आवश्यकता होती है इसके लिए आप किसी योग्य दाई अथवा घर में महिलाओं से मसाज करवाएं।
3. हल्दी का सेवन करें
जिस प्रकार से महिला को डिलीवरी होने के बाद विभिन्न प्रकार के व्यंजन दिए जाते हैं ठीक उसी प्रकार से गर्भपात होने की स्थिति में भी आप हल्दी से युक्त विभिन्न प्रकार के खानपान का सेवन करना चाहिए क्योंकि हल्दी एक एंटीबायोटिक औषधीय जो आपके गर्भाशय से होने वाले रक्त स्राव को भी जल्द रोक देगा और अन्य गर्भाशय संबंधी कोई समस्या नहीं होगी।
4. दूध के साथ सूखा मेवा खाएं
ज्यादातर महिलाओं को गर्भपात हो जाने के बाद शारीरिक कमजोरी आ जाती है ऐसे समय में आपको दूध के साथ बादाम अखरोट छुहारा जैसी चीजों को प्रयोग करना चाहिए।
5. डॉक्टर की सलाह लें
गर्भपात होने के बाद गर्भाशय की साफ सफाई की जाती है जिसकी वजह से विभिन्न प्रकार के इंफेक्शन होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं जिससे कभी गरीब महिलाओं को लिकोरिया की समस्या हो सकती है या श्वेत प्रदर की समस्या हो सकती है। अगर ऐसी समस्याएं बनती हैं तो आप तत्काल डॉक्टर की सलाह लें और उचित इलाज कराएं।
गर्भपात के बाद लक्षण | Garbhpat ke baad lakshan
अगर किसी महिला को अनावश्यक तरीके से बार-बार गर्भपात अपने आप हो जाता है तो गर्भपात होने के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं :
1. पेट में ऐंठन और योनि में रक्त स्राव
अगर अनावश्यक तरीके से गर्भपात होने की संभावना बनती है तो पेट में ऐंठन और योनि में रक्तस्राव होने लगता है ऐसी स्थिति में गर्भपात हो सकता है इस दौरान तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।अधिकांश महिलाओं को अनावश्यक गर्भपात होने से पहले योनि से रक्तस्राव प्रारंभ हो जाता है और स्पॉटिंग में खून के थक्के भी बनते हैं। इस दौरान होने वाला रक्तस्राव अत्यधिक खून कॉल गहरा लाल होना या बुरा होना दिखाई देता है।
2. पीठ में दर्द
अगर गर्भधारण के बाद भ्रूण का विकास हो रहा है और अचानक पेट में दर्द असहनीय समझ में आता है गर्भपात होने की संभावना बढ़ जाता है ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
3. पेल्विक के पास पेट में ऐठन
पेट के निचले हिस्से पेल्विक के पास अत्यधिक ठंड प्रारंभ हो जाते हैं जो गर्भपात का एक विशिष्ट लक्षण है यह माहवारी आने से पहले होने वाले दर्द से कहीं ज्यादा दर्द होता है।
4. बुखार आना
गर्भपात के बाद गर्भावस्था के दौरान थी कई प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं. यह लक्षण आपको कुछ इस प्रकार से दिखाई दे सकते हैं, गर्भपात कराने के बाद महिलाओं को अधिकांश बुखार बना रहता है और इस दौरान अगर आप किसी भी प्रकार की दर्द निवारक गोलियों का सेवन करते हैं. फिर भी बुखार नहीं जाता है, तो इंफेक्शन भी हो सकता है.
5. मितली होना
गर्भपात के बाद कई बार महिलाओं को कुछ समय तक मैथिली की समस्या बनी रहती है इसके अलावा पेट फूलने ब्रेस्ट टेंडर्नेस जैसी भी समस्याएं होती हैं जय लगभग 2 से 3 सप्ताह तक महसूस होता रहता है इस बात से पता चलता है कि एबॉर्शन के दौरान आपकी पूरी तरह से साफ सफाई नहीं हो पाती हैं।
6. लिकोरिया सफेद प्रदर की समस्या
बहुत सी महिलाओं को कई बार गर्भपात की समस्या हो जाती हैं जिससे कभी-कभी महिलाओं के अंदर लिकोरिया या श्वेत प्रदर की समस्या बन जाती है यह लक्षण ज्यादातर गर्भपात के बाद महिलाओं में होने वाला एक विशिष्ट लक्षण है।
श्वेत प्रदर के कारण महिला की योनि से एक सफेद पानी निरंतर यार रुक रुक कर बहने लगता है जिसकी वजह से महिलाओं के अंदर चिड़चिड़ापन कमजोरी आना शुरू हो जाती है ऐसी स्थिति में तुरंत से डॉक्टर से सलाह लें।
FAQ : गर्भपात के बाद घरेलू उपचार
अधूरा गर्भपात क्या होता है ?
गर्भपात कराने के बाद क्या लक्षण दिखाई देते हैं ?
किसी भी महिला का बार-बार गर्भपात क्यों हो जाता है ?
निष्कर्ष
गर्भपात होने या गर्भपात कराने से कई समस्याएं आ जाती है इन समस्याओं को हम अपने इस आर्टिकल में ऊपर बता चुके हैं अगर आपको इस प्रकार की समस्याएं होती हैं तो गर्भपात होने के बाद घरेलू उपचार करना महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक होता है। खाना की गई सारी महिलाएं बच्चा चाहती है.
जिसके लिए गर्भ धारण करते हैं लेकिन गर्भपात हो जाता है तो उनके लिए यह आवश्यक है कि अपनी जांच कराया लेकिन जो महिलाएं बच्चे नहीं चाहती हैं और जाने अनजाने में गर्भधारण हो जाता है जिसकी वजह से गर्भपात कराती है तो उन महिलाओं को भी गर्भपात के बाद होने वाली समस्याओं के लिए घरेलू उपाय ऊपर दिए गए।
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