रुद्राभिषेक के फायदे : रुद्राभिषेक की संपूर्ण विधि, सामग्री लिस्ट और 7 फायदे | Rudrabhishek ke fayde

रुद्राभिषेक के फायदे | Rudrabhishek ke fayde : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं इस लेख में आप लोगों को रुद्राभिषेक के फायदे टॉपिक पर जानकारी प्रदान करूगी, जिसमें मैं आप लोगों को रुद्राभिषेक के फायदे जानकारी के साथ-साथ रुद्राभिषेक अनुष्ठान को करने की संपूर्ण विधि बताएंगे.

रुद्राभिषेक के फायदे | Rudrabhishek ke fayde

ताकि आप लोग एक निश्चिंत विधि द्वारा रूद्र अभिषेक अनुष्ठान को संपूर्ण करके इस से प्राप्त होने वाले सभी प्रकार के फायदों को प्राप्त कर सकें. रुद्राभिषेक को भगवान शिव का अनुष्ठान माना गया है जिसमें भगवान शिव की लिंग को रुद्राक्ष से सजाया जाता है और फिर उसी लिंग के सामने आसन लगाकर भगवान शिव के मंत्रों का उच्चारण करते हुए इन पर पंचामृत चढ़ाया जाता है.

माना जाता है जो व्यक्ति यह अनुष्ठान करता है, उस व्यक्ति को भगवान शिव का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है, जिससे उस व्यक्ति को कई प्रकार के फायदे मिलते हैं जिनके विषय में आज हम इस लेख में विस्तार से बताएंगे.

ऐसे में अगर आपने रुद्राभिषेक के फायदे के साथ-साथ रुद्राक्ष एक अनुष्ठान करने की संपूर्ण विधिवत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसलिए को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

रुद्राभिषेक के फायदे | Rudrabhishek ke fayde

रुद्राभिषेक महाशिवरात्रि के दिन किया जाने वाला एक पवित्र अनुष्ठान है जिसमें शिवजी के लिंग को रुद्र से सजाकर शिवजी के 108 नाम का जाप करके इनके विभिन्न प्रकार के मंत्रों का उच्चारण करते हुए इनके लिंग पर दूध जल और अन्य प्रकार की वस्तुएं अर्पित की जाती है.

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जिससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं जिससे अनुष्ठान करने वाले व्यक्ति को कई सारे फायदे प्राप्त होते हैं. जिनमें से मैं आप लोगों को कुछ प्रमुख फायदे बता रही हूं जैसे :

1. नकारात्मक को दूर करता है.

शिव महापुराण में कहा गया है जो व्यक्ति सही तरीके से रुद्राभिषेक करवाता है उस व्यक्ति के जीवन में घर सभी से नकारात्मकता दूर हो जाती है जैसे उस व्यक्ति के जीवन में सुख शांति समृद्धि आती है क्योंकि जहां पर सकारात्मक शक्तियां और सकारात्मक सोच होती है वहां पर प्रगति अवश्य होती है इसीलिए रुद्राभिषेक नकारात्मकता को दूर करने का एक बहुत ही पवित्र अनुष्ठान माना जाता है.

2. धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं.

मान्यता है कि पूरे विधि विधान के साथ भगवान शिव के रूद्र अनुष्ठान को करने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं क्योंकि रूद्र अभिषेक अनुष्ठान पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है, जिससे सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जब सभी देवी देवता आपसे प्रसन्न होंगे तो आपके जीवन में कोई कमी नहीं रह जाएगी.

3. योग्य तथा विद्वान संतान की प्राप्ति होती है.

रुद्राभिषेक अनुष्ठान को लेकर शिवपुराण में व्याख्या की गई है कि जो भी व्यक्ति सावन माह के सोमवार को पूरे विधि विधान के साथ इस अनुष्ठान को करता है तो उसको योग्य और विद्वान संतान की प्राप्ति होती है.

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क्योंकि सावन के सोमवार को शिव जी के साथ माता पार्वती भी होती हैं जिससे दोनों आशीर्वाद प्राप्त होता है और दोनों के आशीर्वाद से आपको योग तथा संतान की प्राप्ति होती है साथ में अन्य कई सारे फायदे भी प्राप्त होते हैं.

4. कालसर्प दोष निवारण करें

रुद्राक्ष एक अनुष्ठान को लेकर माना गया है कि इस अनुष्ठान को करने से कुंडली में बड़े से बड़े कालसर्प दोष का निवारण हो जाता है क्योंकि रुद्राक्ष एक के माध्यम से भगवान शिव को प्रसन्न किया जाता है.

जिसमें उन्हें रूद्र से सजाकर उनकी 108 नाम और उनसे संबंधित मंत्रों का स्मरण करके उनको पंचामृत से स्नान करवाया जाता है, जो आपके जीवन में बड़ी से बड़ी समस्याओं के निवारण के लिए बहुत ही पवित्र अनुष्ठान माना गया है. ऐसे में अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है आज ही आप लोग इस अनुष्ठान को विधि विधान से करें तो इस कालसर्प दोष से आप छुटकारा पा सकते हैं.

5. गृहक्लेश खत्म करे

रुद्राभिषेक अनुष्ठान करने से घर में सुख शांति समृद्धि आती है क्योंकि रूद्र अभिषेक अनुष्ठान करने से समस्त देवी देवताओं की पूजा हो जाती है जिससे हमें सभी देवी देवताओं के आशीर्वाद प्राप्त होते हैं जिससे हमारा जीवन सुख में बनता है.

ऐसे में अगर आपके घर में भी बेवजह ग्रहकलेश की समस्या लगी रहती है, आप महान विद्वान पंडित को बुलवाकर इस अनुष्ठान को विधिवत रूप से कराएं तो आपके घर का वातावरण सुखमय में बदल जाएगा.

6. व्यापार में लाभ दिलाता हैं.

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रुद्राभिषेक अनुष्ठान करने से व्यापार में लाभ प्राप्त होता है, साथ में आगमन के रास्ते नजर आने लगते हैं जिनमें से आप लोग किसी भी रास्ते से अपने भाग्य को बदल सकते हैं क्योंकि रुद्राक्ष एक अनुष्ठान करवाने से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे हमारी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

7. शिक्षा संबंधी समस्याएं दूर करता है.

शिव पुराण में बताया गया है रूद्र अभिषेक अनुष्ठान करवाने से बल बुद्धि ज्ञान में बढ़ोतरी होती है जिससे शिक्षा संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं, साथ में हमें धार्मिक ज्ञान प्राप्त होता है जिससे हम मोक्ष प्राप्ति की ओर प्रेरित होते हैं ऐसे में अगर आपके घर का बच्चा भी पढ़ाई लिखाई में कमजोर है तो आप लोग एक बार रुद्राभिषेक अवश्य कराएं, तो आपको रोज रूप से करवाने के कई सारे फायदे प्राप्त होंगे.

रुद्राभिषेक के लिये आवश्यक पूजा सामग्री | Rudrabhishek puja samagri

  1. गाय का घी
  2. चंदन
  3. फूल
  4. मिठाई
  5. फल
  6. गंध
  7. धूप
  8. कपूर
  9. पान का पत्ता
  10. शहद
  11. दही
  12. ताजा दूध
  13. गुलाबजल
  14. गन्ने का रस
  15. नारियल का पानी
  16. चंदन पानी
  17. गंगाजल
  18. पानी
  19. सुपारी
  20. नारियल 

रुद्राभिषेक करने की विधि | Rudrabhishek karne ki vidhi

भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई तरह से इनका अभिषेक किया जाता है, लेकिन उन सभी में से रुद्राभिषेक सबसे पवित्र और प्रभावशाली माना गया है, रूद्र अभिषेक अनुष्ठान को विधिवत रूप से करने से या करवाने से जीवन सुख शांति समृद्धि आती है, साथ में ऊपर बताए गए सभी प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं.

आइए हम आप लोगों को रुद्राभिषेक कैसे किया जाता है इसकी संपूर्ण विधि बता देते हैं ताकि आप लोग भी एक निश्चित विधि के द्वारा रुद्राभिषेक करके इससे मिलने होने वाले सभी प्रकार के फायदे प्राप्त कर सकें

शिव पुराण में रुद्राभिषेक अनुष्ठान करने की सबसे सर्वोतम विधि कुछ इस प्रकार से बताई गई है जैसे :

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1. सबसे पहले आप रुद्राभिषेक के लिए ऊपर दी गयी अनुष्ठान सामग्री की व्यवस्था कर ले.

2. रुद्राभिषेक की सामग्री की व्यवस्था होने के बाद आप सबसे पहले स्नान आदि से निवृत होने के बाद गणेश पूजा करें यानी की स्वाति वाचन मंत्र के पाठ का अध्ययन करें ऐसा माना जाता है कि इस पाठ को करने से पारस्परिक क्रोध और वैमनस्य को शांत करता है.

जिसे कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से पहले किया जाता है ताकि उस कार्य में किसी प्रकार की रुकावट ना आए और वह कार्य पूर्ण रूप से सफल हो जाए इसलिए रुद्राभिषेक अनुष्ठान करने से पहले गणेश मंत्र का जाप करें.

3. गणेश भगवान की पूजा करने के बाद समस्त देवी देवताओं तथा नौ ग्रहों की पूजा करें और उन्हें रोली चंदन का तिलक लगाये.

4. समस्त देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने के बाद आप शिवलिंग को अपने घर के दक्षिण दिशा की तरफ से स्थापित करें.

5. उसके बाद सबसे पहले शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं यानी कि सबसे पहले गंगाजल से अभिषेक करें, फिर दूध, दही, गन्ने का रस, सरसों का तेल जितने भी तरल पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है वह सभी पदार्थों से शिवलिंग का अभिषेक करें.

6. भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद आप इन्हे चंदन का लेप लगाएं और इन्हें सुपारी, पान का पत्ता आदि सामग्री शिवलिंग पर अर्पित करें.

7. सारी सामग्री अर्पित करने के बाद शिवलिंग के सामने भोग लगाएं भोग लगाने के लिए आपका कच्चा दूध, दही कुछ भी ले सकते हैं.

8. भगवान शिव को भोग लगाने के बाद इनके सामने धूपबत्ती या अगरबत्ती जलाएं .

9. धूपबत्ती अगरबत्ती जलाने के बाद ओम नमः शिवाय का 108 बार जाप करें.

10. मंत्र जप प्रक्रिया पूरी होने के बाद शिवलिंग की संपूर्ण आरती करें.

11. शिवलिंग की आरती करने के बाद अब आपको रुद्राभिषेक करना है रुद्राभिषेक करते समय आपको महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र, ओम नम: शिवाय या फिर रुद्रामंत्र का जप करना होगा.

12. इस तरह रूद्र अभिषेक करने के बाद जो भी पानी दूध एकत्रित हुआ हो उसे आप पूरे घर में छिड़का दें ताकि घर से नकारात्मक शक्तियां चली जाए.

13. घर में गंगा जल चढ़ाने के बाद अगर वह पानी बचता हैं, तो उसे आप उस पानी को पी सकते हैं. इस पानी को पीने से अनेक प्रकार की बीमारियां ठीक होती हैं.

मित्रों मैंने शिव पुराण में बताई गई रूद्र अभिषेक अनुष्ठान करने की विधि बताई हैं, तो आप लोग इस विधि के माध्यम से सावन की सोमवार को रूद्र अभिषेक अनुष्ठान कर सकते हैं.

FAQ : रुद्राभिषेक के फायदे

रुद्राभिषेक कहाँ करना चाहिए ?

अगर आप चाहे तो मंदिर में स्थापित शिवलिंग पर रुद्राभिषेक कर सकते हैं अगर आप घर में चाहे तो घर में भी रूद्रविषेक पूरे विधि विधान के साथ कर सकते हैं.

रुद्राभिषेक कितने घंटे का होता है ?

विधिवत रूप से रुद्राभिषेक अनुष्ठान करने की 4 से 5 घंटे का समय लगता है.

रुद्राभिषेक में कौन सा मंत्र बोला जाता है ?

रुद्राभिषेक अनुष्ठान को करते समय महामृत्युंजय मंत्र जाप किया जाता हैं जो इस प्रकार से होता है.मंत्र

त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिबर्धनम् उर्वारूकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात् ॥ सर्वो वै रुद्रास्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु । पुरुषो वै रुद्र: सन्महो नमो नम: ॥

निष्कर्ष

मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में आप लोगों को रुद्राभिषेक के फायदे जानकारी प्रदान की है. जिसमें मैंने आप लोगों को रुद्राभिषेक के फायदे बताने के साथ-साथ रुद्राभिषेक अनुष्ठान करने की संपूर्ण विधि बताई हैं.

आप लोगों ने इस लेख को अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को रुद्राभिषेक अनुष्ठान के फायदे से लेकर इस अनुष्ठान को करने की संपूर्ण विधि की जानकारी विधिवत रूप से प्राप्त हो गई होगी तो मित्रो हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताइए जानकारी पसंद आई होगी साथ में उपयोगी भी साबित हुई होगी.

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