सम्पूर्ण शिव स्तुति लिरिक्स : हर तरह की मनोकामना पूर्ति एवं सफलता हेतु | shiv stuti lyrics

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शिव स्तुति लिरिक्स | shiv stuti lyrics : हेलो दोस्तो नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम shiv stuti lyrics के बारे में बताने वाले हैं हमारे हिंदू धर्म के अनुसार जिस प्रकार सप्ताह के हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित किए गए हैं उसी प्रकार सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित किया गया है.

ऐसा कहा जाता है भगवान शिव का नाम लेने मात्र से ही वे अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं इसीलिए आज हम आप लोगों को shiv stuti lyrics के बारे में बताएंगे अगर आपको जानकारी होगी तो शिव स्तुति कई तरह की उपलब्ध है जिसमें से आदि गुरु शंकराचार्य जी द्वारा रचित शिव स्तुति एक ही है भगवान शिव की एक स्तुति तुलसीदास द्वारा रचित है.

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शिव रुद्राष्टक इसी प्रकार कई स्थितियां ऐसी है जो बहुत ही प्रसिद्ध है इन सभी स्थितियों में से सबसे प्रसिद्ध शिवजी की स्तुति है जो कि शंकराचार्य द्वारा रचित है ऐसे में अगर आप लोग शिव स्तुति मंत्र पढ़ना चाहते हैं तो आज हम आपको शिव स्तुति लिरिक्स के साथ देने वाले हैं अंत में आपको शिव स्तुति पाठ करने की विधि क्या है.

स्तुति पाठ करने के लाभ क्या है इन सभी विषयों के बारे में जानकारी देंगे अगर आप लोग इन सभी विषयों के बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आप लोगों को shiv stuti lyrics के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।

शिव स्तुति का महत्व | Shiv Stuti ka mahatva

अगर आपने से कोई भी व्यक्ति शिव स्तुति लिरिक्स या फिर मंत्र का जाप करता है लेकिन उसे शिव स्तुति के महत्व के बारे में जानकारी नहीं है तो हम आपको आज शिव स्तुति का महत्व बताएंगे धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा गया है कि भगवान शिव बहुत ही शक्तिशाली देवता है.

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अगर आप पूर्ण श्रद्धा के साथ संपूर्ण पूजा विधि के साथ और मंत्र के जाप के साथ इनकी पूजा करते हैं तो यह शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं उसी प्रकार भगवान शिव का शिव स्तुति मंत्र शक्तिशाली मंत्रों में से एक है शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव की कई स्थिति है ऐसे में अगर आप उन सभी स्थिति में से शिव स्तुति मंत्र का जाप करते हैं तो आपको यह स्थिति सफलता की ओर ले जाती है.

शिव स्तुति मंत्र का जाप करें भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं .

शिव स्तुति लिरिक्स | Shiv stuti lyrics

पशूनां पतिं पापनाशं परेशं गजेन्द्रस्य कृत्तिं वसानं वरेण्यम।
जटाजूटमध्ये स्फुरद्गाङ्गवारिं महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम।।

महेशं सुरेशं सुरारातिनाशं विभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम्।
विरूपाक्षमिन्द्वर्कवह्नित्रिनेत्रं सदानन्दमीडे प्रभुं पञ्चवक्त्रम्।।

गिरीशं गणेशं गले नीलवर्णं गवेन्द्राधिरूढं गुणातीतरूपम्।
भवं भास्वरं भस्मना भूषिताङ्गं भवानीकलत्रं भजे पञ्चवक्त्रम्।।

शिवाकान्त शंभो शशाङ्कार्धमौले महेशान शूलिञ्जटाजूटधारिन्।
त्वमेको जगद्व्यापको विश्वरूप: प्रसीद प्रसीद प्रभो पूर्णरूप।।

परात्मानमेकं जगद्बीजमाद्यं निरीहं निराकारमोंकारवेद्यम्।
यतो जायते पाल्यते येन विश्वं तमीशं भजे लीयते यत्र विश्वम्।।

न भूमिर्नं चापो न वह्निर्न वायुर्न चाकाशमास्ते न तन्द्रा न निद्रा।
न गृष्मो न शीतं न देशो न वेषो न यस्यास्ति मूर्तिस्त्रिमूर्तिं तमीड।।

अजं शाश्वतं कारणं कारणानां शिवं केवलं भासकं भासकानाम्।
तुरीयं तम:पारमाद्यन्तहीनं प्रपद्ये परं पावनं द्वैतहीनम।।

नमस्ते नमस्ते विभो विश्वमूर्ते नमस्ते नमस्ते चिदानन्दमूर्ते।
नमस्ते नमस्ते तपोयोगगम्य नमस्ते नमस्ते श्रुतिज्ञानगम्।।

प्रभो शूलपाणे विभो विश्वनाथ महादेव शंभो महेश त्रिनेत्।
शिवाकान्त शान्त स्मरारे पुरारे त्वदन्यो वरेण्यो न मान्यो न गण्य:।।

शंभो महेश करुणामय शूलपाणे गौरीपते पशुपते पशुपाशनाशिन्।
काशीपते करुणया जगदेतदेक-स्त्वंहंसि पासि विदधासि महेश्वरोऽसि।।

त्वत्तो जगद्भवति देव भव स्मरारे त्वय्येव तिष्ठति जगन्मृड विश्वनाथ।

त्वय्येव गच्छति लयं जगदेतदीश लिङ्गात्मके हर चराचरविश्वरूपिन।।

इति श्रीमच्छंकराचार्यविरचितो वेदसारशिवस्तवः संपूर्णः ॥

शिव स्तुति मंत्र | Shiv stuti mantra

भगवान शिव का सबसे बड़ा मंत्र

कर्पुरगौरं करुणावतारं
संसारसारं भुजगेन्द्रहारं।
सदा वसन्तं हृदयारविन्दे
भवं भवानीसहितं नमामि।।

अर्थअगर आप शिव स्तुति का अर्थ जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि संपूर्ण सृष्टि के स्वामी भगवान शिव आप मेरे सभी बुरे सपनों को अपशकुन, दुर्गति, मन की बुरी भावनाएं, भूखमरी, बुरी लत, भय, चिंता और संताप, अशांति और उत्पात, ग्रह दोष और सारी बीमारियों से हमें छुटकारा दिलाएं

11 शिव स्तुति मंत्र , करे किसी भी एक मंत्र का जाप | 11 Shiv Stuti Mantra Karen Kisi Bhi Ek Mantra ka Jaap

पशूनां पतिं पापनाशं परेशं गजेन्द्रस्य कृत्तिं वसानं वरेण्यम।

जटाजूटमध्ये स्फुरद्गाङ्गवारिं महादेवमेकं स्मरामि स्मरारिम।1।

महेशं सुरेशं सुरारातिनाशं विभुं विश्वनाथं विभूत्यङ्गभूषम्।
विरूपाक्षमिन्द्वर्कवह्नित्रिनेत्रं सदानन्दमीडे प्रभुं पञ्चवक्त्रम्।2।

गिरीशं गणेशं गले नीलवर्णं गवेन्द्राधिरूढं गुणातीतरूपम्।
भवं भास्वरं भस्मना भूषिताङ्गं भवानीकलत्रं भजे पञ्चवक्त्रम्।3।

शिवाकान्त शंभो शशाङ्कार्धमौले महेशान शूलिञ्जटाजूटधारिन्।
त्वमेको जगद्व्यापको विश्वरूप: प्रसीद प्रसीद प्रभो पूर्णरूप।4।

परात्मानमेकं जगद्बीजमाद्यं निरीहं निराकारमोंकारवेद्यम्।
यतो जायते पाल्यते येन विश्वं तमीशं भजे लीयते यत्र विश्वम्।5।

न भूमिर्नं चापो न वह्निर्न वायुर्न चाकाशमास्ते न तन्द्रा न निद्रा।
न गृष्मो न शीतं न देशो न वेषो न यस्यास्ति मूर्तिस्त्रिमूर्तिं तमीड।6।

अजं शाश्वतं कारणं कारणानां शिवं केवलं भासकं भासकानाम्।
तुरीयं तम:पारमाद्यन्तहीनं प्रपद्ये परं पावनं द्वैतहीनम।7।

नमस्ते नमस्ते विभो विश्वमूर्ते नमस्ते नमस्ते चिदानन्दमूर्ते।
नमस्ते नमस्ते तपोयोगगम्य नमस्ते नमस्ते श्रुतिज्ञानगम्।8।

प्रभो शूलपाणे विभो विश्वनाथ महादेव शंभो महेश त्रिनेत्।
शिवाकान्त शान्त स्मरारे पुरारे त्वदन्यो वरेण्यो न मान्यो न गण्य:।9।

शंभो महेश करुणामय शूलपाणे गौरीपते पशुपते पशुपाशनाशिन्।
काशीपते करुणया जगदेतदेक-स्त्वंहंसि पासि विदधासि महेश्वरोऽसि।10।

त्वत्तो जगद्भवति देव भव स्मरारे त्वय्येव तिष्ठति जगन्मृड विश्वनाथ।
त्वय्येव गच्छति लयं जगदेतदीश लिङ्गात्मके हर चराचरविश्वरूपिन।11। 

शिव स्तुति लिरिक्स का जाप करने की विधि | shiv stuti lyrics ka jaap karne ki vidhi

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का जाप करना चाहता है तो इस मंत्र का जाप करना बहुत ही आसान है जो हम आपको संपूर्ण विधि के साथ बताएंगे.

शिव स्तुति लिरिक्स शंकराचार्य द्वारा रचित किया गया है इसीलिए इसे साक्षात शंकर द्वारा दिया गया है शिव स्तुति लिरिक्स सुख का मंत्र माना जाता है शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का दूसरा नाम ” वेद सार स्तव ” भी है.

भगवान शिव का सबसे बड़ा मंत्र

ऐसे में अगर कोई भी मनुष्य इस स्तुति मंत्र का जाप करना चाहता है तो उसके लिए मनुष्य को सोमवार के दिन प्रातः काल उठकर स्नानादि से निश्चिंत होने के बाद घर के मंदिर में या फिर अपने आसपास के किसी शिव मंदिर में जाकर विधि विधान पूर्वक भगवान शिव की पूजा करें.

उसके पश्चात शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का पाठ और स्मरण करें इस स्तुति लिरिक्स मंत्र का पाठ करने से मनुष्य के जीवन में समस्त सुखों की प्राप्ति होती है.

शिव स्तुति लिरिक्स के लाभ | Shiv stuti lyrics ke labh

  1. अगर आप में से कोई भी व्यक्ति शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का जाप करता है तो वह भगवान शिव को प्रसन्न करने का मार्ग प्राप्त कर ले जाता है.
  2. शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है.
  3. शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का जाप करने से जीवन के सभी कष्टों से लड़ने की क्षमता मिल जाती है.
  4. शिव स्तुति लिरिक्स मंत्र का जाप करने से जीवन में आने वाले संकट और ग्रह कलेश को कम करने की छमता मिलती है.
  5. उसके पश्चात अगर आप लोग भगवान शिव की पूजा संपूर्ण परिवार के साथ करते हैं और शिव स्तुति मंत्र का जाप करते हैं तो आपको देखने को मिलते हैं.

FAQ : shiv stuti lyrics

शिव जी का प्रिय मंत्र कौन सा है?

ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।।

महादेव शिव की कौनसी स्तुति रामचरितमानस से उद्धृत है ?

अगर आप में से कोई भी व्यक्ति भगवान शिव को प्रसन्न करना चाहता है तो उन को प्रसन्न करने के लिए कई प्रकार की स्तुति बताई गई है उन्हीं में से एक शिव रुद्राष्टक स्तोत्र'है जिसे श्री राम चरित्र मानस में लिखा गया है यह एक बहुत ही तेजस्वी स्त्रोत है।

भगवान शिव का गुप्त मंत्र क्या है?

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।

निष्कर्ष

दोस्तों जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से shiv stuti lyrics के बारे में बताया इसके अलावा शिव स्तुति लिरिक्स पाठ करने की विधि क्या है और शिव स्तुति लिरिक्स पाठ करने के लाभ क्या है इन सभी विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी अगर आपने हमारे सिलेक्ट को अच्छे से पढ़ा है.

तो आपको इन सभी विषयों के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी।

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