पीपल पूजा मंत्र | Pipal Pooja Mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख में पीपल पूजा मंत्र के बारे में बताने वाले हैं ऐसे तो आप सभी लोगों ने पीपल के वृक्ष को देखा ही होगा सभी वृक्षों में पीपल का वृक्ष सर्वश्रेष्ठ माना जाता है यहां तक की भगवान श्री कृष्ण ने गीता में सभी वृक्षों में अपने आप को पीपल का वृक्ष बताया था गीता के अनुसार पीपल का वृक्ष साक्षात भगवान विष्णु और कृष्ण का ही रूप माना जाता है।
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करना महत्वपूर्ण बताया गया है ऐसा कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष की पूजा करने से हमें भगवान नारायण की कृपा मिलती है। इसीलिए हमारे एक दर्शक ने पूछा कि पीपल पूजा मंत्र कौन सा होता है और पीपल की पूजा कैसे की जाती है पीपल की पूजा का महत्व क्या होता है.
पीपल की पूजा के फायदे क्या होते हैं इसीलिए आज हम आप लोगों को पीपल पूजा से जुड़े जितने भी विषय है उन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं अगर आप सभी में से कोई भी व्यक्ति पीपल की पूजा के बारे में जानने की रुचि रखता है तो वह हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
- 1. पीपल पूजा मंत्र | Pipal Pooja Mantra
- 2. पीपल पूजा मंत्र जाप विधि | Pipal puja mantra jaap vidhi
- 3. पीपल की पूजा विधि | Pipal ki Puja Vidhi
- 4. पीपल की पूजा का महत्व | Pipal Puja ka mahatva
- 5. पीपल की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए ?
- 6. पीपल की पूजा के नियम | Pipal Ki Puja Ke Niyam
- 7. पीपल की पूजा करने के फायदे | Pipal ki Puja karne ke fayde
- 8. FAQ : पीपल पूजा मंत्र
- 8.1. पीपल के नीचे दीपक जलाने से क्या होता है?
- 8.2. पीपल की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए?
- 8.3. पीपल के पेड़ की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?
- 9. निष्कर्ष
पीपल पूजा मंत्र | Pipal Pooja Mantra
मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे।
अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:।।
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्।
पीपल देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
पीपल पूजा मंत्र जाप विधि | Pipal puja mantra jaap vidhi
अगर आप में से कोई भी व्यक्ति पीपल की पूजा करने के लिए बहुत ही सुख है तो उस व्यक्ति को पीपल के वृक्ष की पूजा करते समय पीपल पूजा मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए मंत्र तो हमने आपको कर बता दिया है आप हम आपको पीपल पूजा मंत्र जाप की विधि बताएंगे.
- पीपल पूजा मंत्र का जाप करने के लिए आपको सबसे पहले एक रुद्राक्ष की माला लिया है और उस रुद्राक्ष की माला से आपको कम से कम 108 बार पीपल पूजा मंत्र का जाप करें.
- उसके बाद आपको पीपल के वृक्ष की आरती करनी है और जो प्रसाद आप अपने घर से लेकर गए थे वह प्रसाद अन्य लोगों में बांट देना है.
- ऐसा करने से आपके घर में सुख समृद्धि तथा शांति हमेशा बनी रहती है लाभ होता है.
पीपल की पूजा विधि | Pipal ki Puja Vidhi
- अगर कोई व्यक्ति पीपल के वृक्ष की पूजा करना चाहता है पूजा के साथ मंत्र जाप भी करना चाहता है तो आज हम आप लोगों को पीपल पूजा मंत्र की जाप विधि के बारे में बताइए।
- पीपल पूजा मंत्र पढ़ने के लिए और पीपल के वृक्ष की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निश्चिंत हो जाना है उसके बाद किसी मंदिर में जाएं जिस जगह पर पीपल का वृक्ष हो ।
- मंदिर के अंदर जाकर भगवान शिव माता पार्वती और गणेश भगवान की पूजा करें सबसे पहले गणेश भगवान की पूजा करनी है उसके बाद शिव पार्वती की पूजा करनी है उसके बाद पीपल के वृक्ष की पूजा करें।
- उसके बाद पीपल की जड़ में तिल गाय का दूध और चंदन मिलाकर पवित्र जल से स्नान कराना है।
- पीपल के पेड़ में जल अर्पित करने के बाद जनेऊ और फूल प्रसाद और भी सारी सामग्री पीपल के वृक्ष पर चढ़ा देनी है।
- उसके बाद पीपल के वृक्ष के नीचे धूप दीप जलाना है और आसन बिछाकर वहीं पर बैठ जाना है या फिर खड़े होकर मंत्र का जाप शुरू करना है।
- पीपल पूजा मंत्र का जाप आपको कम से कम 108 बार करना है मंत्र जाप आपको रुद्राक्ष की माला के साथ करना है।
- उसके बाद पीपल के वृक्ष की आरती करनी है और प्रसाद अन्य लोगों में बांट देना है उसके बाद खुद भी ग्रहण कर ले जो भी आपने पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाया था उसमें से थोड़ा जल घर को वापस लेकर अपने घर के चारों कोनों में छिड़क देना है।
- अगर कोई भी व्यक्ति इस प्रकार पीपल के वृक्ष की पूजा करता है और पीपल पूजा मंत्र का जाप करता है तो उसके घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है और धन लाभ भी बना रहता है।
पीपल की पूजा का महत्व | Pipal Puja ka mahatva
वैसे तो आप सभी लोगों ने पीपल का वृक्ष देखा ही होगा पीपल का वृक्ष बहुत ही विशाल होता है हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा गया है पीपल के वृक्ष में साक्षात नारायण वास करते हैं पीपल के वृक्ष की पूजा प्राचीन काल से ही चली आ रही है पीपल के वृक्ष को प्राचीन काल से ही सर्वश्रेष्ठ महत्वपूर्ण माना जाता है.
ऐसा कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष की पूजा करने से मात्र नारायण एवं लक्ष्मी जी की पूजा भी हो जाती है क्योंकि अधिकतर लोग अमावस्या या फिर पूर्णिमा के दिनों में पीपल के वृक्ष की पूजा करते हैं हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा गया है कि पीपल ही एक ऐसा अद्भुत वृक्ष है जिसके नीचे गौतम बुध से लेकर अन्य ऋषि-मुनियों ने अखंड ज्ञान प्राप्त किया था।
इसीलिए हमारे हिंदू धर्म में पीपल के वृक्ष को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है ऐसा कहा जाता है कि इस वृक्ष में शनिदेव का वास होता है इसीलिए शनि से संबंधित जितने भी दोष होते हैं वह सब नष्ट हो जाते हैं वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा कहा गया है कि पीपल ही एक ऐसा मात्र वक्त है जिसमें 24 घंटे ऑक्सीजन मिलता है।
लेकिन आजकल के इस कलयुग में अधिकतर लोग पीपल के वृक्ष को काट देते हैं हमारे हिंदू धर्म में ऐसा भी कहा गया है कि पीपल के वृक्ष को काटना नहीं चाहिए इससे पाप बढ़ जाते हैं।
पीपल की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए ?
अगर बात की जाए कि पीपल के वृक्ष की पूजा कितने बजे करनी चाहिए तो हम आप लोगों को बता दें कि पीपल के वृक्ष में अगर कोई भी व्यक्ति जल चढ़ाना चाहता है तो उसे विशेष बात का ध्यान रखना चाहिए कि सूर्य उदय से पहले पीपल के वृक्ष में कभी भी जल नहीं चढ़ाना चाहिए सूर्य उदय से पहले पीपल का वृक्ष देखना भी नहीं चाहिए जैसे ही सूरज उदय हो जाता है.
उसके बाद ही पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए। हमारे हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार ऐसा कहा गया है सूर्य उदय से पहले पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने से उसके आसपास जाने से अथवा उसकी पूजा करने से या फिर उसकी परिक्रमा करने से घर में दरिद्रता आती है इसीलिए सूर्य उदय के बाद ही पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए।
पीपल की पूजा के नियम | Pipal Ki Puja Ke Niyam
अगर कोई भी व्यक्ति यह जानना चाहता है कि पीपल की पूजा में कौन-कौन से नियम लागू होते हैं तो हम आप लोगों को बताने की पीपल की पूजा में कुछ विशेष सावधानियां बरतनी होती है पीपल की पूजा के कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए जो कि निम्नलिखित है।
- अगर कोई भी व्यक्ति पीपल के वृक्ष की पूजा करना चाहता है तो उसे सूर्यउदय के बाद ही पीपल की पूजा करनी चाहिए।
- हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा गया है कि पीपल के वृक्ष की पूजा रविवार के दिन बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए।
- शास्त्रों के मुताबिक ऐसा कहा गया है कि पीपल के वृक्ष को अपने जीवन में कभी भी काटना नहीं चाहिए।
- जिस समय आप पीपल के वृक्ष में जल चढ़ा रहे होते हैं उस समय आपको लक्ष्मी नारायण का स्मरण अवश्य करना चाहिए।
- हिंदू धर्म में ऐसा कहा गया है कि शनिवार को पीपल की पूजा का विशेष लाभ मिलता है। क्योंकि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में शनिदेव का वास होता है।
पीपल की पूजा करने के फायदे | Pipal ki Puja karne ke fayde
- अगर कोई भी व्यक्ति अपनी पूरी श्रद्धा के साथ पीपल के वृक्ष की पूजा करता है तो उस व्यक्ति के जितने भी शनि दोष होते हैं वह सब दूर हो जाते हैं।
- हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि पीपल की पूजा करने से भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
- शास्त्रों के मुताबिक ऐसा कहा गया है कि पीपल के वृक्ष की पूजा करने से पित्र देवता प्रसन्न होकर हमें आशीर्वाद देते हैं।
- अगर आप सभी लोगों को पित्र दोष से मुक्ति पाना है तो आप पीपल के वृक्ष की पूजा अवश्य करें क्योंकि पीपल के वृक्ष की पूजा करने से पित्र दोष जैसे अन्य दोष भी दूर हो जाते हैं।
FAQ : पीपल पूजा मंत्र
पीपल के नीचे दीपक जलाने से क्या होता है?
पीपल की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए?
पीपल के पेड़ की पूजा कब नहीं करनी चाहिए?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पीपल पूजा मंत्र के बारे में बताया इसके अलावा पीपल की पूजा कैसे करनी चाहिए पीपल की पूजा का महत्व क्या है और पीपल की पूजा के फायदे कौन से हैं इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको पीपल पूजा मंत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।