स्वर्ण परी / अप्सरा साधना कैसे करें ? स्वर्ण प्रदायी परी की पूर्ण साधना विधि और मंत्र क्या है ? How to do Swarna Pari Sadhana?

Swarna Pari Sadhana kaise kare ? हमारा भारत देश बहुत पुरानी सभ्यता वाला देश है, हमारे भारत देश ने दुनिया को बहुत सी सौगातें दी है जिसमें तंत्र मंत्र, योग तथा अन्य कई सौगातें शामिल है, हमारे भारत देश को विश्व का गुरु भी कहा जाता था क्योंकि यहां पर ऐसी ऐसी खोजें हुई है जिसका पूरी दुनिया ने लाभ लिया है| Sona dene vali pari ki sadhna kaise kare ? sona dene vali apsra ki sadhna kaise kare ? 

तंत्र मंत्र के मामले में हमारा भारत देश प्राचीन काल से ही काफी आगे रहा है, यहां पर ऐसे कई बड़े बड़े तांत्रिक हुए हैं जिन्होंने अपनी साधना के माध्यम से असंभव से असंभव काम को भी बड़ी ही सरलता से पूरा किया है|तांत्रिक विद्या में कई विधाएं हैं जिनका इस्तेमाल करके तांत्रिक लोग बड़े-बड़े कामों को अंजाम देते हैं, उसी में से एक विद्या है स्वर्ण परी साधना|

जैसा कि इसके नाम से ही प्रतीत होता है कि साधक इस साधना को सोना चांदी पाने के लिए करते हैं और स्वर्ण परी सिद्ध होने के बाद अपने साधक को सोने के साथ-साथ यवन भी देती है|इसीलिए शारीरिक जरूरतों को पूरा करने के लिए और सोना पाने के लिए साधक इस साधना को करते हैं|

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वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि परियों का जिक्र ज्यादातर इस्लाम मजहब में देखने को मिलता है, वहीं अगर हम हिंदू धर्म की बात करें तो हमारे हिंदू धर्म में यक्षिणी योनि होती है|

जैसे हमारे हिंदू धर्म में यक्षिणी योनि होती है उसी तरह ही इस्लाम मजहब में परियां होती हैं, आपने बचपन में यह बात अवश्य सुनी होगी कि परी बहुत ही सुंदर होती है और उसके कपड़े सफेद होते हैं तथा उसके शरीर से हमेशा खुशबू आती रहती है|

और उससे हम जो भी मांगते हैं वह हमें लाकर देती है, हालांकि बहुत से लोगों की राय में यह सिर्फ एक कोरी कल्पना है, पर अगर देखा जाए तो परी वास्तव में होती है और इस्लाम मजहब में इसका जिक्र भी किया गया है,कई मौलाना इसकी सिद्धि करके लोगों की भलाई का काम करते हैं, साथ ही काफी अन्य काम भी करते हैं|

इस दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं जो परी की साधना करना चाहते हैं और परी की सिद्धि करके उससे मनचाहा काम लेना चाहते हैं परंतु परी की साधना कैसे करते हैं उन्हें इसके बारे में सही जानकारी नहीं होती है|

जिसके कारण कई बार वह अनजाने में परी की साधना करने निकल पड़ते हैं और गलत विधि से परी की सिद्धि करने के कारण उन्हें परी साधना सिद्ध नहीं होती है और वह निराश हो जाते हैं|

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि परी साधना काफी कम समय में सिद्ध हो जाती है और इसीलिए बहुत से साधक परी साधना को सिद्ध करने का प्रयास करते हैं|

परियां भी विभिन्न तरह की होती है, जिसमें से एक परी है स्वर्ण परी और आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं, जो साधक स्वर्ण परी वशीकरण की साधना जानना चाहते हैं उनके लिए आज का यह आर्टिकल काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको स्वर्ण परी वशीकरण साधना कैसे सिद्ध करें, इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं|

स्वर्ण परी साधना क्यों की जाती है ? Why is the golden fairy meditated

मानव की इच्छा जल्दी पूरी नहीं होती है,इस दुनिया में शायद ही ऐसा कोई मनुष्य होगा जो किसी ना किसी चीज को ना पाना चाहता हो|

उसी तरह जो साधक सोना प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं वह विभिन्न प्रकार की साधना के प्रति आकर्षित होते हैं,अधिकतर साधक सोना पाने के लिए या फिर किसी भी प्रकार की संपत्ति को पाने के लिए और जल्दी अमीर बनने के लिए साधनाएं करते हैं|

इसी तरह जो साधक सोना प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं वह स्वर्ण परी की साधना करते हैं, परंतु कई बार उनकी साधना असफल हो जाती है जिसके पीछे यह कारण निकल कर आता है कि उस साधक को उस साधना के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है|

क्योंकि कई बार साधक किसी भी किताब में से पढ़कर साधना करने निकल पड़ते हैं और बाद में उन्हें असफलता का सामना करना पड़ता है, किसी भी साधना को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए साधक को उस साधना के बारे में सभी जानकारी पता होनी चाहिए|

इसके अलावा कोई भी साधना शुरू करने से पहले साधक को कीलन और अपनी सुरक्षा का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए क्योंकि बहुत सी साधनाएं काफी उग्र होती है|

और उसमें साधक को नुकसान होने का खतरा भी रहता है,इसीलिए साधना पूरी करने से पहले साधक को अपने शरीर को मंत्रों से रक्षित कर लेना चाहिए|

मुस्लिम शाबर साधनाये क्या है ? Muslim Shabar Sadhna

मुस्लिम साधनाएं अधिकतर ऐसे माहौल में की जाती है जहां पर अधिक खुशबू और अच्छी महक आती हो, क्योंकि मुस्लिम साधकों का मानना है कि ऐसा करने से साधक का मन साधना में लगा रहता है|

बल्कि साधक जिस भी यक्षिणी, परी या फिर कोई जिन की साधना कर रहा है वह भी जल्दी से आकर्षित हो जाती है और उनकी साधना जल्दी सफल हो जाती है और उनकी सिद्धि पूरी हो जाती है|

स्वर्ण प्रदायी परी की साधना कैसे करे ?  Sadhna of Swarna Pari

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि साधक इस साधना को सोना की प्राप्ति के लिए करते हैं, इसके अलावा भी इस साधना का एक अन्य लाभ भी है|

जब यह परी साधक से सिद्ध हो जाती है, तब यह सोना देने के साथ-साथ अपने साधक को शारीरिक भोग भी उपलब्ध करवाती है |

इस्लामिक रीति रिवाज में अधिकतर परियां मुस्लिम शाबर से जुड़ी हुई होती है, इसीलिए इसमें यह बात खासतौर पर ध्यान रखनी होती है|

यह परी सिद्ध होने के बाद अपने साधक को सोना प्रदान करती है और उसके बाद एक प्रेमिका के तौर पर अलौकिक योवन का भी आनंद देती है|

हालांकि इस परी को सिद्ध करना काफी कठिन होता है, क्योंकि इस परी को सिद्ध करने के लिए साधक को अपनी वासना पर काबू रखना पड़ता है और अगर साधक का मन वासना में डूब कर जरा भी इधर उधर हुआ तो यह साधना असफल हो जाती है|

इसीलिए साधक को अपनी वासना पर नियंत्रण रखना अति आवश्यक है,आइए अब आगे जानते हैं कि इस परी को सिद्ध करने के लिए आपको कौन-कौन सी सामग्रियों की आवश्यकता पड़ेगी|

स्वर्ण परी साधना में कौन से सामग्री की आवश्यकता होगी ? Ingredients of Swarna Pari Sadhna

इस परी को सिद्ध करने के लिए साधक को अपने पास मंडल यंत्र, गुलाब के फूल, चमेली के तेल और चमेली के इत्र की आवश्यकता पड़ेगी|

इसके अलावा साधक को 8 गोमती चक्र,आठ सुपारी, 8 लॉन्ग और आठ पतासे की भी आवश्यकता पड़ेगी, साथ ही थोड़ा सा काला तिल, सफेद आसन, सफेद कपड़े और हकीक की माला की भी आवश्यकता पड़ेगी |

इसीलिए साधना शुरू करने से पहले इन सभी सामग्रियों को इकट्ठा अवश्य कर ले|

स्वर्ण प्रदायी परी की साधना की विधि क्या है ? स्वर्ण परी साधना कैसे करे ? Method of swarna Pari Sadhna

इस परी को सिद्ध करने के लिए टोटल 40 दिनों का समय लगता है और इसीलिए 40 दिनों तक साधक को एक ऐसे कमरे में माला के द्वारा जाप करना चाहिए जहां पर आप के अलावा कोई भी नहीं जाता हो|

और 40 दिनों तक साधक को सिर्फ एक समय ही खाना खाना है और उसमें भी खीर अवश्य खानी है और इन दिनों में आपको एकांतवास में गुप्त तरीके से रहना है|

इस साधना को चालू करने के लिए किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को उपवास रखें और उसी दिन शाम को उपवास खत्म करने के बाद खीर अवश्य खाएं|

इसके बाद रात में स्नान करें और फिर जहां पर आप साधना करना चाहते हैं उस कमरे में जाए और वहां पर गुलाब की पंखुड़ियां बिखेर दें और इसके बाद अपने शरीर में इत्र लगाएं और बाजोट पर मंडल यंत्र को स्थापित करें|

और उसके चारों तरफ गुलाब की पंखुड़ियों का एक घेरा बना दें और फिर इसके चारों तरफ सबसे पहले गोमती चक्र, फिर 8 सुपारी, लॉन्ग, इलायची और पतासे रख दें|

और फिर मंडल यंत्र के सामने तेल की ढेरी बना ले और फिर सफेद आसन पर बैठ जाएं,इस बात का ध्यान रखें कि आपका मुंह उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए|

इसके बाद सफ़ेद हकीक की माला से रोज रात्रि 101 माला का जाप करे और फिर वही सो जाये|

आपको रोजाना 40 दिनों तक यही क्रिया दौहरानी है और भोजन में आपको खीर ही खाना है, इसके बाद नहाना है और कमरे में रोज 101 माला का जाप करना है, इस साधना में आप|को ब्रम्हचर्य का पूर्ण तरीके से पालन करना है|

स्वर्ण परी साधना का मंत्र क्या है ? Swarna pari Sadhna Mantra

“अर्हीना अरीना सरीना सफरीना अकविपा सदा सदुनी कामिनी पदभावी वश्यं कुरु कुरु नमः”

साधना में सफलता की कितनी गारन्टी है ? Success in Swarna Pari Sadhna

कोई भी साधना अधिकतर तभी सफल होती है जब वह गुरु के आशीर्वाद से शुरू की जाती है हालांकि हम यह नहीं कह रहे हैं कि जिस व्यक्ति के पास कोई गुरु नहीं है उसकी साधना असफल हो जाएगी|

परंतु गुरु का मार्गदर्शन साधना में काफी काम आता है, इसलिए जब भी आप कोई भी साधना आरंभ करना चाहे तो किसी ना किसी को अपना गुरु अवश्य बना ले |

-: चेतावनी disclaimer :-

सभी तांत्रिक साधनाएं एवं क्रियाएँ सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी गई हैं, किसी के ऊपर दुरुपयोग न करें एवं साधना किसी गुरु के सानिध्य (संपर्क) में ही करे अन्यथा इसमें त्रुटि से होने वाले किसी भी नुकसान के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे |

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