पृथ्वी पूजन मंत्र : सम्पूर्ण भूमि पूजन विधि, व्रत और सामग्री की लिस्ट | Parthi pujan mantra

पृथ्वी पूजन मंत्र | Prithvi puja mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम आप लोगों को पृथ्वी पूजन मंत्र के बारे में बताएंगे पृथ्वी पूजन मंत्र पूजा विधि व्रत सामग्री और पृथ्वी पूजन मंत्र क्यों किया जाता है उसके बारे में जानना चाहते हैं तो इस से अंत तक अवश्य पढ़ें दोस्तों क्या आप जानते हैं कि पृथ्वी को संपूर्ण संसार की माता माना जाता है इसीलिए हिंदू धर्म के अनुसार पृथ्वी अर्थात भूमि को मां का दर्जा दिया जाता है इस संसार में जितने भी व्यक्ति रहते हैं.

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उनको भूमि ही सब कुछ देती है इसीलिए अगर आप कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो उससे पहले भूमि पूजन अवश्य करें अगर आप अपना घर बनवा रहे हैं या फिर किसान अपना अनाज ऊगा रहा है तो यह करने से पहले भूमि पूजन जरूर करें अगर आप भी भूमि पूजन मंत्र के बारे में जानना चाहते हैं और किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले भूमि की पूजा करना चाहते हैं.

तो इसे अवश्य पढ़ें क्योंकि आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पृथ्वी पूजन मंत्र पूजा विधि और व्रत के बारे में बताने वाले हैं और भूमि पूजन में लगने वाली संपूर्ण सामग्री तथा भूमि पूजन क्यों जरूरी है इसके बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं इसीलिए इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें तो आइए जानते हैं इसके बारे में हम आपको विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

पृथ्वी पूजन मंत्र | Prithvi pujan mantra

अगर आप पृथ्वी की पूजा करना चाहते हैं तो इस से भूमि पूजन मंत्र का जाप करें।

ऊँ ह्रीं श्रीं वसुधायै स्वाहा

अगर आप पृथ्वी की पूजा में इस मंत्र का जाप करते हैं तो पृथ्वी माता आप से जल्द ही प्रसन्न हो जाती हैं।

1. भूमि पवित्रीकरण मंत्र

ॐ उदकने अभ्युक्ष्य, अभ्युक्ष्य, अभ्युक्ष्य।

अगर कोई व्यक्ति इस प्रकार पंच – भूमि संस्कार करता है तो वह भूमि शुद्ध हो जाती है।

पृथ्वी पूजन विधि और व्रत | Prithvi pujan vidhi aur vrat

भूमि

  1. जब कोई व्यक्ति अपनी खुद की भूमि खरीद कर और उस पर किसी भी वस्तु का निर्माण करता है तो उसके पहले भूमि पूजन किया जाता है ऐसा कहा जाता है कि भूमि पूजन करने से अगर वहां की भूमि पर कोई दोष होगा तो वह खत्म हो जाएगा भूमि मालिक पर कोई भी दोस्त नहीं रहेगा इसीलिए पृथ्वी पूजन की विधि अगर आप जानना चाहते हैं तो नीचे बताए गए बिंदुओं को अवश्य पढ़ें।
  2. भूमि पूजन करने के लिए आपको सुबह प्रातः काल में उठना है और जिस भूमि पर आप पूजन करना चाहते हैं उस जगह को साफ सुथरा करके गंगाजल से शुद्ध कर लेना है।
  3. उसके बाद भूमि पूजन करवाने के लिए किसी योग्य ब्राह्मण की सहायता लेनी है।
  4. उसके बाद पूजा शुरू करते समय ब्राह्मण को उत्तर दिशा की ओर और जो व्यक्ति भूमि पूजन करवा रहा है उस जातक को पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाना है।
  5. अगर वह व्यक्ति विवाहित है तो उसकी पत्नी भी उसके बाएं तरफ बैठेगी।
  6. उसके बाद मंत्रों द्वारा उस जगह की शुद्धि करनी है।
  7. ऐसा कहा जाता है कि किसी भी पूजा को शुरू करने से पहले गणेश भगवान की आराधना करनी चाहिए तो भूमि पूजन शुरू करने से पहले गणेश जी की आराधना करके चांदी का नाग और कलश की पूजा करें।
  8. उसके बाद भगवान विष्णु के सेवक शेषनाग की पूजा करें क्योंकि शेषनाग ने पूरी पृथ्वी को संभाल रखा है उसी तरह उन्होंने भूमि को भी संभाल रखा है इसीलिए सबसे पहले उनकी पूजा करें।
  9. उसके बाद कलश में दूध दही चांदी का सिक्का सुपारी आदि डालकर शेषनाग लक्ष्मी जी और गणेश जी का आवाहन करिए और शेषनाग लक्ष्मी जी और गणेश जी से भूमि की रक्षा के लिए प्रार्थना कीजिए।
  10. जो जातक भूमि की पूजा करेगा उसे व्रत रखना है चाहे तो वह पूरे दिन का उपवास रख सकता है जिस दिन वह जातक भूमि की पूजा करेगा उस दिन सिर्फ फल हार कर सकता है।
  11. भूमि पूजन पूरे विधि विधान से करें अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख को पढ़कर जानकारी प्रदान कर लें अन्यथा कुछ भी बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।

पृथ्वी पूजन की सामग्री | Prithvi puja ki samagri

land

भूमि पूजन शुरू करने से पहले उसकी सामग्री के बारे में अवश्य जान ले ताकि पूजा करते समय कोई भी सामान छूटे ना पृथ्वी पूजन में गंगाजल आम तथा

  1. पांच वृक्ष के पत्ते
  2. कलावा
  3. चावल
  4. रोली
  5. लाल सूती कपड़ा
  6. कलश
  7. कपूर
  8. साबुत सुपारी
  9. पुष्प
  10. नाग नागिन जोड़ें
  11. दूब घास
  12. लौग
  13. इलाइची
  14. अगरबत्ती
  15. धूप बत्ती
  16. सिक्के
  17. हल्दी का पाउडर

आदि प्रकार की सामग्रियां एकत्रित करके अवश्य रखें।

पृथ्वी पूजन क्यों जरूरी है ? | Prithvi pujan kyu jaruri hai ?

अगर आप यह जानना चाहते हैं कि भूमि पूजन क्यों जरूरी है तो आज हम आपको बता दें कि अगर आपने कोई नई भूमि खरीदी है और आप उसका निर्माण करना चाहते हैं तो उससे पहले आपको पृथ्वी पूजन करना अनिवार्य होता है क्योंकि शास्त्रों के अनुसार ऐसा माना गया है जिस जगह पर आप अपने घर का या फिर और किसी चीज का निर्माण कराने वाले हैं उस जगह पर अगर किसी भी प्रकार का दोष होगा तो भूमि पूजन कराने से वह दोष दूर हो जाता है।

भूमि

अगर कोई व्यक्ति जमीन खरीदता है उसके बाद अगर उसमें कोई भी गलती कर दी और उसकी भूमि अपवित्र हो गई हो तो जो हमने आपको भूमि पूजन कराने की विधि बताइए उसके द्वारा आप अपनी भूमि को पवित्र कर सकते हैं क्योंकि इस पूजा के द्वारा भूमि को पवित्र भी किया जाता है।

किसी भी भूमि का निर्माण कराने से पहले आपको भूमि पूजन अवश्य कराना चाहिए अगर आप भूमि पूजन करा लेते हैं तो आपके सारे अच्छे कार्य संपूर्ण हो जाते हैं और आने वाले समय में आपको परेशानियों से भी मुक्ति मिल जाती हैं।

भूमि पूजन के लाभ | Bhumi pujan ke labh

हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी पूजन करने से का भी लाभ प्राप्त होता है और इसका एक बहुत बड़ा महत्व है हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग पृथ्वी को मां का दर्जा देते हैं लक्ष्मी पूजन और भी खास होता है ऐसा कहा जाता है कि हमारी मां हमें जन्म देती है और इस दुनिया में लेकर आती है और धरती मां हमें यहां रहने का स्थान देती है इसीलिए हमें धरती मां की पूजा करनी चाहिए उनके द्वारा जो आशीर्वाद हमें प्राप्त होता है उसके लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए इन्हीं की वजह से और भूमि पूजन से जमीन जा जात में भी आपको लाभ प्राप्त होता है.

हमारे हिंदू धर्म में शास्त्रों के अनुसार ऐसा बताया गया है कि धरती माता को भगवान विष्णु की पत्नी कहा गया है और इन्हें पूरे संसार की मां कहा गया है धरती मां सबका ख्याल रखती है और ऐसा कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने अपनी कोई भी संतान पैदा नहीं किया था ताकि धरती मां समस्त संसार का ख्याल रख सकते हैं।

FAQ : पृथ्वी पूजन मंत्र

भूमि पूजन में कौन सा मंत्र बोला जाता है?

ॐ उदकने अभ्युक्ष्य, अभ्युक्ष्य, अभ्युक्ष्य। इस मंत्र का जाप करने से आपकी भूमि शुद्ध हो जाती है। 

पृथ्वी पूजन कैसे करें?

क्या आप जानते हैं कि पुराणों के अनुसार पृथ्वी पर पैर रखने को भी त्रुटि दोष का दर्जा दिया जाता है इसीलिए अगर आप इस दोष से बचने का उपाय जानना चाहते हैं तो ऐसा कहा जाता है कि सामान्य तौर पर सुबह जल्दी उठकर धरती पर पैर रखने से पहले धरती माता के चरण स्पर्श करने चाहिए और धरती माता की पूजा करनी चाहिए धरती माता जन करने की एक काफी सामान्य सी विधि बहुत ही प्रसिद्ध मानी गई है अगर आप उसकी पूजा करते हैं तो वह आपके लिए लाभकारी होता है।

भूमि पूजन कब नहीं करना चाहिए?

अगर आप अपने घर में भूमि पूजन गृह निर्माण की शुरुआत गृह प्रवेश करवा रहे हैं तो मंगलवार एवं रविवार को कभी भी ना करवाएं शुभ माह : भारतीयों के अनुसार ऐसा कहा गया है कि फागुन वैशाख एवं श्रावण महीना गृह निर्माण हेतु और भूमि पूजन हेतु सबसे श्रेष्ठ माना गया है माघ, जेठ, भाद्रपद एवं मार्गशीर्ष यह सारे महीने मध्यम श्रेणी में आते हैं।

निष्कर्ष

जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से भूमि पूजन मंत्र तथा उसकी संपूर्ण विधि के बारे में बताया है अगर किसी व्यक्ति ने नई जमीन खरीदी है और वह उस पर किसी भी चीज का निर्माण कराना चाहता है तो हमारे द्वारा बताए गए भूमि पूजन मंत्र तथा संपूर्ण विधि को अपनाकर और उसकी सामग्री जानकर भूमि पूजन करवा सकता है यह बहुत लाभदायक होता है हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आप के लिए उपयोगी भी जानती होगी।

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