5 चमत्कारी माँ बगलामुखी मंदिर का नाम और पता एवं दर्शन के लाभ | maa baglamukhi mandir

माँ बगलामुखी मंदिर | maa baglamukhi mandir : शास्त्रों की मान्यताओं के अनुसार मां बगलामुखी बहुत ही शक्तिशाली और दयालु देवी हैं जिनके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

यही वजह है कि जो व्यक्ति मां बगलामुखी की महिमा से परिचित होता है तो उस व्यक्ति के मन में मां बगलामुखी के दर्शन प्राप्त करने की इच्छा जागृत होती हैं ताकि वह भी मां बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त करके अपने जीवन को सरल एवं सुखमय में बना सके.

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ऐसे में यदि आप भी मां बगलामुखी के दर्शन प्राप्त करना चाहते हैं तो आज हम इस लेख में आप लोगों को maa baglamukhi mandir के विषय में सारी जानकारी विस्तार पूर्वक से बताएंगे ताकि आप लोग आसानी से मां बगलामुखी के दर्शन प्राप्त करके इनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें.

तो चलिए जानते हैं maa baglamukhi mandir से जुड़ी महत्व जानकारी के विषय में विस्तार से.

माँ बगलामुखी मंदिर | Maa baglamukhi mandir

अगर बात करें मां बगलामुखी मंदिर की तो भारत के अलग अलग हिस्सों में मां बगलामुखी नाम से कई सारे छोटे और बड़े मंदिर बने हुए है. जिनमें से सबसे ज्यादा प्रचलित मंदिर आगर जिले के तहसील नलखेड़ा में लखुंदर नदी के किनारे बना बगलामुखी मंदिर हैं.

क्योंकि इस मंदिर में मां बगलामुखी के साथ-साथ माता लक्ष्मी, कृष्ण, हनुमान, भैरव तथा सरस्वती भी विराजमान हैं जिसकी वजह से यह मंदिर अन्य मंदिरों की तुलना में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है.

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आगरा में स्थित मां बगलामुखी के मंदिर में तीन मुंह वाली बगलामुखी मां की प्रतिमा स्थापित है इसीलिए वहां के लोगों द्वारा मां बगलामुखी को त्रिदेवी शक्ति के नाम से भी जाना जाता है.

मान्यता है इस मंदिर की स्थापना महाभारत युद्ध के दौरान श्री कृष्ण के आदेश पर महाराज युधिष्ठिर ने करवाई थी ताकि वह महाभारत में विजई प्राप्त कर सकें.

जिसकी वजह से वह महाभारत युद्ध मे विजय प्राप्त हुए थे तब से यह मंदिर और अधिक प्रचलन में हो गया जिसके बाद यहां पर देशभर से शैव और शाक्त मार्गी साधु-संत तांत्रिक अनुष्ठान के लिए आते रहते हैं. इस मंदिर के अलावा भारत में मां बगलामुखी नाम से कुछ अन्य मंदिर भी प्रसिद्ध है जिनके विषय में नीचे बताया जा रहा है.

1. पीतांबर देवी धाम

मां बंगला देवी का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर दतिया ग्राम में स्थित है, मान्यता है इस मंदिर में विराजमान मां बगलामुखी दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है यही वजह है कि बगलामुखी मां का यह मंदिर भी लोकप्रिय मंदिर माना जाता है.

दतिया ग्राम में स्थित बंगला देवी मंदिर को पितांबर देवी के नाम से भी जाना जाता है ऐसा इसलिए क्योंकि माना जाता है मां मंगला देवी हल्दी के जल में प्रकट हुई थी इसी वजह से इन्हें पीला रंग अत्यंत प्रिय है जिसके कारण लोग इन्हें पितांबरा देवी के नाम से भी जानते हैं.

2.वनखंडी मंदिर

मां बगलामुखी का दूसरा मंदिर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के वन खड़ी क्षेत्र में स्थित है जिसे श्री बगलामुखी वनखंडी मंदिर के नाम से जाना जाता है. मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर की स्थापना महाभारत युद्ध के दौर में हुई थी जिसमे सुशर्मा चंद्र घटोच ने माता की विशेष साधना करके अपने जीवन को सरल एवं सफल बनाया था.

3. नवग्रह मंदिर

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माता बगलामुखी के नाम से एक मंदिर मध्य प्रदेश के खरगोन में कुंदा नदी के किनारे बना हुआ है जिसे बंगला देवी नव ग्रह मंदिर के नाम से जाना जाता है. देवी बगलामुखी के नवग्रह मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि जो लोग इस मंदिर में आकर मां बगलामुखी के दर्शन प्राप्त करते हैं तो उन लोगों की कुंडली में नवग्रह दोष खत्म होते हैं जिससे जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती हैं.

4.बम्लेश्वरी देवी मंदिर

देवी बगलामुखी के नाम से एक प्रसिद्ध मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांद गांव जिले से लगभग 40 कि.मी. दूर एक बहुत ऊंची पहाड़ी पर स्थित है. जिसे मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर के नाम से जाना जाता हैं , यहां पर हर साल आश्विन और चैत्र की नवरात्रि में भव्य मेला लगता हैं इस मेले में देश विदेश के लोग मां बगलामुखी के दर्शन प्राप्त करने के लिए आते हैं.

5.मुम्बादेवी मंदिर

मंगला देवी मां का एक मंदिर महाराष्ट्र में स्थित है जहां पर बंगला देवी को तुलजा भवानी के रूप में जाना जाता है. मान्यता है महाराष्ट्र में बंगला देवी के दर्शन प्राप्त करने से जीवन सरल एवं सुखमय में बनता है.

बगलामुखी देवी के दर्शन के लिए कब जाना चाहिए ? | Baglamukhi devi ke darshan ke liye kab jana chahiye ?

बहुत से लोगों के मन में यह सवाल होता है कि माता बगलामुखी के दर्शन के लिए कब जाना चाहिए तो इस प्रश्न के उत्तर में हम आप लोगों को बता देना चाहते हैं कि आप देवी बगलामुखी के दर्शन के लिए कभी भी जा सकते हैं क्योंकि माता बगलामुखी हर क्षण अपने भक्तों के लिए उपलब्ध रहती हैं.

बगलामुखी यंत्र Baglamukhi yantra

इसके अलावा यदि आप किसी विशेष अवसर पर जाना चाहते हैं तो आप नवरात्रि में मां बगलामुखी के दर्शन के लिए अवश्य जाएं क्योंकि नवरात्रि का समय बहुत शुभ होता है.

बगलामुखी देवी दर्शन यात्रा करने के लिए आपको ट्रेन से जाना होगा, जिसके लिए आप पहले से ही रिजर्वेशन करवा सकते हैं ताकि आपको यात्रा करते समय कोई परेशानी ना हो.

baglamukhi देवी के दर्शन करने के लाभ | Baglamukhi devi ke darshan karne ke labh

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मां बंगला देवी हिंदू धर्म की 10 महाविद्याओं में एक प्रमुख विधा हैं. इसीलिए माता बंगलामुखी देवी के दर्शन करने के कई सारे लाभ प्राप्त होते हैं जिनके विषय में नीचे के लेख में बताया जा रहा है.

  1. बगलामुखी देवी के दर्शन करने से सभी प्रकार की समस्याएं दूर होती हैं.
  2. बगलामुखी देवी के दर्शन करने से स्वास्थ्य को कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं.
  3. बगलामुखी देवी के दर्शन करके इनका आशीर्वाद प्राप्त करने से शत्रुओं तथा नकारात्मक शक्तियों से सुरक्षा प्राप्त होती है.
  4. बगलामुखी देवी के दर्शन प्राप्त करने से सकारात्मक उर्जा की प्राप्ति होती है जिससे हम अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित होते हैं.
  5. श्रद्धा भक्ति के साथ बगलामुखी मां के दर्शन करने से मनचाही मुराद पूरी होती है.
  6. यदि शादीशुदा जोड़ा बगलामुखी देवी के दर्शन करने जाता है तो उनके दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है .
  7. बगलामुखी देवी की प्रत्येक दिन विधिवत तौर तरीके से पूजा अर्चना करने से भविष्य में आने वाले हर एक समस्याएं अपने आप टल जाती है.
  8. बगलामुखी देवी के दर्शन करने से शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलती है.

FAQ : maa baglamukhi mandir

बगलामुखी माता को कैसे खुश करें ?

मान्यताओं के अनुसार देवी बगलामुखी अत्यंत दयालु होती हैं इसीलिए इन्हें प्रसन्न करना बहुत ही आसान है .ऐसे में यदि आप देवी बगलामुखी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो बंगलामुखी जयंती के दिन प्रात काल उठकर स्नान आदि से निवृत होने के बाद पीले वस्त्र धारण करके देवी बगलामुखी की विधिवत पूजा अर्चना करके इन्हें प्रसन्न कर सकते हैं. 

बगलामुखी माता का भोग क्या है ?

देवी मां को पीला रंग अत्यंत प्रिय है इसीलिए आप इनकी भोग में पीले फल, पीले लड्डू ,या फिर पीले हलवे का भोग लगा सकते हैं.

बगलामुखी पाठ करने से क्या होता है ?

बगलामुखी पाठ का प्रतिदिन पूरे विधि विधान के साथ पाठ करने से रोग दोष दूर होते हैं और शत्रु पर विजय प्राप्त होती है.

निष्कर्ष

जैसा कि दोस्तों आज के इस लेख में हमने आप सभी लोगों को maa baglamukhi mandir के विषय में जानकारी प्रदान की है जिसमें हमने आप लोगों को बताया है कि भारत में कहां कहां पर देवी बगलामुखी के मंदिर बने हैं और उन सभी मंदिरों को किन-किन नामों से जाना जाता है.

ऐसे में यदि आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को maa baglamukhi mandir के विषय में जानकारी मिल गई होगी जिनकी मदद से आप देवी मां की मंदिर जाकर इनके दर्शन प्राप्त कर सकते हैं.

तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी साथ में उपयोगी भी साबित हुई होगी.

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