मासिक धर्म बंद होने के लक्षण | Masik dharm band hone ke lakshan : स्त्रियों में मासिक धर्म प्रारंभ होने के बाद अंत होना भी जरूरी है और एक समय बाद मासिक धर्म पूर्ण रूप से महिलाओं में बंद हो जाता है इस दौरान मासिक धर्म बंद होने के लक्षण क्या होते हैं लगभग यह बात सभी महिलाएं जानना चाहती हैं क्योंकि महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने का समय लगभग 45 वर्ष से 50 वर्ष के बीच होता है.
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इन स्थितियों में मासिक धर्म बंद होने के लक्षण क्या होते हैं कैसे पता करें कि मासिक धर्म बंद होने का समय आ गया है आइए हम मासिक धर्म बंद होने के लक्षण के बारे में बताते हैं स्त्रियों के अंदर मासिक धर्म आना उनकी किशोरावस्था यौवनावस्था की पहचान होती है।
प्रत्येक लड़की में लगभग 12 से 13 वर्ष की अवस्था में मासिक धर्म प्रारंभ हो जाता है और 45 से 50 वर्ष की उम्र तक लगातार हर 28 दिन पर होता रहता है स्त्रियों में मासिक आना एक आवश्यक और महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है लेकिन जैसे ही महिलाओं की उम्र 45 से ऊपर हो जाती है।
तो मासिक धर्म बंद होना शुरू हो जाता है कभी-कभी समय से पहले भी मासिक धर्म बंद होने के लक्षण दिखाई देने लगते हैं मासिक धर्म बंद होने अर्थात मोनोपॉज प्रत्येक महिला में अलग-अलग समय पर बंद होता है।
हालांकि सामान्य रूप से 45 साल के बाद महिलाओं में मोनोपॉज की स्थित प्रारंभ हो जाती है और किसी किसी महिलाओं में 50 साल से अधिक मासिक धर्म होता रहता है कई बार विशेषज्ञ लोगों ने देखा है कि कुछ महिलाओं में 50 साल के बाद भी मासिक धर्म आता है।
सामान्य रूप से देखा जाए तो मासिक धर्म बंद होने के लक्षण के रूप में अनियमित पीरियड होना है अर्थात जब महिलाओं की उम्र 45 से 50 के आसपास हो जाती है तो इस दौरान महिलाओं का पीरियड अनियमित होने लगता है कभी-कभी रेगुलर 28 दिन के बाद मासिक ना आने के बजाय 35 से 50 दिन के बीच आने लगता है इस प्रकार के लक्षण मासिक धर्म बंद होने के लक्षण होते हैं।
यहां तक कि कई बार मोनोपॉज की स्थिति में महिलाओं का मासिक साल में एक ही बार होता है या फिर दूसरे तीसरे महीने के बाद मासिक आने लगता है इस तरह से मासिक का आना यह संकेत देता है कि महिला में मासिक धर्म बंद होने का समय आ गया है डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड हुमन सर्विसेज के अनुसार मासिक धर्म बंद होने के लक्षण कुछ इस प्रकार से हो सकते हैं।
1. नींद में परेशानी आना
कुछ महिलाओं से इस रिलेसन में बात करने से पता चला कि जब महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने का समय आता है तो उन्हें रात में नींद पर्याप्त नहीं आती है जिसकी वजह से मानसिक रूप से बेचैनी भी होती है कई बार महिलाओं ने यह भी बताया कि नींद ना आने की वजह से शारीरिक कमजोरी और उलझन से पैदा होती है।
जब मासिक धर्म बंद हो जाता है तो उस दौरान शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन आ जाते हैं कई बार रिलेशन की इच्छा होती है लेकिन फीमेल पार्ट के सूखे पन के कारण दिक्कत होने लगती है जिससे धीरे-धीरे रिलेशन की इच्छा समाप्त हो जाती है।
मासिक धर्म होने के समय महिलाओं में डिप्रेशन चिंता और मूड स्विंग भी होता है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ के सर्वे के अनुसार महिलाओं में मानसिक स्थिति काफी कमजोर हो जाती है।
2. स्तनों पर झुर्रियां पड़ना
डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड हुमन सर्विसेज के सर्वे के अनुसार महिलाओं में जब मासिक धर्म बंद होने लगता है तो स्तनों पर झुर्रियां पड़ जाती हैं स्तनों में ढीलापन आ जाता है नीचे की ओर लटक जाते हैं और स्तनों के आकार में कमी आ जाती हैं।
3. शरीर का वजन बढ़ाना
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डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सर्विसेज के अनुसार महिलाओं के वजन में भी वृद्धि हो जाती है ज्यादातर महिलाएं पहले की अपेक्षा मोटी हो जाती हैं मानसिक विकास रुक जाता है बालों के रंग और आवाज में परिवर्तन आ जाता है।
4. ओवेरियन फेल्योर
अगर किसी महिला में समय से पहले मोनोपॉज की स्थिति होती है तो उसके अंदर ओवेरियन फ्लोर हो जाता है जिसकी वजह से पीरियड आना बंद हो जाता है और गर्भधारण की क्षमता समाप्त हो जाती है।
इस दौरान महिलाओं के एस्ट्रोजन और एफ एस एच टेस्ट किया जाता है। जिसमें महिला के अंडाशय में बनने वाले अंडा किस सक्रियता और निष्क्रियता का पता चल जाता है अर्थात अंडा बनता है या नहीं बनता है।
5. मासिक चक्र का अनियमित होना
यदि कोई भी महिला का मासिक चक्र समय से नहीं आता है तो यह लक्षण मासिक धर्म बंद होने का लक्षण हो सकता है परंतु यह ध्यान देना आवश्यक है कि अगर महिला की उम्र 40 साल से कम है या 45 साल से कम है और इस दौरान मासिक अनियमित होता है तो कोई अन्य समस्या हो सकती है।
लेकिन जिन महिलाओं की उम्र 45 साल से ऊपर हो जाती है उन महिलाओं में अगर पीरियड अनियमित होता है तो ऐसा माना जाता है कि मासिक धर्म बंद होने का समय आ गया है अर्थात महिलाओं में मासिक धर्म दूसरे तीसरे महीने या फिर साल में एक बार आना प्रारंभ हो जाए तो मासिक धर्म बंद होने का लक्षण माना जाता है और धीरे-धीरे मासिक धर्म बंद हो जाता है।
मासिक धर्म का अनियमित होने का मतलब है कि कभी मासिक अधिक मात्रा में आता है तो कभी कम मात्रा में आना होता है यह मासिक धर्म बंद होने का पहला लक्षण माना जाता है अर्थात यहीं से मासिक धर्म बंद होना प्रारंभ हो जाता है।
6. फीमेल पार्ट में सूखापन
मासिक धर्म बंद होने का एक लक्षण फीमेल पार्ट का सूखापन है अर्थात जब मासिक धर्म बंद होने की स्थिति आती है तो इस दौरान फीमेल पार्ट पूरी तरह से सूखने लगती है और खुजलाहट हो सकती है अगर इस दौरान महिला लैंगिक रिलेसन बनाती है तो उसे बेचैनी महसूस होती है तथा शरीर में झनझनाहट होती है इसके अलावा फीमेल पार्ट के अंदर की त्वचा कट जाती है या फट जाती है जिसकी वजह से कई बार संक्रमण फैल जाता है।
7. हॉट फ्लेशेस की समस्या
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ के अनुसार जब महिला में मासिक धर्म बंद होने की स्थिति होती है तो हॉट फ्लेशेस की स्थिति पैदा होती है अर्थात मासिक धर्म बंद होने के लक्षण प्रकट होने लगते हैं तो महिलाओं में शरीर के ऊपरी हिस्से में गर्मी अधिक होते हैं प्रमुख रूप से सीने पर गर्मी अधिक महसूस होती है जिसकी वजह से पसीने की मात्रा बढ़ जाती है त्वचा पर रेड पैचेज बन जाते हैं।
8. हारमोंस का श्रावण ना होना
मासिक धर्म बंद होने के लक्षण इस बात से अवगत कराते हैं कि जब महिलाएं में हारमोंस स्रावित नहीं होते हैं तो अंडाशय से अंडाणु का बनना बंद हो जाता है महिलाओं में प्रमुख रूप से एस्ट्रोजन हार्मोन अंडाणु को स्रावित करता है।
उत्तेजित करता है और महिलाओं को शारीरिक रिलेसन बनाने के लिए प्रेरित करता है लेकिन जब मोनोपॉज की स्थिति आ जाती है तो एस्ट्रोजन हार्मोन बनना बंद हो जाता है जिससे महिलाओं में मूड स्विंग हो जाता है बेचैनी चिंता तनाव जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यह सभी लक्षण मासिक धर्म बंद होने के लक्षण होते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों यह बात सबको पता है की महिलाओं में मासिक धर्म बंद होने के लक्षण लगभग 45 साल के बाद प्रारंभ हो जाते हैं यह अलग बात है कि प्रत्येक महिला में मासिक धर्म बंद होने का समय अलग अलग होता है लेकिन ज्यादातर महिलाओं में 45 से 50 के बीच में मासिक धर्म पूर्ण रुप से बंद हो जाता है कुछ महिलाओं में यह भी पाया गया है कि 50 से 55 साल की उम्र में भी मासिक धर्म आ जाता है।
परंतु सामान्य तौर पर मासिक धर्म 45 साल के बाद बंद होना प्रारंभ हो जाता है जिसमें उपरोक्त लक्षण इस बात का संकेत देते हैं कि मासिक धर्म बंद होने का समय आ गया है।
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