सूरह हिंदी में : कुरान की 10 छोटी सूरतें नमाज़ के लिए अरबी व हिंदी तर्जुमे के साथ

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Quran ki ayat surah अससलाम वालेकुम रहमतुल्लाह व बरकातहु दोस्तों आज की इस हमारे आर्टिकल में आप लोगों को कुरान की कुछ सूरह हिंदी में बताने वाले हैं साथ ही साथ हम आप लोगों को उन सूरह का तर्जुमा भी बताएंगे.

ताकि आप लोगों को समझने में और याद करने में आसानी हो सके दोस्तों कुरान में बहुत ही छोटी और बड़ी सूरह मौजूद है जिनको पढ़ने से बहुत ज्यादा सवाब मिलता है इसलिए कुरान को हमारे इस्लाम में सबसे ज्यादा अहमियत दी जाती है हर मुसलमान को कुरान पढ़ना आना चाहिए।

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क्योंकि जो इंसान कुरान की तिलावत नहीं करता है अल्लाह उससे नाराज हो जाता है इसलिए कुरान को रोजाना पढ़ा करें और उनमें से कुछ छोटी आयतो या सूरह को याद कर लिया करें.

यह सूरह बहुत छोटी सी है यह आपको नमाज पढ़ने में भी काम आएंगी इसलिए आपका इन को याद करना बहुत जरूरी होता है अगर आपको अरबी नहीं आती है और आप कुरान शरीफ नहीं पढ़ पाते हैं तो हम अपने इस आर्टिकल में आप लोगों को हिंदी में सूरह के बारे में बताने वाले हैं.

और साथ ही साथ हम आप लोगों को उन सूरह का तर्जुमा भी बताएंगे ताकि अगर आप लोग तर्जुमे को पढ़कर सूरह को समझ सकें. इससे आप बहुत जल्दी उसे याद भी कर पाएंगे और समझ भी पाएंगे तो आइए जानते हैं.

कुरान की कुछ सूरह के बारे में अगर आप सारी जानकारी के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ ले ताकि आप लोगों को यह सारी जानकारी आसानी से हासिल हो सके।

सूरह फातेहा हिंदी में | सूरह हिंदी में

अल्हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन
अर्रहमानिर्रहीम
मालिकि यौमिद्दीन
इय्या-क न बुदु व इय्या-क नस्तीइन
इहदिनस्सिरातल्-मुस्तकीम
सिरातल्लज़ी-न अन्अम्-त अलैहिम गैरिल्-मग़जूबि अलैहिम् व लज्जॉल्लीन

सूरह फातेहा अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيم
الْحَمْدُ لِلَّـهِ رَبِّ الْعَالَمِينَ
الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
مَالِكِ يَوْمِ الدِّينِ
إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ
اهْدِنَا الصِّرَاطَ الْمُسْتَقِيمَ
صِرَاطَ الَّذِينَ أَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ غَيْرِ الْمَغْضُوبِ عَلَيْهِمْ وَلَا الضَّالِّينَ

सूरह फातेहा का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
तारीफ़ अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का रब है।
रहमान और रहीम है।
रोज़े जज़ा का मालिक है।
हम तेरी ही इबादत करते हैं, और तुझ ही से मदद मांगते है।
हमें सीधा रास्ता दिखा।
उन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया जो माअतूब नहीं हुए, जो भटके हुए नहीं है।

सूरह अल-फलक हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
मिन शर रिमा ख़लक़
वामिन शर रिग़ासिकिन इज़ा वकब
वमिन शर रिन नफ़फ़ासाति फ़िल उक़द
वमिन शर रि हासिदिन इज़ा हसद

सूरह अल-फलक अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ الْفَلَقِ
مِن شَرِّ مَا خَلَقَ
وَمِن شَرِّ غَاسِقٍ إِذَا وَقَبَ
ِوَمِن شَرِّ النَّفَّاثَاتِ فِي الْعُقَدِ
وَمِن شَرِّ حَاسِدٍ إِذَا حَسَدَِ

सूरह अल-फलक का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
(ऐ रसूल) तुम कह दो मैं लोगों के परवरदिगार
लोगों के बादशाह
लोगों के माबूद की (शैतानी)
वसवसे की बुराई से पनाह माँगता हूँ
जो (ख़ुदा के नाम से) पीछे हट जाता है जो लोगों के दिलों में वसवसे डाला करता है
जिन्नात में से ख्वाह आदमियों में से

सूरह नास हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
कुल अऊजु बिरब्बिन नास
मलिकिन नास
इलाहिन नास
मिन शर रिल वसवा सिल खन्नास
अल्लज़ी युवस विसु फी सुदूरिन नास
मिनल जिन्नति वन नास

सुरह अन नास अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
قُلْ أَعُوذُ بِرَبِّ النَّاسِ
مَلِكِ النَّاسِ
إِلَـٰهِ النَّاسِ
مِن شَرِّ الْوَسْوَاسِ الْخَنَّاسِ
الَّذِي يُوَسْوِسُ فِي صُدُورِ النَّاسِ
مِنَ الْجِنَّةِ وَالنَّاسِ

सूरह नास का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि मैं सुबह के मालिक की
हर चीज़ की बुराई से जो उसने पैदा की पनाह माँगता हूँ
और अंधेरीरात की बुराई से जब उसका अंधेरा छा जाए
और गन्डों पर फूँकने वालियों की बुराई से
(जब फूँके) और हसद करने वाले की बुराई से

सूरह इखलास हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
कुल हुवल लाहू अहद
अल्लाहुस समद
लम यलिद वलम यूलद
वलम यकूल लहू कुफुवन अहद

सूरह इखलास अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
قُلْ هُوَ اللَّـهُ أَحَدٌ
اللَّـهُ الصَّمَدُ
لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ
وَلَمْ يَكُن لَّهُ كُفُوًا أَحَدٌ

सूरह इखलास का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि ख़ुदा एक है
ख़ुदा बरहक़ बेनियाज़ है
न उसने किसी को जना न उसको किसी

सूरह काफ़िरून हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
कुल या अय्युहल काफिरून
ला अ’अबुदु मा तअ’बुदून
वला अन्तुम आबिदूना मा अ’अबुद
वला अना आबिदुम मा अबद्तुम
वला अन्तुम आबिदूना मा अअ’बुद
लकुम दीनुकुम वलिय दीन

सूरह काफ़िरून अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
قُلْ يَا أَيُّهَا الْكَافِرُونَ
لَا أَعْبُدُ مَا تَعْبُدُونَ
وَلَا أَنتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ
وَلَا أَنَا عَابِدٌ مَّا عَبَدتُّمْ
وَلَا أَنتُمْ عَابِدُونَ مَا أَعْبُدُ
لَكُمْ دِينُكُمْ وَلِيَ دِينِ

सूरह काफ़िरून का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
(ऐ रसूल) तुम कह दो कि ऐ काफिरों!
तुम जिन चीज़ों को पूजते हो, मैं उनको नहीं पूजता
और जिस (ख़ुदा) की मैं इबादत करता हूँ उसकी तुम इबादत नहीं करते
और जिन्हें तुम पूजते हो मैं उनका पूजने वाला नहीं
और जिसकी मैं इबादत करता हूँ उसकी तुम इबादत करने वाले नहीं
तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन मेरे लिए मेरा दीन

सूरह क़द्र हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
इन्ना अनज़ल नाहु फ़ी लैलतिल कद्र
वमा अदरा कमा लैलतुल कद्र
लय्लतुल कदरि खैरुम मिन अल्फि शह्र
तनज़ ज़लूल मला इकतु वररूहु फ़ीहा बिइज़्नि रब्बिहिम मिन कुल्लि अम्र
सलामुन हिय हत्ता मत लइल फज्र

सूरह क़द्र अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
إِنَّا أَنزَلْنَاهُ فِي لَيْلَةِ الْقَدْرِ
وَمَا أَدْرَاكَ مَا لَيْلَةُ الْقَدْرِ
لَيْلَةُ الْقَدْرِ خَيْرٌ مِّنْ أَلْفِ شَهْرٍ
تَنَزَّلُ الْمَلَائِكَةُ وَالرُّوحُ فِيهَا بِإِذْنِ رَبِّهِم مِّن كُلِّ أَمْرٍ
سَلَامٌ هِيَ حَتَّىٰ مَطْلَعِ الْفَجْرِ

सूरह क़द्र का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
हम ने कुरान को शबे क़द्र में उतारा है
और आप को मालूम है कि शबे क़द्र क्या है ?
शबे क़द्र हज़ार महीनों से बेहतर है
जिस में फ़रिश्ते रूहुल क़ुदुस (जिबरईल अलैहिस सलाम) अपने रब की इजाज़त से हर हुक्म को लेकर उतरते हैं
ये रात सरापा सलामती है, जो सुबह होने तक रहती है.

सूरह लहब हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम

तब्बत यदा अबी लहा बिंव वा तब्ब.

मा अग्ना अन्हु मलुहू वामा कसब. सयस्ला नारन ज़ा ता लहब.

वामरातुहू हम्मा लतल हतब. फी जीदिहा हब्लुम मिम मसाद.

सूरह अल-कौसर हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
इन्ना आतय ना कल कौसर
फसल्लि लिरब्बिका वन्हर
इन्ना शानिअका हुवल अब्तर

सुरः अल-कौसर अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ
إِنَّا أَعْطَيْنَاكَ الْكَوْثَر
فَصَلِّ لِرَبِّكَ وَانْحَرْ
إِنَّ شَانِئَكَ هُوَ الْأَبْتَرُ

सूरह अल-कौसर का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से जो रहमान व रहीम है।
(हे नबी!) हमने तुम्हें कौसर प्रदान किया है।
तो तुम अपने पालनहार के लिए नमाज़ पढ़ो तथा बलि दो।
निःसंदेह तुम्हारा शत्रु ही बे नाम निशान है।

सूरह नस्र हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम

 इज़ा जा आ नसरुल्ला ही वल फतह.

वरा अयतन्नासा यदखुलूना फी दीनिल ल्लाही अफ़वाजा.

फसब्बिह बिहमदी रब्बिका वस्तगफिरहू.

इन्नहू काना तौव्वाबा.

सूरह नस्र अरबी में

بِسْمِ اللَّـهِ الرَّحْمَـٰنِ الرَّحِيمِ

إِذَا جَآءَ نَصْرُ ٱللَّهِ وَٱلْفَتْحُ

وَرَأَيْتَ ٱلنَّاسَ يَدْخُلُونَ فِى دِينِ ٱللَّهِ أَفْوَاجً

فَسَبِّحْ بِحَمْدِ رَبِّكَ وَٱسْتَغْفِرْهُ ج إِنَّهُۥ كَانَ تَوَّابًۢا

सूरह नस्र तर्जुमा हिंदी में

जब अल्लाह की सहायता एवं विजय आ जाये।जब अल्लाह की सहायता एवं विजय आ जाये।

और तुम लोगों को अल्लाह के धर्म में दल के दल प्रवेश करते देख लो।

तो अपने पालनहार की प्रशंसा के साथ उसकी पवित्रता का वर्णन करो और उससे क्षमा माँगो, निःसंदेह वह बड़ा क्षमी है।

FAQ : सूरह हिंदी में

Q. कुरान की सुरह किस भाषा में है?

Ans. कुरान की सुरह अरबी भाषा में लिखी होती है.

Q. कुरान पढने से क्या होता है?

Ans. कुरान पढने से आपका जेहन तेज होता है और आपके चेहरे पर नूर आता .है

Q. कुरान पढने का तरीका क्या होता है?

Ans. कुरान पढने का सबसे अच्छा तरीका ये होता है की जिस जगह पर पढ़े वो एक दम पाक साफ हो और आप खुद भी पाक साफ हो.

निष्कर्ष

उम्मीद करते हैं दोस्तों हमारे द्वारा बताई गई इस्लामिक इंफॉर्मेशन आप लोगों को पसंद आई होगी आज के इस आर्टिकल में हमने आप लोगों को बताया कि कुरान की सूरह हिंदी में अगर किसी भी इंसान को अरबी पढ़ना नहीं आता है। तो वह हिंदी में इन सूरह को आसानी से याद कर सकता है.

अगर आपके घर में या फिर आपका कोई भी रिश्तेदार या फिर जो दोस्त कुरान नहीं पढ़ पाता है तो आप उसे यह आर्टिकल जरूर भेजें ताकि वह कुछ सूरह को याद करके थोड़ी बहुत नेकियां कमा सके और इससे आपको भी बहुत सवाब मिलेगा क्योंकि दीन की बातों को आगे तक फैलाना सदका ए जरिया होता है।

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