Hath pair sunn hone ke gharelu upay हाथ या पैर सुन्न क्यों हो जाते हैं : कभी-कभी देर तक बैठे रहने से क्या आपके हाथ पैर सुन हो गए हैं ? या फिर सुन्न हो जाने के कारण आपको कुछ देर के लिए कुछ एहसास नहीं होता है। कभी-कभी सुन्न अंग को कोई इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। क्या आप उस अंग का इस्तेमाल करने में असमर्थ महसूस करते हैं ?
क्या कभी-कभी सुन्न हो जाने के कारण आपको खड़े होने में भी लड़खड़ाहट सी महसूस होती है, तो ऐसे में आपको इसकी वजह पता लगाना जरूरी हो जाता है. आपको यह पता होना चाहिए कि हाथ पैर सुन्न होना किसी बड़ी बीमारी का खतरा हो सकता है।
अक्सर लोगों को कभी-कभी अचानक हाथ या पैर सुन हो जाते हैं और अजीब सी झुनझुनाहट सी होने लगती है. सामान्य रूप से देखा जाए, तो यह कोई बड़ी बात नहीं होती है. परंतु कभी-कभी यह एक गंभीर समस्या हो सकती है. यदि आपका कोई भी अंग सुन्न पड़ रहा है, तो उसे नजरअंदाज ना करें.
बल्कि तुरंत डॉक्टरी चिकित्सा लेना जरूरी है। हाथ पैर या किसी अंग में सुन्नपन की स्थिति होने पर व्यक्ति को किसी भी स्पर्श का एहसास नहीं रह जाता है. सुन्नपन होने की वजह से आदमी को कार्य करने की क्षमता कमजोर हो जाती है या कोई कार्य करना मुश्किल हो जाता है.
कभी-कभी दर्द और कमजोरी भी महसूस होती हैं. आमतौर पर यह समस्या गंभीर नहीं होती हैं, कुछ मिनटों में दूर हो जाती है या फिर सुन्नपन अंग पर मालिश करने से भी ठीक हो जाती है. परंतु इसका जल्दी जल्दी होना एक गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है या फिर किसी रोग का लक्षण हो सकता है।
हाथ या पैर सुन्न क्यों हो जाते हैं ? | Hath ya pair sunn kyu ho jate hain ?
हाथ या पैर सुन्न होने के कारण निम्न प्रकार के होते है. जिसके बारे में हम आपको नीचे क्रम के अनुसार बताएँगे, जो इस प्रकार हैं :
1. रक्तसंचार का बाधित होना
किसी भी अंग में सुन्नपन की स्थिति या झनझनाहट का मुख्य कारण रक्त संचार में कमी होना है. जब शरीर के किसी भी अंग में अधिक देर तक दबाव होता है, तो शरीर की नसों पर असर पड़ जाता है. जिससे शरीर के अंगों में रक्त संचार व अक्सीजन की मात्रा में कमी आ जाती है.
पर्याप्त मात्रा में ब्लड नसों तक नहीं पहुंच पाता है जिसकी वजह से झनझनाहट होने लगती है या सुन्नपन हो जाता है. अंग के सुन्न होने या झनझनाहट का मुख्य कारण वहां रक्त संचार की कमी है।
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जब शरीर के किसी भी अंग में अधिक समय तक दबाव होता है या रक्त संचार ढंग से नहीं होता है, तो शरीर की नसों पर असर पड़ने लगता है। इससे शरीर के अंगों तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और रक्त संचार नहीं हो पाता है. जिससे उन अंगों में झनझनाहट होने लगती है या वे सुन्न हो जाते हैं।
2. पोषक तत्वों की कमी
शरीर में सुन्नपन या झनझनाहट होना पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हो सकता है. क्योंकि शरीर को विटामिन B12, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम की मात्रा आवश्यक होती है. इनकी कमी होने से शरीर में हाथ पैर में सुन्नपन पर दिखाई देने लगता है, अपने खानपान में सुधार लाएं तथा इन तत्वों की पूर्ति के लिए अपने आहार में तत्वों को शामिल कीजिए।
3. ऑक्सीजन की कमी
हाथ पैरों के सुन्न होने की वजह से ऑक्सीजन की कमी हो सकती है अर्थात जिस जगह पर ऑक्सीजन की मात्रा कम पहुंचती है. वहां पर काफी देर बैठे रहने से ऐसी समस्या उत्पन्न हो जाती है, ज्यादा देर बैठे हैं. जिससे कोई भी नस दबी रह जाती है.
जिसकी वजह से ऑक्सीजन अंग तक नहीं पहुंचती है। नस दबने और ऑक्सीजन की कमी के कारण उस अंग से कोई भी संकेत दिमाग पर तक ठीक से नहीं पहुंच पाते हैं. कभी-कभी यह समस्या बड़ी नहीं होती है. जैसे ही हम अपने हाथ पैर हिला देते हैं, तो सुन्नपन समाप्त हो जाता है. परंतु यह बड़ी समस्या बन जाती है।
4. मधुमेह के कारण
कभी कभी हाथ पैर सुन्न हो जाना सामान्य बात है. लेकिन बार-बार अगर ऐसा होता है, तो सतर्क होने की जरूरत है। बार-बार हाथ पैरों का सुन होना, मधुमेह का संकेत हो सकता है. क्योंकि मधले की वजह से कई बार ऐसा होता रहता है। 33 से 34 % लोगों के हाथ पैर सुन्न होने की वजह डायबिटीज होती है. इसका तुरंत इलाज आवश्यक होता है.
5. विटामिन की कमी के कारण
सामान्य तौर पर कोई नस दबने से शरीर का एक अंग सुन्न पड़ जाता है. लेकिन कभी-कभी हाथ पैर दोनों सुन पड़ जाते हैं, तो निश्चित रूप से यह समस्या विटामिन की कमी के कारण है. इसके लिए सबसे प्रमुख रूप विटामिन B12 की कमी होती है. इसीलिए विटामिन B12 की दवाएं लेते रहना आवश्यक होता है।
6. कंप्यूटर जॉब भी हो सकती है वजह
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हाथ पैरों का सुन्न होना, कभी-कभी लैपटॉप या कंप्यूटर पर अधिक समय तक काम करते रहने के कारण ही होता है। क्योंकि कंप्यूटर या लैपटॉप पर अधिक समय तक टाइप राइटिंग करते रहने से कलाइयों की नस बुरी तरह से प्रभावित होती है.
जिससे उन पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इस कारण हाथ या पैर में सुन्न होना, प्रारंभ होता है. हालांकि यह शुरुआती लक्षण होता है. लेकिन कभी-कभी गंभीर समस्या बन जाती है.
7. सर्वाइकल या बैक पेन के कारण
बहुत से लोगों को कुर्सी पर बैठे रहने से रीड की हड्डी में खराबी आना शुरू हो जाता है और लंबे समय तक रीड की हड्डी में कोई नस दब जाने की वजह से सर्वाइकल या बैक पेन बन जाता है. ऐसी स्थिति में हाथ पैर सुन्न पड़ने लगते हैं. कमर में दर्द प्रारंभ हो जाता है और धीरे-धीरे लोग कमर से लाचार भी हो सकते हैं।
8. बहुत ज्यादा नशा के कारण
अधिक नशा करने से लीवर खराब हो जाता है और नसों पर अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. अत्यधिक शराब पीने से विटामिन की कमी हो जाती है. जिसकी वजह से हाथ पैर सुन्न होने लगते हैं।
9. अंदरूनी चोट लगने के कारण
बहुत से दैनिक कार्य करने, खेलते समय या फिर किसी हादसे में अंदरूनी चोट लगने की वजह से हाथ या पैरों में सुनने या झनझनाहट की बीमारी हो सकती है। शरीर की अंदरूनी चोट बाहरी चोट से कहीं ज्यादा खतरनाक होती है. अंदरूनी चोट से शरीर की आंतरिक नशे क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से हाथ या पैर सुन्न होने की समस्या उत्पन्न हो जाती है.
10. थायरॉइड बढ़ने के कारण
शरीर में थायराइड की मात्रा घटने या बढ़ना दोनों ही स्थित में हाथ पैर सुन होने की समस्या बढ़ जाती है। इसके अलावा शरीर में थायराइड की मात्रा कम होने या अधिक होने की वजह से थकावट भी महसूस होती है. व्यक्ति के शरीर में वजन घटने बढ़ने लगता है।
थायराइड की कमी के कारण बालों का झड़ना प्रारंभ हो जाता है और हाथ पैर सुन होने की वजह से होने वाले खतरे
11. जानलेवा गैगरीन का भी खतरा
हाथ पैरों का लगातार सुन्न हो जाना गेगरीन जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती हैं. अतः इसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है. यदि हाथ पैर लगातार सुन होते हैं, तो तुरंत चिकित्सीय सेवा लेनी चाहिए अन्यथा के दौर में गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है।
12. हृदय की बीमारी का खतरा
अधिकांश डॉक्टर किसी भी मरीज का एक हाथ पकड़ कर उसका ब्लड प्रेशर नाप लेते हैं. जबकि सही मायने में दोनों हाथ पकड़ कर ब्लड प्रेशर नापने ज्यादा उचित है. क्योंकि ब्लड प्रेशर का अनुपात दोनों स्थितियों में 0.9 से कम है, तो यह कहा जा सकता है कि हाथों पैरों की नसों में कहीं ना कहीं ब्लॉकेज है. इसकी वजह से हृदय रोग बढ़ जाता है और व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है।
13. ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
हमारी खराब जीवनशैली की वजह से हाथ पैरों का सुन्न होना या फिर नसों में ब्लॉकेज हो जाते हैं. धूम्रपान या शराब का सेवन या अन्य तरह की नशे करने के कारण हमारी जीवन शैली प्रभावित होती है। इसके अलावा प्रदूषण खाद्य पदार्थों में पेस्टिसाइड का इस्तेमाल और मधुमेह के कारण शारीरिक समस्या उत्पन्न हो जाती है.
जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है. खराब जीवनशैली के कारण ही हमारे हाथ पैरों का सुन्न हो जाना एक समस्या है।
14. अपना चेकअप करवाएं
अगर आपको हाथ पैरों के सुन्न होने की समस्या हो रही है, तो आपके अंदर कुछ बीमारियां जैसे थायराइड मधुमेह हो सकता है. अतः हाथ पैरों की सुन्न होने की समस्या से निजात पाने के लिए आपको चेक करवाना आवश्यक होता है. जिससे वास्तविक कारण का पता हो जाता है और किसी भी गंभीर समस्या से आपको सामना नहीं करना पड़ेगा।
15. खानपान का ख्याल
हाथ पैरों के सुन्न होने के बचाव के लिए अपने खान-पान पर ध्यान देना चाहिए. क्योंकि शरीर में पोषक तत्वों की कमी से हाथ पैर सुन होने की समस्या उत्पन्न होती है। खास तौर पर विटामिन B12, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम की कमी है, तो हाथ पैर सुन हो सकते हैं.
इसलिए अपने आहार में इन सभी पोषक तत्वों को शामिल करके सुन्नपन की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
हाथ पैर सुन्न होने के घरेलू उपाय | home remedies to get rid of numbness
- हाथ पैर सुन्न होने की स्थिति में कुछ घरेलू उपाय अपनाकर समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
- एक चम्मच सोंठ और 5 शेष लहसुन की कलियों को आपस में मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे सुन्न वाले अंग पर लेप की तरह लगाएं इससे आपको सुन्नपन से छुटकारा मिलेगा।
- पीपल के कोमल कोपलों को सरसों के तेल में अच्छी तरह से मिलाकर पकाएं और इस तेल को छानकर सुनना अंग पर हल्के से मालिश करें, आपको लाभ होगा।
- हाथ या पैर अथवा शरीर के किसी अंग के सुन्नपन को ठीक करने के लिए 2 ग्राम जायफल को 50 ग्राम नारियल के तेल में मिलाकर लगाने से लाभ प्राप्त होता है।
- एक चम्मच सरसों के तेल में तुलसी के रस को मिलाकर सुन अंग पर लगाने से अंग का सुन्नपन समाप्त हो जाता है।
- शरीर का कोई अंग यदि सुनना है, तो उस स्थान पर देसी घी को थोड़ा सा गुनगुना करके मालिश करने से सुन्नपन चला जाता है।
- इसका सेवन करने से रक्त संचार भी अच्छी तरह से हो जाता है. जिससे अंग सुन्न होने की समस्या कभी नहीं होती है.
- अंगों में सुन्नपन की समस्या है, तो आप प्रतिदिन शौच करने के बाद सोंठ और लहसुन की कलियों को चबाकर खाएं.
- जिससे ब्लड सरकुलेशन अच्छा हो जाएगा और सुन्नपन की समस्या समाप्त हो जाएगी।
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