अशुभ मंगल ग्रह दशा कैसे समाप्त करे ? निवारण ? मंगल ग्रह को शांत करने के लिए मंत्र और यंत्र ? Mangl yntra benefit

सभी व्यक्तियों पर नौ ग्रहों का शुभ और अशुभ प्रभाव हमेशा चलता रहता है। इन ग्रहों के कालचक्र से जीवन प्रभावित होता रहता है। कहीं ना कहीं कभी ना कभी ग्रहों के प्रभाव हमारे लिए बहुत बुरे साबित होते हैं। mangal grah shanti upay in hindi

ऐसे में इन ग्रहों के प्रभाव को कम करने के लिए यंत्र मंत्र तंत्र का सहारा लिया जाता है।

इसी कड़ी में हमारा मंगल ग्रह भी एक देवता के समान प्रभाव डालता है जो नौ ग्रहों में एक है और हिंदू धर्म के अनुसार मंगल को प्रभावशाली ग्रह और देवता माना गया है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को ग्रहों का सेनापति माना जाता है जो ऊर्जा और पराक्रम का प्रतीक होता है। यह विशेष रूप से मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी होता है तथा मकर राशि में उच्च और कर्क राशि में निम्न माना जाता है।

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह को क्रूर ग्रह माना जाता है क्योंकि इस की ग्रह दशा व्यक्ति के ऊपर 7 वर्ष तक होती हैं।

जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर होता है उनमें पराक्रम और साहस की कमी होती है ऐसे में मंगल का लाभ लेने के लिए कुछ उपाय बताए जा रहे हैं जिनको करने से आपको लाभ होगा।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !

मंगल ग्रह दशा से निवारण के लिए व्रत कैसे रखे ? fast for mangle grah dsa 

जिस व्यक्ति को मंगलवार की ग्रह दशा सता रही है वे लोग मंगलवार को व्रत रखने प्रारंभ कर दें इस व्रत को शुरुआत में शुक्ल पक्ष से प्रारंभ करना उचित माना गया है कम से कम 21 मंगलवार व्रत धारण करना चाहिए |

व्रत वाले दिन विधि विधान से पूजा करके लाल वस्त्र धारण करके तांत्रिक मंत्र का जाप करें इस दिन नमक का सेवन बिल्कुल ना करें।

मंगलवार व्रत की आखिरी मंगलवार को हवन आदि करके किसी ब्राह्मण को मंगल से संबंधित वस्तुओं का दान करें जिससे आपको मंगल की ग्रह दशा में सुधार आएगा।

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मंगलवार का व्रत रखने से क्या फायदे लाभ मिलते है ?

मंगलवार को व्रत रखने से मंगल ग्रह के सभी दुःख दूर हो जाते हैं और जीवन में सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाती हैं यदि किसी भी व्यक्ति को कर्ज है तो कर्ज की समस्या समाप्त हो जाती है और संपत्ति समस्याएं समाप्त होने के बाद सुख प्राप्त होता है।

मंगल ग्रह का प्रार्थना मंत्र क्या है ?

‘ॐ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।
कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।’

मंगल ग्रह दशा को सही करने के लिए उपरोक्त मंत्र को प्रतिदिन प्रार्थना करें जिससे मंगल देवता जल्दी प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं |

मंगल ग्रह दशा शांत करने जप मंत्र कौन सा है ?

ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:’

इस मंत्र का जाप मंगलवार के दिन एक माला की 108 बार जाप करने से मंगल ग्रह की ग्रह दशा शांत होती है।

मंगलवार को क्या दान करें ?

मंगल ग्रह कल्याण प्राप्त करने के लिए मंगलवार के दिन विशेष रूप से गेहूं गुड तांबा मसूर लाल चंदन मूंगा आज चीजों का दान किया जाना चाहिए।

मंगल ग्रह शांत करने के लिए मूंगा कैसे धारण करे ?

मंगल ग्रह का आशीष प्राप्त करने और दोषों को दूर करने के लिए व्यक्ति को मंगलवार के दिन लाल मूंगा रत्न धारण करना चाहिए इस रत्न को तांबा या सोने में जड़ कर विधि-विधान पूर्वक पूजा करके धारण करने से मंगल ग्रह शांत हो जाता है तथा किसी भी प्रकार का दोष समाप्त हो जाता है।

मंगलवार के दिन मूंगा को तांबे या सोने में जड़वा कर दाहिने हाथ की अनामिका उंगली में पहनना शुभ होता है।! यह पोस्ट आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है !

मंगल ग्रह को शांत करने और मंगल ग्रह दशा या दोश को खतम या समाप्त करने के लिए महा उपाय क्या है ?

मंगल ग्रह के सभी प्रकार के दोष हटाने के लिए तथा मंगल की कृपा पाने के लिए कुछ सरल उपाय किए जाते हैं जिन से शीघ्र लाभ होता है |

मंगल ग्रह को शांत करने के लिए आइए जानते हैं कुछ उपाय :

  1. मंगल ग्रह की ग्रह दशा को सही करने के लिए मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े पहनना चाहिए।
  2. जो व्यक्ति किसी प्रकार की ऋण से ग्रस्त हैं उन लोगों को सुंदरकांड का पाठ अवश्य करना चाहिए |
  3. मंगलवार के दिन मंगल से संबंधित विभिन्न प्रकार की वस्तुओं जैसे गुण दाल लाल कपड़े आदि दान करनी चाहिए|
  4. मंगलवार के दिन कुछ मंत्रों का जाप करके मंगल से प्रार्थना करनी चाहिए इसके लिए निम्न मंत्र जाप करने चाहिए |

एकाक्षरी बीज मंत्र :

‘ॐ अं अंगारकाय नम:’

तांत्रिक मंत्र :

‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:’

मंगल मंत्र –

ॐ अग्निमूर्धा दिव: ककुत्पति: पृथिव्या अय्यम्।
अपां रेतां सि जिन्वति।।

मंगल ग्रह दोश निवारण के लिए मंगल यंत्र का प्रयोग कैसे करे ? 

यदि किसी की कुंडली है मंगला शुभ स्थान पर है तो उसकी दोश को शांत करने के लिए मंगल यंत्र की स्थापना विधि विधान से करके पूजा करने से लाभ प्राप्त होता है।

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मंगल यंत्र की पूजा करने से निश्चित रूप से कर्ज माफी हो जाती है और शुभ प्रभाव पड़ता है जिससे हर तरह की बढ़ोतरी होती है |

जिन महिलाओं को गर्भ धारण करने में समस्या होती हैं उन लोग महिलाओं को मंगल यंत्र का पूजन करना जरूरी है जिससे लाभ मिलता है और जिन लोगों को जीवनसाथी नहीं मिलता है उनके लिए मंगल यंत्र की पूजा करना विशेष लाभ प्राप्त करना होता है।

मंगल यंत्र का प्रयोग कैसे करें ?

मंगल यंत्र की स्‍थापना करते समय मंगल ग्रह की आराधना करें और मंगल मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: का 108 बार जाप करें।

मंगल यंत्र स्थापना विधि क्या है ?

मंगल यंत्र को स्थापित करने के लिए प्रातः नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नान करके यंत्र को सामने रखकर 11 से 21 इस बार मंगल के बीज मंत्र ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: का जाप करें।

जाप करने के बाद यंत्र पर गंगाजल छिड़क कर मंगल देव की सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें कि वह हमेशा शुभ फल प्रदान करें।

मंगल यंत्र स्थापित करने के बाद प्रतिदिन स्नान आदि करके पूजा करें तथा विधि विधान से पूजा अर्चना करें |

-मंगल यंत्र मंत्र –

ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:

मंगल यंत्र के प्रयोग से का प्रभाव पड़ता है ? मंगल यंत्र के लाभ क्या है ?

  1. मंगल देव की पूजा से विवाह, भूमि, संपत्ति, सेहत, धन आदि का सुख प्राप्त होता है |
  2. साधक के भीतर साहस, बल, का संचार होता है|
  3. मानव शरीर में मंगल का प्रभाव रक्त, मज्जा, यकृत, होंठ, पेट, छाती एवं बाजू पर होता है |
  4. मंगल के प्रभाव से जातक में बल, पराक्रम, अहंकार, क्रोध, आदि चीजें विकसित होती हैं।

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