ऋण / लोन किसे कहते हैं ? बैंक से लोन लेने से पहले इन बातो को अवश्य जाने | What is Loan debt and how to get Loan in hindi ?


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दोस्तों हम सभी को जब रुपयों की तंगी सताती है , और हमारी मदद के लिए कोई नही आता तब बैंक से loan लेने से अच्छा विकल्प हमे नही दिखता है, किन्तु यदि अभी आप को financial वित्तीय ज्ञान नही है तो हो सकता है आप भी loan को बुरा मानते हो और इसे एक राछस की तरह देखते हो |

यद्यपि देखा जाये तो loan लिए गये रुपये का यदि गलत तरीके से प्रयोग किया जाये तो वह सदैव कष्टकारी ही साबित होता है | बहुत से लोग loan की बात मन में आते ही बैंक में loan के लिए apply करने पहुच जाते है बिना कर्ज के बारे में सब कुछ जाने ही फिर बाद में फस कर रह जाते है  |

loan

इसलिये आज हम आप को लोन के बारे में सारी जानकारी देने जा रहे है , की आप को loan लेना से पहले किन बातो को अवस्य जान लेना चाहिये | साथ ही हम आपको अच्छे और बुरे लोन के बारे में भी बतायेंगे इस लिए पोस्ट को अंत तक अवस्य पढ़े !

ऋण loan  वह है जो किसी से मांगा जाता है या फिर लिया जाता है ऋण/लोन एक ऐसी वस्तु है जो एक व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति को उधार  loan के रूप में दिया जाता है और कुछ समय बाद ले लिया जाता है। ऋण देने वाले को अनुबंध के आधार पर वापस कर दिया जाता है।

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ऋण तब सृजित होता है जब एक ऋणदाता एक ऋण प्राप्तकर्ता receiver या ऋणी को कुछ परिसंपत्ति प्रदान करता है। आधुनिक समाज में, सामान्यतः ऋण को अपेक्षित पुनर्भुगतान repayment के साथ प्रदान किया जाता है; ज़्यादातर मामलों में ऋण ब्याज सहित वापस करने की प्रक्रिया है।

 

आज के दौर में कर्ज की जरूरत हर किसी को होती है. अगर आपके पास पैसे नहीं हैं और आप कुछ खरीदना चाहते हैं तो आप किसी न किसी से कर्ज अवश्य लेते हैं। यदि आप किसी प्रकार का लोन लेते है तो आपको बैंक लोन लेना इसके लिए सुविधाजनक easy विकल्प है.क्योकि किसी वित्तीय आपदा की स्थिति में बैंक लोन हमारे जीवन को बहुत आसान बना देता है।


बैंक लोन लेने के बजाय यदि आप किसी महाजन से लोन loan लेते है तो चुकता न होने की स्थिति में आपको जलील होना पड़ सकता है। इसलिए किसी अन्य से लोन न लेकर केवल बैंक से ही ऋण ले। बैंक के लोन कैसे लेना है यह आपको यहाँ पर बताया जा रहा है ।

इसके लिए आपको कुछ बातों को जानना आवश्यक है क्योकि लोन देने वाला वित्तीय संस्थान आपके लोन पर ब्याज दर किस तरह लगाता है. इसके पीछे लोन की अर्जेंसी, लोन चुकाने का समय और ब्याज दर आदि की भूमिका होती है।

ऋण / लोन कितने प्रकार का होता है ?  Type of Loan in hindi ?

ऋण के आधार पर देखा जाए तो सामान्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं विभिन्न प्रकार की कंपनियां या संस्थाएं अपने विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों के लिए ऋण का प्रयोग करती हैं।

1. सुरक्षित लोन और असुरक्षित लोन  Secured Loans and Unsecured Loans

कभी भी लोन लेने से पहले हमे उस लोन पर काल्कुलेसन (गणित) और विचार अवस्य कर लेना चाहिये की यह जो लोन आप लोन रहे है

सुरक्षित ऋण

सुरक्षित ऋण के अंतर्गत दिए जाने वाले ऋण व्यक्ति से जमानत bail के रूप में कुछ ना कुछ लिया जाता है।जिसमें ब्याज और सभी प्रकार के लागू शुल्क शामिल हैं। उदाहरण के लिए स्टॉक stock , बॉन्ड bond, या निजी संपत्ति जैसी अन्य वस्तुओं को भी ऋण सुरक्षित करने के लिए रखा जा सकता है।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !

सुरक्षित ऋण बड़ी मात्रा में आय प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका होता है। एक ऋणदाता को इस आश्वासन के साथ बड़ी राशि के ऋण की उम्मीद नहीं है कि नकद चुकाना चाहिए। अपनी संपत्ति या किसी अन्य संपत्ति को जोखिम में डालना एक गारंटी है जो काफी सुरक्षित है आप बंधक को चुकाने के लिए अपनी शक्ति में हर चीज की कोशिश करेंगे।

असुरक्षित ऋण

असुरक्षित ऋण के अंतर्गत ऋण प्राप्त करता को किसी जमानत की आवश्यकता नहीं होती
एक असुरक्षित ऋण ऐसा ऋण होता है, जो किसी बैंक को किसी संपार्श्विक Collateral (कोई सम्पति जो आप लोन के बदले में देंगे ) को बनाए रखने के बिना एक ऋणदाता प्रदान करता है, जब आप गृह ऋण  home loan लेते हैं।

उदाहरण के लिए, आपकी संपत्ति संपार्श्विक है जिसके विरुद्ध बैंक आपको ऋण  loan प्रदान करता है। डिफ़ॉल्ट के मामले में, बैंक को उस संपत्ति का दावा करने का अधिकार है। क्रेडिट कार्ड credit card  और व्यक्तिगत ऋण personal loan असुरक्षित ऋण माना जाता है।

बैंक आपको आपकी हैसियत के आधार पर ऋण देता है , चूंकि इस ऋण में कोई गारंटी नहीं होती है इसलिए आप व्याज में कटौती नहीं करवा सकते ।

निजी एवं सार्वजनिक ऋण/कर्ज  Private and public debt

एक व्यक्ति अपने परिवार के हितों के लिए अथवा अपने निजी लाभ के लिए ऋण लेता है,वह ऋण निजी ऋण कहलाता है ।निजी ऋण सदैव ऊंची ब्याज दरों पर मिलता है।

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जिंदगी में ऐसे वक्त आते हैं जब हमारे पास पैसों का अभाव हो जाता है. उस वक्त हम ऐसे दोस्त या रिश्तेदार की तलाश में होते हैं जो इस मुश्किल घड़ी में हमारी मदद कर सके. अगर किसी कारणवश उस वक्त कोई आपकी मदद नहीं कर पाता है तो वह वक्त और मुश्किल हो जाता है. ऐसे वक्त में व्यक्तिगत ऋण Personal loan आपकी मदद कर सकते हैं|

आपातकालीन स्थिति में तुरंत पैसे जुटाने के लिए भी यह एक अच्छा विकल्प है। जैसे यात्रा ऋण, चिकित्सा ऋण, शिक्षा ऋण, शादी के लिए लिया गया ऋण, गृह सुधार ऋण और क्रेडिट कार्ड पुनर्वित्त ऋण आदि।

जबकि देश की सरकार द्वारा आम जनता और वित्तीय संस्थाओं से लिया गया कर्ज सार्वजनिक ऋण या पब्लिक डेट loan कहलाता है। इसे सरकारी ऋण अथवा राष्ट्रीय कर्ज national loan भी कहा जाता है। सार्वजनिक ऋण वह विदेशी कर्ज है, जो निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों की विदेशी मुद्रा देनदारियों को दर्शाता है और इसे विदेशी मुद्रा आय से वित्तपोषित किया जाता है।

सरकार सार्वजनिक व्यय तथा सार्वजनिक आय के बीच के अन्तर को लोगों से उधार लेकर ऋण के माध्यम से पूरा करने का प्रयास करती है। यही सार्वजनिक ऋण है। इस तरह सार्वजनिक ऋण का अर्थ सरकार द्वारा लिए जाने वाले ऋण से है।

सरकार द्वारा अपने देश के अन्दर तथा दूसरे देशों से लिये गये ऋण को लोक या सार्वजनिक ऋण कहते हैं। सार्वजनिक ऋण या तो आन्तरिक हो सकता है अथवा विदेशी सरकारों या अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं से लिया जा सकता है।

संघीय एवं द्विपक्षीय ऋण  Federal and bilateral loans

एक संघीय ऋण किसी कंपनी को दिया जाने वाला ऐसा ऋण loan है जिसमे कोई अकेला ऋण का जोखिम नही लेता बल्कि कंपनी स्वयं भुगतान करती है।कंपनी उतना ही ऋण लेती है जितना जोखिम किसी एक पर न पड़े।

सामान्यतः यह राशि कई मिलियन डॉलर होती है। ऐसे मामलों में, बैंकों का संघ धनराशि के लिए सहमति प्रदान करता है।इस प्रकार के ऋण में ऋण की सुरक्षा के लिए कंपनी या संस्थाओं को बांड दिए जाते हैं,जो सुरक्षा की गारंटी लेते हैं।

बांड के आधार पर ऋण प्राप्तकर्ता को एक निश्चित समय सीमा में ऋण वापस करना होता है ।बांड की भी एक निश्चित समय सीमा होती है ।बांड की समाप्ति पर सम्पूर्ण ऋण वापस किया जाना होता है।

ऐसे ऋण प्राप्तकर्ता को वास्तविक रूप से दी गयी राशि उसके द्वारा वापस की जाने वाली राशि से कम होती है ।कुछ ऋण सबसे सरल ऋण होते हैं इसमें एक अनुबंध के द्वारा एक नियत समय में पुनर्भुगतान के लिए रकम प्रदान करना होता है । वाणिज्यिक ऋणों में, ऋण की मुख्य राशि पर प्रतिवर्ष प्रतिशत के रूप में किये गये ब्याज का भी उस तिथि तक भुगतान करना होता है।

ऋण/लोन/कर्ज लेने के फायदे – लाभ क्या हैं ? What are the benef its of taking a loan?

ऋण लेने से हम अपने जीवन में उन तमाम आवश्यकताओं की पूर्ति कर लेते हैं जिनको करने में हम असमर्थ होते हैं। अधिकांश बड़ी-बड़ी कंपनियां या संस्थाएं ऋण से ही अपने बड़े बड़े प्रोजेक्ट हो स्थापित कर पाते हैं।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !

जो चीजें बहुत महंगी होती हैं उनको प्राप्त करने के लिए हम असमर्थ होते हैं ऐसी स्थिति में हम ऋण लेकर उन्हें प्राप्त कर सकते हैं अधिकांश कंपनियां बड़े-बड़े ऋण लेकर अपने निवेश को बढ़ा देते हैं जिससे उनके इक्विटी निवेश बढ़ जाता है और अपनी कार्ययोजना में सफल ही रहते हैं।

इक्विटी के लिए जिनका अनुपात निवेश के जोखिम को आधारित करने के लिए महत्वपूर्ण साझा करते हैं।ऋण का जोखिम सदैव राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार पर निर्भर करता है।

यदि आप किसी प्रकार का व्यापार कर रहे हैं तो ऋण लेना आपके लिए बेहतर साबित होगा क्योंकि एक व्यापार को सफल बनाने के लिए हमें धन की अत्यधिक आवश्यकता होती व्यापार में सभी प्रकार की आवश्यकता ओं की पूर्ति करने के लिए बैंक से ऋण लेना बहुत ही सुविधाजनक होता है।

( यह लेख आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है अधिक जानकारी के लिए OSir.in पर जाये  )

ऋण सदैव ऐसी स्थिति में लें जिससे केवल हमें ऋण वापस करने के लिए पैसे की प्रतिपूर्ति हो सके कभी भी ऐसी स्थिति में ऋण ना लें जिनसे हमारा मूलधन खर्च हो जाए और हम दिवालिया हो जाएं क्योंकि एक ऐसी स्थिति है जिसको एक समय सीमा में वापस भी करना होता है।

ऋण/कर्ज लेने के लिए नियम एवं शर्तें क्या हैं ?  What are the loan terms and conditions?

जिंदगी में कभी भी ऐसा वक्त जरूर आता है जब हम किसी न किसी से उधार लेते है,जो उधार हम अपने किसी जान पहचान वाले से या फिर बैंक से लेते हैं।

उधार यदि हम किसी आम आदमी से लेते हैं तो किसी प्रकार की नियम लागू नहीं होते, हां कभी कभी किसी महाजनों कर्ज में कुछ शर्ते लागू हो जाती है ।कोई महाजन कर देता है तो वह किसी स्टाम्प पेपर या रजिस्टर पर लिखित ले लेता हैऔर साथ में किसी गवाही से भी हस्ताक्षर करवा लेता है|

परंतु किसी बैंक से कर्ज लेने के लिए कई नियम होते हैं। आज देश में लोन लेने वाले ग्राहकों से तेजी से बढ़ रही इसलिए,

बैंक में लोन/कर्ज लेने से पहले इन नियमों को अवश्य जाने :

1. ब्याज दर फिक्स है या नही   Interest fixed or not

लोन लेते समय यह ध्यान देना है कि बैंक द्वारा लेने वाला ब्याज है फिक्स है या वेरिएबल है क्योंकि फिक्स ब्याज दर में पूरी अवधि तक एक जैसी बनी रहती है जबकि वेरिएबल ब्याज दर वाले बैंक लोन में इंटरेस्ट रेट मार्जिन कॉस्ट आफ लेंडिंग रेट्स से जुड़ी होती है और इसमें बदलाव होता रहता है

आपको लोन लेने में वेरिएबल ब्याज दर ज्यादा फायदे वाली होती है जब आपको यह दिखाई दे कि ब्याज दरों में वृद्धि होने की आशंका है तो तुरंत फिक्स ब्याज दर वाले रेट में शिफ्ट होना चाहिए।

2. समय से पहले बैंक को लोन/कर्ज चुकाना  Repay the loan to the bank before time

किसी भी बैंक से लोन लेने के बाद उसको समय सीमा के अंदर जमा करना होता है क्योंकि समय सीमा के अंदर चुका ने से आपको कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना पड़ता है अधिकतर लोगों को यह पता नहीं होता है कि वह समय से पहले लोन चुका सकते हैं।

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3. कर्ज लेने से पहले इंश्योरेंस करवाना  Having insurance

जब आप कोई बैंक से लोन ले रहे हैं तो आपके सामने कभी भी कोई बुरी स्थिति आ सकती है मान लिया जाए कि बैंक लोन लेने वाले व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार पर एक बहुत बड़ा बोझ पड़ जाता है|

इससे बचने के लिए आपको किसी बीमा कंपनी से अपना इंश्योरेंस जरूर करवा लेना चाहिए जिससे अचानक हुई मृत्यु से आपके परिवार के लोगों को कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा तथा आपके लोन की संपूर्ण रकम इंश्योरेंस कंपनी भुगतान कर देती हैं जिससे आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित रहता है।

4. ब्याज बचत स्कीम का फायदा उठाएं  Take advantage of the interest saving scheme

बहुत से बैंक मार्केट लोन के साथ फ्लेक्सी स्कीम देते हैं जिससे आपको ब्याज में कटौती हो जाती है बैंक लोन चुकाने के लिए इस स्कीम के अंतर्गत अपनी रकम दूसरे खाते में यानी कि सेविंग अकाउंट में जमा कर सकते हैं।

लोन देने वाले बैंक आपके खाते में जमा रकम पर ब्याज नहीं जोड़ता है सिर्फ बकाया मूलधन पर ब्याज लेता है जिससे आपका बैंक लोन का बोझ कम हो जाता है और खाते की रकम भी आप आवश्यकता के हिसाब से निकाल सकते।

5. सही समय पर बैलेंस ट्रांसफर करें  Transfer balance at the right time

यदि आपने लोन ले लिया है तो आप बैंक से संपर्क करके अपने ब्याज की दरें कम करवाने की सिफारिश कर सकते हैं यदि ऐसा बैंक से नहीं करता है तो आप दूसरे बैंक के साथ बैलेंस ट्रांसफर करवा सकते हैं इसके लिए आपको कुछ भी चार्ज नहीं देना पड़ता है।

 6. लोन लेने के लिये कौन से कागज लगते है ? Required papers have to be given

बैंक ने ऋण लेने के लिए आपको बैंक द्वारा मांगे गए सभी प्रकार के कागजात देना पड़ता है जैसे आधार कार्ड पैन कार्ड फोटो गवाही आदि। ! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है ! इसके अलावा आपको इनकम प्रूफ राशन कार्ड या बिजली बिल जैसे आदि के कागज देना पड़ता है यदि नौकरी करने वाले लोग हैं तो अपना पे बिल pay bill दे सकते हैं |

7. नियम और प्रोसीजर को अच्छे से समझना पड़ेगा Understood Rules and procedures  

बैंक लोन लेने से पहले बैंकों के नियम और प्रोसीजर पढ़ लेना चाहिए क्योंकि हर बैंक के नियम और प्रोसीजर अलग-अलग होते हैं पहले उन को अच्छी तरह समझ ले लोन लेने के लिए दिया जाने वाला फार्म और उसके अंतर्गत सारे कारणों की जानकारियां अच्छी तरह से ले लेना के बाद ही लोन के लिए अप्लाई करें।

8. लोन लेने से पहले ब्याज दरों के बारे में जानकारी लें Get information about rates

ऋण में ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं इसलिए पर्सनल लोन लेने से पहले सभी तरह के ऑफर देख लेना बुद्धिमानी होती है लोन की समय सीमा चाहे जैसी हो परंतु अपने लोन रीपेमेंट अफॉर्डेबल और परेशानी रहित बनाने के लिए बेस्ट ब्याज दरों के विषय में जानना जरूरी है किसी भी प्रकार का ऋण जल्दबाजी में ना लें

9. किस बैंक से लोन लेना चाहिए  From which bank should I take a loan

सभी के मन में एक बार यह जरूर आता है किस बैंक से ऋण लेना चाहिए तो हम आपको बता दें इसका सीधा सा जवाब है कि जिस बैंक में ब्याज दरें कम हूं या फिर आपका अकाउंट जिस बैंक में हो उसी बैंक से ऋण loan लेना ज्यादा फायदेमंद होता है।

10. समय से पहले कर्ज अदा करने के विकल्प को देखना Seeing the option to prepay the loan prematurely 

समय से पहले यदि आप ऋण अदा कर देते हैं तो किसी प्रकार का रिचार्ज नहीं पड़ता है यह व्यवस्था जरूर देख लेनी चाहिए क्योंकि आपको ऋण लेने के बाद उसको अदा करने में सहायता मिल जाते हैं कई ब्लू में प्रीपेमेंट पेनेल्टी पड़ जाती है इसलिए इसको पहले देख लेना चाहिए।

11. कर्ज लेने से पहले इनकम पर विचार अवश्य करें Consider income

किसी प्रकार का लोन लेने से पहले हमें अपनी इनकम पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि लिया जाने वाला लोन समय सीमा में चुकाना होता है इसलिए अपनी इनकम को ध्यान देते हुए लोन लेना चाहिए यदि आपके पास लोन लेने के लिए कोई वजह ना हो तो लोनलेना व्यर्थ है तय की गई समय सीमा में लोन ना दे पाने से आपको कई समस्याओं से जूझना पड़ेगा।

osir news

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