Shivling Sthapana Niyam – सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं ? | Safed Shivling ghar mein Rakhna chahie ya nahi

सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं | Safed Shivling ghar mein Rakhna chahie ya nahi : दोस्तों नमस्कार आइए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपके प्रश्न सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं के जवाब में कुछ सामान्य जानकारियां दे रहा हूं इस संबंध में संपूर्ण जानकारी के लिए हमारा पूरा आर्टिकल अवश्य पढ़ें.

हिंदू धर्म के अनुसार भगवान भोलेनाथ सबसे बड़े देवता माने जाते हैं. शिवलिंग का एक प्रतीक है जिसे ब्रह्मा, विष्णु, महेश,का प्रतिरूप माना जाता है इसीलिए घर में शिवलिंग रखने का अलग-अलग महत्व है.

सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं, सफेद शिवलिंग रखने से क्या होता है, शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं, पारद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं, शिवलिंग घर में रखना चाहिए कि नहीं, शिवलिंग घर में रखने से क्या होता है, सफेद शिवलिंग का क्या महत्व है, Safed Shivling ghar mein Rakhna chahiye ya nahi, shivling ghar me rakhna chahiye ya nahi, Shivling ki Puja kaise karen, Shivling ki sthapna vidhi, Shivling kitne Prakar ke Hote Hain,

भगवान भोलेनाथ की पूजा कोई भी स्त्री पुरुष कर सकता है,चाहे वह ब्राह्मण हो या क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र हो. समान रूप से पूजा करने का अधिकार है तथा शिवजी की पूजा करके वह परमधाम को प्राप्त कर सकता है. ऐसे में शिव का प्रतिरूप शिवलिंग घर में स्थापित करके भी पूजा कर सकते हैं.

शास्त्रों और पुराणों की मानी जाए तो सफेद रंग की कोई भी वस्तु को शांति का प्रतीक माना जाता है इसीलिए भगवान भोलेनाथ के सफेद रंग की वस्तुएं दूध, चावल, सफेद पुष्प और सफेद तिल अर्पित किए जाते हैं और सफेद शिवलिंग की पूजा करना भी शास्त्रों के अनुसार उत्तम माना गया है.

सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं | Safed Shivling ghar mein Rakhna chahie ya nahi

हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं बहुत जल्द पूर्ण हो जाती है और भगवान भोलेनाथ की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है जिससे घर परिवार भी सुखी और संपन्न रहता है. शास्त्रों के अनुसार कहा गया है कि भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति शक्तिशाली हो जाता है और वह सांसारिक सुख का आनंद लेता है तथा मोहमाया से मुक्त होकर शिव के आनंद में विलीन हो जाता है.

दोस्तों अगर आप अपने घर में भगवान शिव जी के सफेद शिवलिंग की स्थापना करके पूजा करना चाहते हैं तो वास्तु शास्त्र के अनुसार सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए क्योंकि सफेद वस्तु शांति का प्रतीक माना जाता है.

shivling

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सफेद शिवलिंग स्थापित करने और उसकी पूजा करने से मन को शांति और सुकून मिलता है तथा भगवान भोले नाथ की सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है जिससे व्यक्ति के जीवन में कल्याण होता है और साथ ही साथ पारिवारिक जीवन शांति और खुशहाल रहता है इसीलिए सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए.

शिवलिंग की पूजा कैसे करें ? | Shivling ki Puja kaise karen ?

shivling

वैसे तो ज्यादातर शिव जी के भक्त गण भगवान भोलेनाथ के मंदिर में जाकर ही पूजा करते हैं लेकिन बहुत से ऐसे भी लोग हैं जो अपने घर में मंदिर बनाकर भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग स्थापित करते हैं और पूजा करते हैं.

  1. यदि आप घर में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग की पूजा करते हैं तो घर में शिवलिंग की पूजा कैसे करें आइए इस विषय में हम पूरी जानकारी देते हैं.
  2. शिवलिंग की पूजा करने के लिए आपको सबसे पहले सुबह उठकर दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें.
  3. इसके बाद पूजा स्थल पर बैठे और एक चौकी बनाकर शिवजी तथा माता पार्वती की प्रतिमा लगाएं और शिवजी को जलाभिषेक करें.
  4. शिवजी को जल अभिषेक देने के बाद भांग, चंदन, बेलपत्र, चावल, धतूरा, आदि पूजा की सामग्री अर्पित करें.
  5. तत्पश्चात मां पार्वती और नंदी को भी दूधिया गंगाजल से स्नान कराएं.
  6. इसके बाद भोलेनाथ के मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करें. पूजा के दौरान भगवान शिव का कोई भी मंत्र आप पढ़ सकते हैं.
  7. पूजा और मंत्र जाप करने के बाद भगवान शिव जी की आरती करें.
  8. आरती करने के बाद गरीबों या ब्राह्मणों को कुछ दान कर दें और प्रसाद वितरण करें. इस तरह से आपकी पूजा पूर्ण हो जाती हैं.

शिवलिंग की स्थापना विधि | Shivling ki sthapna vidhi

  1. दोस्तों आपको पता होना चाहिए कि भगवान भोलेनाथ हमेशा कैलाश पर्वत पर रहते हैं उनका कैलाश पर्वत पर रहना यह बतलाता है कि भोलेनाथ को एकांत जगह ज्यादा प्रिय है क्योंकि उनकी तपस्या में कोई विघ्न ना उत्पन्न हो.
  2. ऐसे में अगर आपने अपने घर में शिवलिंग की स्थापना करने की सोच रहे हैं तो शिवलिंग की स्थापना के दौरान कुछ बातों का ध्यान देना जरूरी है जिससे सही से स्थापना की जा सके.
  3. शिवलिंग की स्थापना के दौरान यह बात ध्यान देना जरूरी है कि जिस जगह पर हम शिवलिंग की स्थापना कर रहे हैं वहां पर किसी भी प्रकार से लोगों की भीड़ या घर परिवार के लोग ज्यादा ना आते जाते हो .
  4. उचित जगह का चयन करने के बाद शिवलिंग को गंगाजल से अथवा शुद्ध दूध से पवित्र करें. और स्थापना के बाद जल अर्पित अवश्य करें.
  5. शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद शिवजी की पसंदीदा सामग्री बेलपत्र, दूध, चंदन, धतूरा, आदि सभी चीजों का अर्पण करें.
  6. इस प्रकार समस्त सामग्री अर्पित करने के बाद शिवजी के पंचाक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप 108 बार या 1008 बार या फिर 10000 बार जाप करें.
  7. इतना करने के बाद शिवलिंग की स्थापना हो जाती है और इसके बाद नियमित शिवलिंग की पूजा करें तथा जल अर्पित करें.

शिवलिंग कितने प्रकार के होते हैं ? | Shivling kitne Prakar ke Hote Hain ?

दोस्तों शिवलिंग की स्थापना तो हम कर लेते हैं लेकिन शास्त्रों में शिवलिंग के कई प्रकार बताए गए हैं जानकारी के लिए यह जरूरी है कि आप कौन सा शिवलिंग घर में स्थापित करने जा रहे हैं या कहीं मंदिर में स्थापित कर रहे हैं. चलिए हम आपको शिवलिंग के कुछ प्रकार बताते हैं जैसा कि शास्त्रों में वर्णित है.

1. देवलिंग शिवलिंग

shivling

दोस्तों हम जानते हैं कि शास्त्रों में प्रमुख रूप से तीन देवता ब्रह्मा, विष्णु, महेश हैं. जिनमें भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग रूपी प्रतिमा का पूजन किया जाता है. ऐसे में मनुष्य के अलावा अगर कोई भी प्राणी या देवी देवता शिवलिंग की स्थापना करते हैं तो वह शिवलिंग देव शिवलिंग के नाम से जाना जाता है.

उदाहरण स्वरूप से देखा जाए तो भगवान राम ने रामेश्वरम में जो शिवलिंग स्थापित किया वह एक देव शिवलिंग था यह प्रमुख रूप से देवताओं द्वारा पूजा जाता है.

2. असुरलिंग शिवलिंग

इस प्रकार के शिवलिंग की स्थापना राक्षस या असुर जाति के लोग करते हैं रावण जैसे राक्षस राज ने इसी शिवलिंग की स्थापना की थी और इसी की वह पूजा करते थे इसीलिए इसे असुर शिवलिंग कहा जाता है.

3. पुराणलिंग शिवलिंग

shivling

इस प्रकार के शिवलिंग की स्थापना पौराणिक काल में व्यक्तियों के द्वारा की जाती थी और व्यक्तियों के द्वारा किए गए शिवलिंग की स्थापना को पुराण लिंग शिवलिंग कहा गया है इसे पुराणिक द्वारा पूजा जाता है.

4. अर्शलिंग शिवलिंग

अर्शलिंग शिवलिंग की स्थापना मुनि अगस्त जैसे महान ऋषि-मुनियों द्वारा स्थापित किया जाता है आज भी ऐसे महान ऋषि या कोई महान आत्मा अगर शिवलिंग की स्थापना कराती है तो इस प्रकार के शिवलिंग को अर्शलिंग शिवलिंग कहा गया है. इसे बड़े-बड़े ऋषि मुनि और महान आत्मा पूजा करती हैं.

5. स्वयंभूलिंग शिवलिंग

shivling

जब कोई शिवलिंग अपने आप में प्रकट होता है तो इसे स्वयंभू लिंग शिवलिंग कहा जाता है कि भगवान शिव स्वयं अपने इस रूप को प्रकट करते हैं और कई जगहों पर भगवान शिव शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे.

6. मनुष्यलिंग शिवलिंग

इस प्रकार की शिवलिंग को जब कोई महान राजा महाराजा या बहुत धनवान महापुरुष स्थापित करवाता है तो इस प्रकार के शिवलिंग को मनुष्य लिंग शिव लिंग कहा जाता है और इसकी पूजा समाज का हर व्यक्ति करता है.

FAQ: सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं ?

शिवलिंग का मुख किस दिशा में होना चाहिए ?

शिवलिंग का मुख हमेशा उत्तर दिशा में होना चाहिए

क्या एक से अधिक शिवलिंग घर में रख सकते हैं ?

धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के अनुसार घर में एक से अधिक शिवलिंग नहीं रखना चाहिए.

घर में शिवलिंग कहां पर रखा जाना चाहिए ?

घर में शिवलिंग हमेशा किसी खुली जगह पर रखना चाहिए क्योंकि शिव जी को बंद स्थान पसंद नहीं होता है इसीलिए वह कैलाश पर्वत पर रहते हैं 

शिवलिंग स्थापना के लिए कब खरीदना चाहिए ?

अगर आप घर में शिवलिंग रखना चाहते हैं या स्थापना करना चाहते हैं तो सोमवार के दिन ही खरीदना शास्त्रानुसार शुभ है

घर में कितना बड़ा शिवलिंग रखना चाहिए ?

पुराणों और शास्त्रों के अनुसार घर में शिवलिंग अंगूठे के प्रथम पोर से अधिक बड़ा नहीं होना चाहिए।

निष्कर्ष

दोस्तों हम अपने इस आर्टिकल के द्वारा आपको सफेद शिवलिंग घर में रखना चाहिए या नहीं के विषय में जानकारी दी है साथ ही साथ शिवलिंग की पूजा विधि और स्थापना विधि से भी संबंधित जानकारी दिया है अब उम्मीद है कि आपको हमारे आर्टिकल में शिवलिंग की स्थापना से संबंधित जानकारी मिल गई होगी.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *