चलते फिरते मंत्र जाप कैसे करे कौन सा मंत्र ? और इसके लाभ जाने | Chalte firte Mantra Jap

चलते फिरते मंत्र जाप Chalte firte Mantra Jap : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं आप लोगों को इस लेख के माध्यम से चलते फिरते मंत्र से संबंधित जानकारी प्रदान करूंगी जिसमें मैं आप लोगों को बताऊंगी क्या चलते-फिरते वक्त भी किसी मंत्र का जाप किया जा सकता अगर हां तो वह मंत्र कौन-कौन से हैं तथा इन्हें चलते-फिरते किस तरह से जाप में लिया जा सकता हैं तथा इन मंत्रों को चलते फिरते वक्त जाप करने के क्या शुभ फल मिलते हैं.

चलते फिरते मंत्र जाप Chalte firte Mantra Jap

इन सब से संबंधित जानकारी विस्तार पूर्वक से बताऊंगी. क्योंकि तंत्र मंत्र शास्त्र के अनुसार ऐसा कहा गया है हर मंत्र में अलग-अलग प्रकार की शक्तियां विद्यमान होती हैं इसीलिए हर मंत्र को जाप करने के अलग अलग प्रकार के तरीके और विधि भी बताई गई हैं इसी तरह से कुछ ऐसे मंत्र बताए गए हैं जिन्हें चलते-फिरते वक्त किसी भी स्थान पर किसी भी अवस्था में जाप किया जा सकता है और इन मंत्रों को जाप करने का उसी तरह से शुभ फल मिलता है.

जिस प्रकार से साधना लगाकर किसी मंत्र का जाप किया जा सकता है. ऐसे में अगर आप लोगों के पास आसन लगाकर मंत्र जाप करने के लिए समय नहीं है तो आप चलते फिरते मंत्रों का जाप कर सकते हैं वह भी आपको उसी तरह से शुभ फल देंगे जिस तरह से आसन लगाकर किसी मंत्र का जाप करने से मिलता है

लेकिन आपको चलते-फिरते मंत्र को उपयोग में लेने से पहले उन मंत्रों के विषय में संपूर्ण जानकारी अच्छे से प्राप्त होनी चाहिए नहीं तो उनके दुष्प्रभाव आप पर पड सकते हैं ऐसे में अगर आप लोग चलते फिरते मंत्र और उन मंत्रों के जप से संबंधित पूरी जानकारी को विधिवत प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें.

चलते फिरते मंत्र जाप | Chalte firte Mantra Jaap

तंत्र मंत्र शास्त्र के अनुसार सिर्फ और सिर्फ गुरु मंत्र को ही चलते फिरते किसी भी अवस्था में जाप किया जा सकता है और इस मंत्र जाप का उतना ही शुभ फल मिलता है जितना बैठकर किसी मंत्र का जाप करने से मिलता है.

गुरु मंत्र क्या होता है ? | Guru Mantra Kya Hota Hai ?

गुरु मंत्र एक ऐसा मंत्र होता है जो आपके गुरु के द्वारा आपको प्रदान किया जाता है, यानी कि जब कोई व्यक्ति किसी को भी अपना गुरू मानते हैं और फिर अपने गुरू से उपदेश प्राप्त करते है तो गुरु के पास पहले से जो मंत्र सिद्ध होता है वही मंत्र वह अपने शिष्य के कान में फूंक मारता है जिसे गुरु मंत्र या फिर अर्ध चेतन मंत्र कहते हैं .

गुरु मंत्र को अर्ध चेतन मंत्र इसलिए कहा जाता है. क्योंकि यह मंत्र पहले से ही सिद्ध होता है इसीलिए इसमें पहले से ही सभी प्रकार की ऊर्जा रहित शक्तियां विद्यमान होती हैं जिसे सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं होती है बस इसे जगाने के लिए क्षणिक मात्र का जाप करना आवश्यक होता है और फिर यह मंत्र पूरी तरह से चेतन रहित बन जाता है.

pandit guru

फिर गुरु के अनुसार इस मंत्र को किसी भी समय जाप में लिया जा सकता है चाहे आप खाना खा रहे हो, चाहे आप सोने जा रहे हो, चाहे आप गाड़ी चला रहे हो ,चाहे जो भी काम कर रहे हो ,आप इस मंत्र को पूरी श्रद्धा के साथ अपने मन में जाप कर सकते हैं .

आपको इस मंत्र का शुभ फल अवश्य मिलेगा, गुरु मंत्र कुछ भी हो सकता है यानी कि आपके कान में उपदेश देने वाले गुरु जिस मंत्र को बताएंगे उसी मंत्र को गुरु मंत्र कहा जाता है और उसी मंत्र को आप किसी भी समय उपयोग में ले सकते हैं.

गुरु मंत्र को जाप करने का तरीका | Guru Mantra ko job Karne Ka Tarika

वैसे तो गुरु मंत्र को कभी भी किसी भी समय मन में पूरी श्रद्धा के साथ जाप में लिया जा सकता लेकिन जब सबसे पहले गुरु आपके कान में जिस मंत्र को फूकते हैं तो उसके कुछ दिनों तक इस मंत्र को जाप करने के कुछ नियम बताए जाते हैं जिनका पालन करना आवश्यक होता है इसीलिए यहां पर गुरु मंत्र को चलते-फिरते उपयोग में लेने से पहले नियम के विषय में जान लेते हैं जैसे :

pandit guru

  • गुरु मंत्र को सबसे पहले 2, 3 दिन तक घर में किसी शांत वातावरण में बैठकर मन में उच्चारण करना चाहिए
  • 2फिर हर रात सोते समय आप से जितनी बार हो सके मन ही मन गुरु मंत्र का जाप करें
  • उसके बाद जब 56 दिन इसी तरह से मंत्र जाप की प्रक्रिया हो जाए तो फिर आप चलते-फिरते कहीं भी गुरु मंत्र को मन में जाप कर सकते हैं आपको इस मंत्र का उतना ही शुभ फल मिलेगा, जितना कि आसन लगाकर मंत्र जाप करने से मिलता है.

इसके अलावा मंत्र जाप के तीन प्रकार बताए गए हैं जैसे :

1. पहला मानसिक जाप है.

मानसिक जाप में किसी भी मंत्र को मन ही मन जाप में किया जाता है.

2. दूसरा उपांशु जाप

उपांशु जाप में होठों के माध्यम से जाप किया जाता है यानी कि दूसरा व्यक्ति आपको देखेगा तो उसे आभास होगा कि आप मंत्र का जाप कर रहे हैं लेकिन उसे आपके मंत्र जाप की आवाज नहीं सुनाई देगी.

3. तीसरा वाचिक जाप होता है.

वाचिक मंत्र जाप में व्यक्ति जोरो जोरो से बोल बोल कर मंत्र का जाप करता है जो आसपास के लोगों को आसानी से सुनाई दे सकता है.

गुरु मंत्र जाप करने के लाभ | Guru mantra jap karne ke Labh

गुरु मंत्र में कई सारी शक्तियां विद्यमान होती है जिसे नियमित रूप से किसी भी समय उपयोग में लेने से कई प्रकार के लाभ मिलते हैं जो कुछ इस प्रकार से दर्शाए जा सकते हैं जैसे,

1. नकारात्मक शक्तियों से बचाए

गुरु मंत्र के नियमित जाप से व्यक्ति का औरा मजबूत हो जाता है और फिर उसके अंदर कभी भी नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं कर पाती हैं औरा का मतलब यानी कि जैसे कोई घर बना है उसमें दरवाजे नहीं लगे हैं तो कोई भी कुत्ता बिल्ली अंदर प्रवेश कर सकता है, लेकिन जब उस घर में दरवाजे लग जाते हैं तो उस घर में कुत्ता और बिल्ली प्रवेश नहीं कर सकते हैं.

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उसी तरह से जब कोई व्यक्ति गुरु के द्वारा दिए गए मंत्र का जाप नियमित रूप से करता है तो उस मंत्र में विद्यमान शक्तियां व्यक्ति के अंदर विद्यमान हो जाती हैं जिसकी वजह से उस व्यक्ति के अंदर कोई भी नकारात्मक शक्ति नहीं प्रवेश कर सकती है.

2. गुरु मंत्र से इष्ट देव के दर्शन होते हैं

गुरु मंत्र में इतनी शक्ति होती है कि इस मंत्र को अगर कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ किसी भी परिस्थिति में सच्चे दिल से जाप करता है तो उसे कुछ दिनों के अंदर इष्ट देव और उनके दूत के दर्शन होते हैं. इतना ही नहीं बल्कि गुरु के द्वारा दिए गए मंत्र को लेकर गुरु का ऐसा कहना है.

अगर कोई भी समस्या ऐसी आ जाए जिसमें आपका दिमाग ना काम करें, आपको कोई भी रास्ता ना नजर आए, तब आप उस जगह पर खड़े होकर सच्चे दिल से करुण माई शब्दों में इस मंत्र का उच्चारण करें और अपने गुरु को ध्यान में लाएं तो फिर आपको उस समस्या से बाहर निकालने के लिए गुरू मंत्र काफी ज्यादा लाभकारी साबित होगा.

3. जीवन में आने वाली घटनाओं के विषय का अनुभव कराएं

जिस गुरु से यह मंत्र प्राप्त होता है उस गुरु का कहना है कि अगर कोई भी शिष्य इस मंत्र को पूरी श्रद्धा के साथ कहीं पर भी जाप करेगा तो यह मंत्र सदैव उसके जीवन में आने वाली समस्त घटनाओं के विषय में जानकारी प्रदान कराता रहेगा साथ में यह भी बताएगा कि उस समस्या से किस प्रकार से बाहर निकला जा सकता है.

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क्योंकि यह मंत्र एक सिद्ध मंत्र है जिसे नियमित रूप से जपने पर इस मंत्र में विद्यमान सारी शक्तियां व्यक्ति के अंदर प्रवेश कर जाती हैं और फिर व्यक्ति को खुद-ब-खुद हर एक समस्या और आने वाली खुशी का अनुभव अपने आप होने लगता है.

इसीलिए इस मंत्र का उच्चारण करना बहुत ही लाभकारी साबित होता है लेकिन यह मंत्र हर किसी को नहीं मिलता है जो व्यक्ति उपदेश लेता है उसी को इस मंत्र को जाप करने का सौभाग्य मिल पाता है.

4. सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें

गुरु मंत्र में इतनी शक्ति है इतनी महिमा है कि यह मंत्र आपको हर प्रकार की समस्या से बाहर निकाल सकता है लेकिन इसके लिए आपको गुरू के द्वारा बताए गए मंत्र जाप के नियम को अपनाना जरूरी है.

ऐसे में आप अगर इस मंत्र को कहीं पर भी सच्चे दिल से गुरु को याद करके स्मरण करते हैं तो इस मंत्र जाप के समय आपके मन में जो भी समस्या हो जो भी मनोकामना हो आप उस मनोकामना की पूर्ति की प्रार्थना करें और फिर अपने गुरू का ध्यान करें ऐसा करने से आपकी सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और आपको आगमन के नए रास्ते नजर आने लगेंगे.

5. गुरु मंत्र जाप से संतान सुख प्राप्त होता है

मां बनना बहुत ही सौभाग्य की बात है लेकिन इस दुनिया में ऐसी कई महिलाएं हैं जो मां बनने के लिए तरह-तरह के महंगे महंगे इलाज करवाती हैं लेकिन फिर भी उन्हें बच्चे का सुख नहीं प्राप्त होता हैं. लेकिन इलाज की जगह अगर कोई भी महिला और उसका पति गुरु के द्वारा दिए गए मंत्र का नियमित रूप से किसी भी समय किसी भी तरीके से जाप करते हैं तो कुछ ही दिनों में उन्हें इस मंत्र जाप का शुभ फल अवश्य मिलेगा.

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लेकिन इस मंत्र को जाप करने के पश्चात आप गुरु को ध्यान करके अपनी समस्या अपने शब्दों में गुरु से अवश्य बयां करें ऐसा करने से वह समस्या गुरु तक पहुंच जाएगी और फिर गुरु अपने सिद्ध मंत्र की सहायता से आपके परिवार में नन्हा मुन्ना राही किलकारियां ले इसका आशीर्वाद देंगे और बहुत जल्द आप मां बनने का सौभाग्य प्राप्त कर पाएगी.

गुरु मंत्र जाप के कुछ नियम | Guru mantra jap ke Kuch Niyam

जो भी व्यक्ति गुरु के द्वारा प्राप्त मंत्र को उपयोग में लेता है तो उसे गुरु के दिए गए मंत्र को उपयोग में लेने से पहले गुरु के द्वारा बताए गए कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक होता है नहीं तो यह मंत्र आप पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है इसीलिए यहां पर हम उन नियमों के विषय में बताएंगे जो कुछ इस प्रकार से हैं.

1. मांस मछली शराब का सेवन हमेशा के लिए बंद कर दे

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जो भी व्यक्ति गुरु धारण करता है यानी कि गुरु मंत्र को प्राप्त करता है तो उसे अपने जीवन में कभी भी मांस मछली शराब इन सब का सेवन नहीं करना चाहिए अगर इन सब का सेवन करते हुए आप गुरु मंत्र का जाप करेंगे तो गुरु मंत्र आप पर विपरीत प्रभाव डालेगा और आपके जीवन में तमाम तरह के कष्ट आ जाएंगे.

2. किसी भी मनुष्य की बुराई ना करें

गुरु मंत्र को धारण करने वाले लोगों को गुरु मंत्र को पूरी तरह से सिद्ध करने के पश्चात कभी भी किसी व्यक्ति की बुराई नहीं करनी चाहिए तो नहीं तो इस मंत्र की शक्तियां कम पड़ जाती हैं और फिर इस मंत्र जाप को आपको कभी भी शुभ फल नहीं मिलेगा.

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और जिस व्यक्ति की आप बुराई करेंगे उसी व्यक्ति से आपको अचानक से कोई काम पड़ सकता है क्योंकि गुरु मंत्र में बहुत शक्ति होती है जिसे बनाए गए नियमों के अनुसार ही जाप करने से शुभ फल मिलता है नहीं तो यह व्यक्ति के ऊपर विपरीत प्रभाव डाल देता है.

3. हर किसी के घर का या फिर हर किसी के हाथ का बना हुआ भोजन ना करें

गुरु मंत्र एक ऐसा मंत्र है जो कई प्रकार की सिद्धियों को प्राप्त करने के बाद ही तैयार होता है और इस मंत्र में समस्त देवी देवताओं की शक्तियां विद्यमान होती हैं इसीलिए यह मंत्र पूरी तरह से शुद्ध मंत्र माना गया है. इस मंत्र को हमेशा के लिए शुद्ध रखने के लिए आपको कभी भी किसी भी अनजान व्यक्ति के घर का खाना नहीं खाना चाहिए.

क्योंकि इस मंत्र को जाप में लेने वाले व्यक्ति को मांस, मछली, शराब इन सब से दूर रहना होता है. ऐसे में अगर आप किसी के घर में या किसी भी व्यक्ति के हाथ का बना हुआ भोजन खा रहे हैं तो क्या पता कि वह व्यक्ति कैसा है कैसा नहीं है और हो सकता है कि आप उसके हाथ का भोजन करें तो आपके मंत्र की शक्तियां कम पड़ जाए.

जाने अनजाने में ही सही लेकिन आपको किसी के घर का बना हुआ भोजन नहीं करना चाहिए या फिर आप जानते हो कि यह व्यक्ति अच्छा है शुद्ध रहता है मतलब मांसाहारी नहीं है तो आप उसके घर में खा सकते हैं नहीं तो आप अपने मंत्र को शुद्ध रखने के लिए किसी भी अनजान व्यक्ति के घर भोजन और पानी ना पिए.

4. अपने मां-बाप की सेवा करें

ऐसा माना जाता है जिस गुरु से गुरु मंत्र प्राप्त किया जाता है महीने में एक बार उस गुरु के पास अवश्य जाना चाहिए और उनकी पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ सेवा करनी चाहिए ऐसा करने से गुरुमंत्र में और शक्तियां विद्यमान होती हैं तथा वह मंत्र और ज्यादा शक्तिशाली बनता है. लेकिन अक्सर करके अधिक काम होने की वजह से हर कोई गुरु के पास नहीं जा पाता है.

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ऐसे में गुरु का कहना है कि मां-बाप के रूप में गुरु को देखकर उनकी सेवा करना मंत्र के तेज को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प है. ऐसे में अगर आपका मंत्र आपको शुभ फल नहीं दे रहा है तो आप अपने मां-बाप की सेवा अर्चना करें और अन्य बुजुर्ग लोगों को भी सेवा करें.

लेकिन हां यह याद रहे कि सिर्फ मंत्र लाभ के लिए आपको अपने मां-बाप की सेवा नहीं करनी हमेशा से अपने मां-बाप की सेवा करें और जब भी किसी काम के लिए आवश्यकता पड़े तो आप गुरु के रूप में अपने मां-बाप की सेवा करें तो आपको उस मंत्र जाप का शुभ परिणाम अवश्य मिलेगा.

5. दीपावली की रात आसन लगाकर मंत्र को जागृत करना जरूरी

वैसे तो गुरु के द्वारा दिया गया गुरु मंत्र पहले से ही सिद्ध होता है लेकिन गुरु का कहना है कि जब भी दीपावली आए उस रात आपको गुरु मंत्र को आसन लगाकर आपसे जितनी बार हो सके सच्चे दिल से जाप करना चाहिए. ऐसा करने से वह मंत्र शक्तिशाली बनता है तथा पूरी तरह से उस मंत्र में चेतन रहित हो जाता हैं फिर आप इस मंत्र को कहीं पर किसी भी समय उपयोग में ले सकते हैं.

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क्योंकि दीपावली की रात मंत्रों को जगाने का सबसे शुभ दिन माना गया है इस दिन किसी भी मंत्र को सिद्ध करने से वह सिद्ध हो जाता है ,जगाने से जाग जाता है ,यानी कि कहने का मतलब है कि दीपावली की रात जो होती है. वह मंत्रों में शक्ति डालने का कार्य करते हैं. इसलिए गुरु मंत्र को दीपावली की रात जागृत करने की आवश्यकता होती है.

तो मित्रो अब आप लोगों ने जान लिया कि जिस मंत्र को चलते-फिरते समय जाप करना चाहिए अब आइए जानते हैं किन मंत्रों को चलते फिरते जाप नहीं करना चाहिए.

6. भूलकर भी चलते-फिरते इन मंत्रों का जाप ना करें

तंत्र मंत्र शास्त्र के अनुसार गायत्री मंत्र, शाबर मंत्र, तांत्रिक मंत्र, वैदिक मन्त्रों को, चलते-फिरते जाप नहीं करना चाहिए. क्योंकि इन मंत्रों को जप करने के कुछ विशिष्ट नियम और विधि होती है इसीलिए इन मंत्रों को आसन लगाकर पूरी विधि विधान और बनाए गए नियमों के अनुसार ही जाप करने पर शुभ फल मिलता है नहीं तो यह मंत्र अशुभ प्रभाव डाल सकते हैं इसीलिए इन मंत्रों को भूलकर भी चलते फिरते जाप ना करें.

FAQ : चलते फिरते मंत्र जाप

सबसे शक्तिशाली मंत्र कौन सा है ?

सभी मंत्रों में सबसे शक्तिशाली मंत्र गायत्री मंत्र को बताया गया है.

1 दिन में कितनी बार ओम नमः शिवाय मंत्र जाप करना चाहिए ?

तंत्र मंत्र शास्त्र के अनुसार ओम नमः शिवाय मंत्र का 1 दिन में रुद्राक्ष की माला को फिरते हुए 108 बार करना शुभ माना गया है.

गुरु मंत्र के अलावा अन्य किस मंत्र का जाप चलते-फिरते कर सकते हैं ?

गुरु मंत्र के अलावा आप ओम नमः शिवाय मंत्र को चलते फिरते जाप में ले सकते मगर इसके लिए आपको ओम नमः शिवाय मंत्र को दीपावली की रात सिद्ध करना होगा तभी इस मंत्र को आप उपयोग में ले सकते हैं.

निष्कर्ष

तो मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में आप सभी लोगों को चलते फिरते मंत्र जाप से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है जिसमें हमने आप लोगों को बताया है कौन सा मंत्र चलते-फिरते वक्त जाप में लिया जा सकता है और इस मंत्र को किस तरीके से जाप करना चाहिए इस मंत्र को जाप करने के क्या फायदे होते हैं .

यह सारी जानकारी अच्छे से बताइ हैं अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को चलते-फिरते मंत्र से संबंधित सारी जानकारी प्राप्त हो गई होगी जिसे आप किसी भी समय उपयोग में ले सकते हैं .

इसी के साथ में यह भी बताया है किन मंत्रों को चलते फिरते समय उपयोग में नहीं लिया जा सकता और क्यों नहीं लिया जा सकता है, तो मित्रों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई से जानकारी पसंद आई होगी और उपयोगी भी साबित हुई होगी.

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