संपूर्ण अघोरी मन्त्र हिंदी अर्थ सहित एवं शिव अघोरी तंत्र-मंत्र विद्या PDF Book | aghori mantra : Aghor Shiv Mantra

अघोरी मंत्र | Aghori mantra : हेलो दोस्तों नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से aghori mantra के बारे में जानकारी देने वाले हैं हमारी संपूर्ण भारत में कई प्रकार की पूजा एवं साधनाएं प्रसिद्ध है इन्हीं प्रसिद्ध पूजा साधनों में से काला जादू तंत्र – मंत्र और अघोरी साधना भी आती है इन साधनों के लिए साधक देश के चुनिंदा शहरों में जाते हैं यही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं का इलाज खोजने वाले लोग इन शहरों तक पहुंचते हैं।

क्या आप जानते हैं कि यह अघोरी कौन होते हैं अघोरी जिन्हें भगवान शिव का अंश बताया गया है हमारे भारत देश सदियों से अलग-अलग साधना पद्धतियों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध रहा है हर एक देश में हर एक व्यक्ति अपने मन मुताबिक साधना करता है कुछ लोग तांत्रिक साधना करते हैं तो कुछ लोग मंत्रिक साधना करते हैं देश में हर जगह पर साधु संतों का मिलाप होगा इसके अलावा और कहीं पर काला जादू के जानकार भी मिलेंगे तो कहीं पर अघोरी बाबा मिलेंगे , और कहीं पर नागा साधु भी मिलेंगे।

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हमारे जैसे आम प्राणी भी अपनी समस्या का समाधान लेने के लिए इनके पास पहुंचते हैं और जब वह वहां पर पहुंचते हैं तो यह अघोरी उन्हें बेवकूफ बनाकर इधर-उधर की बातें बताते हैं और उनसे पैसे आते हैं लेकिन आज हम आपको जो जानकारी देने वाले हैं उसके माध्यम से आपको कहीं पर भी जाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आजकल की इस Technical दुनिया में सब कुछ Online उपलब्ध हो चुका है आपको किसी बाबा या साधु संत के पास जाने की आवश्यकता नहीं है।

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अपने जीवन की संपूर्ण परेशानियों से बहुत अधिक उलझा हुआ है और उनसे छुटकारा पाना चाहता है तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से aghori mantra के बारे में जानकारी देंगे और उसी के साथ काले जादू , तंत्र-मंत्र क्रियाओं और अघोरी साधना के साथ-साथ देश में कहां-कहां इन सभी विषयों के बारे में बात की जाती है इसके बारे में भी जानकारी देंगे अगर आप में से कोई भी व्यक्ति aghori mantra के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहता है तो वह हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें तभी आपको इस मंत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो पाएगी।

अघोरी मंत्र | Aghori mantra

Aghori

ॐ अघोरेभ्यो तं घोरेभ्यो घोर घोर तरेभ्यः
सर्वेभ्यास सर्व सर्वेभ्यो नमस्तेऽस्तु रुद्र रूपेभ्यः

जो भयानक नहीं हैं, जो भयानक हैं, और जो भयानक हैं और भयानक नहीं हैं, उन्हें भी मेरा नमस्कार है।

सर्वत्र और सर्वदा मैं समस्त रुद्र स्वरूपों को नमस्कार करता हूँ।

ॐ नमः शिवाय महादेवाय नीलकंठाय आदि रुद्राय अघोरमंत्राय अघोर रुद्राय अघोर भद्राय सर्वभयराय मम सर्वकार्यफल प्रदाय हन हनाय

ॐ ॐ ॐ ॐ तं तं तं तं घ्रीं घ्रीं घ्रीं घ्रीं ह्रीं हर हरय सर्व अघोररूपाय त्र्यंबकाय विरूपाक्षाय

ॐ हौं ह ॐ हीं ह्रां ग्रीं ग्रौं हां हीं हूं हूं हूं हूं ह्रां ह्रां क्षीं क्षौं क्षं क्षौं क्ष:

ॐ नमः शिवाय अघोरप्रलयप्रचंड रुद्राय अपरिमितवीरविक्रमाय अघोररुद्रमंत्राय सर्वग्रहोच्चाटनाय सर्वजनवशीकरणाय सर्वतोमुख मां रक्ष रक्ष

श्रीं हूं फट् स्वाहा।

ॐ क्षं क्षीं क्षौं क्षौं क्षः ॐ हां हीं हूं हूं हौं हः स्वर्गमृत्यु पाताल त्रिभुवन सच्चरित देव ग्रहाणां दानव ग्रहाणां ब्रह्मराक्षस ग्रहाणां सर्ववतग्रहाणां सर्ववेतालग्रहाणां शाकिनिग्रहाणां डाकिनीग्रहाणां सर्वभूतग्रहाणां कामिनीग्रहाणां सर्वपिंडग्रहाणां सर्वदेशग्रहाणां सर्वपस्मार गृहानां हन हन हन भक्षय भक्षय विरूपाक्षाय दह दह दह हं फट् स्वाहा ॥

ॐ नमः शिवाय महादेवाय नीलकंठाय आदि रुद्राय अघोरामंत्राय अघोरा रुद्राय अघोरा भद्राय सर्वभयहराय मम सर्वकार्यफल प्रदाय हन हनाय

ॐ ॐ ओ ॐ तमं तमं तमं तमं घृण् घृण् घृण् घृण् हर हराय सर्व अघोरारूपाय त्रयम्बकाय विरुपाक्षाय

ॐ हौ ॐ हः हीं हः ग्रौं ग्रौं ग्रौं हां हीं क्षौं हौं हः क्षीं कुशीं क्षौं क्षौं नमः शिवाय अघोरप्रलयप्रचण्ड रुद्राय अपरिमितविक्रमाय अघोरारुद्रमत्रय सर्वग्रहोच्चान्ताय सर्वजनवशिकरणाय सर्वतोमुख मण रक्ष रक्ष सिघ्रं ह्युन फट् स्वाहा |

ॐ क्षं क्षीं क्षौं क्षौं क्षौं हं हहं हौं हौं हः स्वर्गमृत्यु पाताल त्रिभुवन साकार देव गृह नानं दानव ग्रहाणां ब्रह्मराक्षस ग्रहाणां सर्ववतग्रहाणां सर्ववेतालग्रहाणां शाकिनिग्रहाणां दनाकिनिग्रहाणा 

ॐ सर्वभूतग्रहाणां कामिनीग्रहाणां सर्वपिण्डग्रहाणां सर्वदेशाग्रहाणां सर्वपस्माराग्रहाणां हाना हाना हाना भक्षय भक्षय भक्षय वीर उपाक्षाय दाहा दाहा हुं फट् स्वाहा ||

अघोरी मंत्रअघोरी मंत्र के अर्थ
ॐ नमः शिवायभगवान शिव को मेरा नमस्कार
महादेवायईश्वर का सर्वोच्च सिद्धांत,
नीलक हु थायहे ईश्वर आप दुनिया की संपूर्ण नकारात्मक शक्तियों को अपने अंदर समाहित कर लेते हैं ताकि वह सभी नकारात्मक शक्तियां हममें जहर ना गौल सकें.
आदि रुद्रायहे ईश्वर आप हमारे संपूर्ण कष्टों को दूर करने वाले हैं एक ऐसे आदि स्रोत देवता है जिसके माध्यम से हमारा संपूर्ण जीवन कष्टों से दूर रहता है,
अघोरमा त्रय _हे ईश्वर आप इस अद्भुत मंत्र के द्वारा हमारे पास आ रहे हैं.
अघोरा रुद्रायआप हमारे जीवन के सभी पीड़ा एवं दुख,भय को दूर करने वाले देवता है 
अघोरा भद्रायआपके आशीर्वाद से हमारे जीवन में जितना भी कष्ट हुआ करता था या भय था वह आज दूर हो गया है 
सर्वभयहारयमेरे जीवन की संपूर्ण परेशानी और चिंता के साथ
मम सर्वकार्यफल प्रदायहे ईश्वर मैं अपने संपूर्ण जीवन के कर्मों का फल आपको समर्पित करता हूं
हाना हनायाताकि आप हमारे जीवन के कर्म बंधन को नष्ट कर सकें.
ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ त्अम् त्यां त्यां त्यां घृण् घृण् घृण् घृण् घृण्हे ईश्वर मैं आपकी पूजा सास्वत तरीके से करती हूं और अपने अंदर एक ऐसा ज्ञान प्रकट करती हूं जो मेरे दिल की रूढ़ियों को दूर करता है और वह दिव्य प्रकाश सामने लेकर आता है
हर हराय सर्व अघोरारूपायजिस प्रकार तुम भय को दूर करते हो, उसी प्रकार मेरी सभी नकारात्मकताओं को दूर करो।
त्रयम्बकाय विरूपाक्षायजिस प्रकार आप ज्ञान के दायरे में रहते हैं और माध्यमिक की दृष्टि शक्ति प्रदान करते हैं उसी प्रकार मुझे भी ज्ञान प्राप्त कीजिए.
ॐ हौं हाः हीं हाः ग्रां ग्रां ग्रांसभी क्षेत्रों में तिजोरी का सोना हमारा आत्मविश्वास उत्साह और जुनून जगाता है
हां ही हूं हूं हूं हूं हूं हां हूंहे मां दुर्गा आप मुझे दिव्य प्रकाश में उड़ने के लिए पंख देने की कृपा करें.
क्षः क्षः क्षः क्षः क्षःहे मां काली आप मुझे अंधकार से मुक्ति प्रदान करें।
ॐ नमः शिवायओम, शिव को मेरा नमस्कार,
अघोराप्रलयप्रच ं द रुद्रायईश्वर जिस चीज से मुझे डर लगता है या फिर जिस चीज से मुझे अपूर्ण क्रोध आता है उस चीज को मेरी जिंदगी से हमेशा के लिए दूर कर दीजिए।
अपरिमितविरविक्रमयबिना किसी वजह या बिना किसी अंत के मैं आपको बार-बार पुकारती हूं,
अघोरारुद्रमा त्रय _जो मंत्र जाप दुख और भय को हमेशा के लिए दूर कर देता है,
सर्वग्रहोच्चातनायदुनिया की सभी नकारात्मक भावों को हमेशा के लिए नष्ट कर दीजिए
सर्वजनवशीकरणायएक सर्वोच्च व्यक्ति के रूप में आप अपने ही कारण है
सर्वतोमुखसर्वव्यापी, सदैव मेरे साथ।
माँ रक्ष रक्ष सिघ्र मुआप तुरंत ही मेरी प्रतिक्रिया का फल देते हैं और मेरी रक्षा भी करते हैं
हुं फट् स्वाहामैं आपकी खुद अग्नि में अपने शुद्ध आत्मा और आपकी दिव्य अग्नि की आहुति के रूप में अर्पित करूंगी और उसका उपचार भी करूंगी।
ॐ क्षयं क्षौं क्षःहे मां काली आप मुझे अंधकार से मुक्ति प्रदान करें।
ॐ हं हीं हूं हूं हूं हूं हूं हूं हूंहे मां दुर्गा आप मुझे दिव्य प्रकाश में उड़ने के लिए पंख देने की कृपा करें.
स्वर्गमृत्यु पातालमैंने सुना है कि आप स्वर्ग और नर्क में मृत्यु और पुनर्जन्म से मुक्ति प्रदान कराते हैं.
त्रिभुवन सचरिताआपने जो भी मुक्तिदायी की कार्य किए हैं उनकी कहानियां पूरे विश्व में या तीनों लोगों में चर्चित है और व्याप्त है.
देव ग्रहाना मुप्रकाश के प्राणियों के क्षेत्र, 
दानव ग्रहाणाजादुई प्राणियों के क्षेत्र,
ब्रह्मराक्षस ग्रहाणापतित ब्राह्मणों के लोक,
सर्ववत् ग्रहाणंहवा के दायरे,
सर्ववेताला ग्रहाणाचलते-फिरते मृतकों के क्षेत्र (वेटालस के कब्जे में)
शाकिनि ग्रहाणाआदिम प्रकृति देवी के क्षेत्र,
दाकिनिग्रहण मुम्यूज़ के लोक, आकाश नर्तक,
सर्वभूतगृहाणं _सभी आदिम, मौलिक आत्माओं के क्षेत्र,
कामिनीग्रहण मुइच्छा की देवियों के क्षेत्र
सर्वपिण्डग्रहानाम्गर्भ में जन्मे सभी लोगों के दायरे
सर्वदेशाग्रहाणं _सभी संस्कृतियों और देशों के क्षेत्र,
सर्वपस्मारागृहाणंदुर्बल करने वाली अज्ञानता के सभी क्षेत्र।
हाना हाना हानाआप पत्थर के ठंडे हत्यारे हैं
भक्षय भक्षय भक्षयजो नष्ट करता है, मिटाता है और निगल जाता है
विरुपाक्षायजो दिव्य माँ की दिव्य दृष्टि में बाधा डालता है।
दाहा दाहा दाहामेरा मैल जला दो।
हुं फट् स्वाहाआज से मैं अपनी शुभ आत्मा से आपकी दिव्य अग्नि में आहुति दूंगी और उपचार सकती हूं मुक्त हो जाएगी।

अघोर मंत्र | Aghor Mantra

क्या आपने से कोई भी व्यक्ति अघोर मंत्र के बारे में जानना चाहता है आप सभी ने Aghori mantra के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन अभी तक आपको अघोर मंत्र के बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं होगी हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अघोर एक प्रकार का समूह है जिसमें विभिन्न प्रकार के अघोरी शामिल होते हैं उन्हें ही अघोर कहा जाता है.

अघोर एक प्रकार का पंथ है जिसे अघोर मत या अघोरियों का एक संप्रदायिक कहा जाता है हिंदू धर्म का एक मुख्य संप्रदाय है अघोर का पालन करने वाले लोग अघोरी कहलाते हैं अघोरनाथ भगवान शिव को माना गया है जिस प्रकार रुद्र की मूर्ति को श्वेताश्वतरोपनिषद (३-५) में अघोरा वा मंगलमयी कहा गया है.

Aghori

उसी प्रकार इनका अघोर मंत्र भी बहुत ही प्रसिद्ध है हमारे पूरे भारत एवं अन्य देशों में और मंत्र के बारे में चर्चा बहुत ही विस्तार से की गई है इसके बारे में बहुत से लोग बहुत ही जानकारी देते हैं अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अघोर मंत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहता है या फिर और मंत्र की जाप विधि क्या है इसके बारे में जानकारी चाहता है।

हमारे द्वारा दी गई जानकारी एवं अघोर मंत्र के बारे में जानने के लिए नीचे हमने आपको अघोर मंत्र की संपूर्ण विधि और उसका मंत्र दिया है इसका जाप करके आप जीवन की सभी परेशानियों को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं.

मंत्र :- 

उगत तारे भय भुन्सरे

जहा अघोरी आन विराजे 

लड़की जले मुर्दा चिल्लाय तह 

अघोरी वीर किर किराय मेरी भक्ति गुरु 

कि शक्ति देख देख रे अघोरी तेरे मंत्र कि दुहाई 

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अघोर मंत्र का जाप करना चाहता है तो हमने आपको ऊपर अघोर मंत्र दिया है अब हम आपको अघोर मंत्र की संपूर्ण विधि के बारे में जानकारी देंगे और मंत्र का जाप करने के लिए आपको अमावस्या की रात्रि को व स्नान आदि से निवृत होने के पश्चात 10:00 बजे साधना के लिए बैठना साधना में बैठते समय आपको विशेष रूप से ध्यान रखना है कि आपका मुख दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए साधना के वक्त आसन पर पलटी जमा कर बैठ जाएं और ध्यान रहे।

काले रंग के वस्त्र धारण करें क्योंकि ऐसी साधना में काले वस्त्र का ही प्रयोग किया जाता है उसके पश्चात अपने सामने एक काला कपड़ा दिखाना है और उस पर एक मिट्टी का छोटा सा रखना है और उसके बाद अपने हाथों में थोड़े से काले तिल लेकर मटके के बगल में रख लेना है मटकी के ऊपर धूपबत्ती या फिर सरसों के तेल का दीपक जलाना दीया और मटका आमने सामने होना चाहिए।

 

Rudraksha

दीपक को जलाने के पश्चात दिये को देखते हुए 51 बार रुद्राक्ष की माला मंत्र को सिद्ध करना है उसके पश्चात दूसरे दिन मटका नदी में जाकर प्रवाह कर देना है और साधना पूर्ण करना है जैसे ही आप की साधना संपूर्ण होती है उसके बाद किसी भी अमावस्या की रात्रि को यह प्रक्रिया दौरा है और एक माला जाप करते हुए तोदृष्य शक्ति दिए में दिखाने लगी तब जाकर आपकी प्रार्थना पूर्ण हो जाएगी और आप अपनी इच्छा से शक्ति हर कार्य पूर्ण कर सकते हैं और अपने जीवन की संपूर्ण परेशानियों को हमेशा के लिए अपने जीवन से दूर कर सकते हैं।

अघोरी तंत्र – मंत्र विद्या | Aghori Tantra Mantra Vidya

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अघोरी तंत्र मंत्र विद्या के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहता है तो आज हम आपको यहां पर अघोरी तंत्र – मंत्र विद्या से रिलेटेड थी ऐसी बुक देने वाले हैं जिसके माध्यम से आप अघोरी तंत्र मंत्र विद्या के बारे में उठते हैं यहां पर हम आपको अघोरी तंत्र-मंत्र विद्या , पुराना असली अघोरी साधना सिद्धि , अघोरी साधु का अघोरी तंत्र के बारे में जानकारी देंगे.

 

अगर आपने से कोई भी व्यक्ति इन तीनों में से किसी एक को खरीदकर पड़ता है तो वह अघोरी तंत्र – मंत्र विद्या के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकता है यह सभी आपको amazon , flipkart या फिर ऑफलाइन भी उपलब्ध हो जाएंगी इसके लिए आपको किसी बड़ी मार्केट से लेना होगा क्योंकि नॉर्मल जगह पर यह बुकउपलब्ध नहीं होंगी.

Aghori Tantra Mantra Vidya (Saral Hindi)₹80
पुराना असली अघोर साधना सिद्धि₹600.00
Aghori Sadhu Ka Aghor Tantra₹146.00

अघोरी तंत्र बुक PDF | Aghori Tantra Book PDF

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अघोरी तंत्र बुक PDF के बारे में जानकारी चाहता है तो हम यहां पर आपको फ्री डाउनलोड पीडीएफ अघोरी मंत्र बुक का देने जा रहे हैं जिसके माध्यम से आप अघोरी तंत्र मंत्र को जान सकते हैं डाउनलोड करें और आसानी से पढ़ें.

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अघोरी मंत्र को सिद्ध करके करें 35 सेकंड में वशीकरण | Aghori mantra ko siddh karake karen 35 second mein vashikaran

हमारे भारत में बहुत से ऐसे लोग हैं जो आज भी सोचते हैं कि वशीकरण मंत्र का प्रयोग करके हम किसी भी व्यक्ति को वश में करने का काम कर सकते हैं जिन्हें तांत्रिक या फिर अघोरी के नाम से जाना जाता है हमारे भारत का समाज आध्यात्मिक की और तो है लेकिन उनके दिमाग कुछ गलत चीजों में भी चलते हैं अगर आपके मन में ऐसे विचार उठ रहे हैं कि यह तंत्र – मंत्र या साधना तांत्रिक अघोरी ही कर सकते हैं तो ऐसा नहीं है एक आम इंसान भी इन मंत्रों का प्रयोग करके इस साधना को सफल पूर्वक संपन्न कर सकता है.

क्योंकि अघोरी मंत्र में एक ऐसी ऊर्जा समाहित है जो कि साधना के दौरान हमें अपनी इच्छाशक्ति और मन के दृढ़ संकल्प को इस ऊर्जा में समावेश कर लेती है और इसकी की वजह से हम अपने कार्य को पूर्ण रूप से कर सकते हैं किसी भी कार्य के प्रति आपका उद्देश्य सच्चा है तो आप अपने मन में दृढ़ संकल्प ले सकते हैं क्योंकि वशीकरण प्रक्रिया तभी की जा सकती है जब आपके उद्देश्य सच्चे हैं अगर आपका उद्देश्य सच्चा हो तो आप वशीकरण प्रक्रिया को आराम से कर सकते हैं।

ऐसे बहुत से लोग हैं जो वशीकरण प्रक्रिया का प्रयोग करते हैं और वही लोग अघोरी मंत्र के बारे में जानना चाहते हैं या फिर उसकी वशीकरण प्रक्रिया के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहते हैं इसीलिए आज हम आपको इस लेख में चार ऐसे अघोरी प्रक्रिया बताने वाले हैं जिसकी प्रयोग विधि से आप मंत्र सिद्ध कर सकते हैं और सफलतापूर्वक 35 सेकंड में वशीकरण करने की सफलता को हासिल भी कर सकते हैं।

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति Aghori mantra को सिद्ध करके 35 सेकंड में वशीकरण करने की विधि के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहता है तो हमारे द्वारा दिए गए इस विधि को ध्यान से अवश्य पढ़ें 35 सेकंड की इस वशीकरण प्रक्रिया को करने के लिए आपको पूरा ध्यान इस प्रक्रिया पर लगाना होगा.

Aghori

इस प्रक्रिया को करने से पहले आपको सबसे पहले या निश्चय करना होगा कि आप किस व्यक्ति को अपने वश में करना चाहते हैं क्योंकि कई ऐसे व्यक्ति है जो अपने प्रेमी जीवन को जोड़ने के लिए वशीकरण प्रक्रिया का प्रयोग करते हैं तो कई व्यक्ति अपना नया प्रेम बंधन जोड़ने के लिए वशीकरण प्रक्रिया को करते हैं अगर आप अपना उद्देश्य सभी रखेंगे तो आपको इस वशीकरण प्रक्रिया में सर्वोत्तम सफलता अवश्य हासिल होगी।

30 सेकंड में वशीकरण प्रक्रिया को करने के लिए आपको सबसे पहले मंत्र को सिद्ध करने की आवश्यकता है उसके बाद ही आप इस मंत्र का प्रयोग कर सकते हैं मंत्र को सिद्ध करने के लिए अपने दाहिने पैर की धूल का इस्तेमाल करना है इस प्रक्रिया को संपन्न करने के पश्चात इस मंत्र को किस प्रकार से सिद्ध करने आइए जानते हैं।

शायद ही आपने इससे पहले अघोरी मंत्र के बारे में सुना होगा अगर आपने सुना है तो बहुत ही अच्छी बात है आप इसमें वशीकरण प्रक्रिया को आराम से कर सकते हैं क्योंकि आपको अघोरी मंत्र के बारे में पहले से जानकारी बस आपको उसकी प्रक्रिया एवं मंत्र के विधि चाहिए थी Aghori mantra के द्वारा 35 सेकंड में वशीकरण करने की विधि बहुत ही सरल है उसके लिए आपको सबसे पहले काले वस्त्र धारण करना है मंत्र जाप करते समय काले वस्त्र आपके शरीर में होना अनिवार्य है।

अगर आप काले होते धारण नहीं करते हैं तो आपकी साधना सफल नहीं होगी तो एक काला रंग का कपड़ा आपके दाहिनी भुजा पर बना होना चाहिए उसके बाद आपको मंत्र का उच्चारण करना है इस मंत्र का जाप करने की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है तो आप इस मंत्र का जाप किसी भी दिन से प्रारंभ कर सकते हैं हो सके तो अमावस्या की रात्रि से अगर इस मंत्र की शुरुआत करें तो आपको 100 % सिद्धि प्राप्त हो जाएगी।

लेकिन ध्यान रहे जिस दिन आप इस मंत्र की शुरुआत करेंगे उसी दिन आपको काला वस्त्र अवश्य धारण करना है मंत्र जाप करते समय आपको काले रंग के आसन पर बैठना है ध्यान रहे इस साधना को करते समय आप एकांत जगह पर बैठे तो आपको ज्यादा लाभ प्राप्त होगा मंत्र जाप करते समय आपको तिल के तेल से एक दीपक बनाकर जलाना है उसके पश्चात आपको नीचे दिए गए मंत्र का 1108 बार जाप करना है.

यह प्रक्रिया आपको कम से कम 11 दिनों तक करनी है लेकिन उससे पहले आपको 11 दिन का संकल्प लेने की आवश्यकता है आपका उद्देश्य सच्चा होना चाहिए और दृढ़ संकल्प आपके जीवन में विशेष रूप से आवश्यक है तभी आप इस मंत्र को सिद्ध कर पाएंगे और इसका लाभ उठा पाएंगे.

॥ॐ अघोरेभ्यों घोरेभ्यों आकर्षणायाम नम:॥

मंत्र सिद्ध करने के पश्चात जब भी आपको इस मंत्र का प्रयोग करना हो तो आप अपने दाहिने पैर की मिट्टी या धूल को अपने दाहिने हथेली पर रखकर इस मंत्र का जाप करें मंत्र का जाप आपको कम से कम 35 सेकंड या 35 बार करना है और उसके बाद उस धूल अपने सर पर डाल लेना है उसके पश्चात जिस व्यक्ति को आप अपने वश में करना चाहते हैं आप आसानी से उसे अपने वश में कर सकते हैं।

FAQ : Aghori mantra

अघोर मंत्र क्या है ?

सर्वेश्वरी समूह के गुरूपद संभव राम ने कहा कि अघोरान्ना परो मंत्रों नास्ति तत्वं गुरो:

इस मंत्र के द्वारा सभी दुखों का हरण हो जाता है यह घोर नहीं कठिन है कड़वा है पर अघोर है अगर सच्ची श्रद्धा के साथ ईश्वर को पुकारा जाए तो ईश्वर अवश्य प्रकट होंगे बस ईश्वर में होने वाली श्रद्धा आपकी सच्ची होनी चाहिए।

अघोरी सिद्धि कैसे प्राप्त करते हैं ?

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति अवरोही साधना को शुरू करना चाहता है तो उसके लिए आपको तो बतिया अगरबत्ती या दीपक होना चाहिए उसके पश्चात अघोरी मंत्र का जाप करते हुए उस मंत्र को सिद्ध करें और अपने चारों ओर एक लकीर खींचे उसके बाद आप अपनी साधना को शुरू करें क्या आप जानते हैं कि अघोरी साधु भगवान शिव का रूप में कहा जाता है कि अघोरी इस धरती पर भगवान शिव का जीवित अवतार हैं शिव के पांच स्वरूप अघोरी में पाए जाते हैं।

ॐ अघोरेभ्यो मंत्र कैसे सिद्ध करें ?

या अघोरी मंत्र है इसको सिद्ध करने के लिए आपको 108 बार इस मंत्र का जाप करना होगा तभी आप इस मंत्र को सिद्ध कर पाएंगे तो करते समय राख को 7 बार पढ़कर काटे तो मस्तिष्क थोड़ा दूर हो जाएगी

 ॐ अघोरेभ्यो घोर घोर तरेभ्य: स्वाहा।

निष्कर्ष

दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से Aghori mantra के बारे में जानकारी दें क्या आप जानते हैं कि अघोरी किसे कहते हैं अघोरी पर एक ऐसी शाखा है जिसका कोई अता पता नहीं है लेकिन इससे जुड़ने वाले लोग बेहद खतरनाक और भयंकर होते हैं किसी भी व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं अघोरी के चेहरे इतने भयानक होते हैं कि उनके पास जाकर आप डर सकते हैं.

ऐसे बहुत से लोग हैं जो अघोरी मंत्र के बारे में जानकारी चाहते हैं इसीलिए हमने आपको इस लेख में Aghori mantraके बारे में जानकारी दीजिए और उसी के साथ अघोरी मंत्र की संपूर्ण विधि भी बताई है और उसका अर्थ क्या है? इसके बारे में भी जानकारी दी है इसके अलावा अघोर मंत्र क्या है या फिर अघोरी तंत्र-मंत्र विद्या , या फिर 35 सेकंड में अघोरी मंत्र सिद्ध करके वशीकरण इसके बारे में भी जानकारी दी है उम्मीद करते हैं अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है.

तो आपको Aghori mantra के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी धन्यवाद.

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