Kishor avastha kya hai ? kishoravastha ki samasya aur samadhan? किशोरावस्था एक ऐसी अवस्था है जिसके अंतर्गत लड़का और लड़की मन आत्मा शरीर या यूं कहा जाए कि संपूर्ण शारीरिक परिवर्तन हो जाता है किशोरावस्था की उम्र 12 वर्ष से शुरुआत मानी जाती है इस दौरान प्रत्येक लड़का और लड़की में काफी परिवर्तन हो जाते हैं | kishoravastha meaning in hindi? kishoravastha ki samasya?
यह एक ऐसी अवस्था होती है जब व्यक्ति के मन में अत्यधिक उद्वेग होता है वह किसी भी कार्य करने को सक्षम होता है यही वह अवस्था है जब एक किशोर बालक या बालिका के अंदर कई तरह की बातें मन में चलती रहती हैं अच्छे और बुरे का ज्ञान बहुत कम होता है| यह एक भटकाव की स्थिति होती है |
इस अवस्था में कुछ भी कर गुजरने की क्षमता अपार हो जाती है, इसीलिए इसे तूफानी अवस्था कहा जाता है किशोरावस्था 12 वर्ष से 19 वर्ष तक या फिर कभी कभी 22 वर्ष तक मानी जाती है यह अवस्था बसंत काल के समान होती है जिसमें सभी प्रकार की शारीरिक और मानसिक बदलाव होते हैं विभिन्न प्रकार की कल्पना शक्तियां जन्म लेती है। हर युवा अपने सपनों में खो जाता है |
विभिन्न वस्तुओं और विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण व रुचि पैदा होती है। एक बालक नए-नए आदर्शों संस्कारों के साथ-साथ सामाजिकता के क्षेत्र में कदम रखता है।
यही वह समय होता है जब व्यक्ति अपने भविष्य के लिए कर नए-नए सपने देखता है और अपने रूचि के आधार पर नए नए क्षेत्र में कुछ करने की चेष्टा करता है और सफल जीवन बनाने के लिए प्रयत्न करता है |
जिसमें बहुत से लोग सफल भी होते हैं । सभी किशोरों के अलग-अलग क्षेत्र होते हैं कोई बिजनेस करना चाहता है कोई नौकरी करना चाहता है तो कोई नेतागिरी करना चाहता है और वह अपने हिसाब से उस क्षेत्र में प्रयत्न करना शुरू कर देता और सफल भी हो जाते हैं। यही वह अवस्था होती है जहां कुछ भी कर गुजरने की अपार क्षमता जन्म लेती हैं।
किशोरावस्था में कौन से बदलाव होते है ? What are the changes in adolescence?
किशोरावस्था एक परिपक्वता की ओर बढ़ता कदम होता है इस दौरान हर लड़का और लड़की के अंदर कई शारीरिक बदलाव होते हैं। आइए हम जानते हैं किशोरावस्था में कौन-कौन से शारीरिक बदलाव होते हैं।
1. किशोरावस्था लम्बाई और वजन कैसे बढ़ता है ? How does height and weight gain?
किशोरावस्था प्रारंभ होने के बाद लड़के और लड़कियों में ऊंचाई और वजन में बदलाव होता है इस दौरान लंबाई और वजन एक साथ काफी तेजी से बदलते हैं।
पुरुष वर्ग में फुर्ती और ताकत के साथ मांस पेशियों का विकास होता है और लड़कियों ने लंबे समय तक कार्य करनी की क्षमता वाली मांस पेशियों का विकास होता है।
लड़का और लड़कियों ने सामाजिक नैतिक परिवर्तन के साथ-साथ शरीर पर वक्ष में परिवर्तन और जननांगों में विकास होता है।
2. किशोरावस्था के समय त्वचा और बालो में क्या परिवर्तन होता है ? What changes in skin and hair?
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किशोरावस्था में त्वचा और बाल की लंबाई में परिवर्तन हो जाता है शरीर पर तैलीय ग्रंथियां अलग अलग तरीके से विकास करने लगती है तथा लड़का और लड़कियों में किशोरावस्था के बाद फोरमैन हारमोंस में बदलाव होता है |
जिससे एक विशिष्ट गंध आती है। चेहरे व त्वचा पर किशोरावस्था में मुंहासे निकलते हैं लड़कों के बाल लड़कियों की अपेक्षा साधन व खड़े हो जाते हैं गुप्तांगों के बाल घने हो जाते हैं लड़का और लड़कियों में बढ़ने वाले गुप्तांगों के बालों में अलग-अलग विशेषता दिखाई देती है।
3. किशोरावस्था के दौरान आवाज में कौन सा परिवर्तन होता है ? What changes in voice?
वैसे तो लड़का और लड़की की आवाजों में बचपन से ही बदला होता है परंतु किशोरावस्था के बाद पूर्ण रूप से आवाज में परिवर्तन हो जाता है लड़कों की आवाज मोटी और लड़कियों की आवाज पतली व सुरीली हो जाती है।
किशोरावस्था के समय अंतः स्रावी ग्रंथीं में क्या परिवर्तन होता है ? What is the change in the endocrine gland?
किशोरावस्था के दौरान ही शरीर के अंदर अंतः स्रावी ग्रंथियों में बदलाव हो जाता है जिससे लड़कों तथा लड़कियों में प्रोजेस्ट्रोन, एंड्रोस्टरॉन टेस्टोस्टीरॉन हारमोंस स्रावित होने लगते हैं |
जिससे लड़कियों में मासिक चक्र प्रारम्भ होता है, और लड़कों में शुक्राणुओं का निर्माण होता तथा अंडकोष बढ़ जाते हैं।
किशोरावस्था के समय मस्तिष्क में कितने वर्ष तक विकास होता है ? When does brain develop?
मस्तिष्क का विकास जन्म से लेकर 10 वर्ष तक की अवस्था तक अधिकतम विकास होता है परंतु किशोरावस्था में व्यक्ति के मस्तिष्क का पूर्ण विकास हो जाता है वह अपने तरीके से सोचने समझने की क्षमता रखता है उसकी यददास जैसी क्षमता बढ़ जाती है।
स्मृति शक्ति के साथ-साथ क्रिया प्रतिक्रिया समझने की क्षमता और उन पर अपने विचार देने की क्षमता बढ़ जाती है भाषा के अर्थ और भाव पूर्ण रूप से समझ लेता है |
किसी भी प्रकार के कार्य करने की क्षमता और भविष्य के प्रति सचेत होने की भावना आ जाती है विभिन्न प्रकार के संस्कारों और सामाजिकता का पूर्ण परिवहन करने की क्षमता होती है |
किशोरावस्था के दौरान लैंगिक विकास कैसे होता है ? How does sexual development happen?
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किशोरावस्था के दौरान लैंगिक विकास शुरू हो जाता है लड़के और लड़कियां पूर्ण रूप से लैंगिकता में पर पूर्ण हो जाती है प्रजनन क्षमता का विकास हो जाता है।
किशोरावस्था के अलग-अलग चरण कौन से है ? What are the different stages of adolescence?
किशोरावस्था प्रारंभ होने के बाद लड़के और लड़कियों ने होने वाले परिवर्तन माता पिता की चिंता का कारण बनते हैं क्योंकि किशोरावस्था कई चरणों से गुजरती है इसलिए लड़के और लड़कियों में चरण वध तरीके से होने वाली बदलाव के विषय में जानकारी होना जरुरी होता है |
जिससे माता पिता उनके बारे में पूर्ण जानकारी दे सकते और किसी भी प्रकार की चिंता यातनाओं से मुक्त हो सकते आइए जानते हैं |
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किशोरावस्था के चरणों में कौन-कौन से बदलाव होते है ? What are the changes and how many stages in the stages of adolescence?
1. किशोरावस्था का प्रारंभिक चरण :
किशोरावस्था का प्रथम चरण 10से 13 वर्ष की उम्र के बीच का होता है इस दौरान शरीर में तेजी से परिवर्तन होते हैं जैसे जननांग का पूर्ण विकास प्रारंभ होता है अंडर आर्म और जननांग के पास बाल आ जाते हैं |
लड़कियों में स्तनों का विकास और अंडकोष बढ़ जाते हैं इसी दौरान मासिक चक्र का प्रारंभ होता है।
2. किशोरावस्था का दूसरा चरण :
किशोरावस्था का दूसरा 14 से 18 वर्ष की बीच का होता है इसी चरण में लड़कों और लड़कियों का विकास तेजी से होता है ।आवाज में परिवर्तन होता है अधिकांश लड़के और लड़कियों चेहरे पर मुंहासे निकलते हैं और शारीरिक बदलाव अपनी पूर्णता को प्राप्त कर लेते हैं।
किशोरअवस्था में ही लड़का और लड़की शारीरिक संबंध के विषय में रूचि लेते हैं साथ साथ रोमांस करते हैं माता पिता से बातचीत और बहस कर सकते हैं दोस्तों के साथ कई प्रकार के विषयों पर बात करते हैं क्योंकि मस्तिष्क विकास भी होता है।
3. किशोरावस्था का अंतिम चरण :
शोर आस्था का अंतिम चरण 18 से 21 वर्ष या 22 वर्ष के बीच का होता है जिस मैं शारीरिक विकास पूर्ण हो जाता है और किशोर लड़के लड़कियां वयस्कता की ओर बढ़ते हैं।
इस दौरान सभी लड़के और लड़कियां अपने व्यक्तित्व और अस्तित्व को समझते हैं तथा भविष्य के प्रति सजग हो जाते हैं बहुत से लड़का और लड़की भावनात्मक क्या शारीरिक रूप से माता-पिता से अलग रह सकते हैं |
विभिन्न प्रकार के रिश्तो के बीच फर्क समझने लगते हैं परंतु प्यार जैसी रिश्ते स्थाई रहते हैं केवल आपसी मित्र वक्त संबंध ज्यादा सकरी होते हैं।
किशोरावस्था के दौरान सामान्य पतिवर्तन कैसे होता है ? How does normal husbandry occur during adolescence?
किशोरावस्था के दौरान कुछ सामान परिवर्तन शरीर में होते हैं जैसे चेहरे पर मुंहासे निकलते हैं शरीर में पसीना अधिक बन्नी लगता है जिसे दुर्गंध भी पैदा होती है और बगलों, जाँघो, पैरों तथा जननांग ऊपर बाल उग जाते हैं।
1. किशोरावस्था की दौरान लड़कियों में परिवर्तन कैसे आते है ?
किशोरावस्था के दौरान लड़कियों ने शारीरिक परिवर्तन के साथ-साथ स्तनों का विकास होता है और 17 से 18 वर्ष तक पूर्ण हो जाते हैं। हाथ, पैर, सिर,चेहरे के साथ-साथ किशोरावस्था की लड़कियों की कमर और कूल्हे चौड़े होने लगती तथा गुप्तांग में बाल उग आते हैं।
2. किशोरावस्था के दौरान लड़कों में क्या परिवर्तन आते है?
किशोर अवस्था के दौरान लड़कियों की भाति लड़कों ने भी परिवर्तन होते हैं लड़कों ने शरीर लड़कियों की अपेक्षा ज्यादा चौड़ा कमर वाह नितंभ बराबर गुप्तांग सीने व बगलों में बाल निकाल आते तथा दाढ़ी और मूंछ आने लगती जो 17 से 18 वर्ष की आयु तक पूर्ण विकसित हो जाते है।
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किशोरावस्था में होने वाले मानसिक बदलाव कौन से होते है ? What are the mental changes that occur during adolescence?
किशोरावस्था में बच्चों में सोचने समझने और स्वभाव में परिवर्तन हो जाता है जिसकी वजह से गुस्सा लड़ाई झंझट हंसी खुशी आदि जैसे गुण विकसित हो जाती है|
इस दौरान मनोवैज्ञानिक हार्मोन चेंजिंग होने के कारण सामाजिक और भावनात्मक परिवर्तन के साथ बौद्धिक क्षमता तार्किक और नैतिक सोच मजबूत होती हैं।निर्णय लेने की क्षमता मैं परिवर्तन होता है।
किशोरावस्था में सामाजिक बदलाव हो जाता है यह समाज के प्रति अपने को डालने का भरसक प्रयत्न कर लेते हैं अपने पराए दोस्तों सभी को लेकर सजग रहते हैं |
जिम्मेदारी फैसले भावनाओं को दृढ़ता पूर्वक पालन करते हैं सही गलत के फैसले कर लेते हैं और माता-पिता से अपने कैरियर के प्रति अलग कर सकते हैं तथा माता-पिता से अलग होकर स्वयं को नियंत्रित करते हैं।
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