1 मुखी रुद्राक्ष की असली पहचान, महत्व और सही धारण विधि एवं 10 लाभ | 1 mukhi rudraksha

1 mukhi rudraksha | एक मुखी रुद्राक्ष : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं इस लेख में 1 mukhi rudraksha के टॉपिक से संबंधित विशेष जानकारी प्रदान करूंगी. जिसमें मै 1 mukhi rudraksha रुद्राक्ष का महत्व, इसके लाभ और इसकी पहचान के विषय में बताएंगे.

1 mukhi rudraksha | एक मुखी रुद्राक्ष एक मुखी रुद्राक्ष

ताकि आप लोग रुद्राक्ष के विषय में संपूर्ण जानकारी सटीक और सरल शब्दों में जान सकें, क्योंकि रुद्राक्ष का जीवन में बहुत ही महत्व है. इसलिए क्योंकि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी, जिनको पहनने से सभी प्रकार के दुखों का निवारण होता है और तभी से रुद्राक्ष पहनने का महत्व बढ़ता जा रहा है.

शिव पुराण में 16 तरह के रुद्राक्ष का वर्णन मिलता है, जिनका अपना अलग-अलग महत्व है और इन्हीं 16 रुद्राक्ष में से आज मैं आप लोगों को 1 mukhi rudraksha के विषय में विशेष जानकारी बताएंगे.

अगर आप लोग 1 mukhi rudraksha धारण करना चाहते हैं या फिर इसके विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो यह लेख आप लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो सकता है इसीलिए इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

एक मुखी रुद्राक्ष का महत्व | 1 mukhi rudraksh ka mahatva

पौराणिक मान्यता के अनुसार एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. जिससे परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती हैं. इतना ही नहीं एक मुखी रुद्राक्ष को लेकर यह भी कहा जाता है .

Rudraksha

जो व्यक्ति इस रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात इसके बनाए गए सभी प्रकार के नियमों का पालन करते हैं. तो उन्हें जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति प्राप्त हो जाती है यानी कि वह लोग ईश्वर के चरणों में स्थान प्राप्त करते हैं. क्योंकि रुद्राक्ष का निर्माण भगवान शिव के आंसुओं के द्वारा हुआ था.

जिसमें कई तरह की अलौकिक शक्तियां विद्यमान हैं. जिसको धारण करने से आध्‍यात्‍मिक कार्यों में रूचि बढ़ती है .

एक मुखी रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें ? | Ek mukhi rudraksh ki pahchan kaise kare ?

शिव पुराण में 16 प्रकार के रुद्राक्षओं का वर्णन मिलता है. जिनमें से मैं एक मुखी रुद्राक्ष की पहचान करने के विषय में बता रही हूं. एक मुखी रुद्राक्ष में केवल एक ही रेखा होती है. इस रुद्राक्ष का आकार अर्द्ध चंद्रमा या फिर काजू की तरह होता है.

इस तरह से आप एक मुखी रुद्राक्ष की पहचान कर सकते हैं, लेकिन आजकल मार्केट में असली रुद्राक्ष की जगह नकली रुद्राक्ष भी आते हैं. जो बिल्कुल देखने में असली रुद्राक्ष की तरह होते हैं. जिनको पहनने से हमें कोई भी शुभ लाभ प्राप्त नहीं होते हैं इसीलिए रुद्राक्ष असली है या नकली इसकी पहचान करना भी आवश्यक होता है.

ऐसे में आप एक रुद्राक्ष की पहचान के लिए इसे पानी में अच्छे से उबाले अगर एक मुखी रुद्राक्ष अपना रंग छोड़ने लगे तो समझना कि यह रुद्राक्ष नकली है और अगर पानी में उबालने के बाद भी इसका कलर ना छूटे तो समझना की रुद्राक्ष असली है.

एक मुखी रुद्राक्ष किसको पहनना चाहिए ? | Ek mukhi rudraksha kisko pahnna chahiye ?

वैसे तो कोई भी जातक-जातिका एक मुखी रुद्राक्ष को पहन सकता है लेकिन ज्योतिष शास्त्र का मानना है कि एक मुखी रुद्राक्ष सिंह राशि के लोगों के लिए बेहद शुभ साबित होता है क्योंकि एक मुखी रुद्राक्ष सूर्य ग्रह से संबंधित है.

surya

जो सिंह राशि के प्रमुख स्वामी माने जाते हैं इसीलिए यह रुद्राक्ष इन लोगों के लिए हर प्रकार से फायदेमंद साबित होता है. ऐसे में सिंह राशि के अलावा अन्य लोग भी इसे धारण कर सकते हैं. मगर एक बार ज्योतिष से सलाह लेने के पश्चात ही इसे धारण करें.

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने के फायदे |Ek mukhi rudraksha dharan karne ke fayde

एक मुखी रुद्राक्ष में भगवान शिव का वास होता है. इसे पूरे विधि-विधान के साथ धारण करने से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं. जिनमें से मैं कुछ प्रमुख लाभ के विषय में नीचे बता रही हूं. जो निम्न प्रकार के हैं जैसे,

1. एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से करियर में सफलता प्राप्त होती है.

2. एक मुखी रुद्राक्ष को पूरे विधि-विधान के साथ धारण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.

3. छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में सफलता प्राप्त करने हेतु एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना विशेष शुभ फल देता है.

4. एक मुखी रुद्राक्ष को पहनने से अपने मन की इंद्री को वश में किया जा सकता है.

5. एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत होती है.

पंचमुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और नुकसान रुद्राक्ष पहनने के लाभ रुद्राक्ष की माला धारण करने के फायदे rudraksha pehne ke fayde rudraksh pahnane ke nuksan

6. एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से भगवान शिव के साथ माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.

7. एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं.

8. एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.

9. एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से ब्लड प्रेशर, दिल से संबंधित बीमारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य से संबंधित अन्य कई सारे फायदे मिलते हैं.

10. एक मुखी रुद्राक्ष पहनने से अध्यात्म  के प्रति रुचि बढ़ती है.

FAQ : 1 mukhi rudraksha

एकमुखी रुद्राक्ष को कैसे और कहां पहनें ?

एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए रविवार के दिन स्नान आदि से निवृत होने के पश्चात गंगाजल से पवित्र कर लें उसके पश्चात इसे लाल धागे में पिरो कर या फिर चांदी की चैन में पिरोकर पहनना चाहिए .

क्या सोते समय रुद्राक्ष पहन सकते हैं ?

मान्यता है सोते समय हमारा शरीर अशुद्ध बराबर होता है ऐसे में रुद्राक्ष को सोते समय पहनना अशुभ माना जाता है इसीलिए आप सोने के टाइम रुद्राक्ष को निकाल कर पूजा घर में या फिर अपने सिरहाने रख लें प्रातः काल स्नानादि से निवृत्त होकर पुनः इसे धारण कर लें.

रुद्राक्ष पहने के बाद क्या नहीं करना चाहिए ?

रुद्राक्ष पहनने के बाद आप मांस मदिरा से दूरी बरतें ,श्मशान घाट में रुद्राक्ष को पहनकर ना जाएं ,मृत शरीर के पास इसे पहनकर ना जाए, इसे पहन कर संभोग ना करें ,इसके अलावा जिस महिला को बच्चा हुआ हो 8 दिन तक उसके पास रुद्राक्ष को पहनकर ना जाए.

निष्कर्ष

तो मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में 1 mukhi rudraksha टॉपिक से संबंधित जानकारी प्रदान की है. जिसमें हमने 1 mukhi rudraksha का महत्त्व, इसके क्या फायदे है और इसकी पहचान विषय में बताया है ? अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को 1 mukhi rudraksha टॉपिक से संबंधित विशेष जानकारी प्राप्त हो गई होगी.

मित्रों हम उम्मीद करते हैं कि आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी और साथ में उपयोगी भी साबित हुई होगी.

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