रामायण जी की आरती | Ramayan ji ki aarti : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से ramayan ji ki aarti के बारे में बताने वाले हैं वैसे तो आप सभी लोगों ने रामायण के बारे में सुना ही होगा अधिकतर गांव में रामायण का पाठ हिंदू घर में अवश्य होता है रामायण का पाठ समाप्त होने के बाद ही रामायण जी की आरती की जाती है.
ऐसा माना जाता है कि रामायण जी की आरती करने से भगवान श्री राम और माता पार्वती एवं बजरंगबली हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है . रामायण जी की आरती करने से हृदय को शांति प्राप्त होती हैं और उसी के साथ समस्त खुशियां भी मिलती हैं इसीलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से ramayan ji ki aarti के बारे में बताएंगे.
इसके अलावा रामायण जी की आरती का महत्व क्या है ? रामायण जी की आरती का पाठ कैसे करें ? रामायण जी की आरती के लाभ क्या है ? रामायण जी की आरती के चमत्कारी प्रभाव और रामायण जी की आरती के मंत्र इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे अगर आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ते हैं.
तो आपको इन सारे विषयों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो जाएगी इसीलिए आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
- 1. रामायण जी की आरती के बारे में संपूर्ण जानकारी | Ramayan ki aarti ke bare mein sampurn jankari
- 2. रामायण जी की आरती | Ramayan ji ki aarti
- 3. श्री रामायण जी की आरती कैसे करें ? | Shri Ramayan ji ki aarti kaise karen ?
- 4. रामायण जी की आरती के लाभ | Ramayan ji ki aarti ke Labh
- 5. FAQ : ramayan ji ki aarti
- 5.1. रामायण के असली लेखक कौन है ?
- 5.2. रामायण की रचना कब और किसने की थी ?
- 5.3. रामायण का दूसरा नाम क्या है ?
- 6. निष्कर्ष
रामायण जी की आरती के बारे में संपूर्ण जानकारी | Ramayan ki aarti ke bare mein sampurn jankari
वैसे तो रामायण का पाठ समाप्त होने के बाद ही रामायण जी की आरती की जाती है लेकिन ऐसे भी किसी भी दिन रामायण जी की आरती करके भगवान श्रीराम का पूजन किया जा सकता है रामायण हिंदू धर्म में एक पवित्र ग्रंथ है हमारे हिंदू धर्म में रामायण को एक सर्वश्रेष्ठ ग्रंथ माना जाता है हमारे हिंदू धर्म में रामायण ग्रंथ की विशेष रूप से पूजा की जाती है हर एक व्यक्ति रामायण का पाठ अवश्य करता है।
हिंदू धर्म का पवित्र ग्रंथ रामायण जिसमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के समस्त जीवन के बारे में बताया गया है इस रामायण में प्रभु श्रीराम के गुणों का वर्णन किया गया है रामायण ग्रंथ को महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित किया गया है रामायण को महाकाव्य भी कहा जाता है इस रामायण में 24000 श्लोक और 7 अध्याय हैं.
जो निम्न प्रकार के हैं बालकाण्ड, अयोध्यकाण्ड, अरण्यकाण्ड, सुन्दरकाण्ड, किष्किन्धाकाण्ड, लङ्काकाण्ड और उत्तरकाण्ड इस प्रकार से इस में 7 अध्याय दिए गए हैं अगर आप में से किसी भी व्यक्ति ने प्रतिदिन रामायण के कुछ अंश का पाठ किया तो उसे कई प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे कथाओं के मुताबिक ऐसा कहा जाता है कि रामायण जी की आरती तो हमेशा रामायण का पाठ समाप्त होने के पश्चात ही की जाती है.
या फिर सुंदरकांड का पाठ करने के बाद रामायण जी की आरती का पाठ किया जाता है लेकिन यह भी कहा गया है कि अगर किसी विशेष अवसर पर भगवान श्री राम की पूजा हो रही हो तो उसमें रामायण जी की आरती का पाठ अवश्य करना चाहिए क्योंकि रामायण जी की आरती का पाठ करने से भगवान श्री राम की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
रामायण जी की आरती | Ramayan ji ki aarti
आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥
गावत ब्रहमादिक मुनि नारद ।
बाल्मीकि बिग्यान बिसारद ॥
शुक सनकादिक शेष अरु शारद ।
बरनि पवनसुत कीरति नीकी ॥
॥ आरती श्री रामायण जी की..॥
गावत बेद पुरान अष्टदस ।
छओं शास्त्र सब ग्रंथन को रस ॥
मुनि जन धन संतान को सरबस ।
सार अंश सम्मत सब ही की ॥
॥ आरती श्री रामायण जी की..॥
गावत संतत शंभु भवानी ।
अरु घटसंभव मुनि बिग्यानी ॥
ब्यास आदि कबिबर्ज बखानी ।
कागभुशुंडि गरुड़ के ही की ॥
॥ आरती श्री रामायण जी की..॥
कलिमल हरनि बिषय रस फीकी ।
सुभग सिंगार मुक्ति जुबती की ॥
दलनि रोग भव मूरि अमी की ।
तात मातु सब बिधि तुलसी की ॥
आरती श्री रामायण जी की ।
कीरति कलित ललित सिय पी की ॥
श्री रामायण जी की आरती कैसे करें ? | Shri Ramayan ji ki aarti kaise karen ?
- अगर आप में से कोई भी व्यक्ति रामायण की समाप्ति के बाद या फिर कोई भी व्यक्ति किसी भी दिन रामायण जी की आरती कर सकता है।
- रामायण जी की आरती करने के लिए सर्वप्रथम प्रातः काल या फिर संध्या काल में रामायण जी की आरती करना शुभ माना जाता है।
- रामायण जी की आरती करने के लिए सर्वप्रथम स्नानादि से निश्चिंत होने के बाद खुद को गंगाजल से पवित्र कर ले।
- अब आपको अपने घर के मंदिर में बैठकर भगवान श्री राम की मूर्ति स्थापित करना है अगर आपके घर में भगवान श्री राम की मूर्ति नहीं है तो बाजार से लाकर सुबह के समय स्थापित करे।
- उसके बाद आपको रामायण ग्रंथ किसी आसन पर स्थापित करके रखना है।
- उसके बाद स्वच्छ आसन पर बैठकर रामायण के किसी भी खंड के कुछ श्लोक का पाठ करें।
- यद्यपि आपके पास श्री रामचंद्र जी की समस्त परिवार की फोटो है जिसमें श्री राम , माता सीता के साथ हनुमान जी भी उस फोटो में है तो आपको उसके पास खड़े हो जाना है और संपूर्ण श्रद्धा के साथ श्री रामचंद्र का नाम लेते हुए उनका ध्यान करते हुए आरती प्रारंभ करनी है।
- इसी प्रकार आपको रामायण की संपूर्ण आरती श्रद्धा पूर्वक करनी है।
रामायण जी की आरती के लाभ | Ramayan ji ki aarti ke Labh
अगर आप में से किसी भी व्यक्ति को रामायण जी की आरती के लाभ के बारे में जानकारी चाहिए तो आज हम आपको रामायण जी की आरती के संपूर्ण लाभ बताएंगे।
- अगर कोई भी व्यक्ति प्रतिदिन रामायण जी की आरती संपूर्ण श्रद्धा के साथ करता है तो उस व्यक्ति को जीवन की संपूर्ण खुशियां प्राप्त होती हैं।
- प्रतिदिन रामायण जी की आरती करने से हमारे आसपास और हमारे अंदर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश हो जाता है और उसके पश्चात हमारे चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
- रामायण जी की आरती करने से हमें सभी प्रकार के रोगों से बचाओ प्राप्त होता है।
- रामायण जी की आरती का पाठ करने से और श्री राम की पूजा करने से हमारे जीवन में सुख समृद्धि का आगमन होता है।
- अगर कोई व्यक्ति अधिक निर्धन है तो उस व्यक्ति को रामायण जी की आरती का पाठ अवश्य करना चाहिए क्योंकि रामायण जी की आरती का पाठ करने से निर्धनता का नाश हो जाता है।
- रामायण एक ऐसा ग्रंथ है जिसको पढ़ने से या फिर उसकी आरती को पढ़ने से हमारे हृदय को शांति का अनुभव होता है।
- इसके अलावा रामायण जी की आरती का पाठ करने से श्री रामचंद्र जी , मां पार्वती, और हनुमान जी की कृपा विशेष रूप से प्राप्त होती है।
FAQ : ramayan ji ki aarti
रामायण के असली लेखक कौन है ?
रामायण की रचना कब और किसने की थी ?
रामायण का दूसरा नाम क्या है ?
निष्कर्ष
दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से ramayan ji ki aarti के बारे में बताया इसके अलावा रामायण जी की आरती कैसे करें रामायण जी की आरती के लाभ क्या है रामायण जी की आरती का महत्व क्या है इन सभी विषयों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है.
अगर आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ते हैं तो आपको इन सारे विषयों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।