हनुमान जी के Top 5 चमत्कारिक मंदिर जहाँ सभी मनोकामना पूरी होती है ! 5 miraculous temples of Hanuman ji where all wishes are fulfilled !

हनुमान जी को भगवान श्री राम का परम भक्त कहा जाता है, क्योंकि जब भगवान श्रीराम 14 साल के लिए वनवास गए थे, तब हनुमान जी ने उनका पल पल साथ दिया था| यहां तक कि माता सीता को खोजने के लिए भी हनुमान जी ने अपनी पूरी शक्ति लगा दी थी और अपनी शक्ति और पराक्रम के बल पर ही उन्होंने लंका में जाकर कई राक्षसों का वध करके माता सीता का पता लगाया था और उनकी जानकारी भगवान श्रीराम को दी थी|

भगवान श्री राम हनुमान जी को अपना सेवक कम अपना सखा और मित्र अधिक मानते थे| इसीलिए भगवान श्री राम के जहां-जहां भी मंदिर है, वहां पर मंदिर में स्थित भगवान श्री राम की मूर्ति के साथ हनुमान जी की मूर्ति भी अवश्य होती है|अगर हम यह कहे कि भगवान श्री राम और भगवान हनुमान जी दो जिस्म एक जान थे तो उसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी|

हनुमान भगवान को कलयुग का जागृत देवता कहा जाता है, क्योंकि जब भगवान श्री राम माता सीता सहित वैकुंठ जा रहे थे, तब भगवान हनुमान जी ने भी उनके साथ वैकुंठ जाने की इच्छा प्रकट की थी तब भगवान श्रीराम ने हनुमानजी को अमरता का वरदान दिया था और उनसे कहा था कि आपकी कलयुग में मुझसे भी ज्यादा पूजा होगी और लोग आपकी कृपा प्राप्त करेंगे|

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इसीलिए आपको कलयुग में भी रहना होगा और तब से ही भगवान हनुमान जी अदृश्य तौर पर कलयुग में भी विराजमान है और अपने भक्तों की इच्छा पूरी करने का और उनके सभी संकटों को हरने का काम कर रहे हैं|

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भगवान श्री राम के भक्त हनुमान जी कि अगर आप सच्चे श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं, तो यह आपसे अवश्य प्रसन्न होंगे और आपकी सभी इच्छाओं को पूरा करेंगे|परंतु हमारे भारत देश में कुछ जगह ऐसी है, जहां पर साक्षात हनुमान जी विराजमान है और वहां पर जाकर दर्शन करने वाले लोगों की मनोकामना पूरी होती है,ऐसा भक्तों का मानना है|

इसीलिए अगर आप की भी कोई मनोकामना है तो आपको हम आज जिन मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं, वहां एक बार जाने की कोशिश अवश्य करनी चाहिए| ऐसा करने से आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी|

हम आपको नीचे जिन मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं वह हमारे भारत में काफी प्रसिद्ध हनुमान जी के मंदिर हैं और जो भक्त सच्चे मन से इस जगह पर जाता है उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती  साथ ही आपके सभी कार्य सिद्ध होने लगते है | आइये जानते है हनुमान जी के 5 चमत्कारी मंदिरो के विषय में|

विन्ध्याचल वाले हनुमान जी का मंदिर Hanumam Temple of Vindhyachal

हमारी लिस्ट में पहला नाम आता है विंध्याचल पर्वत के पास स्थित हनुमान मंदिर का|इस हनुमान मंदिर को बंधवा हनुमान मंदिर कहा जाता है और यह इसी नाम से पूरे भारत भर में प्रसिद्ध है|यह विंध्याचल पर्वत के पास स्थित है|

यहां पर जाने वाले भक्त हनुमान जी को बंधवा हनुमान जी के नाम से बुलाते हैं|यहां पर ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी बाल रूप में यहां पर एक पेड़ से प्रकट हुए थे और ऐसा भी माना जाता है कि यहां हनुमान जी अपने आप बड़े होते जा रहे हैं|

कई लोग शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए हनुमान जी के इस मंदिर में आते हैं और हनुमान जी से शनि दोष से मुक्ति पाने की अरदास लगाते हैं और इसका उन्हें चमत्कारी परिणाम भी देखने को मिलता है| कई लोगों ने इस मंदिर में मान्यता मानी थी और उनकी मान्यता पूरी भी हुई है| इसलिए अगर आप की भी कोई मान्यता है तो आपको इस मंदिर में अवश्य जाना चाहिए|

चंदौली के कमलपुरा में स्थित बरगद वाले हनुमान जी का मंदिर Hanumam Temple of Chandualis Kamalpura

हनुमान जी का यह मंदिर उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के कमालपुरा में स्थित है| यहां पर ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी इस जगह पर एक बरगद के पेड़ से प्रकट हुए थे| यहां पर हनुमान जी की खंडित मूर्ति भी है|

वैसे तो हमारे हिंदू धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा करना सही नहीं माना गया है, परंतु यहां पर हनुमान जी प्राकृतिक रूप से प्रकट हुए थे, इसीलिए लोगों में इस स्थान को लेकर काफी गहरी धार्मिक लगाव है|

ऐसी मान्यता है कि जब भगवान हनुमान जी यहां पर प्रकट हुए थे, तो उनके मस्तक पर सोने का मुकुट था और एक व्यापारी ने सोने की लालच में आकर हनुमान जी के मस्तक को काट दिया था परंतु जैसे ही व्यापारी ने हनुमान जी के मस्तक को काटा उनके मस्तक से खून बहने लगा, जिसके बाद व्यापारी डर कर वहां से भागने लगा और रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई, तभी से हनुमान जी की खंडित प्रतिमा की पूजा ही यहां पर होती है|

झांसी में स्थित हनुमान मंदिर Hanuman Temple of Jhansi

हनुमान जी का यह चमत्कारिक मंदिर उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में स्थित है| हनुमान जी के इस मंदिर में चारों तरफ पानी ही पानी बिखरा होता है, परंतु आज तक कोई भी यह बात नहीं जान पाया है कि आखिर यह पानी आता कहां से हैं|

हनुमान जी की पूजा भी इसी पानी के बीच ही की जाती है| एक बार इस मंदिर में स्थित हनुमान जी की मूर्ति से आंसू बहने लगे थे, तो उनके भक्तों ने यहां पर भजन-कीर्तन किया था,जिसके बाद हनुमान जी की मूर्ति से आंसू बहने बंद हो गए थे|यहां पर आने वाले अधिकतर लोग चर्म रोग और नेत्र रोग से छुटकारा पाने के लिए भगवान हनुमान जी की पूजा करते हैं|

प्रयाग में संगम किनारे स्थति लेटे हुए हनुमान जी Hanuman Temple of Prayagraaz

हनुमान जी का यह अद्भुत मंदिर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में स्थित है| ऐसा माना जाता है कि जब लंका में रावण के साथ हनुमान जी का युद्ध हुआ था, तो हनुमान जी प्रयागराज में आकर काफी थक गए थे और उन्होंने यहां पर लेट कर आराम किया था|

उस समय हनुमान जी इतने थक गए थे कि, उन्होंने यहीं पर अपनी जीवन लीला समाप्त करने का मन बना लिया था, परंतु तब उन्हें माता सीता ने सिंदूर का लेप लगाकर ठीक किया था और तब से ही जो भक्त अपनी मनोकामना को लेकर यहां पर आकर हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाता है उसकी सभी मनोकामना पूरी होती हैं|

कानपुर स्थित हनुमान मंदिर hanuman Temple of Kanpur

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हनुमान जी का यह चमत्कारिक मंदिर भी उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में स्थित है|इस मंदिर को पंचमुखी मंदिर भी कहा जाता है| इस मंदिर के पीछे ऐसी मान्यता है कि जब हनुमान जी और लव कुश का युद्ध हुआ था, तो युद्ध में हारने के बाद माता सीता ने हनुमान जी को यहां पर भोजन कराया था| इसलिए जो भक्त यहां पर जाकर हनुमान जी की पूजा करता है और उन्हें प्रसाद में लड्डू चढ़ाता है, उनकी मनोकामना भी अवश्य पूरी होती है|