प्रेग्नेंट ना होने के कारण : जाने 19 वजह प्रेग्नेंट न हो पाने की | Pregnent na hone ke karan

प्रेग्नेंट ना होने के कारण | Pregnent na hone ke karan : आज के दौर में हर स्त्री पुरुष 2 बच्चों की जरूरत रखता है ऐसे में यदि किसी भी स्त्री को गर्भवती ना होने की समस्या है तो उसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। सभी स्त्रियों का मां बनना एक सपना होता है।

दूसरी बार गर्भवती न होने की समस्या

शादी के बाद हर लड़की की इच्छा होती है कि उसको एक संतान की प्राप्ति हो जाए परंतु कई बार अनियमित तरीके से भी यौन संबंध बनाने के बावजूद भी बच्चे नहीं होते हैं तो ऐसे भी एक कपल्स के लिए दिक्कत होती है।

महिलाओं को किसी भी प्रकार की कोई गर्भाशय की समस्या ना होने के बावजूद भी बच्चे नहीं होते हैं तो सबसे बड़ी समस्या उन्हें संतान प्राप्ति की होती है जिसकी वजह से स्त्री संतान सुख से वंचित रह जाती हैं।

कई बार कुछ महिलाएं पहली बार तो गर्भवती हो जाती हैं परंतु उनको मां बनने में समस्या आती है अर्थात वे गर्भवती ना होने की समस्या से जूझती हैं जबकि उन्हें दूसरा बच्चा जरूरत है।


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अगर आपको प्रेग्नेंट होने में दिक्कत आ रही है तो इसके भी कई कारण हो सकते हैं। जब कोई भी महिला पहली बार गर्भवती होती है तो पति और पत्नी दोनों को अत्यधिक खुशी होती है परंतु बच्चा पैदा करने में दिक्कत आ रही है।

गर्भ


अगर आप मां बनने में दिक्कत महसूस कर रही हैं किसी कारणवश दूसरी संतान नहीं हो रही है तो इसके पीछे गर्भवती ना होने की समस्या के कारण भी कई होते हैं आइए हम इन कारणों को जानने का प्रयास करते है।

1. उम्र का अंतर

किसी भी महिला को गर्भ धारण करने के लिए उसकी सही उम्र 25 साल से 30 साल के बीच होती है हालांकि अब किसी भी लड़की का विवाह 20 साल के बाद हो जाता है तो उसको गर्भधारण करने में समस्या कम आती है।

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वहीं दूसरी तरफ अगर किसी भी लड़की की उम्र 30 साल के बाद होती है तो उसने पहली बार गर्भधारण करने की समस्या कम उत्पन्न होती है लेकिन उम्र अधिक हो जाने से गर्भधारण करने में समस्या आ सकती है।

2. इनफर्टिलिटी

जब किसी भी लड़की की उम्र अधिक हो जाती हो और शादी के बाद बच्चा पैदा करने की इच्छुक होती है तो उसमें इनफर्टिलिटी की समस्या पैदा होती है जिससे गर्भवती ना होने की समस्या उत्पन्न हो जाती है।

अधिक उम्र हो जाने की वजह से फर्टिलिटी कम हो जाती है दूसरी तरफ अगर पुरुषों की भी उम्र ज्यादा हो जाती है तो उनके शुक्राणुओं की भी फर्टिलिटी में समस्या आती है जिससे गर्भधारण करने में समस्या देखी जाती है।

3. मोटापा

कुछ महिलाओं में मोटापा की वजह से भी गर्भधारण करने में समस्या उत्पन्न होती है अगर वे पहली बार मां बनी है और उन्हें मोटापा की समस्या नहीं रहती है तो गर्भधारण करने में समस्या नहीं आती है।

लेकिन गर्भधारण करते समय अगर उनके शरीर में मोटापा बढ़ जाता है तो प्रेग्नेंट ना होने के कारण दिखाई देती है। कई बार यह पाया गया है कि प्रेगनेंसी में मोटापा बढ़ जाता है अतः महिला ने में प्रेग्नेंट ना होने की समस्या मोटापा बढ़ जाता है।

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ज्यादातर महिलाओं का पहली प्रेग्नेंसी के बाद वजन बढ़ जाता है। कुछ महिलाएं तो मोटापे का शिकार भी हो जाती हैं। ऐसे में कुछ महिलाओं में दुबारा प्रेग्नेंट न हो पाने के पीछे मोटापा भी एक कारण है।

बढ़ता वजन कंसीव करने में समस्या उत्पन्न करता है अत्यधिक वजन और मोटापा के कारण मासिक चक्र प्रभावित हो जाता है जिससे गर्भधारण करने में समस्या हो देखी जाती है।

4. नींद में परिवर्तन

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कई बार महिलाओं में कितनी बार है Pregnent na hone ke karan पर्याप्त नींद ना ले पाना है कई बार देखा गया है कि महिलाएं किसी स्ट्रेस के कारण पर्याप्त नींद नहीं ले पाती हैं जिससे मासिक चक्र में गड़बड़ी होती है।

Sleep

नींद की कमी के कारण थकान महसूस होती है और उनके अंदर किसी कारणवश अगर चिंता या तनाव उत्पन्न होता है तो नींद परिवर्तित होती है यही हालत पुरुषों में भी देखी जाती है जिसकी वजह से पुरुषों में शुक्राणुओं की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है और कोई भी महिला गर्भधारण करने में अक्षम हो जाती है

​5. टाइट अंडर गारमेंट्स पहनना

बहुत सारी महिलाएं अपनी बॉडी को सही से प्रखंड में रखने के लिए कुछ ऐसे कपड़ों को पहनती हैं जो काफी टाइट होते हैं जैसे लेटेक्स या बॉडी शेपर। यदि इस प्रकार के कपड़े कोई भी महिला पहनती है तो जनन अंग प्रभावित होता है.

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जिसकी वजह से प्रजनन अंगों पर बुरा असर दिखाई देता है और गर्भवती होने में समस्या होती है। इसके विपरीत अगर पुरुष भी टाइट कपड़े पहनता है तो उसके शुक्राणु प्रभावित हो जाते हैं जिससे महिला के गर्भाशय में अंडाणु को निषेचित करने में अक्षम हो जाते हैं और महिला प्रेग्नेंट नहीं हो पाती है।

6. तनाव

कुछ महिलाओं में एंजायटी तनाव और डिप्रेशन के कारण मासिक चक्र और प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है अगर पुरुष में तनाव या डिप्रेशन की समस्या होती है तो शुक्राणु कम मात्रा में बनते हैं।

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तनाव जैसी स्थिति में होने के कारण स्त्री और पुरुष दोनों पर प्रभाव पड़ता है जिसकी वजह से महिला गर्भवती ना होने की समस्या झेलती है। अगर अब गर्भधारण करना चाहती हैं तो तनाव और डिप्रेशन से बचने की कोशिश करें

7. ​प्रदूषण

भले ही किस बात पर विश्वास करना कठिन हो कि प्रदूषण हमारे शरीर को प्रभावित करता है लेकिन अत्यधिक मात्रा में प्रदूषण होने से महिला और पुरुष दोनों की फर्टिलिटी पर असर दिखाई देता है।

पर्यावरण प्रदूषण की अधिक मात्रा होने से कार्सिनोजेन या सिगरेट के धुए से गर्भधारण की संभावना कम हो जाती है क्योंकि बहुत सी महिलाएं भी धूम्रपान की शौकीन होती हैं ऐसे में महिला और पुरुष दोनों को धूम्रपान नहीं करना चाहिए।

वातावरणीय प्रदूषण अधिक मात्रा में होने पर शरीर पर बुरा असर पड़ता है जिससे कई प्रकार की अन्य बीमारियां भी जन्म लेते हैं ऐसे में महिला और पुरुष दोनों के जननांगों से संबंधित समस्याएं हो जाती हैं।

8. अधिक या कम सेक्स करना

Pregnent na hone ke karan अधिक या कम सेक्स करना भी होता है अर्थात एक स्त्री और पुरुष को सामान्य तरीके से सेक्स जरूर करना चाहिए जिससे मासिक धर्म और अन्य प्रभावित ना हो।

पीरियड में संबंध बनाना चाहिए या नहीं

अगर आप कम सेक्स करते हैं तब भी आपको धीरे धीरे सेक्स की तरफ से दूरियां बढ़ जाते हैं जिसकी वजह से महिलाओं ने सेक्स करने की इच्छा खत्म हो जाती है और योनि पर बुरा असर दिखाई देता है।

वहीं दूसरी तरफ अगर आप आवश्यकता से अधिक सेक्स करते हैं तो संभोग से गर्भधारण की संभावनाएं कम हो जाती है क्योंकि सेक्स करने से समय-समय पर ओवुलेशन होता रहता है लेकिन ना करने पर भी ओवुलेशन की समस्या आ जाती है और गर्भधारण करने में समस्या होती है

9. दवाएं

जिन महिलाओं को पहली बार बच्चा पैदा करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है उन्हें कई प्रकार की दवाइयों का सेवन करने के साइड इफेक्ट दिखाई देने लगते हैं।

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अत्यधिक दवाइयों के सेवन से प्रेग्नेंट ना होने के कारण दिखाई देते हैं क्योंकि इन दवाइयों के साइड इफेक्ट इतने अधिक हो जाते हैं जिससे ओवुलेशन प्रभावित होता है।

10. अनियमित ओवुलेशन

( यह लेख आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है अधिक जानकारी के लिए OSir.in पर जाये  )

जिस महिला में ओवुलेशन पीरियड के दौरान अनियमित हो जाता है अर्थात जब भी पीरियड आता है तो सही से ओव्यूलेशन नहीं हो पाता है और गर्भधारण की क्षमता कम हो जाती हैं।

हालांकि पहली बार में ऐसी समस्या नहीं होती है लेकिन गर्भवती ना होने की समस्या रिलेशन का नियमितीकरण होता है क्योंकि पहले बच्चे के जन्म के बाद महिलाओं में पीरियड में बदलाव आता है।

11. प्रोजेस्ट्रोन की कमी

अगर उचित मात्रा में प्रोजेस्ट्रोन साबित नहीं होता है तो ओवुलेशन की समस्या हो जाती है जो गर्भ धारण करने में समस्या पैदा करता है। यदि प्रोजेस्ट्रोन की कमी हो जाती है तो ओवुलेशन की मात्रा धीमी हो जाती है जिसकी वजह से गर्भधारण नहीं हो पाता है।

12. अनियमित समय से पीरियड होना

जिन महिलाओं में कंसीव करने में समस्या आती है उन महिलाओं में अनियमित पीरियड हो सकता है क्योंकि शादी के बाद लगभग 1 साल तक महिलाएं केवल सेक्स का आनंद लेते हैं इस दौरान अधिक मात्रा में सेक्स करती रहती है।

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खाना की पहली बार गर्भधारण करने में विशेष दिक्कत नहीं होती है लेकिन अधिक सेक्स करने की वजह से कभी कभी अनियमित पीरियड होता है जिससे सही से ओवुलेशन की समस्या होती है और गर्भवती ना होने की समस्या भी होती है।

13. नशा करना

ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो गुटका पान तंबाकू या अल्कोहल पीने की शौकीन होते हैं ऐसे में जो महिलाएं पुरुष नशे का सेवन करते हैं उनको शादी के बाद बच्चे पैदा करने में दिक्कत होती हैं।

कई बार यह पाया गया है कि बहुत सी महिलाएं पहली बार गर्भ धारण कर लेते हैं लेकिन केवल नशा करने के कारण गर्भधारण करने में समस्या उत्पन्न होती है।

14. संक्रमण

शादी करने के बाद जब महिलाएं सेक्स करते हैं तो अपने जननांगों को साफ करना भूल जाते हैं ज्यादातर महिलाओं में अपने जननांगों की साफ सफाई ना करने की वजह से संक्रमण की संभावनाएं ज्यादा हो जाती हैं।

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ऐसे समय में जब आप गर्भ धारण करने का प्रयास करते हैं तो किसी भी प्रकार का यौन संक्रमण गर्भवती ना होने की समस्या पैदा करता है।

15. विटामिन डी की कमी

किसी भी महिला को कंसीव करने के लिए विटामिन डी का होना बहुत जरूरी है इसके साथ साथ आयरन फोलिक एसिड ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसी चीजों का होना उसके अंदर बहुत जरूरी है ।

प्रमुख रूप से अगर विटामिन डी की कमी होती है तो गर्भधारण करने की समस्या उत्पन्न होती है ऐसे में अगर कोई महिला गर्भवती ना होने की समस्या से सामना करती है तो निश्चित रूप से कहीं ना कहीं विटामिन डी की कमी का होना पाया जाता है।

16. पुरुष के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी

गर्भवती ना होने की समस्या का एक कारण पुरुष के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी का होना है यदि किसी कारणवश पुरुष के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी आ जाती है तो गर्भधारण करने की संभावनाएं कम हो जाती है।

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दूसरी तरफ अगर महिलाओं में भी सही समय से ओवुलेशन की समस्या नहीं होती है तो गर्भ धारण कर सकते हैं लेकिन अगर ओवुलेशन की समस्या होती है तो भी महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती हैं।

17. एंड्रोमेट्रोयोसिस

एंड्रोमेट्रोयोसिस महिलाओं में होने वाली एक बीमारी है जो प्रजनन अंगों को प्रभावित करती हैं अगर कोई भी महिला गर्भवती ना होने की समस्या का सामना करती है तो ऐसे में हो सकता है कि उसके अंदर एंड्रोमेट्रोयोसिस की समस्या है ऐसे में जांच करवाएं।

18. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

हार्मोन असंतुलन के कारण पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम नामक बीमारी महिलाओं में पाई जाती है जिसकी वजह से रिलेशन की क्षमता में कमी आती है और गर्भधारण करने में समस्या उत्पन्न होती है।

19. बार बार गर्भपात कराना

अगर कोई भी महिला बार-बार गर्भपात करती है तो गर्भाशय की पेशियों में खिंचाव उत्पन्न हो जाता है जिसकी वजह से पीरियड सही समय पर नहीं आता है ओवुलेशन सही नहीं होता है और गर्भाशय ने विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो जाती हैं।

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बार बार गर्भपात कराने से महिलाओं में प्रेगनेंसी की संभावनाएं खत्म हो जाती है क्योंकि बार-बार गर्भपात से गर्भपात की दिवार कमजोर हो जाती हैं जो फर्टिलाइजेशन के बाद भ्रूण को रोक नहीं पाती है।

FAQ : प्रेग्नेंट ना होने के कारण

दिन में संभोग करना चाहिए कि नहीं ?

सेक्सोलॉजिस्ट विशेषज्ञों का मानना है कि दिन में संभोग करने से संक्रमण बढ़ सकता है तथा योनि का पीएच वैल्यू 3.8 से 4.5 होता है लेकिन पीरियड में पीएच वैल्यू बढ़ सकता है इसलिए दिन में संभोग करना इतना पसंद नहीं जितना रात में।

मासिक धर्म के आने के बाद कितने दिन तक गर्भ धारण किया जा सकता है ?

मासिक आने के बाद ओवुलेशन के दिन से लगभग 5 से 10 दिन के अंदर गर्भ धारण किया जा सकता है। जल्दी गर्भधारण करने के लिए सप्ताह में दो से तीन बार संभोग करें।

जल्दी गर्भ कैसे रुकता है ?

जल्दी से गर्भधारण करने के लिए आपको पीरियड के समय ओवुलेशन को ध्यान देना चाहिए क्योंकि पीरियड के दौरान ओवुलेशन से उत्पन्न अंडा 24 से 36 घंटे तक जीवित रहता है इस दौरान संभोग जरूर करें।

निष्कर्ष

किसी भी महिला का गर्भवती ना होने की समस्या का कारण कुछ भी हो सकता है जो कि हमने अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताने का प्रयास किया।

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यदि उपरोक्त किसी भी प्रकार की समस्या ना होने के बावजूद भी गर्भवती ना होने की समस्या दिखाई देती है तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उचित सलाह व दवाइयों का सहारा लेना चाहिए।

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