शिव को बुलाने का मंत्र : प्रसन्न करने की सम्पूर्ण पूजा विधि,मंत्र और साधना

Shiv ko bulane ka mantra नमस्कार दोस्तों वैसे भी भगवान अपने भक्तों से अधिक समय दूर नहीं रह पाते है शिवजी की पूजा और आराधना सदैव भाग्यशाली रहती है शिवजी को प्रसन्न करने के वेदों और पुराणों में अनेक मंत्र बताए गए हैं.

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शिव जी को बुलाने की कई सारे गुप्त मंत्र ग्रंथों में विस्तार पूर्वक उल्लेखित हैं जिनके बारे में बड़े गुरु और पुजारियों को पता रहता है और वह अपने शिष्यों को उनकी जानकारी देकर मोक्ष की प्राप्ति की ओर चले जाते हैं.

ऐसे में शिव जी को पसंद करके मनोवांछित फल पाने के लिए क्या किया जाए यह सवाल हमारे भक्तजनों के मन में अवश्य आता है तो जो भी भक्त भगवान शिव जी के दर्शन करना चाहता है या फिर उन को प्रसन्न करना चाहता है.

तो उसे बिल्कुल परेशान होने की आवश्यकता नहीं है हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको कुछ शिव जी को बुलाने का मंत्र और भगवान शंकर जी को प्रसन्न करने का उपाय बताने वाले हैं इसलिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें और पूरी प्रक्रिया जाने.

शिव जी को प्रसन्न कैसे करे ?

भगवान शंकर अत्यंत भोले और दयालु माने जाते हैं और इन्हें प्रसन्न करना बहुत मुश्किल कार्य नहीं होता है यदि इनका कोई भक्त सच्ची निष्ठा और श्रद्धा के साथ इनकी भक्ति में लीन हो जाता है तो यह उससे बहुत देर तक अपने आप को दूर नहीं रख पाते हैं.

पुरानी मान्यताओं के अनुसार भगवान शंकर की पूजा सावन में करनी चाहिए और इनके मंत्रों का उच्चारण और स्मरण 108 बार प्रतिदिन करने से शिव जी बहुत जल्दी ही आपसे से प्रसन्न हो जाते हैं.

और आपको मानसिक और शारीरिक आध्यात्मिक सुख समृद्धि ओं से आपका घर भर देते हैं यदि भगवान शंकर आपसे प्रसन्न होते हैं तो वह आपकी सफलता के लिए अनेकों रास्ते आपके समक्ष प्रदान करते हैं.

आपके सभी रुके हुए कार्य सफलतापूर्वक हो जाते हैं भगवान शंकर जी की कृपा दृष्टि के अनुरूप आपको कोई भी समस्या छू नहीं पाती है.

शिव को बुलाने का मंत्र

ऊँ नम: शिवाय।।

ओम साधो जातये नम:।।

ओम वाम देवाय नम:।।

ओम अघोराय नम:।।

ओम तत्पुरूषाय नम:।।

ओम ईशानाय नम:।।

ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।

महा मृतुन्जय मंत्र

ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि-वर्धनम उर्वारुकमिव बन्धनं मृत्योर्मुक्षीय मामृतात।।

भगवान शंकर जी की पूजा विधि

सभी भगवानों में भगवान शंकर को उच्च श्रेणी में रखा गया है भगवान शंकर की पूजा का विस्तार अलग-अलग जगहों पर कई प्रकार से किया जाता है भगवान शंकर की पूजा करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

मानसिक शांति और आर्थिक जीवन के लिए भगवान शंकर जी की महिमा अपरंपार है भगवान शंकर की पूजा करने के लिए आपको किसी स्वस्थ स्थल पर भगवान शंकर जी की मूर्ति की स्थापना करनी होगी.

मूर्ति स्थापना के बाद पूजा सामग्री के अन्य सामान के साथ भगवान शंकर की पूजा शुरू करनी है पूजा में भगवान शंकर के ऊपर फूल और मालाएं अर्पित करें और ओम नमः शिवाय मंत्र के जाप के साथ भगवान शंकर को भोग लगाएं.

ऐसा करने के तत्पश्चात प्रसाद को पूजा मे सभी उपस्थित गणों को वितरित कर देना है इस प्रकार भगवान शंकर जी की पूजा संपन्न होती है और शिव जी की कृपा दृष्टि आप पर सदैव बनी रहती है वह आपके सभी कार्यों को आसानी पूर्वक करने में आपकी मदद करते हैं.

शिव जी की मंत्र साधना

शिव जी को देवों के देव महादेव शंकर कहा जाता है और इन्हें कई नामों से जाना जाता है भगवान शंकर को त्रिनेत्र के नाम से भी जाना जाता है भगवान शंकर दुष्टों के संहार के लिए भी जाने जाते हैं भगवान शंकर की महिमाए निराली होती है.

भगवान शंकर की कृपा दृष्टि जिस पर भी बन जाती है उसका जीवन तार-तार हो जाता है भगवान शंकर जी की मंत्र साधना के लिए आपको शिवरात्रि के दिन शिव जी को बुलाने का मंत्र और पूजा विधि के साथ साधना शुरू करनी है.

मंत्र साधना के उपरोक्त में कुछ मंत्रों को बताया गया है जिनका स्मरण करके आपकी मंत्र साधना सफल हो जाएग शिव जी के मंत्र साधना करते हैं मनवांछित फल प्राप्त कर सकते हैं भगवान शंकर कि जो भी सच्ची निष्ठा और श्रद्धा के साथ मंत्र साधना करता है.

वह उससे बहुत जल्दी ही प्रसन्न होकर उसको दर्शन देते हैं भगवान शंकर की साधना में लीन व्यक्ति सदैव मोक्ष की प्राप्ति की ओर दिशा दृष्टि बनाता है.

जो भी व्यक्ति भगवान शंकर की शरण में चला जाता है उसके जीवन के सभी कष्टों का निवारण स्वयं भगवान शंकर कर देते हैं.

FAQ : शिव को बुलाने का मंत्र

Q. भगवान शिव के दर्शन कैसे होंगे?

Ans. भगवान शंकर जी के दर्शन के लिए आपको उनकी योग मुद्रा में लीन होना पड़ेगा इस अवस्था में भगवान शंकर आपसे प्रसन्न होकर आपको दर्शन अवश्य देंगे.

Q. शिव जी का प्रिय मंत्र कौन सा है?

Ans. ॐ नमः शिवाय।।

Q.शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

Ans. शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय आप इस मंत्र का स्मरण प्रतिदिन कर सकते हैं.
श्रीभगवते साम्बशिवाय नमः।।
स्नानीयं जलं समर्पयामि।।

निष्कर्ष | Conclusion

हम आशा करते हैं कि आपने शिव जी को बुलाने का मंत्र जान लिया होगा और अब आसानी से आप शिव जी को प्रसन्न करने में सफल होंगे यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों और जानने वालों के साथ अवश्य शेयर करें.

ताकि उनको भी भक्ति करने का मौका मिल सके यदि से संबंधित आपका कोई अन्य सवाल है तो आप हमारे कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं.

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