पहला राउंड कितने समय तक चलना चाहिए | pahla raond kitne samay tak hona chahiye : दोस्तों जब भी व्यक्ति का विवाह होता है तो उसके मन में पहली रात की प्रबल इच्छा होती है परंतु इस दौरान इस्त्री से मिलन करना एक जटिल प्रक्रिया की तरह है मिलन करने से पहले व्यक्ति के मन में यह सवाल जरूर होता है की जब वह मिलन करें तो पहला राउंड कितने समय तक होना चाहिए ?
दोस्तों से मिलन से मिलनित समय कितना लगेगा इसकी कोई सीमा नहीं होती है यह अलग बात है जब कोई पहली बार मिलन करता है तो उसका मिलन या मिलन का समय लंबा हो सकता है। मिलन की प्रक्रिया कितनी देर चलेगी यह कोई नहीं कह सकता है यह प्रक्रिया एक ऐसी होती है जो व्यक्ति की दिल और दिमाग के ऊपर निर्भर करती है।
मिलन किया इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितनी देर में क्लाइमेक्स पर पहुंच सकते हैं और साथ ही आपका पार्टनर कितनी देर में संतुष्ट होता है मिलन संतुष्टि और इस दौरान प्रयोग की गई क्रियाएं इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितनी देर तक मिलन कर सकते हैं।
दोस्तों यह बात सही है कि हर व्यक्ति अधिक से अधिक समय तक मिलन करना चाहता है. उसके अंदर एक चाहत होती है कि वह अपनी पत्नी या प्रेमिका को मिलन का पूरा आनंद दे और जब तक पूरा आनंद नहीं आता है तो मिलन का अस्तित्व नहीं दिखाई पड़ता है क्योंकि हर व्यक्ति में मिलन की क्षमता अलग-अलग होती हैं कोई कम समय में संतुष्ट हो जाता है वही अधिक समय में संतुष्ट होता है।
♦ लेटेस्ट जानकारी के लिए हम से जुड़े ♦ |
WhatsApp ग्रुप पर जुड़े |
WhatsApp पर जुड़े |
TeleGram चैनल से जुड़े ➤ |
Google News पर जुड़े |
पहला राउंड कितने समय तक चलना चाहिए ? | Pahla raund kitne samay tak hona chahiye ?
दोस्तों मिलन का पहला राउंड हो या दूसरा राउंड उसमें लगने वाले समय का निर्धारण व्यक्ति की क्षमता पर होता है यह अलग बात है कि यदि आप दिन में दो या तीन बार मिलन करते हैं तो पहली बार अधिक समय लगता है लेकिन पहला राउंड कितने समय तक होना चाहिए यह निर्धारण नहीं किया जा सकता है लेकिन दूसरा राउंड पहले राउंड से कम समय लेता है।
जब व्यक्ति पहली बार मिलन करता है तो उसके अंदर क्षमता अधिक होती हैं लेकिन दूसरी बार में क्षमता कम हो जाती है और धीरे-धीरे व्यक्ति जब दिन प्रतिदिन मिलन करता है तो मिलन का समय कम होता जाता है लेकिन कभी-कभी कुछ व्यक्तियों में क्षमता के आधार पर समय अलग अलग होता है।
शादी के बाद व्यक्ति जब पहली बार आग रात मनाता है तो पति और पत्नी दोनों की इच्छा होती है कि अधिक से अधिक समय तक मिलन किया जाए और शायद हर वक्त पहली रात मिलन क्रिया में स्खलन तक अधिक समय लेता है कुछ लोगों के द्वारा सुना जाता है किस मिलन का अधिकतम समय आधा घंटा तक हुआ है परंतु कुछ लोग 10 से 15 मिनट के अंदर स्खलित हो जाते हैं इस प्रकार से देखा जाए तो सामान्य रूप से मिलन का समय अधिकतम 15 मिनट हो जाता है।
अन्य दिनों में पहला राउंड कितने समय तक होना चाहिए ?
दोस्तों जैसा कि मैंने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से मिलन के समय को बताने का प्रयास किया है उसी तरह से देखा जाए तो प्रत्येक नव दंपत्ति जीवन कई वर्ष तक दिन में एक बार मिलन करता है और लगभग प्रत्येक दिन मिलन का समय अलग अलग होता है यह अलग बात है कि लोग महीने में एक बार यह सप्ताह में एक बार अथवा प्रतिदिन मिलन करते हैं। इससे समय में बढ़ोतरी होगी या कमी होगी इसको स्पष्ट नहीं कर सकते हैं।
मिलन एक प्राकृतिक प्रक्रिया है कई लोगों का मानना है कि एक या दो बार से अधिक मिलन करने से व्यक्ति के अंदर कमजोरी आ जाती है लेकिन अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि मिलन करने से व्यक्ति के अंदर कमजोरी नहीं आती है बल्कि कुछ पल के लिए शारीरिक थकान महसूस होती है वही जब रात में व्यक्ति सो जाता है तो अगले दिन उसके अंदर उतनी ही तेजी से स्पूर्ति आ जाती हैं और अगले दिन के लिए तैयार भी हो जाता है।
मिलन का औसत समय क्या होना चाहिये ?
सोसायटी फॉर मिलन थेरेपी एंड रिसर्च के सर्वे के अनुसार यह बताया गया है कि व्यक्ति के अंदर मिलन का समय 3 से 7 मिनट तक होता है लगभग अल्प समय के रूप में 2 मिनट और अधिकतम समय 10 से 30 मिनट होता है। आगे यह भी बताया गया है कि इस मिलन 7 से 10 मिनट तक अगर किया जाता है तो एक स्वस्थ मिलन होता है। इसमें फोरप्ले एनल मिलन ओरल मिलन या अन्य किसी भी प्रकार मिलन शामिल नहीं है।
★ सम्बंधित लेख ★ | ||
---|---|---|
☘ पढ़े थोड़ा हटके ☘ | ||
मिलन वह समय होता है जब पुरुष का लिंग स्त्री की योनि प्रवेश हो जाता है तथा इस खनन के समय तक जो समय लगता है उसे मिलन कहा जाता है इसीलिए इसके अंदर फोरप्ले या अन्य कोई क्रिया को शामिल नहीं किया जा सकता है क्योंकि फोरप्ले जैसी क्रियाएं मिलन को प्रेरणा देती हैं प्रेरित करती हैं ना कि वह मिलन करती हैं। इस आधार पर अधिकतम समय दो से 10 मिनट तक होता है।
दूसरी तरफ द कन्वर्सेशन के रिसर्च बताते हैं कि मिलन का समय 33 सेकंड से 44 सेकंड औसतन होता है इसीलिए शोधकर्ता समय को निर्धारित नहीं कर पाए बल्कि सभी के लिए अलग-अलग औसतन समय होता है इन सर्वे के आधार पर यह कहा जाता है कि लगभग 5 से 6 मिनट मिलन का समय माना जाता है।
इसीलिए मिलन के समय इंट्रावेजाइनल इजेकुलेटरी लेटेंसी टाइम के आधार पर निर्धारित किया गया है और कहा जाता है कि लिंग को योनि में प्रवेश कराने के बाद स्खलन तक जो समय लगता है वह मिलन का समय होता है। कई रिसर्च यह भी मानते हैं मिलन का समय स्पर्श ओरल शामिल किया जाए तो भी मिलन का समय कुछ मिनट तक ही होता है जिसमें प्रमुखता संतुष्टि की होती है अर्थात जब मिलन में आपको संतुष्टि मिल जाए वही उसका अधिकतम समय है।
मिलन की अवधि किस पर निर्भर करती हैं ?
दोस्तों यह हम सबको पता है कि जो काम हम जवानी में कर सकते हैं वह बुढ़ापा में नहीं कर सकते हैं इसलिए मिलन के दौरान पहला राउंड कितने समय तक होना चाहिए यह बात भी आपकी उम्र पर निर्भर करती हैं। आइए हम कुछ ऐसे कारणों पर प्रकाश डालने का प्रयास करेंगे जिससे मिलन की अवधि का निर्धारण और निष्कर्ष निकाला जा सके।
1. उम्र
दोस्तों जो जो उम्र बढ़ती है शरीर की मांसपेशियां शिथिल होने लगती हैं जिसकी वजह से मिलन के दौरान उत्तेजना में भी कमी होती है और जब हम मिलन करते हैं उत्तेजना की कमी से अधिक समय लगता है वही जब हम पूरी तरह से इलेक्शन में होते हैं तो अधिक समय तक इरेक्ट रहना कठिन हो जाता है।
उम्र बढ़ने से हार्मोन में बदलाव भी होता है लिंग में तनाव की कमी होती है और स्त्रियों में वेजाइनल ड्राइनेस के कारण मिलन में कमी आने लगती है इस प्रकार से देखा जाए तो बढ़ती उम्र मिलन के समय को कम करती हैं वहीं दूसरी तरफ युवावस्था मिलन में अधिक समय ले सकती हैं।
2. कामुकता डिस्फंक्शन
विभिन्न प्रकार के शोधकर्ताओं ने यह भी दावा किया है कि अगर व्यक्ति के अंदर किसी भी प्रकार का कामुकता डिस्फंक्शन है तो मिलन के दौरान समय बिल्कुल नहीं मिल पाता है देखा जाए तो कई लोग शीघ्रपतन के दोषी होते हैं जिसकी वजह से भी चरम स्थिति पर पहुंचने से पहले स्खलित हो जाते हैं।
शीघ्रपतन नामर्दी नपुंसकता जैसी समस्याएं मिलन को प्रभावित करती हैं इस प्रकार की कमी आपको लैंगिक संसर्ग से दूर करती है और यदि आप इन कमियों की वजह से मिलन करते हैं तो पूरा आनंद नहीं मिल पाता है धीरे-धीरे देखते मानसिक रूप से विकृत हो जाता है।
3. शारीरिक बीमारियां
दोस्तों मिलन के समय को कम या ज्यादा करने में हमारे शरीर के अंदर कई प्रकार की बीमारियां मायने रखती हैं यदि व्यक्ति के अंदर डायबिटीज मोटापा या अन्य किसी प्रकार की कोई समस्या है तो उसे मिलन के दौरान समस्याएं होती हैं और वह अधिक समय तक मिलन नहीं कर पाता है जिसके चलते हैं कुछ तो शारीरिक मिलन बनाने से दूर हो जाते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों पहला राउंड कितने समय तक होना चाहिए इस प्रश्न के जवाब में अगर देखा जाए तो यह सब व्यक्ति की इच्छा और उम्मीद पर निर्भर होता है आपके अंदर जितनी अधिक मजबूत इच्छाशक्ति होगी आप मिलन का समय उतना अधिक बढ़ा सकते हैं लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी होता है कि आपकी पत्नी या प्रेमिका को भी उतने समय में मिलन कपूर आनंद मिल जाए।
यह अलग बात है कि अगर आपके अंदर किसी भी प्रकार के मिलन के समय से लेकर परेशानी है तो आप तुरंत किसी डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी लाइफ स्टाइल में बदलाव लाएं जिससे कहीं ना कहीं आपको मिलन क्षमता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
अधिक जानकरी के लिए मुख्य पेज पर जाये : कुछ नया सीखने की जादुई दुनिया
♦ हम से जुड़े ♦ | ||
---|---|---|
फेसबुक पेज | ★ लाइक करे ★ | |
TeleGram | चैनल से जुड़े ➤ | |
कुछ पूछना है? | टेलीग्राम ग्रुप पर पूछे | |
YouTube चैनल | अभी विडियो देखे | |
कोई सलाह देना है या हम से संपर्क करना है ? | अभी तुरंत अपनी बात कहे ! |
यदि आप के मन में हमारे लिये कोई सुझाव या जानकारी है या फिर आप इस वेबसाइट पर अपना प्रचार करना चाहते है तो हमारे संपर्क बाक्स में डाल दे हम जल्द से जल्द उस पर प्रतिक्रिया करेंगे . हमारे ब्लॉग OSir.in को पढ़ने और दोस्तों में शेयर करने के लिए आप का सह्रदय धन्यवाद !
★ जादू सीखे | ☯ काला जादू सीखे |
♔पैसे कमाना सीखे | ❤ प्यार और रिलेशन |