पितृ दोष निवारण मंत्र : सिद्धिबी एवं प्रयोग विधि, लाभ और उपाय | Pitra Dosh Nivaran Mantra

पितृ दोष निवारण मंत्र | Pitra Dosh Nivaran Mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के नए लेख में आज हम आप लोगों को एक के माध्यम से पितृ दोष निवारण मंत्र बताने वाले हैं वैसे क्या आप जानते हैं कि आश्विन मास एक प्रश्न पक्ष का समय पितरों के लिए सच्ची श्रद्धा युक्त करने का श्राद्ध पक्ष माना जाता है।

हमारे हिंदू धर्म में हर एक घर में पितरों की पूजा की जाती है हिंदू धर्म के सभी घरों में अपने पितरों पूर्वजों का आदर और सम्मान किया जाता है और उनकी श्राद्ध की जाती है ताकि आपके पितरों की आत्मा को शांति मिल सके और पितर अपनी संतान को सुख और समृद्धि होने का आशीर्वाद देते हैं.

पितृ दोष निवारण मंत्र, Pitra Dosh Nivaran Mantra, पितृ दोष निवारण मंत्र, पितृ दोष निवारण मंत्र मराठी, पितृ दोष निवारण मंत्र साधना, सर्व पितृ दोष निवारण मंत्र, पितृ दोष निवारण शाबर मंत्र, पितृ दोष निवारण मंत्र और उपाय, पितृ दोष निवारण शिव मंत्र, पितृ दोष निवारण मंत्र पाठ विधि , पितृ दोष निवारण मंत्र के लाभ, पितृ दोष निवारण के उपाय, पितृ देव स्तोत्र, पितृ दोष क्या होता है , Pitra Dosh kya hota hai, Pitra Dev Stotra, Pitra dosh nivaran ke upay, Pitra Dosh Nivaran mantra ke labh, Pitra Dosh Nivaran Mantra paath vidhi, Pitru Dosh Nivaran Shiv Mantra, Pitra dosh nivaran mantra aur upay , pitra dosh nivaran mantra in marathi, pitra dosh nivaran mantra, pitra dosh nivaran ke liye mantra, pitra dosh nivaran mantra in hindi pdf, pitra dosh nivaran havan, pitra dosh nivaran upay in marathi, pitra dosh nivaran upay in hindi,

ऐसे में अगर आपकी कुंडली में कभी भी पितृदोष लग जाता है तो हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए या समय बहुत ही उपयोगी होता है। ऐसे में अगर आप लोग पितृ दोष को दूर करने के कुछ उपाय और मंत्र खोज रहे हैं।

तो आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पितृ दोष निवारण मंत्र बताने वाले हैं अगर आप लोग जानना चाहते हैं कि पितृ दोष क्या है और उसके उपाय और मंत्र कौन-कौन से हैं पितृ दोष निवारण उपाय कौन-कौन से हैं।

तो आज हम आप लोगों को इस लेख में बताने वाले हैं अगर आप लोग इन विषयों की विस्तार से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आप लोगों को इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो सके.

पितृ दोष क्या होता है ? | Pitra Dosh kya hota hai ?

हम आप लोगों को बताएंगे कि पितृ दोष कैसे लगता है वैसे आपको पता होगा कि जब भी किसी भी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसके परिवार वाले जब विधि विधान पूर्वक उसका अंतिम संस्कार नहीं करते हैं या फिर किसी भी व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार वालों को कई पीढ़ियों तक पितृ दोष लगा रहता है।

ऐसे में पितृ दोष से बचने के लिए आपके परिवार वाले जीवन भर कई उपाय ढूंढते रहते हैं और करते रहते हैं ऐसा कहा जाता है कि जब भी किसी भी व्यक्ति की कुंडली में अगर पितृदोष लग जाता है तो उस व्यक्ति के जीवन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और उस व्यक्ति को मानसिक तनाव भी हो जाता है।

व्यक्ति के जीवन में धन की कमी हमेशा रहती है सुख उस व्यक्ति से दूर भागता है उसकी सभी काम बिगड़ने लगते हैं उसे सफलता प्राप्त नहीं होती और उसके घर में अशांति होती है उस व्यक्ति को हमेशा किसी अनहोनी होने का डर लगा रहता है।

अगर आपके जीवन में भी कुछ ऐसी समस्याएं हो रही हो तो या फिर किसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो हो सकता है कि आपकी कुंडली में भी पितृदोष लगा हो।

पितृ दोष निवारण मंत्र | Pitra Dosh Nivaran Mantra

Shraddha

ऊँ श्री सर्व पितृ दोष निवारणाय कलेशम् हं हं सुख शांतिम् देहि फट स्वाहा: 

पितृ दोष का प्रभाव कम करने के लिए आपको सबसे पहले इस मंत्र का जाप करना है इस मंत्र का जाप आपको प्रतिदिन 108 बार करना है. पितरों की शांति के लिए आपको इस मंत्र का जाप करके यज्ञ हवन में आहुति डालते हुए इस मंत्र का उच्चारण करना है प्रतिदिन संध्या काल में इस मंत्र का जाप करें.

पितृ दोष निवारण मंत्र और उपाय | Pitra dosh nivaran mantra aur upay

अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष लगा है और आप उस पितृ दोष को कम करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको भगवान शिव के मंत्र का जाप करना है.

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात

उसके बाद आपको भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र पाठ करना चाहिए.

 ॐ त्र्यम्बकं स्यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्

उसके बाद आपको भगवान शिव से पितृ दोष की मुक्ति के लिए प्रार्थना करनी है अगर आप यह प्रक्रिया करते हैं तो आपकी कुंडली से पितृ दोष का प्रभाव कम हो जाता है और आपके जीवन में सुख और समृद्धि आनंद शुरू हो जाता है।

जिस भी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लगा होता है उस व्यक्ति को रोज ऐसे मंदिर में जाना चाहिए जहां पर पीपल का पेड़ लगाओ क्योंकि पीपल के वृक्ष में विष्णु का वास होता हैं तो आप पीपल के वृक्ष पर दूध और जल से अभिषेक करें जल चढ़ाते समय आपको इस मंत्र का जाप करना है।

ॐ पितृ देवतायै नम:

उसके बाद शाम के वक्त पीपल के वृक्ष पर सरसों के तेल का दीपक जलाना है जब आप ऐसा करते हैं तो पितृ आप से प्रसन्न होकर आपकी जीवन से कई सारे दुखों का निवारण करते हैं लेकिन इसके लिए आपको इसके साथ पितृ दोष निवारण कवच का पाठ हीरोज करना चाहिए।

पूजा समाप्त होने के बाद अपने पितरों से क्षमा मांगे कि हम से जो भी पूजा में भूल चूक हो गई हो उसके लिए हमें क्षमा करें और हमें समृद्धि में सहायता करने में अपना आशीर्वाद दें आपकी कुंडली में जो पितृदोष लगा है वह धीरे-धीरे समाप्त होने लगेगा।

पितृ दोष निवारण शिव मंत्र | Pitru Dosh Nivaran Shiv Mantra

ॐ सर्व पितृ देवताभ्यो नमः ।।

 ॐ प्रथम पितृ नारायणाय नमः ।।

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।।

भगवान शिव जी के सामने बैठ कर या उनके मंदिर जाकर किये गये मंत्र को जपने से पितृ बाधा दूर हो जाती है इससे आप सुबह या शाम को कर सकते हो !

 देवताभ्यः पित्रभ्यश्च महा योगिभ्य एव  च  ! नमः स्वाहायै स्वधायै  नित्यमेव नमो नमः !!

अगर आप अपने पितरों को शांत करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको इस मंत्र का प्रयोग करना चाहिए इस मंत्र का प्रयोग करने के लिए आपको सबसे पहले अपने चित्रों के फोटो को अपने सामने रखना है उसके बाद उनके सामने बैठकर श्रद्धा पूर्वक और पूरी भक्ति से हवन करना है और इस मंत्र का जाप करना है.

पितृ दोष निवारण मंत्र पाठ विधि | Pitra Dosh Nivaran Mantra paath vidhi

Shraddha

  1. पितृ दोष निवारण मंत्र का प्रयोग करने के लिए आपको प्रतिदिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निश्चिंत खो जाना है।
  2. उसके बाद अपने घर के मंदिर में धूप बत्ती जलाने है और एक पवित्र लोटे में जल भर लेना है और उसमें दो बूंद गंगाजल और कुछ पुष्प डाल देते हैं।
  3. अब आपको 108 बार गायत्री मंत्र का जाप कर लेना है।
  4. उसके बाद पितृ दोष निवारण मंत्र का 108 बार जाप करके अपने पितरों का स्मरण करिए उसके बाद अपने पितरों का आशीर्वाद ले और अपने पितरों से कहना है कि वह अपनी कृपा पूरे परिवार पर बनाए रखें ऐसी प्रार्थना करनी है आपको अपने पितरों से.

पितृ दोष निवारण मंत्र के लाभ | Pitra Dosh Nivaran mantra ke labh

1. संतान प्राप्ति

अगर आप लोग संतान की प्राप्ति करना चाहते हैं लेकिन किसी कारणवश आप को संतान की प्राप्ति नहीं हो पा रही है तो यकीन मानिए आपको पितृ दोष लगा है क्योंकि पितृ दोष के कारण ही संतान की प्राप्ति नहीं हो पाती है ऐसे में आप को नियमित रूप से पितृ दोष निवारण यंत्र का पूजन करना चाहिए।

2. धन प्राप्ति

ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी भी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लगा होता है तो उसके घर में अभी भी धन का अभाव नहीं रहता है इतना ही नहीं बल्कि उसके घर में बरकत भी नहीं होती है ऐसी स्थिति में अगर आप पितृ दोष निवारण मंत्र का जाप करते हैं या फिर उसकी स्थापना करके उसकी विधि विधान पूर्वक पूजा करते हैं तो आप इस समस्या से दूर हो सकते हैं।

3. कार्य सिद्धि में सहायक

अक्सर मैंने बहुत से लोगों को देखा है कि वह बहुत मेहनत करने के बावजूद भी उन्हें कोई भी फल प्राप्त नहीं होता है अरे आप चाहे तो अपने को ही ले सकते हैं अगर आप कोई भी कार्य पूरे मन मेहनत लगन से करते हैं तो अगर आपको उसका फल प्राप्त नहीं होता है तो कितना बुरा लगता है.

चाहे फिर वह व्यवसाय के क्षेत्र में हो या फिर आपका कैरियर हो अगर आपके कार्य बनते हुए बिगड़ जाते हैं तो ऐसे में यकीन मानिए पितृदोष का लक्षण माना जाता है ऐसे कार्यों में अगर आप पितृ दोष निवारण मंत्र का जाप करते हैं तो आपको अवश्य ही इसका लाभ प्राप्त होगा।

4. परिवार कलह से मुक्ति

अक्सर अपने घर में आपने देखा होगा कि आपके घर के सदस्यों के बीच में मनमुटाव रहता है उनसे अक्सर झगड़े होते रहते हैं या कारण पितृ दोष का माना जाता है ऐसा कहा जाता है कि यदि आपके घर में ज्यादा से ज्यादा लड़ाई झगड़े होते हैं.

तो यह आपके लिए क्लेश का कारण बन सकता है और यह सिर्फ पितृ दोष के कारण ही होता है अगर आप इस दोष का निवारण करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको प्रतिदिन अपने घर में पितृ दोष निवारण यंत्र की स्थापना करनी चाहिए और उनकी पूजा करनी चाहिए।

पितृ दोष निवारण के उपाय | Pitra dosh nivaran ke upay

Shraddha

1. राहु और केतु के उपाय

अगर आप लोग पितृ दोष के मुक्ति पाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको मंगलवार के दिन केतु के लिए और शुक्रवार या फिर शनिवार के दिन राहुल के लिए कौवे कुत्ते और सफाई कर्मी को दान देना चाहिए क्योंकि हमारे हिंदू धर्म की पौराणिक साहित्य में लिखा है कि कवि को पूर्वज के रूप में माना जाता है और केतु को आध्यात्मिक लोग कहते हैं।

2. सूर्य और चंद्रमा के लिए उपाय

पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको सूर्य और चंद्रमा के लिए गाय या बैल को भोजन खिलाना चाहिए क्योंकि हमारे पौराणिक साहित्य में ऐसा कहा गया है कि माता-पिता को सूर्य और चंद्रमा माना जाता है ऐसे में अगर किसी भी व्यक्ति की कुंडली में या दोष लगा होता है तो उस व्यक्ति को अपने माता-पिता के साथ अनुचित व्यवहार किया है इसीलिए उसको यह दोष लगा है।

3. शुक्र के उपाय

किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लगा होता है और वह उस पितृदोष से मुक्ति पाना चाहता है तो हम आप लोगों को बता दें कि पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको गरीबों और जरूरतमंदों, गरीब महिलाओं पत्नी आदि के लिए दान कार्य करने चाहिए।

4. शनि के उपाय

अगर किसी भी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष लगा होता है तो उस पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको गरीब लोगों के लिए उपदेशात्मक दान देना चाहिए।

पितृ देव स्तोत्र | Pitra Dev Stotra

अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।
नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम्।।
इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा ।
सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् ।।
मन्वादीनां च नेतार: सूर्याचन्दमसोस्तथा ।
तान् नमस्यामहं सर्वान् पितृनप्युदधावपि ।।
नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा।
द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि:।।
देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान्।
अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येहं कृताञ्जलि:।।
प्रजापते: कश्पाय सोमाय वरुणाय च ।
योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि:।।
नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु ।
स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ।।
सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा ।
नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ।।
अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् ।
अग्रीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत:।।
ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्रिमूर्तय:।
जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण:।।
तेभ्योखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतामनस:।
नमो नमो नमस्तेस्तु प्रसीदन्तु स्वधाभुज।।

FAQ : पितृ दोष निवारण मंत्र

पितरों का मंत्र कौन सा है ?

ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्। ॐ देवताभ्य: पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नम: स्वाहायै स्वधायै नित्यमेव नमो नम:।

पितृ दोष कैसे खत्म होता है ?

अगर आप लोग पित्र दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको सोमवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद भगवान शिव के मंदिर में जाकर आक की 21 फूल साथ में दही बेलपत्र के साथ शिवजी की पूजा करनी चाहिए हमारे हिंदू धर्म में ऐसा कहा जाता है कि अगर 21 सोमवार तक या प्रक्रिया की जाए तो इस प्रकार से पित्र दोष समाप्त हो सकता है और आपके जीवन में खुशियां ही खुशियां और सकती हैं इसके साथ आपको प्रतिदिन कुलदेवता तथा अपने इष्ट देवता की पूजा भी करनी है। 

पितरों को शांत कैसे करें ?

अगर आप लोग अपने पितरों को शांत करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको पितृपक्ष शांति के लिए प्रतिदिन दोपहर के समय पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए साथ में पितरों को प्रसन्न करने के लिए पीपल में गंगाजल में काले तिल दूध अक्षत और फूल डालकर पीपल के पेड़ को जल अर्पित करना चाहिए या उपाय करने से आप निश्चित ही पित्र दोष को शांत कर ले जाएंगे उसके साथ आपको प्रतिदिन शाम के समय दक्षिण दिशा की ओर मुख करके एक पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाना है.

निष्कर्ष

आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पितृ दोष निवारण मंत्र के बारे में बताया है इसके अलावा पितृ दोष निवारण उपाय कौन से हैं और पितृ दोष निवारण मंत्र का जाप करने के लाभ कौन-कौन से हैं और की संपूर्ण विधि क्या है इसके बारे में भी बताया है.

अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको इसकी संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दिए जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी.

Leave a Comment