काली माता के व्रत कैसे रखे? kali mata ka vrat kis din hota hai ?

Kali mata ka vrat kaise kare ? जैसा की आप जानते हैं कि हमारे हिंदू धर्म में 33 कोटि देवी देवताओं का वर्णन है, जिनके अलग अलग नाम है| हिंदू धर्म में विश्वास करने वाले लोग अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए समय-समय पर अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा करते हैं या फिर उनका व्रत करते हैं| Kali mata ki puja kaise kare ?

 काली माता का व्रत कैसे रखा जाता है, मां काली की पूजा किस दिन की जाती है, kali mata ki puja kis din karni chahiye, mata ki puja kaise kare

इसके पीछे ऐसा मानना है कि अगर किसी देवी देवता की सच्चे मन से पूजा की जाए या फिर उनके व्रत को सच्चे ढंग से किया जाए, तो उसकी मनोकामना पूरी होती है|

33 कोटि देवी देवता में से हम आपको आज के इस आर्टिकल में “काली माता का व्रत कैसे करें” इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं| काली माता को माता दुर्गा का रूप माना जाता है और इन्हें दुष्टों का संहारक के तौर पर जाना जाता है|

काली माता कौन है ? Who Is Kali Mata

हिंदू धर्म के शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि माता काली दुश्मनों का नाश करती हैं, साथ ही संकट का विनाश करती हैं| अगर आप किसी भी प्रकार के झूठे मुकदमे में फंस गए हैं या फिर आपको किसी शत्रु से डर लगता है, तो आपको माता काली का व्रत करना चाहिए|

Kali Mata

इसके अलावा अगर आप माता काली का व्रत सच्चे मन से करते हैं, तो आपकी धन से संबंधित और रोजगार से संबंधित प्रॉब्लम भी दूर हो जाती है| अगर आप माता काली की उपासना किसी खास मकसद के लिए कर रहे हैं, तो आपको माता काली की पूजा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना पड़ता है|

काली माता का व्रत कैसे करें ? how to fast for mata kali

हम आपको बता दें कि माता काली की उपासना दो प्रकार से की जाती है, जिसमें पहला प्रकार है सामान्य पूजा और दूसरा प्रकार है तांत्रिक पूजा| सामान्य पूजा को कोई भी व्यक्ति अपने घर के अंदर आसानी से कर सकता है|

परंतु तांत्रिक पूजा करने के लिए व्यक्ति को कई सावधानियां रखनी पड़ती है, साथ ही अपने शरीर का कीलन भी करना पड़ता है अन्यथा पूजा में गलती होने के कारण उसकी बॉडी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है|

माता काली की पूजा करने के लिए शुक्रवार के दिन सुबह सुबह उठ कर नहा लें और फिर गुलाबी रंग का कपड़ा या फिर लाल रंग का कपड़ा पहन ले| इसके बाद पहले से ही स्थापित माता काली की मूर्ति के सामने जाएं या फिर एक आसन पर बैठकर अपने सामने एक आसन पर माता काली की मूर्ति या फिर फोटो स्थापित करें|

kali mata

उसके बाद माता काली को लाल गुलाब का फूल चढ़ाएं| फूल चढ़ाने के बाद आपको भोग के तौर पर काली माता को कोई भी मिठाई चढ़ानी है| मिठाई चढ़ाने के बाद आपको काली माता के माथे पर और पैरों पर कुमकुम या फिर चंदन का तिलक लगाना है|

इसके बाद आपको धूपबत्ती या फिर अगरबत्ती जलानी है| इतना करने के बाद आपको अपने हाथ में थोड़ा सा पानी लेना है और आपकी जो भी मनोकामना है या फिर आप जिस किसी भी उद्देश्य के लिए काली माता का व्रत कर रहे हैं| उस मनोकामना को बोलना है|

मनोकामना को बोलने के बाद आपको पानी को जमीन में छोड़ देना है| इसके बाद आपको माता काली का स्त्रोत, माता काली का मंत्र या फिर काली माता की आरती कहनी है|

इस प्रकार आपका माता काली का व्रत चालू हो जाता है| अब आपको दिन भर बिना कुछ खाए पिए माता काली का सिमरन करना होता है| अगर आपको ज्यादा ही भूख लगती है, तो आप दिन में एक या दो बार फलाहार कर सकते हैं|

जब रात हो जाए तो रात को 10:00 बजे के आसपास आपको माता काली की पूजा करके अपने व्रत को तोड़ना है और फलाहार ग्रहण करना है|

काली माता का व्रत किस दिन रखा जाता है ? kali mata ka vrat kis din hota hai ?

काली माता की पूजा का सबसे सही समय आधी रात को और सबसे शुभ दिन शुक्रवार को माना गया है |

काली माता का व्रत करने के क्या फायदे होते हैं ? Benefits of fasting Kali Mata

सामान्य भाषा में कहा जाए, तो जो व्यक्ति सच्चे मन से काली माता का व्रत करता है या फिर काली माता की पूजा करता है| उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं|

respect

आप काली माता का व्रत धन से संबंधित समस्या के समाधान के लिए, नौकरी पाने के लिए, रोजगार पाने के लिए, धंधा अच्छा चलने के लिए, जिंदगी में तरक्की पाने के लिए, मान सम्मान पाने के लिए तथा अन्य सभी प्रकार के कामों के लिए कर सकते हैं|

सच्चे मन से की गई इनकी साधना या फिर इनकी उपासना आपको अवश्य फल देती है|

काली माता के व्रत से अन्य कौन से फायदे  हैं ? Other remedies related to Kali Mata

अगर आप काली माता पर विश्वास करते हैं और अपनी समस्या का समाधान काली माता से प्राप्त करना चाहते हैं, तो नीचे हम आपको कुछ समस्याओं के समाधान काली माता से प्राप्त करने के उपाय बता रहे हैं| इन्हें आजमाएं और अपनी समस्या का समाधान पाएं|

1. कर्ज और मुकदमे से राहत पाने के लिए : For relief from loans and case

अगर आपके ऊपर बहुत ज्यादा कर्जा हो गया है या फिर किसी ने आपके ऊपर फर्जी केस डाल दिया है, तो इस समस्या का समाधान पाने के लिए आपको 21 शुक्रवार की रात को लाल कपड़े धारण करके आसन पर बैठना है और माता काली की मूर्ति या फिर फोटो के सामने आपको दीपक और गूगल की धूप जलानी है और माता काली को लाल फूल अर्पित करना है|

case

इसके बाद माता काली को पेड़ा और लॉन्ग अर्पित करनी है, फिर आपको अपने हाथ जोड़ना है और माता काली से अपनी समस्या के समाधान के लिए प्रार्थना करनी है| उसके बाद नीचे दिए गए मंत्र का आपको 13 माला जाप करना है| ऐसा करने से आपको निश्चित ही फायदा होगा|

“ॐ क्रीं कालिकायै नमः”

2. मनवांछित इच्छा की पूर्ति के लिए : For wish

अगर आपकी ऐसी कोई इच्छा है, जो काफी कोशिशों के बाद भी पूरी नहीं हो रही है, तो आपकी यह इच्छा माता काली पूरी कर सकती हैं, अपनी मनपसंद इच्छा को पूरी करने के लिए आपको माता काली के सामने नहा धोकर शुक्रवार के दिन बैठना है और माता काली के सामने बैठकर आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करना है|

recitation of durga saptashati

हम आपको बता दें कि माता काली दुर्गा जी का ही स्वरूप है| इसीलिए आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करना है| आपको लगातार शुक्रवार से चालू करके अगले शुक्रवार तक यह क्रिया करनी है| ऐसा करने से आपको निश्चित ही फायदा होगा|

3. नौकरी या व्यापार की समस्या से छुटकारे के लिए : For job and Business problem

अगर आप अपनी नौकरी से संबंधित किसी समस्या से परेशान है या फिर आपके बिजनेस के ऊपर कोई परेशानी चल रही है, तो इन दोनों समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आपको लगातार 11 या फिर 21 शुक्रवार को माता काली के सामने बैठकर “ओम क्रीम नमः” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए|

hand haath joining

ऐसा करने से आपको दोनों समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा| माता काली की पूजा करने से शनि और राहु केतु ग्रह से मिलने वाले कष्टों से भी मुक्ति मिलती है| इसके लिए शुक्रवार के दिन विशेष पूजा की जाती है|

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