Vigyapan kya hai aur iska kya mahatva hai ? दोस्तों, इस पृथ्वी पर जिस प्रकार से हर एक इंसान वायु यानी हवा से गिरा हुआ है उसी तरह से वर्तमान समय में हर एक व्यक्ति विज्ञापन से भी गिरा हुआ है । जिस प्रकार से हमें जीवन जीने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है ठीक उसी तरह से किसी भी कंपनी या बिजनेस को विज्ञापन की जरूरत पड़ती है बिना विज्ञापन के आज की इस दुनिया को सोचा ही नहीं जा सकता ।
सुबह होने के साथ ही हम चाय की चुस्की लेने के साथ-साथ समाचार पत्र या फिर किसी दूसरे माध्यम के जरिये विज्ञापन (प्रचार) को देख रहे होते हैं । जब भी आप अपने किसी पसंदीदा टीवी सीरियल या फिल्म को देखते हैं तो उसके बीच में कुछ देर का ऐड (विज्ञापन ) दिखाया जाता है । आखिर यह ऐड क्या होता है, आज के इस लेख में मैं आपको बताऊंगा कि विज्ञापन क्या है इसकी आवश्यकता हमें क्यों पड़ती है इसके क्या महत्व है और यह कितनी तरह के होते हैं ।
विज्ञापन का नाम सुनते ही आपके दिमाग में एक सतरंगी दुनिया दिखाई देने लगती होगी जाहिर सी बात है क्योंकि आज हम सभी चारों तरफ किसी न किसी कंपनी, बिजनेस चाहे छोटा हो या बड़ा उनके विज्ञापन हर तरफ देखने को मिलते हैं। एक सर्वे के अनुसार कोई भी सामान्य व्यक्ति 1 दिन में लगभग 5000 से भी ज्यादा एडवरटाइजिंग मैसेज को देखता और पढ़ता है ।
- 1. विज्ञापन क्या है ? | Advertisement kya hai
- 2. विज्ञापन की क्या परिभाषा है ? | Definition of advertising
- 2.1. 1. डॉ अर्जुन तिवारी के अनुसार
- 2.2. 2. डॉ. एम. बाउस के अनुसार
- 2.3. 3. रामचंद्र वर्मा के अनुसार
- 2.4. 4. रोजर रीवज के अनुसार
- 2.5. 5. जेम्स ए लिटिलफिल्ड
- 3. विज्ञापन का क्या महत्व है ? Importance of advertising
- 3.1. 1. नए वस्तु की जानकारी देना
- 3.2. 2. विक्रेता को लाभ
- 3.3. 3. बाजार का निर्माण
- 3.4. 4. राष्ट्र हित के लिए
- 3.5. 5. जीवन के स्तर को ऊंचा करने में सहायक
- 4. विज्ञापन के कौन कौन से माध्यम हैं ?
- 4.1. 1. समाचार पत्र
- 4.2. 2. रेडियो
- 4.3. 3. टेलीविजन
- 4.4. 4. ऑनलाइन विज्ञापन
- 4.5. 5. दुकान
- 5. विज्ञापन कितने प्रकार के होते हैं ?
- 6. विज्ञापन के क्या लाभ हैं ?
- 7. विज्ञापन से क्या नुकसान हैं ?
- 8. निष्कर्ष
विज्ञापन क्या है ? | Advertisement kya hai
विज्ञापन यानी प्रचार को व्यवसायिक तौर पर अगर हम समझना चाहे तो यह कह सकते हैं कि ग्राहकों को अपनी वस्तु के बारे में जानकारी देकर उसे अपनी ओर आकर्षित करना ही विज्ञापन कहलाता है। विज्ञापन ( प्रचार )को अगर आसान भाषा में समझे तो यह कह सकते हैं कि दुकानदार द्वारा अपनी किसी भी वस्तु के बारे में ग्राहक को जानकारी देकर उस वस्तु को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना ही विज्ञापन कहलाता है ।
विज्ञापन के जरिए वस्तुओं, सेवाओं और विचारों को काफी ज्यादा बढ़ावा मिलता है। आजकल पूरी दुनिया में वस्तुओं और उनसे संबंधित जानकारी देने का महत्व बढ़ता ही जा रहा है। वर्तमान समय में सोशल मीडिया होने की वजह से किसी भी वस्तु का प्रचार करना बड़ा ही आसान हो गया है । आप अपनी किसी भी विज्ञापन को कुछ ही समय में लोगों तक पहुंचा सकते हैं ।
बहुत से देशों में विज्ञापन मीडिया का सबसे बड़ा आय स्रोत होता है जैसे कि समाचार पत्र , पत्रिकाएं, रेडियो , इंटरनेट ,प्रेस और कई बार तो लोगों के माध्यम से भी विज्ञापन कराया जाता है ।
अंग्रेजी में विज्ञापन को ‘Advertising’ शब्द से जाना जाता है। Advertising शब्द लैटिन शब्द के ‘Advertere’ से बना है जिसका अर्थ है ‘मस्तिष्क का केन्द्रीभूत होना’ । सरल शब्दों में कहे तो “मस्तिष्क को प्रभावित करना या किसी विशेष वस्तु या व्यक्ति विशेष के प्रति ग्राहक ( उपभोक्ता) के मस्तिष्क को आकर्षित करने का प्रयास करना ही विज्ञापन या प्रचार कहलाता है।”
विज्ञापन ‘वि’और ‘ज्ञापन’ इन दो शब्दों से मिलकर बना है। ‘वि’ का अर्थ ‘विशेष’ तथा ‘ज्ञापन’ का आशय ‘ज्ञान कराना’ या सूचना देना है। इस प्रकार ‘विज्ञापन’ शब्द का शाब्दिक अर्थ है कि “ किसी वस्तु या विचार (बात ) की विशेष जानकारी अथवा सूचना देना।”
विज्ञापन की क्या परिभाषा है ? | Definition of advertising
1. डॉ अर्जुन तिवारी के अनुसार
विज्ञापन मनमोहनी विक्रय (बेचने) की कला है । जो विलासिता की वस्तु को आवश्यक बनाती है ।
2. डॉ. एम. बाउस के अनुसार
एक सीधी कार्यवाही को उकसाने के उद्देश्य से किसी संचार माध्यम में समय या स्थान की खरीद का नाम विज्ञापन हैं।
3. रामचंद्र वर्मा के अनुसार
जिसके जरिये कई लोगों तक महत्वपूर्ण बातों को पहुंचाया जाये जैसे- सूचना पत्र, समाचार पत्र पैम्पलेट, बिक्री आदि के माध्यम से जो सूचना लोगों तक पहुंचाई जाती है उसे ही विज्ञापन कहते हैं।
4. रोजर रीवज के अनुसार
विज्ञापन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के दिमाग में एक विचार को स्थानांतरित ( transfer) करने की कला है ।
5. जेम्स ए लिटिलफिल्ड
विज्ञापन सूचना का जन-संचार हैं। जिसका उद्देश्य ग्राहकों को समझाना व जीतना होता है ताकि विज्ञापनकर्ता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके ।
विज्ञापन का क्या महत्व है ? Importance of advertising
विज्ञापन के जरिए ग्राहक और वस्तु को आपस में जोड़ने का प्रयास किया जाता है। विज्ञापन के महत्व को हम निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं –
1. नए वस्तु की जानकारी देना
आज के समय में आए दिन कोई ना कोई नई चीज बनती है कोई ना कोई नया उत्पाद(product) बनाया जाता है । विज्ञापन के जरिए इन नए उत्पाद की जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाती है, जैसे कि समाचार पत्र, पत्रिकाएं आज के दौर में सोशल मीडिया , टेलीविज़न इन सब के माध्यम से लोगों तक किसी भी वस्तु या विचार को पहुंचाया जाता है। साथ ही उसके बारे में और भी जानकारियां जैसे की गुण दोष इन सब के बारे में भी बताया जाता है।
2. विक्रेता को लाभ
विज्ञापन के जरिए से केवल वस्तु को खरीदने वाले ग्राहक को ही नहीं लाभ होता बल्कि वस्तु को बेचने वाले दुकानदार को भी लाभ मिलता है ।
विज्ञापन के होने की वजह से बार-बार किसी भी वस्तु के बारे में दुकानदार को समझाना नहीं पड़ता है और उसे सामान बेचने में आसानी हो जाती है । इस तरह से खरीदने वाले और बेचने वाले दोनों को लाभ मिलता है ।
3. बाजार का निर्माण
विज्ञापन के माध्यम से नई वस्तु की जानकारी और उसकी उपयोगिता के बारे में लोगों को बताया जाता है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उस वस्तु के प्रति आकर्षित होते हैं और उसे अपने उपयोगिता में लाते हैं। इस प्रकार से ज्यादा से ज्यादा लोग वस्तु का इस्तेमाल करने लगते हैं और बाजार का निर्माण होता है।
इसको हम उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं जैसे पहले की समय में किसी विशेष जगह पर विशेष दिन बाजार यानी हाट लगती थी लेकिन आज के समय में आप कहीं भी चले जाइए हर जगह बाजार देखने को मिलती है यह सब विज्ञापन के जरिए ही संभव हुआ है।
4. राष्ट्र हित के लिए
विज्ञापन राष्ट्र हित के लिए भी कम योगदान नहीं देता है। विज्ञापन उत्पादन (productivity) के प्रति लोगों को जागरूक बनाता है जिससे देश की अर्थव्यवस्था के विकास में सहयोग मिलता है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले, अंतरराष्ट्रीय समझौते, आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक और ऐतिहासिक मुद्दों को विज्ञापनों के द्वारा जनता के बीच आसानी के साथ पहुंचाया जाता है।
5. जीवन के स्तर को ऊंचा करने में सहायक
विज्ञापन के माध्यम से हमारे समाज के स्तर को ऊंचा उठाया गया है। जैसे कि सर्वशिक्षा अभियान , नारी सशक्तिकरण और भी ऐसे बहुत से अभियान चलाए गए हैं जो विज्ञापन के माध्यम से लोगों तक पहुंचाएं गए हैं और इन विज्ञापनों के जरिए हमारे समाज में एक बहुत बड़ा सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है ।
विज्ञापन के कौन कौन से माध्यम हैं ?
विज्ञापन को लोगों तक पहुंचाने के लिए अनेक प्रकार के माध्यमों का उपयोग किया जाता है जिनमें से कुछ नीचे दिए गए हैं –
1. समाचार पत्र
समाचार पत्र विज्ञापन का काफी जाना माना माध्यम है । बीसवीं सदी की शुरुआत में यह विज्ञापन का सबसे लोकप्रिय माध्यम था । आज के समय में भी काफी हद तक यह पसंद किया जाता है । समाचार पत्र में शादी विवाह , देश विदेश के समाचार बिजनेस , नौकरी आदि से संबंधित विज्ञापन दिए जाते हैं । वर्तमान समय में इंटरनेट के होने की वजह से समाचार पत्र का प्रचलन धीरे-धीरे कम होता जा रहा है ।
2. रेडियो
रेडियो का प्रचलन भी लगभग समाप्त ही हो गया है लेकिन एक समय में रेडियो भी काफी लोकप्रिय विज्ञापन का माध्यम रहा है। इसमें आप विज्ञापन को देख नहीं सकते सिर्फ सुन सकते हैं जिसे कारण यह इतना प्रभावी माध्यम नहीं रह गया है ।
3. टेलीविजन
वर्तमान समय में आप किसी भी घर में चले जाएं तो आपको टेलीविजन जरूर से जरूर मिलेगा। शायद ही कोई ऐसा घर बचा हो जहां टेलीविजन ना हो । टेलीविजन में किसी भी विज्ञापन को बहुत ही कम समय में ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जाता सकता है ।टेलीविजन पर विज्ञापन दिखाने का काफी महंगा चार्ज होता है लेकिन यह बहुत ही प्रभावी विज्ञापन का माध्यम है क्योंकि इसमें आप विज्ञापन को देखने के साथ-साथ सुन भी सकते हैं।
4. ऑनलाइन विज्ञापन
ऑनलाइन विज्ञापन को डिजिटल विज्ञापन भी कहा जाता है इसमें इंटरनेट के जरिए विज्ञापन को दिखाया जाता है। विज्ञापन को दिखाने के लिए फेसबुक एड्स , गूगल एड्स यूट्यूब एड्स और भी बहुत तरह के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का प्रयोग किया जाता है। पिछले दो-तीन सालों में डिजिटल विज्ञापन बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हो गया है और यह विज्ञापन का सबसे तेज माध्यम माना जाता है । और इसका महत्व आने वाले समय में बढ़ता ही जा रहा है।
5. दुकान
ऐसे विज्ञापन जो दुकानों के अंदर किए जाते हैं उन्हें दुकान विज्ञापन कहते हैं । इस विज्ञापन में किसी भी कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर अपने प्रोडक्ट्स को दुकानों पर लेकर जाता है और उसका प्रचार प्रसार करता है ।
विज्ञापन कितने प्रकार के होते हैं ?
विज्ञापन कई प्रकार के होते हैं इनकी कोई निश्चित संख्या नहीं है।
- वर्गीकृत विज्ञापन
- सजावटी विज्ञापन
- समाचार सूचना
- उपभोक्ता विज्ञापन
- औद्योगिक विज्ञापन
- वित्तीय ज्ञापन
- व्यापारिक विज्ञापन
- कृषि संबंधी विज्ञापन
- शिक्षाप्रद संबंधी विज्ञापन
- स्थानीय विज्ञापन
- राष्ट्रीय विज्ञापन
- अंतर्राष्ट्रीय विज्ञापन
विज्ञापन के क्या लाभ हैं ?
- विज्ञापन के माध्यम से किसी भी वस्तु को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है और उनके उपयोग के बारे में लोगों को आसानी से बताया जा सकता है।
- विज्ञापन के माध्यम से ही अलग-अलग वस्तुओं के दुकानदार बिना कहीं जाए ग्राहक से संपर्क कर पाते हैं।
- विज्ञापन नए बाजारों में जाके और नए ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करके वस्तुओं की बिक्री बढ़ाने में सहायता करता है।
- डिजाइनिंग, लेखन, और विज्ञापन जारी करने वाले व्यक्तियों को विज्ञापन रोजगार प्रदान करता है जिससे हमारे देश की बेरोजगारी कम होने में कुछ ना कुछ सहायता तो मिलती ही है ।
- विज्ञापन के द्वारा आज के समय में टेलीविजन हमारी दैनिक आवश्यकता का महत्वपूर्ण साधन बन गया है ।
विज्ञापन से क्या नुकसान हैं ?
- एक तरफ विज्ञापन से जहां हमें कई तरह के लाभ मिलते हैं वही दूसरी तरफ विज्ञापन से कई प्रकार के नुकसान भी होते हैं।
- कई बार ऐसा होता है कि विज्ञापन के जरिए लोगों से पैसे लेने की या पैसे ठगने की कोशिश की जाती है ।
- कुछ लोग विज्ञापन को उपयोगी नहीं मानते हैं। उनका कहना है कि जो वस्तु अच्छी होती है उसे विज्ञापन की जरूरत नहीं पड़ती और जो वस्तु अच्छी नहीं होती है उन्हें ही विज्ञापन के जरिए लोगों को खरीदने के लिए प्रेरित किया जाता है।
- कभी-कभी ऐसा होता है कि जिन उत्पाद, घरेलू सामान, या दवाइयों का विज्ञापन किया जाता है वह नकली होती हैं और यदि कोई व्यक्ति उन्हें खरीद ले तो उससे नुकसान हो सकता है ।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस लेख में मैंने आपको बताया कि विज्ञापन क्या है, इसके क्या महत्त्व हैं, यह कितने प्रकार का होता हैं, इसके लाभ और हानि आदि विषयों के ऊपर हमने चर्चा की है. उम्मीद करता हूँ, कि आपको यह लेख अच्छा लगा होगा और इससे आपको कुछ न कुछ जानकारी जरुर मिली होगी. ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहिये.