बाथरूम किस दिशा में होना चाहिए ? वास्तु के अनुसार शौचालय Vastu Shastra of the bathroom

Bathroom kis disha me hona chahiye? भारत में अधिकतर लोग ऐसा घर चाहते हैं। जो वास्तु शास्त्र  के सिद्धांत के अनुरूप हो उनका मानना है कि इससे घर ghar  में सकारात्मक ऊर्जा आएगी। ऐसे लोग भी हैं जो वास्तुशास्त्र vastu shastra के सिद्धांतों को बहुत ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं। वह भी मानते हैं कि अगर घर ghar वास्तु vastu के मुताबिक है तथा उसमें कोई दोष नहीं है तो उसे बेचना आसान होता है। बाथरूम का वास्तु शास्त्र कैसा होना चाहिए? Bathroom ka vastu shastra kya hona chahiye?

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आपके घर के हर कमरे के लिए वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में गाइड लाइंस है। किस दिशा (Direction) में कमरे होने चाहिए कौन से रंग इस्तेमाल करने चाहिए। वास्तु दोष को कैसे खत्म किया जाए सब कुछ उसमें लिखा है।

वास्तु के हिसाब से  बाथरूम कैसा होना चाहिए ? Why should the bathroom be according to Vastu

कई परिवार अपने घर को सजाने और डिजाइन करने मे बहुत मेहनत और पैसा लगाते हैं। इसका कारण है कि ड्राइंग रूम और हाल घर की वह जगह होती है जो आपके मेहमान देखते हैं लिहाजा वे खूबसूरत होने चाहिए। लेकिन मकान मालिकों को घर के हर कमरे को बराबर तवज्जो देनी चाहिए क्योंकि हर जगह को सकारात्मक ऊर्जा के लिए ही ढाला जा सकता है।

bathroom

हमारे घरों मे बाथरूम और टॉयलेट से सबसे ज्यादा उपेक्षित स्थानों में से होते हैं। अधिकतर इस्तेमाल होने वाली इन जगहों को यूं ही छोड़ देना समझदारी नहीं है जो बाथरूम या टॉयलेट वास्तु के मुताबिक नहीं होते हैं। वहां परिवार के लोगों को पैसे की तंगी, तनाव, एक्सीडेंट या खराब स्वास्थ्य का सामना करना पड़ता है ।

अगर आप अपने बाथरूम को फिर से बनवा रहे है या नये सिरे से इसका निर्माण करा रहे हैं तो वास्तु के हिसाब से करवाना आवश्यक होता है।
वास्तु के हिसाब से बाथरूम के लिए दिशाएं-

1. वास्तु के हिसाब से बाथरूम का सीसा कैसे लगा हो? Lead

उत्तरी पूर्वी दीवार पर।

2. वास्तु के हिसाब से बाथरूम का इलेक्ट्रिकल फिटिंग कैसे हो? Electrical fittings

दक्षिण पूर्व दिशा में।

3. वास्तु के हिसाब से बाथरूम के दरवाजे कैसे हो? Bathroom doors

उत्तर या पूर्व में।

4. वास्तु के हिसाब से बाथरूम में पानी की टंकियां और ड्रेनेज कैसे हो? Water tanks and drainage

उत्तर पूर्व या उत्तर पूर्व।

5. वास्तु के हिसाब से बाथरूम टॉयलेट कैसा होना चाहिए? Toilet 

पश्चिम या उत्तर पश्चिम घर में।

6. वास्तु के हिसाब से बाथरूम कैसे होना चाहिए? Bathroom

पूर्व या उत्तर पश्चिम में होना चाहिए।

दक्षिण , दक्षिण पूर्व या दक्षिण पश्चिम दिशा में बाथरूम ना बनवाएं । क्योंकि इससे घर पर रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है ।

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बाथरूम में उपयोग होने वाली साज-सज्जा कैसी होती है? Vastu for bathroom decoration

1- बाथरूम में शीशे को उत्तर या पूर्व की दीवार पर लगवाना चाहिए|

2- इलेक्ट्रिकल फिटिंग्स जैसे गीजर साउथ ईस्ट दीवाल में लगाना चाहिए ।

3- एग्जास्ट फैन या वेंटीलेशन के लिए खिड़की है तो उसका मुंह पूर्व या उत्तर पूर्व में होना चाहिए।

4- वाशबेसिन बाथरूम के पूर्व उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए ।

5- शावर पूर्व दिशा उत्तर उत्तर पूर्व में लगवाना चाहिए।

6- वाशिंग मशीन दक्षिण पूर्व या नार्थ वेस्ट दिशा में रखना चाहिए।

वास्तु के हिसाब से बाथरूम के दरवाजे कैसे हो? Vastu for bathroom doors

  1. बाथरूम के दरवाजे उत्तर या पूर्व दिशा में होनी चाहिए इन में लोहे की जगह लकड़ी के दरवाजे लगाएं।
  2. बाथरूम के दरवाजे पर देवी देवताओं की तस्वीर ना लगाएं ।
  3. बाथरूम के दरवाजे हमेशा बंद रहने चाहिए क्योंकि इसे खुला छोड़ने से घर में नकारात्मक ऊर्जा आएगी और आपके निजी रिश्तों को खराब करेगी|

वास्तु के हिसाब से बाथरूम का रंग कैसा होना चाहिए ? Bathroom color according to Vastu

बाथरूम के लिए हल्के रंग क्रीम कराना चाहिए। काला या गहरा नीला रंग ना करें।

बाथरूम के साथ दीवाल के लिए टिप्स क्या है?Tips for walls with bathroom

वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के मुताबिक सोने वाला बेड कभी बाथरूम में टॉयलेट के पास नहीं होना चाहिए। सुनिश्चित करें कि बाथरूम की दीवार बेडरूम की ना हो ।

बाथरूम के लिए वास्तु क्या है? Vastu for bathroom

वाटर आउटलेट्स नार्थ , नार्थ ईस्ट होना चाहिए ।

बाथरूम का ढलान भी इसी दिशा में होना चाहिए।

अटैच और अलग बाथरूम के लिए वास्तु कैसा होना चाहिए? Vastu For Attachments And Separate Bathrooms

वास्तु के मुताबिक टॉयलेट बाथरूम अटैच नहीं होना चाहिए। लेकिन जगह की कमी के कारण शहरी घरों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए अटैच बाथरूम काफी पॉपुलर है और हर जगह इस्तेमाल किए जाते हैं।

घर में बाथरूम और टॉयलेट के लिए बेस्ट लोकेशन कैसे करे? Best location for bathroom and toilet in the house

अटैच टॉयलेट के साथ बाथरूम के लिए वास्तु टिप्स वाटर फ्लो सेट की जगह यह पूजा घर के नीचे या ऊपर नहीं होना चाहिए । यह उत्तर

दक्षिण के साथ होना चाहिए।

1- टॉयलेट की प्लेसमेंट : Toilet placement

घर के मध्य उत्तर पूर्व या दक्षिण पश्चिम दिशा में टॉयलेट नहीं होना चाहिए।

2- सेप्टिक टैंक की प्लेसमेंट ? Septic tank placement

टॉयलेट के दक्षिण की ओर सेप्टिक टैंक नहीं होना चाहिए इसके लिए घर के पश्चिमी हिस्से में जगह ज्यादा अच्छी होती है।

3- वाटर स्टोरेज एवं टंकियों का प्लेसमेंट : Water storage and placement of tanks

दक्षिण पश्चिम या दक्षिण पूर्व में टंकियां नहीं होनी चाहिए। इस दिशा में पानी को जमा करके ना रखें।
अगर आप बाथरूम और टॉयलेट स्पेस के कंस्ट्रक्शन के नियमों को ध्यान में रखकर करेंगे तो आप समझ पाएंगे कि वास्तु शास्त्र सिर्फ घर में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए नहीं है बल्कि इन नियमों के जरिए आपका घर हमेशा हाइजीनिक और उपयोगी रहेगा।

वास्तु और कंस्ट्रक्शन के चरण क्या है? Vastu and construction phase

जब आप निर्माण शुरू करते हैं तो वास्तु तत्वों को शामिल करना बेहतर होता है। पोजीशन के लिए तैयार घर में व्यवस्थित अलमारियां और वाशबेसिन बाथ टब आदि की दिशा में पहले से ही तय किए गए परिवर्तनों में बदलाव करना मुश्किल हो सकता है । इसमें सेटिंग करने के लिए नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है |

बाथरूम गलत स्थान पर होने का प्रभाव क्या होता है? Effect of misplaced bathroom toilet

1- उत्तर दिशा : North direction

व्यापार वृद्धि और पैसों की किल्लत।

2- उत्तर पूर्व : North East 

परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य
समस्याएं ।

3- पूर्व : East

पाचन तंत्र और लीवर को प्रभावित करने वाली स्वास्थ्य समस्याऐ होती हैं।

4- दक्षिण पूर्व : South East

विवाह या संतान के साथ-साथ आर्थिक समस्या ।

5- दक्षिण : South

कानूनी पचड़े या फिर बिजनेस में मानहानि ।

6- दक्षिण पश्चिम : South West 

रिलेशनशिप या हेल्थ संबंधी समस्या आ सकती है ।

7- पश्चिम : West  

प्रॉपर्टी से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

8- उत्तर पश्चिम : North West  

संपत्ति बेचना मुश्किल हो सकता है।

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