Khana khane ki dua हेलो दोस्तों आज केआर्टिकल में हम आप लोगों को बताएंगे कि खाना खाने के बाद कौन सी दुआ पढ़ी जाती है और खाना खाने का इस्लामिक तरीका क्या होता है.
इसके आदाब क्या होते हैं किस तरीके से खाना खाना चाहिए इन सब के बारे में आज हम आप लोगों को बहुत ही विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे इसके लिए आपको हमारे इस आर्टिकल को लास्ट तक पढ़ना होगा तभी आप लोगों को यह सारी जानकारी आसानी से मिल सकेगी.
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आप लोगों को खाना खाने की दुआ और खाना खाने का तरीका और खाना खाने के बाद की दुआ भी बताई है इसलिए आप मेरे आर्टिकल को लास्ट तक पढ़े आपको इन सारी दुआओं के बारे में मालूमात हो जाएगी.
तो आईए जानते हैं खाना खाने की दुआ और खाना खाने के आदाब (तरीका) क्या होता है.
खाना खाने की दुआ इंग्लिश में
“Bismillah hirrahman nirraheem”
खाना खाने की दुआ हिंदी में | Khana khane ki dua hindi me
बिस्मिला हिर्रह्मनिर रहीम
खाना खाने के बाद की दुआ इंग्लिश में | khana khane ke dua in english
“Alhamdulillahillazi atamana wa sakaana wa ja alna minal muslimeen”
खाना खाने के बाद की दुआ हिन्दी में | khana khane ke baad ki dua
अल्हम्दु लिल्लाहिल लजि अत अमना वा सकाना वजा अलना मिनल मुस्लिमीन।
खाना खाने के आदाब (तरीका)
दोस्तों हम आपको खाना खाने के आदाब बताएंगे कि किस तरीके से आप लोगों को खाने की शुरुआत करनी चाहिए और किस तरीके से खाने को खाना चाहिए दोस्तों खाना खाने का तरीका आइए जानते हैं खाना खाने का सही तरीका हमारे इस्लाम में कैसा होता हैं.
- खाना खाने से पहले अपने दोनों हाथों को अच्छी तरीके से दूर ले और कुल्ली कर ले।
- दाहिने हाथ से खाना खाना शुरू करें अगर किसी को खाना देना हो तो भी दाहिने हाथ का ही इस्तेमाल करें बाएं हाथ से खाना या पानी देना हराम माना जाता है।
- दस्तरखान को बिछाकर खाना खाने की शुरुआत करें.
- खाना खाने की दुआ को पढ़ें.
- अपने सामने का खाना खाए किसी के सामने से कोई भी चीज ना उठाए जब वह उस चीज को ले नहीं लेता तब उसके सामने से वह चीज उठाएं.
- आप सबके साथ बैठकर खाना खा रहे हैं तो ध्यान दें कि उनमें जो सबसे बुजुर्ग हो वह सबसे पहले खाने की शुरुआत करें तभी आप खाने की शुरुआत करें उससे पहले नहीं
- और खाने को बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़कर शुरू करें।
- एक साथ इकट्ठे बैठकर खाना खाएं जितने ज्यादा लोग इकट्ठे बैठकर खाना खाते हैं उतनी ही ज्यादा बरकत खाने में होती है इसलिए घर के हर फर्द को इकट्ठे बैठकर खाना खाना चाहिए।
- दीवाल का या फिर किसी और चीज का सहारा लेकर या टेक लगाकर खाना नहीं खाना चाहिए।
- खाने में कोई भी ए बना निकाले अगर खाने में नमक कम है तो चुपचाप नमक को डाले लेकिन किसी से यह ना कहे कि खाने में नमक कम है या खाना अच्छा नहीं है।
- अपने मुंह को बंद कर कर खाना खाएं ताकि खाना खाते वक्त जो आवाज आती है वह ना आए
- लड़कियों के लिए यह फर्ज है कि वह अपने सर के बालों को ढक कर खाना खाएं ऐसे खाना खाने से उनको जवाब नहीं मिलता है और उनके खाने से बरकत भी उठ जाती है।
- जमीन पर बैठकर खाना खाए औरतों को चहिए को वो पलथी मार कर खाना ना खाएं लेकिन मर्द को पलथी मार कर खाना खाने की इजाजत है।
- बहुत ज्यादा गर्म खाना नहीं खाना चाहिए
- जिसने खाना पकाया है उसको खाने में शामिल करना या उसको खाने में से कुछ अलग से दे देना यह सुन्नत तरीका होता है
- वक्त अगर कोई निभाना जमीन पर गिर जाए तो उसे उठाकर साफ करके खा लेना
- आने के दरमियान अगर कोई आ जाए तो उसे खाने के लिए कहना और उसे खाना खिलाना
- खाना खाने के बाद हाथ को धूल ना और कुल्ले करना खाना खाने के बाद की दुआ पढ़ना
- पहले दस्तरख्वान को उठाएं और फिर खुद उठे।
- दस्तरख्वान को उठाते वक्त दस्तरखान उठाने की दुआ पढ़े।
निष्कर्ष
उम्मीद करते हैं दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल आप लोगों को काफी पसंद आया होगा इस आर्टिकल में हमने आप लोगों को खाना खाने की दुआ से लेकर khana khane ke baad ki dua और तरीका और खाना खाने के वक्त क्या करना चाहिए इसके बारे में भी बताया है.
इसलिए आपको चाहिए कि आप खाना खाते वक्त किन बातों का ध्यान रखें जिससे आपके खाने में और आपके घर में बरकत होगी। अगर आपको खाना खाने की दुआ या फिर दस्तरखान उठाने की दुआ नहीं याद है.
तो उसे याद कर ले क्योंकि खाना खाते वक्त और खाना खाने के बाद दुआ को जरूर पढ़ लिया करें इससे अल्लाह से खुश होता है कि हमारे बंदे ने हमारे दिए गए खाने को खाने से पहले हमको याद किया है,
और हमारा शुक्र अदा किया है और खाना खाने के बाद भी हमें याद किया है इसलिए अपने रब को जरूर याद कर लिया करें.