नई दुकान या नया व्यापार के उद्घाटन की तैयारी, संपूर्ण पूजा विधि और मंत्र | दुकान उद्घाटन पूजा विधि

Dukan ka udghatan kaise kare ? दोस्तों अगर कोई व्यक्ति किसी भी प्रकार का व्यापार करने जा रहा है तो वह निश्चित रूप से सबसे अपनी दुकान का उद्घाटन करता है दुकान या व्यापार के प्रारंभ करने के पहले सभी व्यक्ति अपनी दुकान या व्यापार का उद्घाटन बहुत महत्वपूर्ण समझते हैं.

लेकिन कभी-कभी पंडित या जानकार न मिलने की दसा हम खुद ही दुकान का पूजन करना चाहते है पर ऐसे में हमे दुकान उद्घाटन पूजा विधि नही पता होती है . इसलिए आज इस लेख में हमने दुकान उद्घाटन पूजा विधि और मंत्र के बारे में सम्पूर्ण जानकरी दी है इसलिए लेख को अंत तक पढ़े और इसका लाभ उठाये .

नई दुकान का नाम क्या रखें उद्घाटन मंत्र नई दुकान खोलने का शुभ मुहूर्त dukan me puja kaise kare dukan me laxmi puja kaise kare

अगर आप अपनी दुकान का या व्यापार का उद्घाटन करने जा रहे हैं तो किसी भी प्रकार से उद्घाटन कर सकते हैं. लेकिन उद्घाटन करने से पहले कुछ विशेष कार्य कर लिए जाएं तो व्यापार और दुकान बहुत अच्छे से लाभ देता है. सामान्य रूप से अपनी दुकान का क्या व्यापार का उद्घाटन सभी लोग करते हैं परंतु कहीं ना कहीं कुछ कमियां ऐसी रह जाती है जिसकी वजह से व्यापार में नुकसान हो जाता है या बुरा असर दिखाई देता है.

आप किसी भी प्रकार की दुकान का उद्घाटन कर रहे हैं तो हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से कुछ ऐसे टिप्स भी बताएंगे जिनका फॉलो करने से दुकान या व्यापार अच्छे से कार्य करेगा और किसी परेशानी से बच सकते हैं. दुकान या बिज नेस किसी भी प्रकार का हो उसने जो गलतियां हम करते हैं उनका असर हमारे बिजनेस पर पड़ता है इसलिए जो टिप्स यहां पर दिए जा रहे हैं उनको ध्यान रखना जरूरी है जिससे कभी भी आपको कोई परेशानी ना होने पाए

दुकान के उद्घाटन से पहले क्या करे ?

1‌‌‌. दुकान का नाम देना

अक्सर लोग दुकान का उद्घाटन करते हैं और कोई ना कोई नाम जरूर रखते हैं परंतु बहुत से लोग दुकान का नाम सही तरीके से नहीं रखते हैं जिसकी वजह से लोगों की पहुंच से बाहर हो जाता है यदि आप कोई भी दुकान खोल ही रहे हैं तो सबसे पहले आप एक ऐसा पॉपुलर नाम ढूंढें जो लोगों की जबान पर पहुंच सके और आपके बिजनेस की ओर आकर्षित हो सकें अर्थात किसी भी प्रकार के बिजनेस में नाम बहुत महत्व रखता है.

इसके अलावा बहुत से लोग अपनी दुकान का नाम बदल देते हैं ऐसे में दुकान बदल देने से बिजनेस पर भी असर पड़ता है इसलिए जो नाम एक बार सेलेक्ट कर ले उसी नाम से आगे उसका प्रचार प्रसार करें.

2. दुकान के ऊपर नाम लिखवाना

किसी भी दुकान को आप जहां पर खोल रहे हैं वहां पर दुकान के ऊपर कहीं पर बड़े बड़े अक्षरों में नाम जरूर दिखाएं इसके अलावा अपने नाम की दुकान का एक बोर्ड भी बनवा दे. जिस पर लोगों की नजर पड़ सके. दुकान के नाम से यह पता चल जाता है कि आपकी दुकान में कौन-कौन से सामान दिखते हैं जिससे लोग आप की दुकान पर आ सके यह दुकान का उद्घाटन करने से पहले उसका नाम जरूर लिखवा दें।

3. सामान लाकर रखें

आप जिस प्रकार की दुकान खोल रहे हैं उस दुकान से संबंधित सभी सामान लाकर रखें और उन्हें दुकान के अंदर सजा दें. दुकान को कुछ इस प्रकार से सजाएं कि सभी वस्तुएं लोगों की नजर में आ जाएं यदि आप अपनी दुकान के साथ सज्जा सही से रखते हैं तो उद्घाटन के समय लोग कुछ ना कुछ लेकर जरूर जाते हैं ऐसे में उनकी नजर के सामने सामान होगा तो ले लेंगे.

4. शुभ‌‌‌ महूर्त देखना

किसी भी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त का होना बहुत जरूरी है ऐसे में यदि आप किसी दुकान को खोल रहे हैं और व्यापार करना चाहते हैं तो किसी योग्य जानकार व्यक्ति ब्राह्मण से शुभ मुहूर्त निकलवाए और उसी मुहूर्त में दुकान का उद्घाटन करें. किसी शुभ कार्य के लिए पंडित आपको दो-तीन मुहूर्त बता देता है जिसमें आप अपनी सुविधा अनुसार शुभ मुहूर्त समय आदि को ध्यान देते हुए उद्घाटन करें जो आपके लिए बहुत ही फायदा देता है.

5. विजिटिंग कार्ड छपवाना

व्यापार करने के लिए बिजनेस कार्ड या विजिटिंग कार्ड भी छपवा कर रख ले जिससे उद्घाटन के समय आने वाले व्यक्तियों को एक-एक कार्ड अवश्य दे दें इससे आपके पास ग्राहक भी आएंगे और बिजनेस भी चलेगा. इसके अलावा विजिटिंग कार्ड में अपने बिजनेस के संबंधित सभी सामग्रियों का संक्षिप्त वर्णन करवा दें या लिखवा दें साथ ही फोन नंबर नाम पता भी लिख दे.

जब आप दुकान का उद्घाटन कर रहे हैं तो उस समय कई सारे लोगों को आप आमंत्रित करते हैं ऐसे में आप 500 या 1000 विजिटिंग कार्ड छपवा कर लोगों में वितरित करें यह बहुत आवश्यक है.

‌‌‌6. निमंत्रण कार्ड देना

जवाब दुकान का उद्घाटन करने जा रहे हैं तो सबसे पहले अपने इष्ट लोगों को बुलाने के लिए निमंत्रण कार्ड छपवा ले जिसमें आप अपनी दुकान से संबंधित चीजों को बताने के लिए निमंत्रण दे कार्ड में नियत तारीख और समय निश्चित रूप से लिखो आए जिससे लोग वहां पर आ सके और जितने व्यक्तियों को बुलाना है उतने ही कार्ड छपवाएं फालतू का खर्च ना करें।
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निमंत्रण कार्ड को अपने इष्ट लोगों तक निमंत्रण हेत भेजें इसके लिए आप स्वयं जाकर दे सकते हैं या फिर किसी के माध्यम से पहुंचा सकते हैं और निमंत्रण कार्ड जिस व्यक्ति को दे रहे हैं उसको कम से कम 2 से 3 दिन पहले निश्चित दे दें जिससे वह आपके पास आने के लिए समय निकाल सके.

7. नाश्ते की व्यवस्था करना

जिस दिन आप दुकान का उद्घाटन करेंगे उस दिन जो भी व्यक्ति अतिथि के रूप में आपने आमंत्रित किया है उनके खाने-पीने आज की व्यवस्था करें जिस चीज जो व्यक्ति आपके पास आएंगे उनको दे ध्यान रहे कि खानपान की व्यवस्था उचित ढंग से करें जिससे आपका नाश्ता या खानपान बर्बाद ना हो.

8. शुभ मुहूर्त ने उद्घाटन करें

उपर्युक्त तथ्यों के बाद यदि समय उद्घाटन के मुहूर्त का है तो पंडित को बुलाकर पूजा वगैरह करके उद्घाटन का कार्य आरंभ करें और उद्घाटन के समय जो कुछ प्रसाद के रूप में रखा है उसको सभी लोगों में बांट दें जितने भी अतिथि आए हुए हैं उद्घाटन के बाद चाय नमकीन आज की जो व्यवस्था है उसको वितरित करवाएं और लोगों को प्रसाद देकर नाश्ता आदि करवाएं

‌‌‌9. दुकान के नाम से पर्चे छपवा कर बांटना

‌‌‌ यदि आप अपनी दुकान पर अधिक ग्राहक चाहते हैं तो दुकान के नाम से कुछ पर्चे छपवा कर इसी बाजार या मार्केट में जाकर लोगों के बीच में वितरित करवाएं जिससे आपकी दुकान का अधिक से अधिक प्रचार हो सके इसके अलावा बहुत सारे परिचय गांव गलियारों में जाकर चिपका दें जिससे लोग आप के विषय में जान सके और आपकी दुकान तक आकर आपकी मदद करें।

दुकान उद्घाटन की पूजा विधि और मंत्र | दुकान उद्घाटन पूजा विधि

दोस्तों यदि आप दुकान खोल रहे हैं और दुकान उद्घाटन पूजा विधि नहीं जानते हैं तो नीचे दी गई जानकारी से पूजा विधि कर सकते हैं। सबसे पहले दुकान में साफ सफाई आदि कर लें और लक्ष्मी व गणेश जी की मूर्ति रखें। मूर्ति के पास किसी बर्तन में कुछ सिक्के रखें और उसके बाद ही पूजा करो पूजा करवाने के लिए आप जिस ब्राह्मण को बुलाएंगे वह पंडित आपको विधिवत पूजा करा देगा सबसे पहले उत्तर या पूर्व की ओर मुंह करके साथ में पूजा सामग्री लेकर नीचे दिए गए मंत्र को पढ़ते हुए जल छिड़के।

ऊं अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तर: शुचि:।।

इसके बाद उद्घाटन करवाने वाले पंडित द्वारा नीचे दिया गया मंत्र पढ़ा जाएगा और आप संकल्प करेंगे.

ऊं विष्णुर्विष्णुर्विष्णु: अद्य मासोत्तमे मासे कार्तिकमासे कृष्णपक्षे पुण्यायाममावास्यायां तिथौ वासरे (वार बोलें) गोत्रोत्पन्न: (गोत्र बोलें)/ गुप्तोहंश्रुतिस्मृतिपुराणोक्तफलावाप्तिकामनया ज्ञाताज्ञातकायिकवाचिकमानसिक सकलपापनिवृत्तिपूर्वकं स्थिरलक्ष्मीप्राप्तये श्रीमहालक्ष्मीप्रीत्यर्थं महालक्ष्मीपूजनं कुबेरादीनां च पूजनं करिष्ये। तदड्त्वेन गौरीगणपत्यादिपूजनं च करिष्ये।

मंत्र पढ़ने के बाद संकल्प के साथ जल पृथ्वी पर छोड़ दें.

इसी तरह से बाएं हाथ में फिर थोड़े से चावल लेकर मंत्र को पढ़कर चावल को लक्ष्मी गणेश जी की मूर्ति पर विसर्जित करें.

ऊं मनो जूतिर्जुषतामाज्यस्य बृहस्पतिर्यज्ञमिमं तनोत्वरिष्टं यज्ञ समिमं दधातु।
विश्वे देवास इह मादयन्तामोम्प्रतिष्ठ।।
ऊं अस्यै प्राणा: प्रतिष्ठन्तु अस्यै प्राणा: क्षरन्तु च।
अस्यै देवत्वमर्चायै मामहेति च कश्चन।।

इस मंत्र के बाद उद्घाटन करवाने वाले पंडित के द्वारा षोडशोपचार पूजन करना है

 

ऊं महालक्ष्म्यै नम

उपरोक्त मंत्र के बाद पूजा करते हुए हाथ जोड़कर प्रार्थना करें और निम्नलिखित मंत्र पढ़े.

सुरासुरेंद्रादिकिरीटमौक्तिकै-
र्युक्तं सदा यक्तव पादपकंजम्।
परावरं पातु वरं सुमंगल
नमामि भक्त्याखिलकामसिद्धये।।
भवानि त्वं महालक्ष्मी: सर्वकामप्रदायिनी।।
सुपूजिता प्रसन्ना स्यान्महालक्ष्मि नमोस्तु ते।।
नमस्ते सर्वदेवानां वरदासि हरिप्रिये।या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां सा मे भूयात् त्वदर्चनात्।।    ऊं महालक्ष्म्यै नम:, प्रार्थनापूर्वकं समस्कारान् समर्पयामि।

प्रार्थना करने के बाद मां लक्ष्मी और गणेश जी को नमन करते हुए हवन आदि किया जाता है। और अंत में इस प्रकार विनती की जाती है.

कृतोनानेन पूजनेन भगवती महालक्ष्मीदेवी प्रीयताम्, न मम।

दुकान या ऑफिस या व्यापार जहां पर आप खोल रहे हैं वहां पर दीवारों पर ऊं श्रीगणेशाय नम:, स्वस्तिक चिह्न, शुभ-लाभ सिंदूर से लिखे।

दुकान उद्घाटन पूजा विधि, दुकान खोलने वाला व्यक्ति नहीं जानता है इसलिए उसे किसी ने किसी पंडित द्वारा ही उद्घाटन करवाना पड़ता है ऐसे में जैसे-जैसे ब्राह्मण आपको उद्घाटन के लिए कहेगा आप को उसके अनुसार करते जाना है।

इस पूरे लेख को पढने के अब आप दुकान उद्घाटन पूजा विधि जान गये है की आखिर आप अपनी नई दूकान या व्यापार को शुरू करने से पहले बिना किसी पंडित या जानकार को बुलाये किसी भी आपातकाल की स्थिति मे आप स्वयं ही दुकान उद्घाटन पूजा विधि कर सकते है .

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