पृथ्वी तत्व के लोगों की विशेषताएं और सम्पूर्ण जानकारी – वृषभ,कन्या और मकर राशी के लोगों के बारे में जाने !

Prithvi tatva ke logo ki kya visheshta hoti hai ? दोस्तों , हो सकता है कभी न कभी आपके मन में यह प्रश्न जरूर आया होगा कि मैं कौन सा तत्व हूं। आज मैं आपको इस सवाल के जवाब को बहुत ही विस्तार रूप से बताऊंगा। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इस ब्रम्हांड का निर्माण पांच चीजों से मिलकर हुआ है अग्नि , वायु , जल , मिट्टी और आकाश । साथ ही यह भी पता है कि कुल 12 राशियां होती है ।

prithvi tatva ke log kaise hote hai

इन 12 राशियों को चार तत्वों में बांटा गया है। यानी कि हर एक तत्व में 3 राशियां होती हैं । आकाश तत्व को इन राशियों से नहीं जोड़ा जाता है तो हमारे लिए अग्नि, वायु , जल और पृथ्वी यह चार तत्व ही महत्वपूर्ण रह जाते हैं। यह 12 राशियां जिस तत्व में भी आती हैं उनका स्वभाव उसी तत्व के गुणों के आधार पर हो जाता है।

उदाहरण के लिए किसी मनुष्य की राशि पृथ्वी तत्व में आती है तो उसका स्वभाव पृथ्वी के गुणों के अनुसार होता है । साथियों आज के इस लेख में हम पृथ्वी तत्व के लोगों के बारे में विस्तार रूप से जानेंगे कि उनका स्वभाव , विशेषताएं और उनमें क्या खासियत होती हैं । सबसे पहले हम जान लेते है कि 12 राशियां कौन कौन सी होती हैं उसके बाद हम आगे बढ़ेंगे ।

बारह राशियां कौन सी होती हैं ? Twelve zodiac 

name raashi

सबसे पहले हम जान लेते हैं कि 12 राशियां कौन-कौन सी होती हैं और यह राशियां किस तत्व के अंतर्गत आती हैं ।

बारह राशियां : Twelve zodiac

Serial number राशि Zodiac 
1मेष राशिAries
2वृषभ राशिTaurus
3मिथुन राशिGemini
4कर्क राशिCancer
5सिंह राशिLeo
6कन्या राशिVirgo
7तुला राशिLibra
8वृश्चिक राशिScorpio
9धनु राशिSagittarius
10मकर राशिCapricorn
11कुम्भ राशिAquarius
12मीन राशिPisces

इन 12 राशियों को चार तत्वों में बांटा गया है जिसमें से हर एक तत्व में तीन तीन राशियां होती हैं ।

पृथ्वी तत्व से जुड़ी राशियां कौन सी हैं ? Zodiac signs associated with the element earth

ऊपर बताई गई 12 राशियों में से वृषभ, कन्या और मकर यह 3 राशियां ऐसी हैं जो पृथ्वी तत्व के अंतर्गत आती हैं । यह तीनों राशियां पृथ्वी के स्वभाव की होती हैं यानी कि सहनशील और कर्मठ । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन तीनों राशियों के स्वामी क्रमशः शुक्र, बुध , और शनि माने जाते हैं ।

इन तीनों राशियों के स्वामी भले ही अलग हैं लेकिन पृथ्वी तत्व के अंतर्गत आने के कारण इनमें बहुत सारी समानताएं देखने को मिलती हैं । अब हम पृथ्वी तत्व के अंतर्गत आने वाली इन तीनों राशियों की विशेषताओं के बारे में अलग अलग करके विस्तार से जानेंगे ।

पृथ्वी तत्व की वृषभ राशि की क्या विशेषताएँ हैं ? Characteristics of Taurus of the earth element

TAURUS VRISHABHA RASHI

  • वृषभ राशि के लोगों की विशेषताएं जानने से पहले आप शब्द जातक का अर्थ समझ लें — जिस व्यक्ति विशेष की कुंडली या राशि का अध्ययन किया जाता है उसे जातक कहते हैं ।
  • वृषभ राशि का स्वामी शुक्र होता है और इस राशि में चंद्रमा काफी ज्यादा शक्तिशाली होता है इस राशि के जातकों के लिए बुद्ध काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होता है।
  • इस राशि के जातकों के अंदर आत्म विश्वास, साहस और सौंदर्यता के साथ-साथ इसे धनराशि भी माना जाता है।
  • इस राशि के जातकों की सबसे बड़ी कमजोरी उनके जिद्दी और क्रोधी स्वभाव का होना होता है ।
  • वृषभ राशि के जातकों को पन्ना रत्न पहनना चाहिए ऐसा करना इस राशि के जातकों के लिए शुभ होता है । पन्ना रत्न हल्का हरे कलर का होता है जिसे अधिकतर अंगूठी के रूप में पहना जाता है ।
  • इस रत्न को धारण करके वृषभ राशि के जातक अपनी हर मुश्किल को हल कर सकते हैं साथ ही भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए ।

बॉडी का स्टैमिना कैसे बढ़ाए? अपना स्टैमिना कैसे बढ़ाए? Stamina badhane ke gharelu upay

फूड टेक्नोलॉजी में कैरियर कैसे बनाएं? सैलरी/योग्यता/नौकरी Food technology best colleges in india

पृथ्वी तत्व की कन्या राशि की क्या विशेषताएं हैं ? Characteristics of Virgo of the earth element

KANYA VIRGO RASHI

  • पृथ्वी तत्व की यह दूसरी राशि मानी जाती है ।
  • इस राशि के स्वामी बुध को माना जाता है ।
  • इस राशि को पृथ्वी तत्व की सबसे बड़ी राशि मानी जाती है ।
    कन्या राशि के जातकों में प्रबंधन (management), चालाकी और वाकपटुता के गुण देखने को मिलते हैं।
  • कन्या राशि के लोग धन से भाग्यवान होते हैं ।
  • इस राशि के जातकों की सबसे बड़ी कमजोरी स्वार्थ की भावना होती है ।
  • इस राशि के लोगों को ओपल या मोती रत्न पहनना चाहिए । ओपल को दूधिया पत्थर के नाम से भी जाना जाता है । जिस भी जातक की कुंडली में बुध का अभाव होता है तो ओपल रत्न धारण करने से उसे काफी ज्यादा लाभ मिलता है ।
  • इस राशि के लोगों को गायत्री मंत्र का जाप करना काफी लाभकारी साबित होता है ।

पृथ्वी तत्व की मकर राशि की क्या विशेषताएं हैं ? Characteristics of Capricorn of the earth element

KANYA VIRGO RASHI

  • प्रथ्वी तत्व की तीसरी राशि मकर राशि को माना जाता है।
  • इस राशि के स्वामी शनि देव हैं।
  • मकर राशि के जातकों को बुध बुद्धिमान बना देता है। इस राशि के लोगों के अंदर चालाकी और मौकापरस्त जैसे गुण पाए जाते हैं । साथ ही इस राशि के लोग धनवान भी होते हैं ।
  • मकर राशि के जातक अपने विषय में माहिर होते हैं ।
  • इस राशि के लोगों में सबसे बड़ी कमजोरी उनका अहंकार होती है ।
  • इस राशि के लोगों को भी पन्ना रत्न धारण करना चाहिए और साथ ही शिव देव की उपासना करने से भी काफी ज्यादा लाभ प्राप्त होता है।

दोस्तों , उम्मीद करता हूं आज के इस लेख में बताई गई जानकारी से आपको कुछ ना कुछ फायदा जरूर हुआ होगा और पृथ्वी तत्व के लोगों के बारे में आपको जितनी भी जानकारी रही होगी उसमें कुछ ना कुछ बढ़ोतरी जरूर हुई होगी । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राशियों का हमारे जीवन में एक विशेष स्थान होता है ।

इन राशियों के आधार पर हम किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व , स्वभाव और गुण का आकलन कर सकते हैं जिसके अनुसार हमें किस प्रकार के व्यक्ति से संबंध रखना है इसका पता आप बड़ी ही आसानी के साथ कर सकते हैं ताकि हमारा उस व्यक्ति से अच्छे विचारों का आदान प्रदान हो सके और अपने जीवन में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सके। ऐसी ही जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहिये।

-: चेतावनी disclaimer :-

यह सारी जानकारी इंटरनेट से ली गयी है , इसलिए इसमें त्रुटि होने या किसी भी नुकसान के जिम्मेदार आप स्वयं होंगे | हमारी वेबसाइट OSir.in का उदेश्य अंधविश्वास को बढ़ावा देना नही है, किन्तु आप तक वह अमूल्य और अब तक अज्ञात जानकारी पहुचाना है, इस जानकारी से होने वाले प्रभाव या दुष्प्रभाव के लिए हमारी वेबसाइट की कोई जिम्मेदारी नही होगी , कृपया-कोई भी कदम लेने से पहले अपने स्वा-विवेक का प्रयोग करे !  

Leave a Comment