कुंभ राशि उपाय : सुख-सम्पति और धन प्राप्ति के 5 आसान उपाय | कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय : Kumbh rashi dhan prapti ke upay

कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय Kumbh rashi dhan prapti ke upay : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं आप लोगों को इस लेख के माध्यम से कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय टॉपिक से संबंधित जानकारी प्रदान करूंगी. जिसमें मैं कुंभ राशि वालों को धन प्राप्ति उपाय की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ इन उपायों को किस दिन, किस समय, किस विधि के द्वारा करना है इसके विषय में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे.

कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय Kumbh rashi dhan prapti ke upay

क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी समस्या के समाधान के लिए कोई भी उपाय अपनाने से पहले उस उपाय को करने का शुभ समय ,शुभ दिन, और संपूर्ण विधि मालूम होने चाहिए तभी वह उपाय शुभ फल देता है. क्योंकि चाहे ज्योतिष शास्त्र हो या फिर तंत्र मंत्र शास्त्र हो दोनों शास्त्रों में हर एक समस्या के लिए अलग-अलग प्रकार के उपायों का निर्माण किया जाता हैजिनको करने का अलग दिन अलग समय और अलग अलग विधि होती है ,

इसीलिए हम यहां पर कुंभ राशि वालों को धन प्राप्ति के कुछ उपाय बताने के साथ-साथ इन उपायों को करने का शुभ दिन, शुभ समय, और संपूर्ण विधि ,आदि को ध्यान में रखते हुए यह जानकारी विस्तार पूर्वक से बताएंगे ऐसे में अगर आप लोगों की राशि कुंभ है और आप लोग धन प्राप्ति के उपाय की जानकारी विधिवत रूप से प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया करके इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय | Kumbh rashi dhan prapti ke upay

ज्योतिष शास्त्र में कुंभ राशि को महत्वपूर्ण राशि मना है क्योंकि इस राशि के प्रमुख स्वामी शनि ग्रह है जो सभी ग्रहों के प्रमुख देवता माने गए हैं इसीलिए जब भी शनि ग्रह कुंभ राशि के जातक जातिका की कुंडली में अपनी अशुभ छाया डालते हैं तो कुंभ राशि के जातक जातिका के जीवन में हर कार्य अशुभ होते हैं और उन्हें तमाम प्रकार के शारीरिक कष्ट और आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है

ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह के अशुभ प्रकोप से बचने के साथ साथ घर की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें अपनाने से शनि ग्रह के अशुभ छाया से बचने के साथ-साथ धन प्राप्ति कई सारे मार्ग नजर आने लगेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वह उपाय कुछ इस प्रकार के हैं जैसे :

1. शनिवार का व्रत करें

ज्योतिष शास्त्र का कहना है जब कुंभ राशि के जातक जातिका के जीवन में शनि ग्रह की साढ़ेसाती चलती है तो इन लोगों को आर्थिक तंगी के समस्या का सामना करना पड़ता है ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह की साढ़ेसाती को कम करने के लिए शनिवार का व्रत रखने की सम्पूर्ण विधि इस प्रकार से बताई है जैसे :

Shani Dev

  • शनिवार के दिन प्रातकाल उठकर घर की अच्छे से साफ सफाई करें उसके पश्चात स्नान करके काले वस्त्र धारण करें.
  • उसके बाद घर के पश्चिम दिशा में शनि देव की मूर्ति स्थापित करने के लिए चौकी की व्यवस्था करें.
  • चौकी सजाने के बाद शनि ग्रह की लोहे की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराकर साफ कपड़े से पोंछ कर चौकी पर स्थापित कर दें.
  • मूर्ति स्थापना के पश्चात आप पूजा की सारी सामग्री पूजा स्थल पर इकट्ठा करें पूजा की सामग्री के लिए खास तौर से काले तिल, काली उड़द की दाल, कमल का फूल ,धूपबत्ती अगरबत्ती, काले वस्त्र, सरसों के तेल आदि सामग्री को इकट्ठा करें .
  • सारी सामग्री इकट्ठा करने के पश्चात आप शनि प्रतिमा के सामने धूपबत्ती ,अगरबत्ती, जला दें और फिर इन्हें उड़द की दाल काले तिल, कमल का फूल, और काले वस्त्र अर्पित करते हैं.
  • सभी वस्तुएं अर्पित करने के पश्चात आप शनि प्रतिमा के सामने सरसों के तेल का दीया जलाएं .
  • उसके बाद हाथ जोड़कर व्रत में व्रत रखने का संकल्प लें और शनि भगवान से प्रार्थना करें हे, ईश्वर हमें इतनी क्षमता प्रदान करें कि हम अपना व्रत पूर्ण रूप से बिना किसी समस्या के सफल कर सकें.
  • ऐसी प्रार्थना करने के पश्चात आप शनि ग्रह की आरती करें.

शनि देव की आरती

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।
सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥
जय जय श्री शनि देव….

श्याम अंग वक्र-दृ‍ष्टि चतुर्भुजा धारी।
नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥
जय जय श्री शनि देव….

क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी।
मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥
जय जय श्री शनि देव….

मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी।
लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी॥
जय जय श्री शनि देव….

देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी।
विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी॥
जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी ।

  • शनि देव की आरती करने के पश्चात आरती का धुआं घर के चारों तरफ फैला दें ताकि घर में विद्यमान नकारात्मक शक्तियां घर से बाहर निकल जाए और खुद आरती लेकर फिर से उस आरती को शनिदेव की प्रतिमा के समक्ष रखें.
  • शनि देव की आरती करने के पश्चात आप शनि प्रतिमा के सामने आसन लगाकर शनि बीज मंत्र का 21 बार जाप करें.

शनि बीज मंत्र

ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:

  • बीज मंत्र जाप प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात आप शनि चालीसा का पाठ करें.
  • इस तरह से शनिवार की प्रातः काल की पूजा संपन्न हो जाती है और आप पूरा दिन इसी तरह से शनि देव को ध्यान करें और इस दिन आप भोजन ना करें फिर सूर्य अस्त होने से पहले आप पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों का तेल से दीपक जलाएं और सरसों के तेल को जल अर्पित करें उसके पश्चात घर में आकर शनि प्रतिमा के सामने सरसों का दीपक जलाएं.
  • संध्याकाल आप शनि ग्रह को काले तिल या फिर उड़द की दाल की खिचड़ी का भोग लगाएं.
  • संध्या काल पूजा के पश्चात आप जमीन पर या फिर लकड़ी के तखत पर सोए.
  • शनिवार का व्रत रखने के दौरान आप स्त्री के साथ संभोग करने से बचें, किसी से झूठ ना बोले, किसी को कटु वचन ना बोले, इस दिन काले वस्त्र धारण करें, किसी प्रकार का भोजन ना करें ,और रात को पानी पीकर सो जाए.
  • अगली सुबह उठकर आप स्नान आदि से निवृत हो जाए. उसके पश्चात प्रातः काल शनिदेव की विधिवत रूप से पूजा अर्चना करें पूजा करने के पश्चात आप शनि ग्रह से हाथ जोड़कर अपने समस्त दुख अपने शब्दों में बताएं और अपनी मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें इतना सब कुछ करने के पश्चात शनि ग्रह से संबंधित दान और प्रसाद को आसपास लोगों में प्रसाद के रूप में बांटे.
  • लोगों को प्रसाद बांटने के पश्चात आप भी उस प्रसाद को ग्रहण करें और अपना व्रत तोड़े.
  • इतनी प्रक्रिया के बाद शनिदेव का व्रत पूर्ण रूप से सफल हो जाता है और फिर व्यक्ति के समस्त कष्टों का निवारण हो जाता है.

2. शाम को घर की प्रथम चौखट पर दीपक जलाएं

ज्योतिष शास्त्र का कहना है धन प्राप्ति के लिए हर किसी को शाम को सोने से पहले घर की अच्छे से साफ सफाई करनी चाहिए और फिर सोने से पहले घर की प्रथम चौखट पर शुद्ध देशी घी का दीपक या फिर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए, प्रतिदिन ऐसा करने से घर में सकारात्मक शक्तियां विद्यमान होती हैं और फिर धीरे-धीरे सभी कष्टों का निवारण हो जाता है.

3. तुलसी के पौधे को जल अर्पित करें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे में माता लक्ष्मी का वास होता है इसलिए धन प्राप्ति के लिए तुलसी के पौधे की विधिवत रूप से पूजा करनी चाहिए और पीतल के लोटे से इन्हें जल अर्पित करना चाहिए ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, साथ में नियमित रूप से तुलसी के पौधे को जल अर्पित करने से मानसिक तनाव की समस्या नहीं होती है और व्यक्ति के मन में धार्मिक विचार और शुभ अशुभ कार्य की पहचान होने लगती है.

4. शिवलिंग पर जल अर्पित करें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाता है तो उस व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी का अभाव महसूस नहीं होता है तथा उस व्यक्ति के जीवन में सदैव महादेव और माता पार्वती की कृपा दृष्टि बनी रहती है.

shivling

ऐसे में अगर आपके भी घर में धन की कमी का अभाव है तो आप प्रतिदिन नहीं तो हर सोमवार को शिवलिंग पर जल जरुर चढ़ाएं तो कुछ ही दिनों में आपको धन प्राप्ति के नए रास्ते नजर आएंगे. भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा अर्चना करना भी धन प्राप्ति के लिए बेहद शुभ माना गया है इसीलिए आप उनकी शिवलिंग पर जल चढ़ाने के साथ-साथ इनकी पूजा-अर्चना भी करें.

FAQ : कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय

शनि बीज मंत्र कितनी बार जाप करना चाहिए ?

किसी भी समस्या के समाधान के लिए शनि बीज मंत्र का 180 बार जप करने से समस्या का समाधान प्राप्त होता है.

शनि का कौन सा मंत्र सबसे शक्तिशाली है ?

ऊ:शन्नो देवी रभिष्टय आपो भवन्तु पीपतये शनयो रविस्र वन्तुनः।

यह शनि ग्रह का वैदिक मंत्र है इस मंत्र के जाप से शनि ग्रह के अशुभ प्रकोप से बचा जा सकता है.

कुंभ राशि के प्रमुख देवता कौन है ?

कुंभ राशि के प्रमुख देवता शनि ग्रह को माना गया है जो कि न्याय का ग्रह है यह हर व्यक्ति को उसके कर्म के हिसाब से फल प्रदान करता है.

निष्कर्ष

मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में आप सभी लोगों को कुंभ राशि धन प्राप्ति के उपाय टॉपिक से संबंधित जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है जिसमें हमने हमारे ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि वालों को धन प्राप्ति के उपाय से संबंधित जानकारी प्रदान किया है.

अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को धन प्राप्ति के उपाय को विधिवत रूप से करने की संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी ऐसे में अगर आपकी भी राशि कुंभ है और आप लोग आर्थिक तंगी की समस्या से जूझ रहे हैं तो इस लेख में बताए गए किसी एक उपाय को अवश्य अपनाएं तो आप अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बना पाएंगे.

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