मेष राशि का भाग्योदय कब और कैसे होगा : भाग्योदय मंत्र और विधि | Mesh rashi ka bhagyoday

मेष राशि का भाग्योदय Mesh rashi ka bhagyoday : हेलो मित्रों नमस्कार कैसे हैं आप सभी लोग हम उम्मीद करते हैं आप सभी लोग बहुत अच्छे होंगे तो मित्रों आज हम आप लोगों को इस लेख में मेष राशि का भाग्य उदय के विषय में बताने वाले हैं जिसमें हम बताएंगे मेष राशि के जातक जातिका का स्वभाव कैसा होता है और इस राशि के स्वामी कौन हैं तथा इन लोगों को अपने जीवन में कौन-कौन सी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है , और उन परिस्थितियों से बचने के लिए मेष राशि वालो को क्या करना चाहिए ?

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क्योंकि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि 12 राशियों में प्रथम स्थान पर है जिसके स्वामी मंगल ग्रह को माना जाता है इसीलिए मेष राशि के जातक जातिका स्वतंत्र विचार वाले होते हैं यह लोग किसी के दबाव में आकर कोई भी कार्य करना पसंद नहीं करते हैं यह अपने अच्छे और बुरे काम की पहचान कर लेते हैं और अपने अनुसार ही उस कार्य को करके दम लेते हैं.

इसके लिए चाहे कोई इनसे बात करें या ना करें इसीलिए इनके इसी स्वभाव के चलते इनके कई सारे दुश्मन होते हैं लेकिन फिर भी यह लोग हर क्षेत्र में प्रगति हासिल करते हैं क्योंकि मंगल ग्रह जीवन में पराक्रम और उत्साह का कारक है जो मेष राशि के लोगों को हर कार्य को करने के लिए उत्साह प्रदान करता रहता है और यह लोग हर क्षेत्र में आगे बढ़ते रहते हैं . लेकिन कई बार मंगल ग्रह कुंडली में नीच भाव में प्रवेश करने की वजह से मेष राशि के जातक जातिका के जीवन में अशुभ प्रभाव डालता है.

ऐसे में अगर आपकी भी राशि मेष है तो यह लेख आपके लिए बहुत ही ज्यादा शुभ हो सकता है क्योंकि हम इस लेख में मेष राशि के भाग्य उदय के विषय में बताने वाले हैं जिसमें हम मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के उपाय , मंत्र की विधिवत जानकारी प्रदान करेंगे, जिनको करने से मंगल ग्रह प्रसन्न होते हैं और मेष राशि के जीवन में खुशियां ही खुशियां डाल देते हैं.

ऐसे में अगर आप भी अपना भाग्य उदय करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको मंगल ग्रह को प्रसन्न करना होगा और मंगल ग्रह को कैसे प्रसन्न किया जाता है इसकी जानकारी के लिए आप इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

मेष राशि किन-किन लोगों की होती है ?

जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ अक्षर से आरंभ होता है, उसकी राशि मेष होती है. अगर जन्म के आधार पर पता की जाए तो बच्चे के जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि में उपस्थित होती है वही राशि उस बच्चे की मानी जाती है.

मेष राशि का भाग्योदय | Mesh rashi ka bhagyoday

हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी भाग्य उदय अवश्य होता है इसलिए पूर्ण रूप से कह पाना संभव है कि किसका किस समय भाग्य उदय होता है लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि वालों का भाग्य उदय 16वें वर्ष में, 22वें वर्ष, 28वें वर्ष, 32वें वर्ष और 36 वर्ष की आयु में होता है. ज्योतिष शास्त्र का कहना है अगर इस उम्र में मेष राशि के जातक किसी कार्य को करने के लिए पाव आगे बढ़ाते हैं तो उस काम में इन्हें सफलता अवश्य मिलेगी.

मेष राशि के भाग्योदय मंत्र | Mesh rashi ka bhagyoday mantra

aries mesh rashi

मंत्र:

“ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः” व “ॐ बृं बृहस्पतये नम.

  • अगर मेष राशि के जातक जातिका किसी कार्य को करने से पहले इस मंत्र का उच्चारण करते हैं तो इस मंत्र के जाप से मंगल ग्रह का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है और आपको उस कार्य में सफलता मिलती है इसीलिए इस मंत्र को मेष राशि के भाग्य उदय के लिए जाना जाता है.
  • इसके अलावा अगर आप इस मंत्र को सिद्ध करते हैं तो यह मंत्र आप कभी भी अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उपयोग में ले सकते हैं लेकिन इस मंत्र को आपको सिर्फ दीपावली की रात या फिर होली की रात को ही सिद्ध करना होगा.
  • किसी भी मंत्र को सिद्ध करने के लिए रात में जब घर के सभी व्यक्ति सो जाए तो किसी एकांत स्थान पर आसन बिछाकर जिस भगवान के मंत्र का जाप करें उसकी प्रतिमा के सामने धूपबत्ती, अगरबत्ती ,जलाकर माला फेरते हुए उस मंत्र का उच्चारण सवा लाख बार जाप करने पर वह मंत्र सिद्ध हो जाता है और फिर उसे किसी भी समय उपयोग में लिया जा सकता है.
  • इसीलिए आप इस मंत्र को अगर सिद्ध करना चाहते हैं तो दीपावली या फिर होली की रात में सिद्ध कर सकते हैं और फिर किसी भी समय अपने भाग्य उदय के लिए इस मंत्र को उपयोग में ले सकते हैं यह बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है जो आपके भाग्य उदय के लिए बहुत ही ज्यादा सहायक साबित होगा.

मेष राशि के भाग्योदय के लिये क्या दान करे ? | Daan karne se hoga bhagyoday

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है अगर मंगल ग्रह किसी कारण से कमजोर हो जाता है तो मेष राशि के जातक जातिका के जीवन पर अशुभ प्रभाव देखने को मिलते हैं ऐसे में आपको मंगल ग्रह को मजबूत बनाकर अपने भाग्य उदय के लिए कुछ चीजें दान करनी चाहिए जिनसे मंगल ग्रह प्रसन होता है और फिर आपके जीवन में शुभ प्रभाव डालता है.

इसीलिए आइए जानते हैं मेष राशि वालों को अपने भाग्य उदय के लिए क्या क्या दान करना चाहिए. मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताए गए इन चीजों का दान करने से मंगल ग्रह बहुत जल्दी प्रसन्न होता हैं जैसे,

1. पीले वस्त्र दान करें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है मंगल ग्रह को पीले वस्त्र बहुत ही प्रिय है ऐसे में अगर आपकी कुंडली में किसी कारण से मंगल ग्रह कमजोर हो जाता है तो आपको मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए ब्राह्मण या फिर गरीब लोगों को पीले वस्त्र दान करने चाहिए तो मंगल ग्रह आपके इस कार्य से प्रसन्न होकर आपके जीवन में शुभ प्रभाव डालेगा और आपके जीवन में सुख शांति आएगी.

पीले वस्त्र दान के लिए आप मंदिर में बैठे ब्राह्मण को चने की दाल, पहनने के लिए पीले वस्त्र ,और खाने के लिए पके हुए केले दान में दे सकते हैं ,इसके अलावा अगर आप चाहे तो किसी को सोने की कोई वस्त्र दे सकते हैं ,ऐसा करने से आपके जीवन में मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव की छाया कम हो जाएगी और फिर आपके जीवन में हर कार्य शुभ होंगे.

2. हनुमान भगवान को पीले वस्त्र का चोला चढ़ाए

मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए हनुमान भगवान की पूजा करना शुभ दायक माना गया है क्योंकि मंगलवार के दिन हनुमान भगवान की पूजा करने का सबसे शुभ दिन माना गया है और मंगलवार दिन ही मंगल ग्रह को प्रभावित करता है ऐसे में जब आप बजरंगबली की पूजा करेंगे तो उसका असर आपके स्वामी मंगल ग्रह पर पड़ेगा और फिर वह आपसे प्रसन्न होकर आपके जीवन में शुभ फल प्रदान करेंगे.

Hanuman

ऐसे में आप मंगलवार के दिन स्नान आदि से निवृत होकर पीले वस्त्र धारण करें और हनुमान बाबा के मंदिर जाकर उन्हें लाल सिंदूर की जगह पीला वाला सिंदूर दान करें और हनुमान भगवान को पीले रंग का चोला भी दान करें तो मंगल ग्रह आपके इस कार्य से बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होंगे तथा आपके आगमन के बहुत सारे रास्ते खोल देंगे फिर आप हर क्षेत्र में उन्नति कर पाएंगे.

3. गुड और चने का दान करें

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए छोटी कन्याओं को और अन्य लोगों को और काले चने दान करना चाहिए ऐसा करने से मंगल देवता प्रसन्न होते हैं क्योंकि मंगल ग्रह गुड़ और चने का ही भोग करते हैं.

ऐसे में जब आप गुड़ और चने का दान करेंगे तो इसका अर्थ होगा आप मंगल ग्रह को भोग लगा रहे हैं. जिससे मंगल भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं और फिर मनचाही मुराद पूरी करते हैं आपके जीवन में कोई भी कार्य नहीं हो रहा है तो आप अपने आसपास के लोगों को गुड़ और काले चने का दान अवश्य करें.

4. ताम्बा की वस्तु दान करें

मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए गरीब व्यक्ति को तांबे से बनी कोई भी वस्तु दान में दे सकते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बताया गया है अगर कोई मेष राशि का जातक या जातिका किसी भी व्यक्ति को तांबे की कोई भी वस्त्र दान करता है तो इस दान का मंगल ग्रह पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है और फिर मंगल ग्रह इस दान से प्रसन्न होता है तथा आपके जीवन में खुशियां ही खुशियां डाल देता.

bracelet- yellow bangle

इसके विपरीत आप खुद तांबे की अंगूठी पहन सकते हैं यह भी आपके लिए शुभ रहेगी और आपके आगमन के नए रास्ते नजर आएंगे आप हर क्षेत्र में तरक्की कर पाएंगे.

तो मित्रो अगर आप इन चीजों को किसी भी व्यक्ति को दान करते हैं तो मंगल ग्रह मजबूत बनता है और फिर आपके जीवन में शुभ फल देता है.

मेष राशि के भाग्य उदय का सबसे आसान उपाय | Mesh rashi ke bhagy uday ka sabse aasan upay

अगर मेष राशि के लोगों के पास इतनी क्षमता नहीं है कि वह इन चीजों का दान कर सके तो वह अपने भाग्य उदय के लिए शुक्रवार के दिन मंगल ग्रह का व्रत कर सकते हैं ऐसा करने से भी मंगल ग्रह प्रसन्न होते हैं इसीलिए आइए जानते हैं मंगल ग्रह का व्रत किस दिन और किस विधि विधान से रखना चाहिए क्योंकि किसी भी देवी देवता का व्रत पूरे विधि विधान से रखने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं .

मंगल ग्रह का व्रत करने का शुभ दिन और विधि

  • मंगल ग्रह को प्रसन्न करके अपने भाग्य उदय के लिए मेष राशि के जातक जातिका को मंगलवार के दिन मंगल ग्रह का व्रत रखना शुभ दायक माना गया है.
  • इसीलिए इस व्रत को करने के लिए आप मंगलवार को सूर्योदय से पहले उठकर घर की अच्छे से साफ सफाई करें और खुद स्नान आदि से निवृत हो जाए.
  • उसके बाद घर के ईशान कोण में मंगल ग्रह या फिर बजरंगबली की मूर्ति की स्थापना करें और उन्हें पीले वस्त्र दान करें तथा खुद भी पीले वस्त्र धारण करें.
  • उसके पश्चात मूर्ति को सिंदूर का तिलक लगाएं फिर धूपबत्ती अगरबत्ती जलाएं.
  • धूपबत्ती और अगरबत्ती जलाने के पश्चात आप मंगल ग्रह को गुड़ और काले चने उबालकर भोग लगाएं भोग लगाते समय इस मंत्र का उच्चारण करें.

त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये । गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।

  • उसके पश्चात आपकी जो भी मनोकामना है आप उस मनोकामना की पूर्ति के लिए मंगल देव से प्रार्थना करें.
  • उसके पश्चात आप इस व्रत को सारा दिन रखें और जब सूर्य अस्त हो जाए तो आप मंगल या फिर भगवान बजरंग बली की प्रतिमा के सामने घी का दीपक जलाएं और रात भर उस दीपक को जलने दे.
  • मंगल ग्रह का व्रत रखते समय आपको लकड़ी के तखत पर या फिर जमीन पर ही सोना चाहिए.
  • उसके पश्चात अगले दिन आप सूर्य उदय के बाद स्नान आदि से निवृत होकर अपने आसपास के लोगों को गुड़ और चने का प्रसाद बांटे.
  • ऐसा 21 मंगलवार तक करने से मंगल ग्रह पूर्ण रूप से प्रसन्न हो जाते हैं और फिर आपकी कुंडली के उच्च भाव में प्रवेश करके आपकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाते हैं और आपके आगमन के नए रास्ते खोल देते हैं फिर आप हर क्षेत्र में प्रगति हासिल कर सकते हैं.

मित्रों जैसा कि हमने इस व्रत को करने की जो विधि बताई है अगर मेष राशि के जातक जातिका पूरे विधि विधान के साथ इस व्रत को करते हैं तो मंगल ग्रह अवश्य उन लोगों पर अपनी कृपा दृष्टि डालते हैं.

FAQ : मेष राशि का भाग्योदय

मेष राशि की मित्र राशि कौन सी है ?

मिथुन, सिंह, तुला, धनु, और कुंभ, राशि मेष राशि की मित्र राशियां बताई गई हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहां जाता है अगर मेष राशि का कोई भी जातक या जातिका इन राशि के लोगों से विवाह करता है तो उनके जीवन में हमेशा सुख शांति बनी रहती है.

मेष राशि वालों की कमजोरी क्या है ?

मेष राशि के जातक की सबसे बड़ी कमजोरी यह है कि यह लोग किसी भी कार्य को करने के लिए बहुत ज्यादा तत्पर हो जाते हैं और फिर उस कार्य को करके ही दम लेते हैं चाहे फिर वह काम बिगड़ ही क्यों न जाए और वह उस कार्य को करने के लिए किसी दूसरे की सलाह मशवरा लेना जरूरी नहीं समझते और ना तो किसी की बात सुनते हैं यही उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है जो उनके बने बनाए कार्य को भी बिगाड़ देती है.

मेष राशि के जातक किस क्षेत्र में कार्य करना पसंद करते हैं ?

12 राशियों के चक्र में मेष राशि प्रथम स्थान पर आती है जिसका ग्रह मंगल है जो साहस और ऊर्जा का कारक है इसीलिए मेष राशि के जातक इंजीनियरिंग, राजनीति, सैनिक, पुलिस, चिकित्सा और कंप्यूटर विभाग जैसे क्षेत्रों में कार्य करना पसंद करते हैं.

निष्कर्ष

तो हमारे प्रिय दर्शकों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से मेष राशि का भाग्योदय के विषय में एक विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की है जिसमें हमने मेष राशि के भाग्य उदय के लिए मंत्र ,उपाय, मंगल ग्रह को प्रसन्न कैसे करें , इन सब के विषय में बताया है अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को मेष राशि के भाग्य उदय के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी .

ऐसे में अगर आपकी भी राशि मेष है और आपके जीवन में तरह-तरह के कष्ट और अन्य परेशानियां आ रही हैं तो आप हमारे द्वारा बताए गए उपाय को अपनाकर मंगल ग्रह को प्रसन्न कर सकते हैं और फिर अपने भाग्य उदय को अपनी आंखों से देख सकते हैं तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और यह लेख आप लोगों के लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.