शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के 3 फायदे और मंत्र जाने

Shivling par doodh chadhane ke fayde दोस्तों नमस्कार आज हम आप लोगों को शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे बताएंगे दोस्तों शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे बहुत सारे हैं जिनको आज हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताएंगे इससे आप भी अगर शिवलिंग पर दूध चढ़ाते हैं तो इन फायदों को जानकर ही दूध चढ़ा सकते हैं दोस्तों ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय भगवान शंकर बहुत ही प्रसन्न होते हैं और यह भी कहा जाता है.

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कि शिवलिंग पर रुद्राभिषेक करने से हमारे मन की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं दोस्तों मैंने देखा है कि अक्सर लोगों का सवाल होता है कि शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का मंत्र कौन सा है भगवान शंकर को दूध क्यों प्रिय है और शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे कौन-कौन से हैं दोस्तों आज हम इन्हीं विषयों को लेकर चर्चा करने वाले हैं आज हम इन चीजों को लेकर आपको डिटेल में जानकारी देंगे.

जिससे आपको भी पता चल सके दोस्तों पर आपको भी जानना है कि शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे कौन-कौन से हैं तो आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे तो चलिए दोस्तों सबसे पहले शुरू करते हैं कि शिवलिंग पर दूध कैसे चढ़ाएं और फिर शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए

शिवलिंग पर दूध कैसे चढ़ाये ?

सोमवार को शिव मंदिर में जाकर दूध-मिश्रित जल शिवलिंग पर चढ़ाते हुए रूद्राक्ष की माला से ‘ऊँ सोमेश्वराय नमः’ का 108 बार जप करें। साथ ही पूर्णिमा को जल में दूध मिला कर चन्द्रमा को अर्ध्य देते हुए घर-व्यवसाय में उन्नति देने की प्रार्थना करें।

शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए

शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय इस मंत्र का प्रयोग करें अब इसके सामने बैठकर शिवजी (Shivji) के मन्त्र “ॐ दारिद्र्य दुःख दहनाय नमः शिवाय” का जाप करें. मंत्र जप के बाद इस दूध को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें. सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना के बाद दूध का दान करना भी बेहद शुभ माना जाता है.

शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का मंत्र ?

सबसे पहले जब आप शिवलिंग पर जल चढ़ाएं तब इस मंत्र का प्रयोग जरूर करे। शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय इन मंत्रों का प्रयोग करने से बाबा भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं और आपने जो वरदान मांगा है उसको पूरा करेंगे शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का मंत्र मैंने आपको नीचे दिया है उस मंत्र का प्रयोग जरूर करें.

मंत्र

कामधेनुसमुद्भूतं सर्वेषां जीवनं परम् ।
पावनं यज्ञहेतुश्च पयः स्नानाय गृह्यताम् ।।
श्रीभगवते साम्बशिवाय नमः । पयः स्नानं समर्पयामि ।

भगवान शंकर को जल क्यों चढ़ाया जाता है ?

भगवान शिव को जल इसलिए चढ़ाया जाता है क्योंकि उन्हें जल अत्यंत प्रिय है और नियम से इसे शिवलिंग पर चढ़ाने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है भगवान शंकर की कृपा पाने के लिए पूरे नियम से शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए.

शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे क्या है ?

  1. शिव जी के रुद्राभिषेक में दूध का विशेष महत्व माना जाता है ऐसा माना जाता है कि दूध से शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है.
  2. सोमवार के दिन दूध का दान करने से आपका चंद्रमा मजबूत धार्मिक मान्यता के अनुसार जी ने चंद्रमा को अपने सर पर धारण किया हैं.
  3. सावन के महीने और सोमवार के दिन शिवलिंग को दूध से स्नान करवाया जाता है माना जाता है कि भगवान शिव को दूध अत्यंत प्रिय है.

शिवलिंग को दूध से स्नान क्यों कराया जाता है?

वास्तव में उसके पीछे भी एक कहानी है मुद्र मंथन की पूरी कथा विष्णु पुराण और भागवत कथा में वर्णित है जिसमें एक कथा मिलते हैं उस कथा के अनुसार मुद्र मंथन के दौरान विष की उत्पत्ति हुई थी तो पूरा संसार इसके तीव्र प्रभाव में आ गया था.

जिस कारण सभी लोग भगवान शिव की शरण में आ गए क्योंकि विष की तीव्रता को सहने की ताकत केवल शिव भगवान के अंदर ही थी भगवान शिव ने बिना किसी भय के संसार के कल्याण हेतु विषपान कर लिया था विष की तीव्रता इतनी थी कि भगवान शिव का कंठ नीला हो गया था. विष की तीव्रता इतनी थी कि भगवान शिव को शांत करने के लिए जल की शीतलता भी कम पड़ गई.

तभी सभी देवताओं ने उन्हें दूध ग्रहण करने के लिए कहा लेकिन अपने जीवन मात्र की चिंता के स्वभाव के कारण भगवान शिव ने दूध से उनके द्वारा ग्रहण करने की आज्ञा मांगी भगवान से शीतल और निर्मल दूध ने शिव के इस विनम्र निवेदन को स्वीकार कर लिया भगवान शिव ने उस दूध को ग्रहण किया दूध को ग्रहण करने के बाद उनकी तीव्रता काफी हद तक शांत हो गई.

शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सही तरीका ?

  • शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय जल को बैठकर चढ़ाएं.
  • शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय जल में कुछ और ना मिलाएं. और जल को ज्यादा तेज से ना चढ़ाएं.

शिवलिंग की पूजा

भगवान शिव की पूजा आपको किस प्रकार करनी है हम आपको इसमें बताएंगे भगवान शिव जो है वह बहुत ही कम सामग्री में प्रसन्न हो जाते हैं भगवान भोलेनाथ घर पर भी प्रसन्न हो जाते हैं अगर किसी विशेष मनोकामना के लिए आपको भोलेनाथ की पूजा करनी है तो आपको शिवलिंग में जाना ही चाहिए जैसे कि आप के आस पास कोई बाबा भोलेनाथ का मंदिर हो बाबा भोलेनाथ की पूजा करने का शुभ दिन सोमवार को माना जाता है.

  • रोज सुबह उठकर स्नान करके भगवान भोलेनाथ का स्मरण करते हुए भक्त व्रत एवं उपवास का पालन करते हुए और भगवान का भजन करते हुए पूजा की शुरुआत करें
  • पूजा की शुरुआत सबसे पहले जल दूध धतूरा आदि चढ़ाएं उसके बाद सुपारी पंचामृत नारियल और बेलपत्र चढ़ाई और माता पार्वती को सोलह श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं
  • उसके बाद तिल के तेल का दीपक जलाएं और धूपबत्ती जरा कर आरती उतारे
  • उसके बाद ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें.
  • पूजा के अंत में शिव चालीसा एवं शिवजी की आरती जरूर पढ़ें तभी आपकी पूजा संपन्न मानी जाएगी और पूजा समाप्त होते ही प्रसाद का वितरण करते हैं.
  • व्रत करने वाले को दिन में एक बार भोजन करना चाहिए और दिन में दो बार और शाम भगवान शिव की प्रार्थना करनी चाहिए.

FAQ :शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे

शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

"ॐ दारिद्र्य दुःख दहनाय नमः शिवाय" का जाप करें. मंत्र जप के बाद इस दूध को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें.

शिवलिंग पर किस दिन क्या चढ़ाना चाहिए?

कुछ लोगो के मन में शंका होता है. की शिवलिंग पर शाम को जल चढ़ाना चाहिए या नहीं. लेकिन हम आपको बता रहे है. की जी हां, शाम के समय भी शिवलिंग पर जल चढ़ाया जा सकता हैं.

शिवजी को धतूरा चढ़ाने से क्या होता है?

शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाने का मतलब यही कि अपने मन से कड़वाहट का संकल्प लेना।

निष्कर्ष

दोस्तों जैसे कि आपने देखा मैंने आज आपको शिवलिंग पर दूध चढ़ाने के फायदे बताएं और यह भी बताया कि शिवलिंग पर दूध चढ़ाने का मंत्र कौन सा होता है और शिवलिंग पर दूध कैसे चढ़ाएं तो दोस्तों आपको यह जानकारी इस आर्टिकल में मिल गई होगी और उम्मीद करते हैं कि आपको अच्छी भी लगा होगा कि भगवान भोलेनाथ को दूध क्यों पसंद है।

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