महिलाओं के पैरों में दर्द की दवा | Mahilao ke pairo me dard ki dawa : दोस्तों क्या आप एक महिला हैं और आपके पैरों में दर्द बना रहता है या फिर रात होते ही पैरों का दर्द बढ़ जाता है आप दिन-रात अपने पैरों के दर्द से परेशान हैं घुटने के नीचे मांस पेशियों में खिंचाव और दर्द महसूस करती हैं तो आप सभी महिलाओं के पैरों में दर्द की दवा कौन सी लेनी चाहिए या महिलाओं के पैरों के दर्द की दवा कौन-कौन सी हैं ?
आइए हम आज इस विषय में अपने लेख पर चर्चा करेंगे। चाहे महिला हो या पुरुष सभी के पैरों में दर्द की एक समस्या लगभग बनी रहती है सामान्य तौर पर हर महिला पुरुष पैरों के दर्द के कारण रात की नींद नहीं ले पाता है बेचैनी सी रहती है और अपने को उठने बैठने और चलने फिरने में असहज महसूस करता है। सभी महिला और पुरुष में पैरों के दर्द लगभग एक ही समान होते हैं।
ज्यादातर पैरों के दर्द की समस्या हमारा खान-पान होता है क्योंकि दिन भर व्यस्त जिंदगी और गलत लाइफस्टाइल पैरों के दर्द के साथ-साथ अन्य शारीरिक दर्द को जन्म देते हैं जिसकी वजह से स्त्री और पुरुष सहित पीड़ित रखते हैं दिन भर के काम से थक कर जब व्यक्ति शाम को आराम करने के लिए बिस्तर पर जाता है तो उसे पैरों का दर्द आराम में समस्या पैदा करता है।
शारीरिक कमजोरी खान-पान के कारण होती है जिसकी वजह से हमारी हड्डियां कमजोर होती है और जब हम कोई काम करते हैं तो पैर दर्द कमर दर्द और संपूर्ण बदन दर्द बन जाता है जिसकी वजह से काम करने में मन नहीं लगता है आलस्य बना रहता है।
पैरों या शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने का प्रमुख कारण हड्डियों का कमजोर होना है या फिर मनुष्य के अंदर विटामिन डी जैसी कमी हो सकती है इसके अलावा अनुवांशिक समस्या हो सकती है एडिमा रोग हो सकता है या हारमोंस के चलते पैरों के दर्द बने रहते हैं।
महिला हो या पुरुष सभी में पैरों के दर्द की समस्या दिनभर की थकान के कारण भागदौड़ के कारण होती है जो सामान्य रूप से एक-दो दिन में ठीक हो जाती है लेकिन कई बार ऐसा होता है कि पैरों का दर्द है हमेशा बना रहता है जिसकी वजह से चलने फिरने में समस्या होती हैं।
महिलाओं के पैरों में दर्द की दवा | Mahilao ke pairo me dard ki dawa
महिलाओं में पैर दर्द की समस्या लगभग बनी ही रहती है क्योंकि वह दिन भर घर या बाहर के काम करती रहती हैं जिसकी वजह से भी समय पर खानपान नहीं कर पाती और कई बार महिलाओं के पैरों के दर्द एक समस्या बन जाते हैं जो जिंदगी भर बने रहते हैं ऐसे में महिलाएं पैरों के दर्द की दवा खाती रहती है लेकिन समस्या जड़ से खत्म नहीं होती है।
अगर महिलाओं के पैरों में दर्द बना रहता है और कई बार विभिन्न प्रकार की दवाई खाने के बावजूद भी पैरों का दर्द नहीं जाता है तो हम आपको पैरों के दर्द की दवा के बारे में यहां पर बताएंगे जैसे आप एक निश्चित और सही इलाज कर पाएंगे।
नोट : किसी भी दवा का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य ले .
1. पेरासिटामोल
दोस्तों सामान्य रूप से पैर दर्द बदन दर्द सिर दर्द बुखार तथा शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द को ठीक करने के लिए पेरासिटामोल एक सामान्य दवा होती है
2. मॉर्फ़ीन
विभिन्न प्रकार की एलोपैथिक दवाएं जो दर्द निवारक होती हैं उनमें मार्फिन भी एक बेहतर दर्द निवारक दवा है इन दवाओं का प्रयोग पैरों के दर्द को ठीक करने के लिए बेहतर माना जाता है।
3. ऑक्सीकोडोन
ऑक्सीकोडान भी एक मार्फिन जैसी दवा है जो दर्द निवारक होती है पुरुष हो या महिला सभी के पैरों के दर्द तथा शरीर के अन्य दर्द को भी ठीक करने के लिए किया जाता है।
4. बुप्रेनोरफिन
बुप्रेनोरफिन सभी प्रकार के दर्द निवारक दवाओं में एक है यह महिलाओं के पैरों के दर्द की दवा है साथ ही साथ शरीर के अन्य हिस्सों के दर्द को भी ठीक कर देती है। इन दवाओं की गोलियां इंजेक्शन और पेय पदार्थ के रूप में भी प्रयोग किया जाता है यह सभी दवाई सभी प्रकार के दर्द को ठीक करने के लिए कारगर दवाएं मानी जाती हैं।
5. Amitriptyline and gabapentin
ऐमिट्रिप्टिलाइन दवा मूल रूप से अवसाद के इलाज के लिए किया जाता है लेकिन गबापेंटिन मिर्गी जैसे रोग उसके लिए प्रयोग की जाती है लेकिन इनके सेवन से शरीर के दर्द में भी राहत मिलती है। इन दवाओं का प्रयोग सटका और मजबूत के कारण होने वाले दर्द में भी प्रयोग किया जाता है।
6. Dolo 650
दोनों भी एक महिलाओं के पैरों के दर्द की दवा है इसके अलावा यह बुखार जुखाम के कारण होने वाले दर्द को भी ठीक कर देती है आज के समय में यह बहुत ही कारगर दवा न मानी जाती हैं।
7. एस्पिरिन
महिला हो या पुरुष किसी के शरीर में किसी भी प्रकार का दर्द हो उसके लिए एस्प्रिन जैसी दवा प्रयोग की जाती है अक्सर दर्द निवारक के रूप में एस्प्रिन की सलाह डॉक्टर देते हैं।
8. Ibuprofen 400 mg
दांत में दर्द मोच के कारण दर्द अत्यधिक थकान के कारण पैरों में दर्द होने पर आइब्रो पेन दवा खाई जाती है। एमआई ब्रूफेन 400 एमजी दवा काफी लाभदायक होती है।
9. Etoricoxib
पैरों में जोड़ों के दर्द कमर दर्द बदन दर्द गठिया दांत दर्द जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए इटोरिकाक्सिब 120-240 मिलीग्राम दवा का प्रयोग किया जाता है।
10. डाइक्लोफेन diclofenac
हर प्रकार के दर्द से छुटकारा पाने के लिए आप diclofenac 100 MG एक अच्छी दवा है यह दवा महिलाओं में पीरियड के दौरान होने वाले दर्द में भी कारगर है तथा महिलाओं के पैरों में दर्द की दवा भी है।
11. केटोरोलेक (ketorolac)
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पैरों में तेज दर्द हो रहा है तो केटोरोलेक 10mg जैसी दवा ली जाती है यह पैरों के दर्द के साथ-साथ पीठ दर्द बदन दर्द कमर दर्द में भी राहत देती हैं
12. पायरोक्सिकेम (piroxicam)
दिनभर कार्य करने के कारण थकान आ जाती है जिसकी वजह से पूरे शरीर के साथ-साथ पैरों में अधिक दर्द होता है ऐसे में इस दवा का प्रयोग किया जाता है। किसी भी स्त्री और पुरुष के पैरों में दर्द किसी भी कारण से उत्पन्न हो सकता है.
ऐसे मैं महिलाओं को पैरों के दर्द को ठीक करने की दवा के रूप में सैकड़ों प्रकार की दर्द निवारक गोलियां मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध हैं जो एलोपैथिक दवाएं होती हैं और इनके सेवन करने से आपके पैरों का दर्द ठीक हो जाता है।
पैरों के दर्द के लिए आयुर्वेदिक दवा | Pairo ke dard ke liye ayurvedic dawa
महिलाओं के पैरों के दर्द को ठीक करने के लिए एलोपैथिक दवाओं के साथ-साथ होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाएं भी कारगर उपाय हैं अगर किसी भी महिला या पुरुष को पैरों में दर्द बना रहता है तो पैरों के दर्द को ठीक करने की आयुर्वेदिक दवाएं करके पूरी तरह से आराम पाया जा सकता है आइए हम कुछ महिलाओं के पैरों के दर्द की दवा के बारे में जानते हैं।
1. अरंडी का तेल
अरंडी का तेल 1 प्राकृतिक दर्द निवारक आयुर्वेदिक औषधि है जिसे जोडो पर मालिश करने से या पैरों में होने वाले दर्द वाले स्थान पर मालिश करने से पैरों का दर्द समाप्त हो जाता है। अरंडी के बीजों का काढ़ा पीने से भी साठिका जैसी समस्या दूर हो जाती है. कफ पित्त और बात जैसी समस्या से भी छुटकारा मिलता है इसका प्रयोग या सेवन करने से पहले डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।
2. अश्वगंधा
वैसे तो अश्वगंधा संपूर्ण शरीर के किसी भी प्रकार के रोग को ठीक करने के लिए एक सबसे अधिक उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है बात महिलाओं के पैरों के दर्द को ठीक करने की दवा की है तो अश्वगंधा एक बेहद उपयोगी और असरकारी आयुर्वेदिक औषध है।
अश्वगंधा तंत्रिका तंत्र प्रजनन और श्वसन तंत्र जैसे अंगों में होने वाले दर्द सूजन को दूर करती है और शक्ति वर्धक होती है यह व्यक्ति के इम्यूनिटी पावर को बढ़ा देता है जिसकी वजह से थकान पैरों में दर्द एनेमिया अर्थराइटिस व अन्य हड्डियों से संबंधित दर्द आदि को जड़ से खत्म कर देता है।
3. अस्थिसंहारक
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में किसी भी प्रकार के रोग को जड़ से खत्म करने की ताकत होती है हमारे पैरों में दर्द अस्थियों की कमजोरी हो सकती है ऐसे में स्थित अंगारक आयुर्वेदिक औषध को लेकर अपने पैरों के दर्द को ठीक किया जा सकता है. क्योंकि इस दवा में फ्लेवोनॉयड्स, बीटा-सिटोस्टेरोल, बीटा स्टिग्मास्टेरोल और ट्रिटरपेनोइड आदि मौजूद होते हैं जो शरीर के विभिन्न प्रकार के क्षतिग्रस्त ऊतकों को ठीक कर देते हैं।
अस्थि अस्थिसंहारक जड़ी बूटियों से तैयार एक काढ़ा होता है जो पीने से शरीर के सभी प्रकार से दर्द को आराम मिलता है तथा ऑस्टियोआर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस और रुमेटाइड आर्थराइटिस को जैसी समस्या को जड़ से खत्म कर देता है।
4. योगराज गुग्गुल
दोस्तों पैरों में दर्द कई कारणों से होता है जैसे गठिया मोटापा कमजोरी आदि ऐसे में अगर लगातार आपके पैरों में दर्द बना रहता है तो आप योगराज गुग्गुल जैसी आयुर्वेदिक दवा प्रतिदिन सुबह-शाम गर्म पानी से दो-दो गोली खाएं. इससे आपके पैरों का दर्द गठिया आदि आराम मिलता है और साथ में धीरे-धीरे गठिया जैसी समस्या दूर हो जाती है।
5. महारास्नादि क्वाथ
पुरुष हो या स्त्री सभी के पैरों में दर्द निरंतर यदि बना रहता है तो महारास्नादि क्वाथ को सुबह शाम लगभग 30 मिलीलीटर गर्म पानी के साथ सेवन करें आपके पैरों का दर्द निश्चित रूप से समाप्त हो जाएगा क्योंकि महारास्नादि काढ़ा में गुडूची, अरंडी, वच, अश्वगंधा, अतिविष, गोक्षुरा और बाला जैसी कुछ जड़ी बूटियों को मिश्रित किया गया है।
महिलाओं के पैरों में दर्द की आयुर्वेदिक दवा के रूप में महारास्नादि काढा सामान्य दर्द साठिका लकवा संधिवात आदि रोगों को ठीक करने की क्षमता पाई जाती है प्रमुख रूप से गठिया और साठिका के लिए रामबाण आयुर्वेदिक दवा है
6. कैशोर गुग्गुल
कैशोर गुग्गुल भी एक पैरों के दर्द को ठीक करने की आयुर्वेदिक औषध है जो लगभग 18 प्रकार की जड़ी बूटियों से तैयार है इस आयुर्वेदिक दवा में गुडूची, त्रिकटु,काली मिर्च, त्रिफला, गाय का घी और विडंग को मिलाया गया है जो अर्थराइटिस या गठिया के कारण होने वाले दर्द में पूरी तरह से आराम देता है।
7. मुक्ताशुक्ति भस्म
मुक्ताशुक्ति भस्म सीप और मोती से बनाया गया है यह दवा बातचीत के रोगों को ठीक कर देती है जिसकी वजह से हमारे पैरों में घटिया अर्थराइटिस आज की समस्या समाप्त हो जाते हैं. वात पित्त कब का संतुलन करती है और शरीर में मजबूती आती है।
8. आरोग्यवर्धिनी वटी
आरोग्यवर्धिनी वटी विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियों से तैयार एक मिश्रण होता है इसमें त्रिफला शिलाजीत गुग्गूल चित्रक मूल लौह, ताम्र और अभ्रक जैसी भस्म का मिश्रण होता है। आरोग्यवर्धिनी वटी पाचन शक्ति को सुधार करके शरीर को ताकत प्रदान करती है जिससे टांगों का दर्द बहुत जल्द समाप्त हो जाता है इसके साथ-साथ यह साठिया अर्थराइटिस या गठिया जैसी समस्या भी समाप्त हो जाती है
9. निर्गुंडी का तेल
दोनों पैरों के दर्द को ठीक करने के लिए निर्गुणी का तेल काफी आरामदायक और असरकारी औषधि यह निर्गुणी के बीजों से प्राप्त किया जाता है इसके अलावा पत्तियों से भी इसका तेल प्राप्त किया जाता है। पैरों में दर्द वाले स्थान पर निर्गुणी के पत्तों को भी गर्म करके बांधा जाता है.
जिससे दर्द ठीक हो जाता है निर्गुणी के पत्तों पर सरसों का तेल लगाकर गर्म करें और दर्द वाले स्थान पर बांधे। आज के समय में बहुत सारे दर्द निवारक तेल निर्गुणी के तेल से निर्मित होते हैं जिनका प्रयोग बड़े पैमाने पर लोग गठिया रोग में कर रहे हैं।
FAQ : महिलाओं के पैरों में दर्द की दवा
पैरों में दर्द क्यों होता है ?
पैर दर्द की सबसे अच्छी दवा कौन सी है ?
पैरों के दर्द को दूर करने के लिए सबसे अच्छी औषधि ( दवा ) कौन सी है ?
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को महिलाओं में पैरों के दर्द की दवा के बारे में बताने का प्रयास किया है वैसे तो शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द को ठीक करने के लिए तमाम तरह की आयुर्वेदिक होम्योपैथिक और एलोपैथिक दवाएं उपलब्ध हैं । महिलाओं के पैरों में दर्द या पुरुष के पैरों में दर्द समान ही होता है ऐसे में हर व्यक्ति किसी भी प्रकार की दवा का प्रयोग कर सकता है।
किसी भी महिला या पुरुष को पैरों में दर्द की समस्या होने पर उसे अपनी समस्या जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का सहारा ज्यादा लेना उचित है क्योंकि यह सभी आयुर्वेदिक दवाएं आपकी समस्या को जड़ से समाप्त कर देते हैं।