तंत्र मंत्र विद्या सीखे : तंत्र मंत्र विद्या सीखना है तो पहले जान ले ये महत्वपूर्ण बातें

Tantra mantra vidya seekhna नमस्कार दोस्तों तंत्र मंत्र की दुनिया में इस विद्या को एक अलग दृष्टिकोण से देखा जाता है तंत्र मंत्र विद्या आजकल हर कोई सीखना चाहता है लेकिन तंत्र मंत्र विद्या सीखना इतना आसान नहीं होता है.

तंत्र मंत्र विद्या सीखना है तंत्र मंत्र विद्या सीखना तंत्र मंत्र विद्या सीखने का तरीका tantra mantra vidya kaise sikhe tantra vidya kaise sikhe jata hai

तंत्र मंत्र की दुनिया में कई पहलू होते हैं कुछ पहलू आपको एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाते हैं तो कुछ ऐसे अंधेरे में धकेल देते हैं जहां से निकलना आपके लिए नामुमकिन नजर आने लगेगा तंत्र मंत्र विद्या इतनी आसानी से नहीं सीखी जा सकती है.

इसके लिए आपको सिद्धियां करनी होती हैं और इसके लिए आपके अंदर कुछ महत्वपूर्ण गुण होने चाहिए नहीं तो आप तंत्र मंत्र की विद्या सीख नहीं पाएंगे तांत्रिक बनने के लिए कई ऐसे मोड़ों से गुजरना पड़ता है जो आपके जीवन के सबसे कठिन मोड होंगे.

तंत्र मंत्र की दुनिया विज्ञान से परे है विज्ञान ने इतने शोधों के बाद भी तंत्र मंत्र की दुनिया को गलत नहीं ठहरा पाया है तंत्र मंत्र में अपार शक्तियां होती हैं जो एक इंसान की इच्छा शक्तियों पर निर्भर करती है.

आज इस आर्टिकल में हम आपको तंत्र मंत्र विद्या कैसे सीखते हैं और इसके सीखने के लिए कौन-कौन से गुण होने चाहिए इन सब पर विस्तार से चर्चा करेंगे तो आइए जानते हैं कि तंत्र मंत्र विद्या सीखना कैसे चाहिए?

तंत्र मंत्र विद्या सीखना

यदि आप तंत्र विद्या सीखने की सोच रहे हैं तो आपको पहले दृढ़ संकल्प लेना होगा कि आप बीच में इसे छोड़ नहीं सकते हैं तंत्र विद्या को आप पढ़कर किताबों से या हमारे आर्टिकल से बिल्कुल सीख नहीं सकते हैं हमने इस आर्टिकल में तंत्र विद्या सीखने के कई तरीके बताए हैं.

जो कि आपको तंत्र विद्या सीखने में बहुत मददगार साबित होंगे जिससे कि आप तंत्र विद्या जल्दी सीख पाएंगे और एक महान तांत्रिक बन पाएंगे तांत्रिक बनने के लिए कौन-कौन से गुण होने चाहिए.

और तंत्र मंत्र विद्या सीखने के लिए आंख के अंदर कौन-कौन सी चीजें उपलब्ध होनी चाहिए इस सब के बारे में हमने नीचे आर्टिकल ने बताया है.

इसलिए आर्टिकल को पूरा पढ़े और जाने की तंत्र मंत्र विद्या कैसे सीखना चाहिए तंत्र मंत्र विद्या सीखना कोई बच्चों का खेल नहीं है इसलिए इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए.

तंत्र मंत्र विद्या सीखने का तरीका

1. ईमानदार होना पड़ेगा

एक महान तांत्रिक बनने के लिए आपको ईमानदार होना अति आवश्यक है क्योंकि यदि आप अपने कार्य के प्रति ईमानदार नहीं होंगे तो आप पूरी तरह से उस कार्य में सक्षम नहीं होंगे यदि आप पूरी तरह से उस कार्य में सक्षम है.

तब आप उस कार्य के प्रति इमानदार होंगे यदि आप कोई कार्य ईमानदारी के साथ करते हैं तो निश्चित ही आप उसमें सफलता प्राप्त कर लेते हैं तंत्र मंत्र की दुनिया में इमानदारी बहुमूल्य है तंत्र मंत्र अपनाने का एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए.

लोगों के हित के लिए हमेशा काम करना चाहिए गरीबों की मदद करनी चाहिए और सभी कष्टों का निवारण करना चाहिए यदि आप इसको अहित में प्रयोग करते हैं और लोगों को कष्ट पहुंचाते हैं तब निश्चित ही आप का सर्वनाश होगा.

और कुछ ही दिनों में आपको इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे इसलिए सच्ची निष्ठा और श्रद्धा के साथ किया गया कार्य हमेशा सफल होता है और यहां पर भी यही नियम लागू होता है.

2. निडर होना पड़ेगा

यदि आप तंत्र मंत्र की दुनिया में जीना चाहते हैं तो आपको निडर होना होगा क्योंकि एक निडर व्यक्ति तंत्र मंत्र की दुनिया में अपना स्थान बना सकता है और इसमें सफलता प्राप्त कर सकता है क्योंकि तंत्र मंत्र की दुनिया में कुछ ऐसी चीजें देखने को मिलती हैं.

जो आप के छक्के छुड़ा देंगी जिन लोगों को भूत प्रेत और अंधेरे से डर लगता है वह लोग इस काम में बिल्कुल ना आए वह इन सब से बिल्कुल दूर रहें क्योंकि उनके लिए या एक परेशानी का विषय हो सकता है यदि वह एक बार इसमें झटका खा गए तो फिर हो सकता है.

कि वह अपने जीवन में कुछ करने लायक ना बचे क्योंकि कई बार ऐसी स्थितियां आ जाती हैं कि मौत का भी सामना करना पड़ सकता है और जो व्यक्ति की मौत से डरता है वह तंत्र मंत्र जैसी साधनाएं बिल्कुल नहीं कर सकता है.

तांत्रिक बनने के लिए अत्यधिक कठिन परिश्रम और आपका माइंड बहुत मजबूत होना चाहिए आपका दिमाग पूरी तरह से एकाग्र होना चाहिए और आपके मन में कहीं भी डर भय नाम की कोई चीज नहीं होनी चाहिए.

3. गुरु का मार्गदर्शन

यदि आप एक बड़ा तांत्रिक बनना चाहते हैं तब आपको गुरु के मार्गदर्शन की आवश्यकता है क्योंकि आप एक बड़ा तांत्रिक बनना चाहते हैं तो आपको एक बड़े तांत्रिक गुरु की मदद लेनी पड़ेगी जिसके पास पहले से ही कई सिद्धियां होनी चाहिए.

आप स्वयं अकेले छोटे-मोटे तांत्रिक बन सकते हैं लेकिन बड़े तांत्रिक नहीं बन सकते इसके लिए आपको गुरु की सहायता लेनी ही होगी और यदि आप किसी छोटे-मोटे तांत्रिक को अपना गुरु बना लेते हैं तब आप छोटे-मोटे तांत्रिक ही बनकर रह जाएंगे.

और तंत्र विद्या का उच्च स्तर आपको कभी नहीं आएगा और यदि आप बिना गुरु के तंत्र विद्या सीखना चाहते हैं तो इसमें बहुत ज्यादा खतरा है यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

इसलिए बिना गुरु के तंत्र विद्या सीखने का ख्याल अपने दिमाग से निकाल दें हां छोटे-मोटे मंत्रों का ज्ञान आप स्वयं कर सकते हैं लेकिन आप बड़े तांत्रिक नहीं बन सकते हैं.

4. धैर्य होना चाहिए

तंत्र मंत्र सीखने के लिए आपके अंदर धैर्य और संयम अधिक मात्रा में होना चाहिए क्योंकि यदि आप तनिक तनिक बात पर अपना धैर्य खो बैठते हैं तो आप तंत्र मंत्र की दुनिया में कभी भी सफलता हासिल नहीं कर सकते हैं.

इसलिए इस अवस्था में आप तंत्र मंत्र से दूर रहें क्योंकि ऐसे लोगों के लिए तंत्र मंत्र खतरनाक हो सकता है यदि आपके अंदर धैर्य और संयम बहुत ज्यादा है तभी आप तंत्र मंत्र की दुनिया में कदम रखें कई बार ऐसी साधनाएं होती हैं.

जिनको कई कई बार करना पड़ता है और हर बार असफलता मिलती है और कुछ साधनाएं ऐसी होती हैं जिनके परिणाम बहुत दिनों बाद मिलते हैं और उसमें से कुछ ऐसी साधनाएं होती हैं जिनके परिणाम मिलते भी नहीं हैं.

इसलिए यदि आप जल्दी जल्दी सब करना चाहते हैं और आपके अंदर इंतजार करने की क्षमता नहीं है तब आप ही इन सब चीजों से बिल्कुल दूर रहें.

5. निस्वार्थ भाव होना चाहिए

यदि आप तंत्र मंत्र के महान तांत्रिक बनना चाहते हैं तो आपको अपना स्वार्थ भूल जाना होगा अपनी स्वार्थ वासना को खत्म कर देना होगा और निस्वार्थ भाव से तंत्र मंत्र की दुनिया में अपना डेरा जमाना होगा यदि आप किसी स्वार्थ से तंत्र साधनाएं करते हैं.

तो इसके दुष्प्रभाव उल्टा आप पर भी पढ़ते हैं हो सकता है इसमें आपकी जान भी चली जाए कई बार ऐसी तंत्र साधनाएं देखी गई हैं जिसमें कुछ तांत्रिक पागल हो गए या फिर उनकी मौत हो गई.

इसलिए इन सब से अवश्य बचें और निस्वार्थ भाव से दूसरों के हित के लिए साधनों को सफलतापूर्वक करने का प्रयास करें.

FAQ : तंत्र मंत्र विद्या सीखना

Q. तांत्रिक विद्या सीखने के लिए क्या करना चाहिए?

Ans. तांत्रिक विद्या सीखने के लिए अपने मन पर पूरी तरह से काबू रखना होगा और ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा इससे आपको तांत्रिक विद्या सीखने में मदद मिलेगी.

Q. भारत का सबसे बड़ा तांत्रिक कौन था?

Ans. भारत के सबसे बड़े तांत्रिक आचार्य रजनीश अर्थात ओशो प्रतीत होते हैं इन्होंने तंत्र शास्त्र को एक सही दिशा देने का अभूतपूर्व प्रयास किया.

Q. तांत्रिक विद्या कितने प्रकार की होती हैं?

Ans. आमतौर पर तंत्र साधनाएं चार प्रकार की मानी गई हैं यंत्र साधना, तंत्र साधना, मंत्र साधना और योग साधना.

निष्कर्ष Conclusion

हम आशा करते हैं कि आपने तंत्र मंत्र विद्या सीखना कैसे चाहिए यह जान लिया होगा यदि से संबंधित आपका कोई अन्य सवाल है तो आप हमारे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे.

यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों व अन्य जानने वालों के साथ अवश्य शेयर करें ताकि उनको भी ऐसी जानकारी का लाभ मिल सके.

Leave a Comment