माता काली की पूजा कैसे करें ? सही पूजा विधि, सामग्री और आवश्यक सावधानियाँ जाने ! How to worship Mata Kali in hindi?

हमारे हिंदू धर्म में टोटल 33 कोटि देवी देवता हैं जिनकी पूजा पूरे भारत भर में की जाती है, उन्हीं में से एक देवी हैं माता काली|माता काली की पूजा हमारे भारत भर में की जाती है|माता काली को दुर्गा माता के ही विभिन्न प्रकार के अवतारों में से एक अवतार माना जाता है|

माता काली को दुर्गा का अवतार ही माना जाता है|हमारे भारत में अधिकतर लोग माता काली की आराधना सिद्धि और तांत्रिक साधनाओं tantrik sadhna की पूर्ति के लिए करते हैं| इसीलिए तांत्रिक विधि में माता काली की काफी मान्यता है| uchit labh ke liye kali ma ki punja kaese kare ? jane puja samgri aur savdhaniyan hindi me !

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परंतु आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सिर्फ तंत्र साधना में ही नहीं बल्कि सामान्य साधना में भी माता काली की आराधना करना काफी फायदेमंद माना गया है, क्योंकि माता काली प्रसन्न होने पर अपने भक्तों की सभी इच्छा को पूरा करने का काम करती हैं|

मां काली की पूजा कैसे करे ? Worship of maa kali

माता काली की मूर्ति देखने में काफी डरावनी लगती है, इसलिए बहुत से भक्त माता काली का भयंकर रूप देखकर उनसे डरते हैं जो कि गलत बात है,जबकि सच्चाई यह है कि माता काली की आराधना करने से मनुष्य सभी प्रकार के डर से मुक्त हो जाता है|

यह तो इनका रूप है जो इन्हें प्राप्त हुआ है, इसीलिए माता काली से डरने की आवश्यकता नहीं है बल्कि इनके प्रति श्रद्धा का भाव रखकर इनकी पूजा करनी चाहिए|

भयभीत ना हों, मां तो भय दूर करती हैं ! Do not be afraid, mother removes fear

सामान्य लोगों के मन में माता काली की ऐसी छवि बनी है कि माता काली बहुत ही भयंकर होती है और यह बहुत जल्दी क्रोधित हो जाती हैं| हम आपको बता दें कि माता काली का स्वरूप अवश्य उग्र है|

परंतु यह बात भी सही है कि कलयुग के अंदर अत्याधिक जागृति दैवी शक्तियों में माता काली का पहला स्थान आता है और जब माता काली एक बार अपने साधक या फिर अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाती हैं, तो उसकी सभी मनोकामनाएं को बहुत जल्दी पूरा कर देती हैं|

इसीलिए मनोकामना की प्राप्ति के लिए भी आप माता काली की पूजा श्रद्धा भाव से कर सकते हैं|ऐसा करने से आपको निश्चित ही मनचाहा वरदान प्राप्त होगा|

माता काली कौन है ? Who Is Mata Kali

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देवी दुर्गा के नौ अवतारों में से ही माता काली का अवतार माना जाता है| विभिन्न प्रकार के शास्त्रों में यह बात कही गई है कि माता काली की पूजा पूरी श्रद्धा भाव से और शुद्धता के साथ करनी चाहिए और अगर कोई व्यक्ति इस तरह से माता काली की पूजा करता है तो उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है, परंतु फिर भी बहुत से लोग नहीं जानते कि माता काली की पूजा कैसे की जाती है,आइए जानते हैं कि माता काली की पूजा कैसे की जाती है|

माता काली की पूजा करने के लिए सामग्री बताये Materials to worship Mata Kali

माता काली की पूजा करने के लिए आपको निम्न सामग्री चाहिए| यहां पर हम आपको माता काली की सामान्य पूजा करने के बारे में बता रहे हैं तांत्रिक पूजा करने के बारे में हम आपको फिर कभी बताएंगे|

रोली,चंदन, कुमकुम, अक्षत, एक लोटा पानी,फूल, प्रसाद, कुश, धूपबत्ती, माचिस, दीपक, काली चालीसा या काली जी की आरती की किताब

माता काली की पूजा करने की विधि Method of worshiping Goddess Kali

माता काली की पूजा करने के लिए आप इनकी पूजा किसी भी दिन कर सकते हैं| इनकी पूजा करने के लिए आपको सुबह सुबह उठकर दैनिक क्रिया को करते हुए पानी से स्नान करना है| नहाने के बाद आपको साफ और स्वच्छ कपड़े पहनने हैं|

इसके बाद आपको अपने घर के मंदिर में जाना है|अगर आपके घर में मंदिर नहीं है, तो आप अपने घर के आस-पास स्थित किसी माता काली के मंदिर भी जा सकते हैं| आपको घर के मंदिर में और बाहर के मंदिर में सेम प्रक्रिया दो रानी है|

मंदिर में पहुंचने के बाद सबसे पहले आपको कुश की सहायता से माता काली की फोटो अथवा मूर्ति के ऊपर तीन बार पानी का छिड़काव करना है|उसके बाद आपको माता काली के चरणों में फूल अर्पण करना है|

इसके बाद आपको माता काली के चरणों में और माथे पर रोली, चंदन और कुमकुम का तिलक लगाना है| इसके बाद आपको माचिस की सहायता से धूपबत्ती बत्ती जलानी है और धूपबत्ती को माता काली के साथ-साथ अगर आप के मंदिर में अन्य देवी देवता भी स्थापित हैं, तो उन्हें भी दिखाना है और तीन बार आपको ऐसा बोलना है जय सभी देवी देवताओं की, जय सभी संतो की जय सभी पितरों की जय|

इसके बाद आपको वहीं पर जमीन पर बैठकर माता काली की आरती या फिर माता काली की चालीसा का पाठ करना है| पाठ पूरा होने के बाद आपको माता काली के चरणों में प्रणाम करना है और आपने जो पानी लिया है उसमें आपको अच्छत डालना है|

और फिर इस पानी को ले जाकर माता काली के चरणों में या फिर आसपास स्थित किसी नीम के पेड़ में डाल देना है और फिर मन ही मन माता काली से हाथ जोड़कर अपनी मनोकामना को पूरी होने की अरदास लगानी है|

लगातार ऐसा कुछ महीनों तक करने से निश्चित ही माता काली आप पर प्रसन्न होंगी और आपकी सभी मनोकामना को पूरी करेंगे|

घर पर पूजा के समय रखने वाली सावधानियां Precautions to be kept while worshiping at home

 

माता दुर्गा के सभी स्वरूपों में से एक उग्र माता काली की घर पर पूजा करने से आदमी को जल्दी लाभ प्राप्त होते हैं, परंतु इनकी आराधना करते समय आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होता है|

जैसे अगर आप इनकी आराधना किसी इच्छा को पूरी करवाने के लिए कर रहे हैं, तो आपका मन बिल्कुल साफ होना चाहिए| आपके मन के अंदर किसी भी प्रकार का छल कपट नहीं होना चाहिए|इसके अलावा आपको इनकी आराधना करते समय साफ-सफाई का भी विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए|

क्योंकि यह एक सात्विक देवी मानी जाती है,इसीलिए इन्हें गंदगी पसंद नहीं है|आप सामान्य तौर पर इनकी नियमित तौर पर पूजा कर सकते हैं परंतु अगर हम किसी विशेष मुहूर्त के बारे में बात करें तो माता काली की आराधना करने के लिए आधी रात का समय या फिर अमावस की रात बहुत ही उत्तम माना जाती है इस दिन तांत्रिक लोग भी माता काली की साधना करते हैं|

शास्त्रों के अनुसार अगर आप रोजाना माता काली की आराधना करते हैं, तो आपको कुछ समय के बाद किसी पराशक्ति का अनुभव हो सकता है| परंतु आपको उससे घबराना नहीं है|वह पराशक्ति केवल एक तरह की शक्ति होती है, जो माता काली की आराधना करने के कारण आपकी रक्षा के लिए उत्पन्न हुई है|